RE: Chudai Kahani ये कैसा परिवार !!!!!!!!!
रत्ना के दिल मैं तूफान उठ रहा था कि "आख़िर एसा क्यों" ? उसका पति किसी और का क्यों ?
जबकि अपनी कहानिया लड़कियाँ तुरंत भुला देती है खैर इन सब बातों का क्या मतलब रात को सुरेश के आते ही रत्ना ने दिन भर के गुस्से को ना जाने कैसे काबू कर लिया था कि लग ही न्ही रहा था कि सुबह से वो सुरेश पर भड़क रही थी ... कि आने दो ये करूँगी वो कहूँगी...
सुरेश ने आते ही कहा ..
लो मैं नये फ्लॅट की चाभी ले आया
रत्ना- हम न्ये घर मैं न्ही चलेंगे
सुरेश- लेकिन सुबह तो तुम गरम हो रही थी
रत्ना- गरम तो मैं अभी भी हू छ्छू कर देख लो
इतना कह कर रत्ना ने सुरेश का हाथ अप्प्नि चूत पर रख दिया
सुरेश ने बड़े प्यार से सहलाया और कहा
सुरेश- क्या बात है जान बहुत गरम हो रही हो आज क्या तुम्हारा भाई आया था
रत्ना- भाई का इससे क्या मतलब क्या भाई मुझे गरम करता है
सुरेश- क्या यार मैने तो एसे ही कहा है केवल
रत्ना- ये कोई कहने की बात है
सुरेश- तो क्या तुम्हारे भाई ने कभी कोशिश न्ही की तुम्हारे साथ करने की
रत्ना- सुरेश मैं तुम्हारे रोज़ के नाटक से थक गई हूँ तुम्हे एसि घरेलू संबंधो की बात करने मैं ज़्यादा मज़ा आता है क्या. मैं तो हूँ तुम्हारे पास फिर क्यों तुम अनैतिक सेक्स की बातें करते हो
सुरेश- क्योंकि मुझे अच्छा लगता है
रत्ना- तुम्हे केवल अप्प्नि फिकर है
सुरेश- एसी बात न्ही है मेरी जान अगर तुम ही न्ही हो तो मैं तो अकेला हूँ ना
रत्ना- तो फिर बार बार मेरे भाई और पापा की बाते क्यों करने लगते हो क्या तुम्हे अप्प्नि रत्ना पर भरोसा न्ही है ..
सुरेश- यार रत्ना देख मैने कई बार तेरे भाई को तुम्हारी पॅंटी सूंघते हुए और तुम्हारे बाथरूम मैं झाँकते हुए देखा है इसलिए कहता हूँ
रत्ना- धत्त्तत्त.........झूट
सुरेश- कसम से जान
रत्ना- मेरा भाई एसा न्ही है चलो भाई को देखा और पापा
सुरेश- उसकी तो पूछो न्ही , बुड्ढ़ा अप्प्नि लड़की के बारे मैं...
रत्ना- सुरेश ये ठीक न्ही है मेरे घर वाले एसे न्ही है
सुरेश- तो पूछ के देख लो अगर मुझ पर विश्वास न्ही है
रत्ना- ये कैसे पूछा जा सकता है
सुरेश- तो मेरी बात पर भरोसा करो ना जान
इतना कह कर सुरेश बाथरूम फ्रेश होने चला जाता है
रत्ना सोचती है " क्या सुरेश सच कह रहा है मेरे घर वाले मुझे चोदना चाहते है " छीईइ सुरेश कितना गंदा है
सुरेश वापस आकर पीछे से रत्ना को दबोच लेता है और पीछे से अप्प्ना खोंटा चुभाने लगता है
रत्ना- लगता है आज इरादे ठीक न्ही है ..पीछे से हटो वाहा नो एंट्री.
सुरेश- सब करवाती है ..केवल तुम्हे ...
रत्ना- कोन करवाती है और कितने लोगो के साथ कर चुके हो...
सुरेश ग़लती से जो बोल गया उसे दबाता है
सुरेश- अरे भाई मैं तो पॉर्न मूवीस की बात कर रहा था..
फिर सुरेश पीछे से मॅक्सी उठा कर पॅंटी नीचे करने को हाथ बदाता है लेकिन पॅंटी थी ही न्ही.
सुरेश- तो आज पूरी तैयारी के साथ हो
इतना कह कर बेड पर ले जाता है
और मॅक्सी उपर उठा देता है और उसकी कोमल नाज़ुक जगह देख कर पागल हो जाता है और मूह लगा कर चाटना स्टार्ट कर देता है... क्लाइटॉरिस को जीभ से सहलाने से रत्ना उततजीत हो जाती है
रत्ना- मुझे पेशाब लगा है हटो अभी वापस आती हूँ
सुरेश- न्ही मुझ पर कर दो
रत्ना- पागल हो क्या हटो
सुरेश- रानी मेरा आज बहुत मन है तुम्हारा पेशाब पीने का प्लीज़ मुझ पर पेशाब करो
रत्ना- तुम्हारा दिमाग़ खराब हो गया है कितना गंदा सेक्स चाहते हो
सुरेश- ये मेरी चाहत है पूरा करो मुझ पर मेरे मूह पर मूतो मैं पीऊंगा
रतना- गंदा लगेगा
सुरेश- लगने दो तुम करो बस
फ़ि सुरेश ज़मीन पर लेट जाता है और रत्ना को इस तरह मूह पर बैठाता है कि क्लाइटॉरिस उसके होंट पर आ जाती है रत्ना के गरम पानी से सुरेश तर हो जाता है और उस रात पूरा 4 बजे तक चुदाई चलती है फिर दोनो थक कर सो जाते है
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