RE: Chudai Kahani ये कैसा परिवार !!!!!!!!!
चलो गुरु देखते है सुरेश की मीटिंग कैसी चल रही है
सुरेश अपपनी कंपनी की सीईओ रीता पटेल के आलीशान कॅबिन मैं पहुचा कॅबिन एसी आंड साउंड प्रूफ था इसलिए सुरेश काफ़ी नर्व्स लग रहा था ....
रीता: प्लीज़ सीट डाउन मिस्टर सुरेश
सुरेश: जी मेडम
रीता: तुम जानते हो मैने किसलिए तुम्हे बुलाया है , मैने 2 हफ्ते पहले भी तुम्हे ऑफर किया था कि ले लो...ले लो.... बोलो क्या कहते हो
सुरेश: मैडम मैं लेना तो चाहता हूँ लेकिन लेना न्ही चाहता
रीता: मैं समझी न्ही कि क्या लेना चाहते हो और क्या लेना न्ही चाहते
सुरेश: मैं प्रमोशन लेना चाहता हूँ लेकिन वो न्ही लेना चाहता जिसके बदले प्रमोशन मिलेगी
रीता: एसी क्या बात है क्या खराबी है मुझमे पैसा है , सुंदरता है सब कुछ तो है और उस बुढ़िया से तो लाख गुना अच्छी हूँ
सुरेश : न्ही मैं आपके साथ वो सब न्ही करना चाहता
रीता: सुरेश तुम मेरी इन्सल्ट कर रहे हो , एक औरत से कह रहे हो एक औरत के लिए दुनिया पागल होती है और तुम इनकार कर रहे हो
सुरेश : हाँ
रीता : लेकिन क्यों ?
सुरेश: क्योंकि जो मैं करता हूँ वो तुम्हे पसंद न्ही आएगा
रीता : क्या तुम मूह मे आइ मीन ओरल......
सुरेश : वो भी
रीता : उसके अलावा !!!!!!!!!!!
सुरेश : तुम सोच भी न्ही सकती रीता
रीता : मैं तैयार हूँ प्लीज़ सुरेश मेरी प्यास बुझा दो अब मैं तुम्हारे बिना न्ही रह सकती
सुरेश धीरे धीरे मुस्कुरा रहा था फिर सुरेश धीरे से उठा और रीता की चेर के पीछे जाकर खड़ा हो गया और रीता के कंधे पर हाथ रख दिया . रीता को मानो मन की मुराद मिल गई.. फिर सुरेश ने धीरे हाथ नीचे लाया और हाथ टॉप के अंदर डाल दिया नरम मुलायम बूब्स के स्पर्श से एक बार तो लगा कि वो बहक जाएगा लेकिन उसने खुद को कॉनट्रॉल किया और प्यार से बूब्स दबाने ल्गा ... अप्प्नि उंगली एरॉटिक अंदाज मैं रीता के होंठ पर फिराने लगा ..रीता मदहोश होती जा रही थी फिर उसने रीता को चेर से खड़ा किया और दीवार की तरफमूह करके खड़ा कर दिया रीता मशीनी अंदाज़ मैं सब करती जा र्ही थी जैसी की सुरेश की गुलाम हो.. फिर सुरेश ने लोंग स्कर्ट के उपेर से उसकी योनि महसूस की जो थोडा गरम लग रही थी...फिर उसने नीचे से स्कर्ट मैं हाथ डाला और पॅंटी के उप्पेर हाथ रखा तो हाथ गीला हो गया उसका पतन हो चुका था लेकिन अगले राउंड के लिए वैसे ही तैयार थी फिर उस गीली रसीली योनि को उपेर से महसूस करने के बाद उसने पेट की तरफ से पॅंटी मैं हाथ डाल दिया .उसकी उंगलिया रीता जी झांतो मैं फंसकर रह गई लेकिन किसी तरह हाथ वो अंदर ले गया और दोनो फांको को अलग किया उसकी चूतइतनी गीली थी कि उसने हाथ निकाल कर उंगलियाँ चूस ली फिर पॅंटी उतार दी और रीता को आगे की ओर झुका दिया जिससे उसकी चूत के होंठ खुलकर सामने आ गये थे सुरेश ने अप्प्ने होंठ से उन्हे पाँच मिनूट चूसा ..रीता अब तक पागल हो चुकी थी...सुरेश प्लीज़ डॉल दो जल्दी अब सहन न्ही होता प्ल्ज़्ज़ तुम जो कहोगे मैं करूँगी...
सुरेश: न्ही रीता अभी मुझे जाना है अब कल ही मिलूँगा
रीता: प्ल्ज़ मुझे एसे छ्चोड़ कर मत जाओ मैं मर जाउन्गि
सुरेश: सॉरी रीता मैने कहा था ना कि तुम्हारे साथ न्ही कर पाउन्गा
रीता: प्ल्ज़ आज कर लो बाकी मैं याद रखूँगी
सुरेश: न्ही रीता बाइ..........
इतना कह कर सुरेश बाहर निकल गया और रीता ने जल्दी से ड्रॉयर मैं पड़े वाइब्रटर को निकाल कर योनि द्वार पर रखा और सत्त्त से नोक अंदर और स्विच ऑन करने के साथ ही रीता का काम हो गया....शांत हो कर रीता सोचने लगी
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