RE: बाप बेटी की कहानी - पापा की हेल्पिंग बेटी
यह कहते हुए पापा ने मेरी गांद को नीचे करते हुए अपने लंड को मेरी चूत मैं पुश किया. फिर बाहर निकाला, फिर किया. और फिर बगैर रुके तेज़ी से वो अपने लंड को मेरी चूत के अंदर बाहर करते रहे. पापा पूरी तरह जोश और मस्ती मैं आ गये था. उनके गले से अजीब अजीब आवाज़े निकल रही थी. मुझे अब पता चला के चुद रही हूँ. इसे चोदना कहते हैं. मेरी अपनी हालत खराब हो चुकी थी. मेरे मुँह से भी है हाई की और बिल्ली की तरह घुर्रने की आवाज़ निकल रही थी.
"चोद रहा हूँ अपनी जानू को .... लंड जा रहा तेरी चूत मैं जानू ... चुद मेरे लंड से .... चुद अपने पापा के लौरे से .... मज़ा आ रहा से .... टाइट चूत है मेरी बेटी की .... "
"पापा चोदो अपनी बेटी को .... चोदो मुझे ..... फाड़ दो मेरी चूत को ..... उफ़ मरगई पापा ... बोहत सख़्त लंड है आप का ...... उफ़ लंड पेट मैं चला गया मेरे ..... पापा फॅट गई मेरी चूत .... चोदो ..... चोदो ..... उफ़ चुद गई मैं मम्मी. ओ' मम्मी पापा ने चोद दिया मुझे ...... पापा ज़ोर से चोदो .... और ज़ोर से चोदो ..... धक्के लगाओ ज़ोर ज़ोर से ...... मज़ा आ रहा है ..."
अब मेरा जिस्म अकड़ना शुरू हो रहा था. मुझे अपना दिमाग़ घूमता हुआ महसूस हो रहा था. मेरी चूत के सारे मुस्छले अकड़ने लगे थे. और चूत के अंदर पापा का लंड फूलने और पिचकने लगा था.
"उफ़ जानू मेरी मनी निकल रही तेरी चूत मैं." इस के साथ ही पापा का जिस्म बुरी तरह मुझे गौद मैं लिये झटके मारने लगा. मेरी गांद को पूरा नीचे खींच कर अपने लंड के साथ जमा दिया, और नीचे से अपने पूरी तरह मेरी चूत मैं फँसा दिया.
पापा की गरम गरम मनी की पिचकारिया मुझे अपनी चूत की गहराइयों मैं जाती हुई सॉफ महसूस हो रही थी. इस के साथ ही मैं भी ख़तम हो रही थी और मेरी चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया था.
हम दोनो बाप बेटी का जिसम अब ढीला पड़ता जा रहा था. पसीने मैं हम दोनो नहा चुके थे. मेरी चूत मैं बिल्कुल ठंडी पड़ गई थी. पापा का लंड भी ढीला पड़ने लगा था. मगर अभी तक मेरी चूत मैं ही.
पापा इसी तरह मुझे गौद मैं लिये लिये, सोफे पेर बैठ गये, और मैं अपने पापा के सीने के साथ यूँही चिपकी रही. मेरी पसीने मैं भीगी हुई छातियाँ पापा के बालों भरे सीने से पिसी हुई थी.
पापा का लंड आख़िर नरम हो कर मेरी चूत से बाहर निकल आया, और इसके साथ ही मेरी चूत से पापा की मनी बह बह कर बाहर आने लगी.
सोफा खराब ना हो जाए, इस ख़याल से मैं ने नीचे अपनी चूत पर हाथ रख दिया, और पापा की मनी अपने हाथो मैं ले ले कर अपने पैर ऑर बूब्स पर मलने लगी.
क्रमशः..................
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