RE: Antarvasna sex stories चुदाइ का दूसरा रूप
सारा तुरंत जवाब नही दे पाई. मैने उसके चेहरे पर एक दर्द देखा. मैने उसकी
आँखो मे भी पानी देखा.
सारा बोली - मेरी शादीशुदा जिंदगी अच्छी चल रही है. अपनी सूनाओ. तुम भी
तो गोआ मे हो, तुम्हारे पति कहाँ है?
मैं - हां यार. मैं यहाँ पिताजी की काम मे सहायता करने आई हूँ. जल्दी ही
मैं देल्ही अपने पति के पास जा रही हूँ, दो तीन दिन मे.
सारा - तुम को ज़रूर अपने पति की याद आती होगी.
मैं - हां सारा. याद तो बहुत आती है उनकी. वो मुझे और मैं उनको बहुत
प्यार करतें है.
सारा - किस्मत वाली हो जूली.
मैं - हां. लेकिन सारा! तुम खुश नही लग रही हो.
सारा - नहीं. मैं खुश हूँ.
मैने एक बार फिर उसकी आँखों मे पानी देखा.
क्रमशः........................
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