RE: kamukta Sex रामू
रामू ड्राइवर--2
मैने करवट बदल ली. उन्होने मेरा नेकर खोला दिया और मेरे लंड को अपने हाथों से पकड़ लिया. मेरी सारे बदन में आग सी लग गयी और मेरा दिल तेज़ी के साथ धड़कने लगा. वो अपने हाथ से मेरे लंड को सहलाने लगी. मेरा लंड तो पहले से ही खड़ा था, उनके सहलाने से एक दम तन गया. वो मुझसे एक दम चिपक गयी. कुच्छ देर तक मेरे लंड को सहलाने के बाद बोली, "तुम्हारे बॉल बहुत बड़े बड़े हैं. तुम सॉफ नहीं करते हो क्या." मैने कहा, "अभी 15 दिन पहले ही सॉफ किया था." वो बोली, "मुझे नीचे के बॉल नहीं पसंद हैं.
मैं अभी तुम्हारे बाल साफ कर देती हूँ." वो उठी और लाइट ऑन करके ड्रेसिंग टेबल से शेविंग कीट निकल कर ले आई और बोली, "तुम लेट रहो, मैं तुम्हारे बाल साफ कर देती हूँ." मैं लेटा रहा और मेम साहब मेरे बॉल साफ करने लगी. बॉल साफ करने के बाद उन्होने मेरे लंड पर हाथ फिराया और कहा, "अब यह और अच्च्छा लग रहा है." कुच्छ देर तक मेरे लंड पर हाथ फिरने के बाद उन्होने मेरे लंड को अपनी जीभ से चाटना शुरू कर दिया.
थोड़ी देर देर बाद वो बोली, "रामू, तुम्हारा लंड तो बहुत ही बड़ा है और जब तुम अपने पड़ोसन को चोद्ते हो तो उसे दर्द नहीं होता." मैने कहा, "पहली बार हुआ था पर अब वो मेरे लंड की आदि हो चुकी है और खूब मज़े के साथ चुडवाटी है. एक बार मैं नंगा नहा रहा था तो उसने मेरा लंड देख लिया था. मेरे लंड की साइज़ को देख कर वो मुझ पर फिदा हो गयी थी. हमेशा किसी ना किसी बहाने मेरे पास आती थी और खूब बातें करने लगी थी. एक दिन उसने मुझसे बिना किसी शरम के कह दिया की वो मुझसे चुड़वाना चाहती है. मैने बिना कोई मौका दिए उसे खूब चोडा. पहली बार उसकी चूत से खून भी आ गया था." मेम साहब बोली, "तुम्हारा लंड तो है ही इस काबिल की कोई भी औरत इसे देख कर तुमसे चुड़वाना चाहेगी. मेरे पति का लंड तुम्हारे लंड से छ्होटा लेकिन बहुत छ्होटा नहीं है. वो लगभग 5" का होगा."
मेम साहब ने मेरे लंड को चूसना शुरू कर दिया और कुछ देर बाद बोली, "क्या तुमने कभी किसी औरत की चूत को चटा है." मैने इनकार कर दिया. मेम साहब बोली, "चलो, अब तुम मेरी चूत को चतो और मैं तुम्हारे लंड को चूस्टी हूँ." मैं और जोश में आ गया. मैं मेम साहब की टाँगों के बीच आ गया. मैने उनकी सारी उपर कर दी. नीचे उन्होने पनटी पहन रखी थी. मैने पेंटी भी उतार दी. उनकी चूत एक दम गोरी और चिकनी थी. मैने अभी तक ऐसी चूत नहीं देखी थी. थोड़ी देर बाद मेम साहब बोली, "क्या तुमने ऐसी चूत अभी तक नहीं देखी है. तुम देखते ही रहोगे क्या, चातोगे नहीं मेरी चूत को." मैने कहा, "मैने इतनी गोरी और चिकनी चूत कभी नहीं देखी है. मेरी पड़ोसन की चूत तो साँवली है." वो बोली, "ठीक है. चलो अब मेरी चूत को चाटना शुरू करो." मैने उनकी छूट पर अपना जीभ फिरना शुरू कर दिया. वो जोश में आ कर सिसकारियाँ भरने लगी. फिर मैने अपनी एक उंगली उनकी चूत में दल दी और अंदर बाहर करने लगा. वो मेरा लंड चूस रही थी. थोड़ी देर बाद मैं बहुत ज़्यादा जोश में आ गया और मेरे लंड ने उनके मूह में पानी छ्चोड़ना शुरू कर दिया. मेम साहब वो सारा पानी पी गयी. 5 मिनिट बाद उनकी चूत से भी पानी निकला तो मैने भी सारा पानी छत लिया.
मेम साहब मेरे लंड का पानी निगलने के बाद मेरे लंड को फिर चूसने लगी और मैं उनकी चूत को चाटने लगा. लगभग 10 मिनिट के बाद मेरा लंड फिर तय्यार हो गया. वो बोली, "रामू अब बर्दस्त नहीं हो रहा है. जल्दी चोदो मुझे." मैं उठ कर उनके टाँगों के बीच आ गया. मैं जनता था की मेरा मोटा और लंबा लंड उनकी चूत के अंदर आराम से नहीं जाएगा और उनको बहुत तकलीफ़ होगी. मैं अपनी पड़ोसन की हालत पहली बार की चुदाई के समय देख चुका था. लेकिन मैं मेम साहब की गोरी और चिकनी चूत को बिना कोई तेल या क्रीम लगाए चोदना चाहता था. मैने उनके चूतड़ के नीचे दो तकिये रख दिए और उनकी टाँगों को पकड़ कर फैला दिया.
अब उनकी चूत उपर उठ गये और उसका मूह खुल गया. मैने अपने लंड के सूपदे को उनकी चूत के बीच रखा. वो एक दम मस्त हो गयी थी और बोली, "इतनी देर क्यों लगा रहे हो, रामू. जल्दी डालो अपना लंड मेरी चूत में. मुझसे अब ज़्यादा बर्दस्त नहीं होता. दल दो अपना पूरा लंड एक ही झटके से मेरी चूत में. फाड़ दो मेरी चूत को."
मैं और ज़्यादा जोश में आ गया. मैने लंड को उनकी चूत में एक झटके से दल दिया. लेकिन वो उनकी चूत में केवल 5" ही घुस पाया और उनको दर्द होने लगा. उन्होने दर्द की वजह से अपने होठों को ज़ोर से जाकड़ लिया. मैने फिर एक धक्का मारा तो वो दर्द नहीं बर्दस्त कर पे और उनके मूह से एक हल्की सी चीख निकल गयी. अब तक मेरा लंड उनकी चूत में 6" तक घुस चुका था. मैने फिर धक्का लगाया तो वो ज़ोर से चीखी और बोली, "रामू अब नहीं बर्दस्त हो रहा है, बाहर निकालो अपना लंड." मैने अपना आधा से ज़्यादा लंड बाहर निकल लिया.
मैं उनकी गोरी और चिकनी चूत को तकलीफ़ देकर चोदना चाहता था इस लिए वो कुछ और बोल पति इसके पहले मैने अपने लंड को वापस उनके चूत में एक जोरदार धक्के के साथ घुसा दिया. वो बहुत ज़ोर से चीखी और फिर कुछ बोल पति की मैने अपनी पूरी ताक़त लगाकर एक फाइनल धक्का लगा दिया. अब मेरा 8" का पूरा लंड उनकी चूत में जड़ तक घुस चुका था. वो अभी भी चीख रही थी. उन्होने मुझसे फिर अपना लंड बाहर निकालने को कहा तो मैने कहा, "मेम साहब, तोड़ा सबर करो. अब तो ये पूरी तरह से आपकी छूट में अंदर घुस चुका है. अभी कुछ और धक्कों के बाद आपका दर्द भी ख़तम हो जाएगा."
मैने धीरे धीरे छोड़नना शुरू कर दिया. 5 मिनिट तक धीरे धीरे छोड़ने के बाद उनका दर्द कम हो गया और उन्हें मज़ा आने लगा. वो बोली, "रामू, खूब ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाओ और तेज़ी के साथ चोदो मुझे." मैने अपनी स्पीड बढ़ा दी. वो और तेज और तेज कहती रही और मैं अपनी स्पीड बढ़ता रहा. अब मैं बहुत ही तेज़ी के साथ उनकी चूत की धुनाई कर रहा था. लगभग 20 मिनिट तक छोड़ने के बाद मेरे लंड ने उनकी चूत को भरना शुरू कर दिया. अब तक वो भी 3 बार झाड़ चुकी थी. मैं उनके उपर ही लेट गया और उनके होत चूसने लगा. वो भी मेरा होत चूमने लगी. वो बोली, "मैं कितनी खुशकिस्मत हूँ की मुझे आज ज़िंदगी में दूसरी बार सुहग्रात का मज़ा मिला. आज मुझे ज़िंदगी में पहली बार चुड़वाने में बहुत मज़ा आया.
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