RE: kamukta Sex kahaaniya किरण की कहानी
एसके ने कहा के अब तुम सीधे लेट जाओ तो मैं ऐसे ही लेट गई टाँगें चौड़ी कर के स्प्रेड कर ली एसके मेरे टाँगो के बीच मे घुटनो के बल बैठ गये और मेरे बदन पे तेल डालना शुरू किया. सारे बदन पे तेल डाला. चुचियो की गोलाई मे और नवल के सुराख मे और चूत के पास तक डाल दिया और डिब्बा एक तरफ रख के मालिश करना शुरू कर दिया. सारे बदन पे हाथ से तेल को फैला दिया और मालिश करने लगे चुचिओ को मसल ते रहे सारा बदन स्लिपरी हो गया बोहोत मज़ा आने लगा और बदन बोहोत लाइट महसूस होनेलागा. मेरी चिकनी चूत को देख के उनका लंड फिर से तन तना कर खड़ा हो गया था और मेरी चूत देख के उनके लंड के मूह मे प्री कम का पानी आने लगा था. हम दोनो एक दूसरे की आँख से आँख मिला के एक दूसरे को घूर रहे थे दोनो नंगे थे बोहोत अछा लग रहा था. एसके बड़ी ज़बरदस्त मालिश कर रहे थे मेरे बदन मे मस्ती चढ़ रही थी मेरी चूत जूस के निकलने से गीली हो चुकी थी. उनका लंड मेरी चूत के सामने
एक टाइम जब वो झुक के मालिश कर रहे थे और उनका लंड मेरे चूत के सामने ही था तो उनका हाथ फिसल गया, मेरे लेग्स तो स्प्रेड ही थे जिस से चूत खुली हुई थी और जब उनका हाथ फिसला और वो बॅलेन्स आउट होने की वजह से सामने की तरफ फिसल गये तो उनका लंड एक ही झटके मे मेरी चिकनी चूत के अंदर घुसता चला गया. मेरी आँखें एक दम से बहेर निकल आई मैं उनका लंड चूत के अंदर एक्सपेक्ट नही कर रही थी. एसके ने थोड़े झटके मारे और जब मेरी चूत ने उनके लंड को अड्जस्ट कर लिया और मुझे मज़ा आने लगा तो एसके ने अपना आकड़ा हुआ लंड बहेर निकाल लिया. मैं ने कहा अरे यह कियों एसके रहने दो ना अंदर ही अछा मज़ा आ रहा है तो उसने बोला रूको अभी चोद्ता हू थोड़ी देर मैं पहले अछी तरह से मालिश तो कर लूँ तो मैं ने कहा ठीक है.
फिर एसके ने कहा अब तुम बेड पे उल्टा लेट जाओ और पिल्लो निकाल दो और अपने हाथो को अपने मूह के सामने फोल्ड कर के रख लो तो मैं वैसे ही लेट गई जैसा एसके ने बोला था. अब मैं उल्टा लेटी हुई थी इसी लिए एसके को नही देख सकती थी. एसके ने फिर मेरे पीछे पीठ (बॅक) पे ऑलिव आयिल डाला और स्प्रेड कर दिया शोल्डर्स के पास और फिर पीठ पे और फिर मेरे गोल गोल चूतदो पे तेल डाल के स्प्रेड कर दिया ताकि तेल नीचे ना गिरे और फिर मेरी टाँगें स्प्रेड कर के वो मेरी टाँगो के बीचे मे फिर से घुटनो के
बाल बैठ गया और झुक के मेरे शोल्डर्स की मालिश करने लगा दोनो हाथो से. आयिल बोहोत चिकना था उसके हाथ आसानी से फिसल रहे थे. मुझे बोहोत अछा लग रहा था बदन मे मस्ती चढ़ रही थी मेरी आँखे बंद हो रही थी. एसके ने मेरे पेट से थोड़ा नीचे छूत के पास फिर से पिल्लो रख दिया जिस से मेरे चूतड़ ऊपेर उठ गये. अब एसके मेरे दोनो चूतदों को मसल रहे थे दबा रहे था ज़ोर ज़ोर से. थोडा और तेल डाल दिया और थोड़ा तेल मेरी गंद खोल के उसके सुराख मे भी डाल दिया. अब एसके मेरी टाँगो के बीचे मे अपने पैर फोल्ड के के बैठे थे ऐसी पोज़िशन मे उनके लंड का सूपड़ा कभी मेरी चूत से टकराता तो कभी गंद से. वो आधा उठ उठ के मालिश कर रहे थे और अब तो चूतदो को मसल रहे थे मुझे बोहोत मज़ा आ रहा था. दोनो चूतड़ खोल खोल के गंद मे भी तेल डाल के अपनी उंगली गंद मे अंदर बहेर करते तो और ज़ियादा मज़ा आता.
एसके ने अपना लंड तेल के डिब्बे मे डाल के पूरी तरह से तेल से भर लिया और मेरे ऊपेर आ गये और चूतदों के बीच मे लंड रख के मेरे ऊपेर झुक गया और मेरे शोल्डर्स को मालिश करने लगे. उनका लंड दोनो चूतदो के बीच मे ऊपेर नीचे ऊपर नीचे हो रहा था कभी कभी लंड का सूपड़ा फिसल के चूत के सुराख मे घुस्स जाता तो मुझे बोहोत मज़ा आता और कभी फिसल के गंद के सुराख मे अटक जाता तो मुझे तकलीफ़ होती पर मैं ने कुछ कहा नही कियों के तकलीफ़ उतनी ज़ियादा नही होती थी. उनका लंड चूतदों की खाई (वॅली) मे बिना गंद के सुराख मे घुसे के ऊपेर नीचे हो रहा था. अब वो फिर से मेरे बदन पे झुका हुआ था और पीठ की मालिश कर रहा था जिस से उसका लंड गंद के सुराख से टकरा रहा था. उसने खूब बोहोत सा तेल फिर से मेरी गंद मे डाल दिया और अपने लंड के सूपदे को गंद के सुराख मे घुसा के ऊपेर से तेल टपकाने लगा जिस से तेल डाइरेक्ट उसके सूपदे पे और गंद के छेद मे गिरता हुआ मुझे महसूस हो रहा था और ऐसे ही करते करते वो प्रेशर दे रहा था तो सूपड़ा पूरा अंदर चला गया. मेरी गंद खुल बंद हो ने लगी. उसने कहा रिलॅक्स किरण तो मैं चौंकी और कहा नही एसके प्लीज़ गंद मे नही डालना नही तो मैं मार जाउन्गि तो एसके ने कहा तुम फिकर ना करो किरण तुम्है कोई तकलीफ़ नही होगी मैं गॅरेंटी देता हू तो मैं ने कहा नही प्लीईएआसए तो एसके ने कहा के तुम हमारी शर्त को भूल रही हो तो मैं ने पूछा कैसी शर्त. एसके ने कहा ओह तुम मेरी शर्त भूल गई क्या रात यही गुज़ारने की तो मुझे अचानक याद आगेया और मैं घबरा गई तब समझ मे आया के यह किस शर्त की बात कर रहे हैं पर अब क्या हो सकता था और अब मुझे यकीन हो गया के आज मेरी गांद की खैर नही
एसके मेरी गंद मारे बिना छोड़ने वाले नही. मैं डर रही थी पर कुछ कर भी नही सकती थी.
पर क्या कर सकती थी एसके की मिन्नते करने लगी के प्लीज़ गंद मारने को छोड़ के कोई भी शर्त मंज़ूर है तो उसने कहा अब नही हो सकता तुम ने कहा था के तुम्है मेरी हर शर्त बिना सुने के मंज़ूर है. एसके ने कहा देखो किरण आज तो मैं तुम्हारी गंद मारूँगा ज़रूर और अगर तुम अपनी गंद को टाइट करोगी तो तुम्हाई थोड़ी तकलीफ़ होगी. थोड़ी सी इस लिए के तुम्हारी गंद मे फुल तेल लगा हुआ है और अगर तुम अपनी गंद को बिल्कुल रिलॅक्स कर दो गी तो बिल्कुल भी तकलीफ़ नही होगी और लंड ईज़िली गंद के अंदर फिसल जाएगा कियॉंके मेरे लंड को और तुम्हारी गंद को तेल से चिकना कर चुका हू तो बहतेर यही है के तुम रिलॅक्स हो जाओ और गंद मे लंड लेने का मज़ा लो. मैं ने सोचा के आज तो मेरी गंद इस लोड्े से नही बच सकती तो कियों नाएसके जैसे कहता है मैं वैसे ही करती रहू. यह ख़याल आते ही मैं ने अपनी गंद को रिलॅक्स कर दिया और गहरी गहरी सांस लेने लगी जिस से मेरी गंद कुछ रिलॅक्स हुई. मैं ने फिर कहा देखो एसके बोहोत धीरे करना नही तो मेरी गंद फॅट जाएगी तो एसके ने हंस के कहा तो क्या हुआ चूत भी तो फॅट चुकी है तुम्हारी अब अगर गंद भी फॅट जाएगी तो क्या प्राब्लम है. मैं ने कहा मुझे बोहोत दरद होगा तो उसने कहा के तुम गंद को रिलॅक्स रखो इस से तुम्है कोई दरद नही होगा ओके तो मैं ने भी कहा ओके.
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