RE: kamukta Sex kahaaniya किरण की कहानी
किरण की कहानी पार्ट--14
लेखक-- दा ग्रेट वोरिअर
हिंदी फॉण्ट बाय राज शर्मा
गतांक से आगे........................
बाथरूम से डॉली के चीखने की आवाज़ से मैं अपने सिंगपुर के सपने से बाहर आ गई और बाथरूम की तरफ दौड़ के गई तो देखा के डॉली टब के बाहर के हिस्से मे नीचे गिरी हुई है वो शाएद टब से बाहर निकल रही थी एक पैर टब के अंदर एक पैर बाहर होगा तो उसका पैर फिसल गया और उसके थाइस पे रगड़ आ गई और टांग मूड गई जिसकी वजह से उसको बोहोत दरद हो रहा था. मैं उसको नंगा ही उठा के अपने बेडरूम मे ले के आ गई और बेड पे बड़ा सा टवल बिछा के उसको टवल पे लिटा दिया और उसके बदन को उसी टवल से ड्राइ करते समय देखा के उसकी चूत तो मक्खन जैसी चिकनी और मलाई जैसे गोरी है बिना बावन वाली मोटे लिप्स की चूत जिसके दोनो लिप्स एक दूसरे से थोड़े से अलग हुवे वे चूत के अंदर से पिंक कलर बोहोत सेक्सी लग रही
थी मेरा मॅन कर रहा था के बस मैं इसकी चूत को चूम लू और अपनी ज़बान उसकी चूत के अंदर डाल के चाट डालु. मैं उसके बदन को ड्राइ कर के ऐसे ही टवल से लपेट दिया और पूछा के क्या हुआ तो वो बोली के आंटी मैं बाहर निकल रही थी तो मेरा पैर फिसल गया और मैं बाहर गिर गई और मेरे थाइ मे चोट लग गई. मैं ने देखा तो ऐसा कोई घाव तो नही था खून भी नही निकल रहा था पर थोड़ा पोर्षन रेड हो गया था शाएद मसल्स कुछ टूट गये होंगे तो मैं ने कहा के तुम फिकर ना करो मैं तुम्हारे थाइस पे ऑलिव आयिल की मालिश कर दूँगी तो थोड़ी ही देर मे तुम ठीक हो जाओगी तो उसने कहा ठीक है आंटी और बोली के यू आर सो स्वीट आंटी आप बोहोत अछी हो कितना ख़याल रखती हो मेरा, मेरी मम्मी के पास तो मेरे लिए टाइम ही नही है मैं अपनी तारीफ सुन के थोड़ा सा शर्मा गई और कहा नही डॉली ऐसी बात नही तुम देखो के तुम्हारे मम्मी और डॅडी दोनो काम करते है ता के तुम को अछी एजुकेशन दे सके और तुम्हारी हर इच्छा पूरी कर सके तो उसने कुछ कहा नही बस अपना सर हिला दिया.
मैं ऑलिव आयिल ले के आ गई और डॉली से कहा के मैं तुम्हारे थाइस पे तेल लगा के थोड़ी सी मालिश कर दुगी तो तुम ठीक हो जाओगी पर यह टवल तुम्हारे नीचे रहा तो यह खराब हो जाएगा मैं इसको निकाल देती हू और एक पुरानी बेडशीट बिछा देती हू तो उसने कहा ठीक है आंटी तो मैं ने टवल निकाल दिया और एक पुरानी बेडशीट उसके नीचे बिछा के उसको नंगा ही लिटा दिया और मैं उसके दोनो पैरो को फैला के बैठ गई तो उसने अपने हाथो से अपनी चूत को छुपा लिया तो मैं हंस पड़ी और कहा के अभी तो तुम से कहा था के फीमेल्स एक दूसरे से नही शरमाते तो फिर भी उसने अपना हाथ नही हटाया तो मैं ने कहा के देखो दोनो हाथ यहा रखने से तुम्हारे मौसम्बी जैसे चुचियाँ मुझे दिखाई दे रही है तो उसने दोनो हाथ चूत पे से हटा के चुचिओ पे रख लिए तो मैं ने कहा के देखो अब यह नज़र आ रही है तो वो हँसने लगी और कहा के आंटी आप भी तो कपड़े पहने हुए है वो भी तो खराब हो जाएगे अगर उनको तेल लग गया तो !! तो मैं ने हंस के कहा क्या मतलब है तुम्हारा ?? मैं भी अपने कपड़े उतार दू क्या >?? तो वो कुछ बोली नही बस हँसने लगी तो मुझे भी कुछ शरारत सूझी और कहा ठीक है तुम्है शरम आती है तो मैं भी अपने कपड़े निकाल देती हू और यह कहते हुए अपने हाथ से बैठे बैठे नाइटी को ऊपेर उठा के बदन से निकाल दिया और नंगी हो गई.
डॉली ने मेरा बदन देखा तो बोला के वाउ आंटी आप बोहोत ब्यूटिफुल हो तो मैं ने कहा के तुम्हारी मम्मी भी तो ब्यूटिफुल है वो भी तो आंग्लो इंडियन है और ब्यूटिफुल है तो उसने कहा
के हां है तो सही पर आप जितनी ब्यूटिफुल नही आप तो बोहोत ही ब्यूटिफुल हो और मेरी चुचिओ की तरफ इशारा कर के बोली के मेरी मम्मी के यह भी ढीले है आपके देखो कैसे शेप मे है और फिर मेरी चूत की तरफ इशारा कर के कहा के यह देखो आपके यहा तो एक भी बॉल नही है और मेरी मम्मी के यहा तो बोहोत बॉल है इतने बॉल के नीचे कुछ नज़र ही नही आता तो मैं ने कहा के तुम ने कब और कैसे देखा तुम्हारी मम्मी को तो उसने बोला के बोहोत बार देखा बाथरूम से बहेर आते हुए और कपड़े चेंज करते हुए तो मैं समझ गई के डॉली के घर का महॉल बिल्कुल फ्री है तो मैं ने पूछा पापा का भी कुछ देखा तो उसने कहा के हा बोहोत टाइम देखा है कपड़े चेंज करते टाइम पे और कभी सोने के टाइम पे कियों के आंटी मेरे मम्मी और पापा दोनो बिल्कुल नंगे सोते है बेड मे तो मैं हैरान रह गई फिर सोचा के हो सकता है और नंगे सोने मे कोई ग़लत बात भी तो नही है. मैं ने पूछा और क्या क्या देखा है तुम ने तो उसने कहा के मैं ने तो बोहोत कुछ देखा है आंटी. कभी पापा को मम्मी के ऊपेर और कभी मम्मी को पापा के ऊपेर चढ़े हुए भी देखा है और कभी जब उनके बदन से ब्लंकेट हट जाती तो देखा के दोनो नंगे एक दूसरे के ऊपेर चढ़ के उछलते हैं. मैं ने पूछा तुम ने कैसे देखा तो डॉली ने कहा के पहले मैं मम्मी डॅडी वाले रूम मे ही सोती थी ना मेरा बेड अलग था तो मैं ने वही से देखा. मैं समझ गई के डॉली ने दोनो को चुदाई करते देखा और यह सोचते सोचते मुझे अपनी चुदाई याद आ रही थी जैसे कभी मैं एसके पे और कभी एसके मुझ पे चढ़ के उछल उछल के चोद रहे होते है यही सोचती रही और पाने ख़यालो मे गुम हो गई.
डॉली ने कहा के क्या हुआ आंटी ?? तो मैं अपने सपनो से बहेर आ गई और उस से कहा के नही कोई ख़ास बात नही मैं तुम्हारी मम्मी और पापा के बारे मे सोच रही थी के नंगे कैसे सो ते होंगे और बात को ऐसे ही बना डाला. मैं अपने लेग्स फोल्ड कर के उसके दोनो पैरों के बीचे मे बैठी थी और उसके दोनो लेग्स स्प्रेड कर के तेल दोनो थाइस पे डाल दिया और धीरे धीरे पहले तो तेल स्प्रेड किया और फिर मालिश करने लगी उसके दोनो पैरो को अपने मुड़े हुए थाइस पे रख लिया और डॉली को थोड़ा सा अपनी तरफ खेच लिया जिस से वो थोड़ा सा सामने खिसक आई और उसकी चूत के दोनो लिप्स खुल गये तो देखा के उसकी चूत अंदर से बोहोत पिंक है और छोटी सी क्लाइटॉरिस चूत के ऊपेर टोपी (कॅप) की तरह है और चिकनी चूत मस्त लग रही थी
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