RE: Desi Chudai Kahani बुझाए ना बुझे ये प्यास
"नही में उससे बात नही कर सकती.. वो समझ जाएगा की कुछ
गड़बड़ है." महक सहमी हुई सी बोली.
"ठीक है.. तो में जा रहा हूँ.." राज ने कहा.
तीसरी घंटी बाजी.
महक की चूत मे आग लगी हुई थी.. वो राज के लंड को चोद नही
सकती थी.. उसे पता था की वो पकड़ी जाएगी.. लेकिन उसकी हालत ऐसी
थी की आज चुड़वाने के लिए वो कुछ भी कर सकती थी.. कोई भी
जोखम उठा सकती थी.
"ठीक है जैसा तुम कहोगे में वैसा ही करूँगी." आख़िर तक कर
महक ने जवाब दिया.
जब चौथी घंटी बाजी तो उसने फोन उठा कर 'हेलो' कहा.
"हां बोलो" उसने कहा और राज के लंड को पकड़ अपनी चूत से
लगाया और उस बैठ गयी.
महक फोन पर अपने पति की बातें सुनती रही और आगे पीछे हो
उसके लंड पर धक्के मारती रही.
"उम्म्म्मम" वो फोन पर जवाब देती रही.... राज ने तभी उसकी
चुचियों को ज़ोर से मसल उसके निपल को भींच दिया.
"उईईइ माआ." वो ज़ोर से दर्द मे चीख पड़ी...
"कुछ नही जान वो क्या थोड़ा काम करते वक्त उंगली मे सुई चूभ
गयी.... हां में ठीक हूँ."
राज ने फिर उसकी चुचि को मसला तो महक ने अपने होठों को भींच
लिए जिससे की चीख ना निकले.... महक अब धीरे धीरे उछाल कर
धक्के लगा उसके लंड को अपनी चूत मे ले रही थी.... और अपने पति
से फोन पर बात करती जा रही थी..
फोन पर वो 'ह्म्म..... उम्म्म्म" कर उसका जवाब दे रही थी.
राज ने उसकी चुचियों को एक बार फिर मसला और महक ने अपने होठों
को चबाते हुए बड़ी मुश्किल से अपनी चीख को रोका.. वो उछाल उछाल
कर उसके लंड को अपनी चूत मे ले रही थि.आप्ने पति से फोन पर
बात करना और साथ ही अपने यार से चुड़वाना... एक अनोखा मज़ा
महक को आ रहा था..
"ठीक है जान में में शाम को तुम्हारा इंतज़ार करूँगी.. आइ लव
योउ टू डियर." कहकर महक ने फोन रख दिया.
"सही में तुम इस संसार की सबसे बड़ी छिनाल हो... अपने पति से
फोन पर बात करते हुए उसके ही बिस्तर पर मुझसे चुड़वा रही हो...
तुम्हे डर भी नही लगता की कहीं पकड़ी गयी तो?" राज ने कहकर उसे
अपने उपर से उत्तर घुटनो के बाल कर दिया और खुद उसके पीछे आ
गया.
राज ने जो कहा वो सही नही था.. उसके मान मे डर छुपा था.. वो
पकड़ी जाना नही चाहती थी... पर वो अपनी इस चूत का क्या करे
जिसकी प्यास बुझाए नही बुझ रही थी.. उसकी चूत उस ज़मीन के
जैसे हो गयी थी की जितना पानी से सींचो उतनी ही प्यासी होती जा
रही थी.
महक ने अपनी गंद हवा मे उठा दी... और राज से कहा की जैसे एक
कुत्ता कुटिया को चोदता है वो उसे वाइज़ ही चोदे... राज ने उसके
कुल्हों को अपने हहतों मे पकड़ा और एक ज़ोर का धक्का मार अपना लंड
उसकी चूत मे पेल दिया. महक मचल उठी... उसकी चूत मे खुजली
और बढ़ने लगी...
"हाआँ ऐसे ही ओह मा ओ हां और ज़ोर से चोडो मुझे ओ आऊऱ
ज़ोर से घुसा दो अपने लंड खो मेरी चूत मे... ओह में तॉ गयी....."
वो चिल्ला उठी.
राज ज़ोर ज़ोर के धक्के मार उसे चोद्ता रहा... मेआःक मचल मचल कर
उसके लंड को लेती रही... तभी उसका बदन जोरों से कंपा और उसकी
चूत झड़ने लगी.
महक की चूत जब झाड़ गयी तो राज ने उसे घूमने कहा, "चल
कुतिया अब मेरे लंड को चूस और इसका सारा पानी पी जा
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