RE: Sex Hindi Kahani जीजा साली का प्यार
जीजा साली का प्यार--2
गतान्क से आगे,,,
वह धीरे धीरे बुदबुदाने लगी. "ओह. आ... मज़ा आ रहा है जीजू...और ज़ोर ज़ोर से मेरी चूची को चूसिए.. अयाया...आपने ये क्या कर दिया? ओह... जीजू.
अपनी साली को पूरी तरह से मस्त होती देख कर मेरा हौसला बढ़ गया. मैने कहा, कामिनी मज़ा आ रहा है ना?
हा जीजू बहुत मज़ा आ रहा है. आप बहुत अच्छी तराहा से चूची चूस रहे है." कामिनी ने मस्ती मे कहा.
आअब तुम मेरा लॅंड मूह मे लेकर चूसो, और ज़्यादा मज़ा आएगा", मैने कामिनी से कहा.
ठीक है जीजू. "
वो मेरे लंड को मूह मे लेने के लिए अपनी गर्दन को झुकाने लगी तो मैने उसकी बाह पकड़ कर उसे इस तरह लिटा दिया कि उसका चेहरा मेरे लंड के पास और उसके चूतड़ मेरे चेहरे की तरफ हो गये.
वो मेरे लंड को मूह मे लेकर आइसक्रीम की तरह मज़े से चूसने लगी. मेरे पूरे शरीर मे हाई वोल्टेज का करंट दौड़ने लगा. मैं मस्ती मे बड़बड़ाने लगा.
हा कामिनी, हा.. शाबाश.. बहुत अच्छा चूस रही हो, ..और अंदर लेकर चूसो."
कामिनी और तेज़ी से लंड को मूह के अंदर बाहर करने लगी. मैं मस्ती मे पागल होने लगा.मैने उसकी स्कर्ट और चड्धी दोनो को एक साथ खींच कर टाँगो से बाहर निकाल कर अपनी साली को पूरी तरह नंगी कर दिया और फिर उसकी टाँगो को फैला कर उसकी चूत को देखने लगा.
वाह! क्या चूत थी, बिल्कुल मक्खन की तरह चिकनी और मुलायम. छोटे छोटे हल्के भूरे रंग के बाल उगे थे.
मैने अपना चेहरा उसकी जाँघो के बीच घुसा दिया और उसकी नन्ही सी बुर पर अपनी जीभ फेरने लगा. चूत पर मेरी जीभ की रगड़ से कामिनी का शरीर गनगना गया. उसका जिस्म मस्ती मे कापने लगा.
वह बोल उठी. "हाय जीजू.... ये आप क्या कर रहे है... मेरी चूत क्यो चाट रहे है...आ... मैं पागल हो जाऊंगी... ओह.... मेरे अच्छे जीजू... हाय.... मुझे ये क्या होता जा रहा है."
कामिनी मस्ती मे अपनी कमर को ज़ोर ज़ोर से आगे पीछे करते हुए मेरे लंड को चूस रही. उसके मूह से थूक निकल कर मेरी जाँघो को गीला कर रहा था. मैने भी चाट-चाट कर उसकी चूत को थूक से तर कर दिया था. करीब 10 मिनट तक हम जीजा- साली ऐसे ही एक दूसरे को चूसाते चाटते रहे.
हम लोगो का पूरा बदन पसीने से भीग चुका था. अब मुझसे सहा नही जा रहा था.
मैने कहा. " कामिनी साली अब और बर्दाश्त नही होता. तू सीधी होकर, अपनी टांगे फैला कर लेट जा. अब मैं तुम्हारी चूत मे लंड घुसा कर तुम्हे चोद्ना चाहता हू.
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