RE: Antarvasna sex stories चुदाइ का दूसरा रूप
चुदाई का दूसरा रूप--3
गतान्क से आगे.....................
मैने प्यार से उसका हाथ पकड़ा और कहा - देखो सारा........ हम दोस्त हैं.
अगर तुम मुझे कुछ बताना या कहना चाहती हो तो मैं हूँ यहाँ तुम्हारे लिए.
अगर तुम्हे कोई दुख है तो बाँटने से हल्का हो जाएगा.
अचानक, सारा रोने लगी. मैने उसको गले से लगाया और वो मेरे कंधे पर अपना
सिर रख कर लगातार रोए जा रही थी. मैने उसको कुछ देर रोने दिया ताकि वो
हल्का महसूस करे. कई लोग हमारी तरफ देखने लगे थे और सारा ने भी ये महसूस
किया.
स्रो बोली - अगर तुम कुछ देर फ्री हो तो मेरे रूम मे चलते हैं.
मैं - ज़रूर. चलो चलते है.
मैने अपनी मा को मेरे मोबाइल से फोन कर्दिया की मैं अपनी कॉलेज की दोस्त
के साथ हूँ और मुझे घर आने मे थोड़ा वक़्त लगेगा.
हम दोनो उसी होटेल मे, सारा के रूम मे आ गई.
मैं सोफा पर बैठी थी और ये देख कर मुझे आस्चर्य हुआ की सारा ने खुद के
लिए ब्लॅक लेबल का एक पेग बनाया और मुझसे ड्रिंक के लिए पुच्छा. मैने
उससे कहा कि मैं उसका साथ देने के लिए हल्की बियर ले लूँगी. अब वो ठीक थी
और रो नही रही थी. मैं समझ गई थी की वो अपनी शादी से या पति से खुश नही
है. एक दोस्त होने के नाते मैं जो भी संभव हो, उसके लिए करना चाहती थी.
अपना विषकी का पेग और मेरे लिए बीआर ले कर हम पास पास सोफा पर बैठ गयी.
मुझे फिर से आस्चर्य हुआ जब उसने सिगरेट सुलगाई.
मैने सारा के अंदर बहुत बदलाव देखा. सारा, जो कॉलेज मे एक शर्मीली लड़की
थी, जिसको मैं जानती थी, आज वो अलग ही सारा थी. कॉलेज मे सारा एक बहुत
अच्छी, सुंदर, शर्मीली लड़की थी. उसका कोई बाय्फ्रेंड नही था. कई लड़के
उसके पीछे पड़े थे मगर उसने किसी लड़के से दोस्ती नही की. मेरी जो भी
लड़कियाँ कॉलेज मे दोस्त थी, वो हमेशा चुदाई के बारे मे बात करती थी मगर
सारा ने कभी ऐसी बातों मे भाग नही लिया. उस का तो बस एक ही शौक था, वो था
तैरना, स्विम्मिंग. वो अपने मा बाप की पसंद के लड़के के साथ ही शादी करना
चाहती थी, और वो अपनी शादी के समय कुँवारी ही थी, यानी उसने कभी भी, किसी
से नही चुदवाया था. कॉलेज की पढ़ाई ख़तम करने के बाद मैं ज़्यादा उसके
संपर्क मे नही थी.
थोड़ी देर खामोश रहने के बाद सारा ने मुझे अपनी शादीशुदा जिंदगी की भयानक
कहानी सुनाई. मैं वो सब सुनकर दंग रह गई. उसकी कहानी सुनकर मैं कुछ नही
बोल पाई क्यों कि मैं उसके लिए कुछ नही कर सकती थी. उसकी जिंदगी तो एक
नर्क थी. मैं आगे आप को सारा की जिंदगी का कड़वा सच बताने जा रही हूँ जो
मुझे सारा ने बताया था.
ये तो आप समझ ही गये होंगे की सारा उसका असली नाम नही है. ये नाम तो मैं
सिर्फ़ उसके बारे मे लिखने के लिए इस्तेमाल कर रही हूँ.
सारा एक बहुत सुंदर, शर्मीली और लड़कों से हमेश दूर रहने वाली लड़की थी.
उस के पिताजी का ज़मीन जायदाद खरीदने बेचने का धंधा था और वो अपनी सुंदर
बेटी सारा की शादी के लिए किसी अच्छे लड़के की तलाश मे थे. इस तरह सारा
की शादी मुंबई के एक बड़े व्यापारी के सुंदर लड़के के साथ पक्की हो गई.
और फिर जल्दी ही उसकी शादी भी हो गई.
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