RE: रिश्तों में चुदाई तीन बहनों की चुदाई
प्रोफ़ेसर. अमित इन
तीन बहनो को देख कर घबराहट का नाटक करने लगा फिर उठ कर टी.वी. ऑफ कर दिया और बोला, "आरे! अचानक तुम लोग यान्हा कैसे?" तीनो बहने एक साथ प्रोफ. अमित से पूछी, "सर, आप टी.वी. पर क्या देख रहे
थे?" प्रोफ. अमित ने उन तीनो बहनो के चेहरे देख कर उनके मन की बात पहचान ली और उनसे पूछा, "हम जो कुछ टी.वी. पर देख रहे थे, क्या तुम लोग भी देखना चाहोगी?" तीनो बहनो ने एक साथ अपना अपना सिर हिला कर हामी भर दी. प्रोफ. अमित ने फिर टी.वी. ऑन कर दिया और सब लोग पलंग और सोफा पर बैठ कर ब्लू फिल्म देखने लगे. अमित एक सोफा पर बैठे थे और उनकी बगल वाली सोफा पर निधि और नंदिनी बैठी
थी और पलंग पर नीता बैठी थी. उधर प्रोफ. अमित ने देखा कि ब्लू फिल्म की चुदाई का सीन देख कर तीनो बहनो का चेहरा लाल हो गया और उनकी सांस भी ज़ोर ज़ोर से चल रही थी. उनकी साँसों के साथ साथ उनकी चुचियाँ भी उनके कपड़ो के अंदर उठ बैठ रही थी. क्या हसीन नज़ारा था. एक साथ तीन जोड़ी चुचियाँ एक साथ उठ बैठ रही थी और साँसे गर्म हो रही थी. कुछ देर के बाद नीता, जो कि इन बहनो मे सबसे बड़ी थी, अपना हाथ अपने बदन पर, चूंची पर फेरने लगी. प्रोफ़्फ. अमित उठ कर नीता के पास पलंग पर बैठ गये. उन्होने पहले नीता के सिर पर हाथ रखा और एक हाथ से उसके कंधो को पकड़ लिया. इससे नीता का चेहरा प्रोफ़्फ. अमित के सामने हो गया. अमित ने धीरे से नीता के कानो पास अपना मुँह रख पूछा, "क्या बहुत गर्मी लग रही है, पंखा चला दूं? नीता बोली, "नही ठीक है," और फिर अमित सर के चेहरे को आँखे गढ़ा कर देखने लगी. अमित ने पलंग से उठ कर पंखा फुल स्पीड मे चला दिया. पंखा चलते ही नीता की साड़ी का आँचल उड़ने लगा और उसकी दोनो चुचियाँ साफ साफ दिखने लगी.
अमित फिर पलंग पर नीता के बगल मे अपने जगह बैठ गये. उन्होने नीता का एक हाथ अपने हाथ मे ले लिया और धीरे से पूछा, "क्या मैं तुम्हारे हाथ को चूम सकता हूँ?" नीता ये सुनते ही पहले अपनी बहनो की तरफ देखी और फिर अपना हाथ अमित के हाथों मे ढीला छोड़ दिया. अमित ने भी फुर्ती से नीता का हाथ खीच कर उसकी हथेली पर एक चुम्मा दे दिया. चुम्मा दे कर वो बोले, "बहुत मीठे हैं तुम्हारे हाथ और हमे मालूम है कि तुम्हारे होठों का चुम्मा इससे भी मीठा होगा." ये कह कर अमित नीता की आँखो मे देखने लगे. नीता तो पहले कुछ नही बोली, फिर अपना हाथ अमित के हाथों से खींचते हुए अपना मुँह उनके पास कर दिया और बोली, "जब आपको मालूम है कि मेरे होठों का चुम्मा और भी मीठा होगा और आपको शुगर की बीमारी नही है, तो देर किस बात की और मीठा खा लीजिए." नीता की बात सुन कर अमित ने अपने होंठ नीता के होंठो पर रख दिए. फिर उन्होने अपने होंठों से नीता के होंठ खोलते हुए नीता का निचला होंठ चूसने लगे. नीता ने अपने होंठ चुसाइ से गर्म हो कर अमित के कंधों पर अपना सिर रख दिया. अमित ने नीता का रिक्षन देख कर धीरे से अपना हाथ बढ़ा कर नीता
की एक चूंची को ब्लाउज के उपर से पकड़ लिया. अमित एक हाथ से नीता की एक चूंची सहला रहे थे और दूसरे हाथ से उसकी चुतड पर फेर रहे थे. नीता उनकी इस हरकत पर पहले तो थोड़ा कस्मसाइ और अपनी
बहनो की तरफ देखती हुए उसने भी अमित को ज़ोर से अपनी बाहों मे भींच लिया. अमित ने अब नीता की दोनो चूंचियो पर अपने दोनो हाथ रख दिए और नीता की दोनो चूंचियों को पकड़ कर मसल्ने लगा. ये पहली बार था कि किसी मर्द का हाथ नीता के शरीर को छू रहा था. वो बहुत गरमा गयी और उसकी साँसे ज़ोर ज़ोर से चलने लगी. अमित नीता की चूंचियों को मसल्ते हुए नीता के होठों को चूमने लगा. अमित इधर नीता को चोदने की तैयारी कर रहा था कि उसने देखा कि निधि और नंदिनी भी अपने अपने बदन सहला रही है और बड़े गौर से अमित और नीता की चल रही जवानी का खेल देख रही है. अमित समझ गया कि वो अब इन तीनो बहनो से कुछ भी कर सकता है और ये तीनो बहने अब उसके काबू मे हैं और वो जो भी चाहेगा वही कर सकता है. अमित ने फिर से अपना ध्यान नीता के शरीर पर डाला.
क्रमशः………………………….
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