RE: Antarvasna sex stories मेरी बीबी की सहेली
मेरी बीबी की सहेली पार्ट--2
गतान्क से आगे......... मेरी वाइफ फिर चिल्लाने लगी थी अरे मेरे चोदु
जीजू मेरी चूत मे आग लगा रखी है तुमने. साले गान्डू भोसड़ी वाले, मदर्चूद
चोद्ता क्यों नही है.... हाईईइ ऐसे ही और तेज़्ज़ और तेज़्ज़ मैं भी
स्पीड जितनी बढ़ा सकता था बढ़ा दिया उसका क्लाइटॉरिस अंगूर के दाने जैसा
बाहर निकलने लगा था उसकी चूत फिर से तय्यार हो गई थी ........ इधर मेरे
सेल पर सब कुछ सुन रही ज्योति की हालत भी खराब हो चुकी थी और वो भी
बिल्कुल नंगी होकर अपनी चूत मैं मूली डॉल कर चूत को चोद रही थी और सोच
रही थी कब उसको लंड मिले गा. मेरी वाइफ ने कहा " रोज तू मेरे ऊपर चढ़ कर
चुदाई करता है मदर्चोद आज मैं तेरे को चोदुन्गी साले बहुत तरसाता है तेरा
यह हल्लभी लॉडा......." सागर मे और कोई नही है ऐसे लॉड वाला.... मैने कहा
चोद ना छीनअल्ल ज्योति........'''' अभी कहा पहले तो मैं इससे अपने मूह की
प्यसस बुझऊन्गी. फिर चूत चुडआवोवानंगियी रे मदर्चोद तूने अपने लंड को
मेरी चूत से पहले झरने दिया तो फिर अंज़ाम बहुत बुरा होगा......... मैने
मोबाइल के पास मूह करके कहा ' अरे मेरी ज्योति रानी जल्दी से मेरे लॉड को
अपनी काली चूत मे घुस्वाओ...." मेरे गुलाबी लंड को काली चूत बहुत पसंद है
हल्की सी झांते और हो चूत पर तो और भी मज़ा आता है. इतने मे मेरे लंड पर
गरम गरम और गीला गीला महसूस हुआ मैने देखा तो मेरी वाइफ मेरा लंड किसी
महीनो भूके भिखारी जिसको अचानक छप्पन भोग मिल गया हो की माफिक चूस और चाट
रही थी. उसके चाटने से उसके मूह चुक्क्क, पच चित्त जैसी नसीली आवाज़े आ
रही थी और मेरा लंड बहुत ही कड़क होता जा रहा था. अब और चटवाना मेरे बस
की बात नही रह गया था तो मैने अपनी वाइफ के बाल पकड़े और उसको ज़बरदस्ती
बेड पर पटक दिया और उसकी टांगे फैलाकर उसके हाथ उसकी टाँगो मे फसा दिए
जिससे मेरे हाथ फ्री हो सके और मैने अपना लंड उसकी चूत के छेद पर टीका
दिया और उसका मूह सेल के पास कर दिया जिससे जब मैं लंड पेलू तो मेरी वाइफ
की चीख ज्योति सुन सके...... और एक ही धक्के मे मैने लंड पेल दिया.... "
मेरी वाइफ चिल्ला पड़ी...... मार गैईईइ रेयीयियी मम्मि ललल्ल्ल्लाआ मुझे
बचा लूऊऊऊऊऊओ शियीयियैआइयैआइयैआइयैयीयीयियी इस मदर्चूद ने तो आज फिर से
मेरी चूत फार दीईइ'''''''''' ज्योति यह सुनकर और गरमा गई थी और तेज़ी से
मूली अपनी चूत मैं अंदर बाहर कर रही थी मेरी वाइफ जितना चिल्लती मुझे
अपना सपना सच होने की उतनी उम्मीद बढ़ रही थी...... मैं आज बड़ी ही
बेरेहमी से अपनी वाइफ को चोद रहा था.. ... मेरी वाइफ को भी ऐसे ही
चुदवाना पसंद था '' उसको चुदवाते वक़्त बिल्कुल जंगंग्ली जानवरों जैसा
सलूक और देसी गंदी गंदी गालिया के साथ मस्त लंड से चुदवाने मे बहुत मज़ा
आ रहा था..... अब वो मेरे लंड का मज़ा लेने लगी थी और अपनी चूत मेरे हर
धक्के पर उछाल रही थी... कहती जा रही थी.... हाअ ऐसे ही चोद्द्द अरे ज़ोर
से क्यों नही चोद्ता... भोसड़ी वलाअ..... और्र ज़ोर से.... ज्योति की
बुर्र कैसे मारेगा...... मदर्चूद्द्द... चोद ना साले ज़ोर से. वो हुमच
हुमच कर चुदवा रही थी... उसकी चूत बार बार पानी छोड़ रही थी. मैने अब
अपनी वाइफ की चूत मे लंड डाले हुए ही उसको जिस ओर सिरहाने मोबाइल रखा था
उस तरह उसका मूह करके करवट दिलवा दिया ' अरे राजा तुम तो चुदाई मे मास्टर
आदमी हो लंड चूत से निकालते भी नही हो और करवट भी दिलवा दिया'..... हीइ
सीईईईईई जल्दी चोदूऊओ'''' शियीयियैआइयैयीयीयियी और ज़ोर से चोदो भोसड़ी
वाले. मैने कहा "मेरी प्यारी कल्लो ज्योति रानी जल्दी किस बात की है अभी
तो मैं तुम्हारी चूत ही मार रहा हू फिर इसके बाद तो तुम्हारी गांद का
नंबर है" ....बोली "ठीक है पर तुम मुझे झराऊ तो तभी तो गांद
मर्वऊन्गीइ...." मैने उसका एक पैर उठा कर अपनी कमर पर रख लिया जिससे मैं
उसकी पीठ से चिपक गया अब मैं चोद्ते हुए उसकी पीठ से चिपका रह सकता था और
उसके माम्मे भी मसल सकता था और साथ ही साथ चूत मे गहराई तक धक्के भी पेल
सकता था.... सो मैने ऐसा ही कियाअ.... मैने कहा 'री मेरी रंडी छीनअल्ल
ज्योतीईई कितना तडपाएगी मदर्चोद बहुत दीनो से तड़प रहा हू ले " और मैं
गहरे गहरे धक्के लगाने लगा और उसके मम्मे लगभग वैसे है जैसे किसी पेड़ की
डाली मरोद्ते है ऐसे मसल्ने लगा... वो दर्द और प्लेषर मे शाइयियी और सीयी
कर रही थी... ''''सीईईईईई..... हाआ मेरे चोदु रजाआ.... मेरे लंड बहादुर
ख़ासम्म्म्म चोदो और तेज़्ज़्ज़ मेरे इन दूधू को उखाड़ कर खा जाओ......
इन पर सबकी नज़र होती है...... तुम्हारी डार्लिंग ज्योति भी इनकी दीवानी
हाईईईईईईई''' और्र मस्लो दबाऊ मैं उसकी गर्दन के पीछे लिक्क भी कर रहा था
वो एसक्सिटी मे चिल्ला रही थी वो ऑर्गॅज़म के बेहत नज़दीक थी हाआ ऐसे ही
चोदो फाड़ दो मदारचूड्दद मेरी चूत और घुसेदो पूरा डाल दो मैं आने वाली हू
शियीयियीयियी और चोदो तेज़ी से मैने अपनी स्पीड बहुत तूफ़ानी कर दी और
मैं भी झरने के करीब पहुच ता जा रहा था तभी मैने कहा हाईईइ मेरी ज्योति
तुम्हारी चूत बहुत सुन्दर है तुम्हारी पेशाब का टेस्ट बहुत अछा है अरी
मदर्चूदीइ छिनाल्ल्ल ले और ले मैं गहरे गहरे धक्के लगा रहा था.. वो मेरे
बाल खीच रही थी और नोच भी रही थी झरने के बिल्कुल करीब थी..... शियैयीयी
ममी इसने मेरी चूत मे क्या कार्दियाआअ...... आआआआआ हूंम्म्मममम कोइइ तो
बचाऊऊऊ आआआअ और पेलूऊऊ मैने पूरा लंड खीचा और बहुत ताक़त से पूरा का पूरा
थूस दिया इसी जोरदार धक्के मे वो झरना शुरू हो गई और मैने तूफ्फानी धक्के
मारे वो बहुत जोरो से झड़ी थी आज्ज्जज अब मेरी बारी थी झरने की सो मैने
उसको सीधे पीठ के बल लिटा कर तूफ़ानी धक़्की मारे और पूरा लंड सिर्फ़
सूपड़ा छोड़ कर बाहर खीच कर उसकी चूत की जड़ तक पेल दिया और रुक गया जहा
जाकर मेरे लंड ने फव्वारा छोड़ना चालू किया.. आज तो कुछ ज़्यादा ही
फव्वारे चल रहे थे जिस्को मेरी वाइफ भी महसूस कर रही थी जब मैं झार चुका
तो मैं लंड बाहर खीचने लगा.. मेरी वाइफ बोली क्यों आज मेरी चूत मे पेशाब
नही करना मैने कहा आज नही आज तो तुम्हारी गांद फाड़ दूँगा इसलिए अब तुम
उठो और जाओ पहले मूतो और फिर टट्टी करके आना जल्दी उठो..... मैने उसकी
चूत देखी तो बेरहम चुदाई से सुर्ख लाल हो गई थी और सूज भी गई थी. मैने
उसको आईना मे दिखाई तो कहती है " तुम बड़ी ही बेरहमी से चोद्ते हो जिससे
मेरी चूत सूज जाती है..... अब मुझे पेशाब करने मे भी दिक्कत होगी......
उसकी चूत मे से मेरा लावा रिस रहा था और गांद के नीचे से चादर उसके और
मेरे पानी से गीला हो चुका था... मैने उसको कहा जल्दी जाओ..... वो बाथरूम
मे चली गई... सो मैने बाथरूम का डोर बाहर से बंद कर दिया और झट से मोबाइल
उठा कर हेलो किया ज्योति अभी भी फोन पर ही थी बोली हेलो जीजू.... तुम तो
बहुत भयंकर चुदाई करते हो मैं फोन पर चुदाई सुन कर ना जाने कितने बार
झाड़ गई तुम्हारी कसम अब नही रहा जाता जीजू.. अब चाहे जो भी अंजाम हो तुम
मुझे चोदो मैं अभी घर से भाग कर तुम्हारे पास आ रही हू.... मैने कहा पागल
मत बनो ज्योति जहा इतने दिन गुज़ारे हैं वही अब रात के कुछ 4-5 घंटे ही
तो बकाया है.... अभी मैं तुम्हारी सबसे प्यारी सहेली की गांद मारूँगा
उसका किस्सा सुनना हाई क्या तुम...... जोती ने रिप्लाइ किया''' किस्सा
सुनने से क्या होगा मेरी चूत के साथ साथ मेरी गांद के छेद मे भी आग लग
जाएगी.... सही कहती है प्रीति इनका लंड और हाथी का लंड एक सा है....
जिजुउउ प्लज़्ज़्ज़ कुछ करो ना मेरी चूत कब मारोगे''' मैने कहा मेरी
प्यारी साली जी अभी तो तुम फोन पर ही मज़ा लो फिर कल देखो कैसे तुम्हारी
चूत का उद्घाटन करता हू''' उसने कहा ' जिजुउउउउ तुमको तुम्हारी बीबी की
कसम है यदि तुम कल 11 बजे सुबह मेरे पास नही आए तो सोच लेना'' मैं
हुन्गामा खड़ा कर दूँगी..." मैं तो अपनी बीबी और उसकी चूत को बहुत प्यार
करता हू और उसके प्रति वफ़ादार भी हू इसलिए मैने कहा ठीक है.... उस रात
फोन पर ज्योति ने बताया कि वो मेरी और वाइफ के चुदाई सेसन की आवाज़े
सुनकर अनगीनती बार झरी थी और कई बार मूली से अपनी चूत चोदि थी. मेरी वाइफ
जब बाथरूम से बाहर निकल कर आई तो मेरा लंड फिर से तय्यार हो रहा था. मेरी
वाइफ मेरी एक ही चुदाई से बिल्कुल पस्त पर जाती है. वो कहने लगी "जानू
तुम खुद मेरी चूत की हालत देखलो कितनी लाल हो रही है. तुम्हारा लंड ऐसी
मस्त चुदाई करता है कि मेरी चूत मे सुभह तक झंझनाहट होती रहती है और सूजन
रहती है" प्लीज़ अब सोने दो. पर मैं कहा मान-ने वाला था क्योंकि मैं ने
ज्योति से फोन पर बात जो कर ली थी मैने अपनी वाइफ से कुछ कहा नही सिर्फ़
इतना कहा' जानेमन कल और परसो दो दिन की छुट्टी है' तो आज रात का उपयोग
चुदाई के लिए करते है" ऐसा कहते हुए उसको मैने अपने बदन से चिपका लिया हम
दोनो नंगे ही थे तो मेरे बदन की गर्मी उसके शरीर मे ट्रान्स्फर होने लगी.
और मैं उसके कान के पीछे लिक्क कर रहा था और अपने पैर से उसके पैरो के
बीच यानी की उसकी फूली हुई चूत(मुनिया)पर. वो कुछ कसमसाने लगी थी सो मैने
उसके मस्त मम्मो को पकड़ कर सहलाना और धीरे धीरे सेन्सेशन्स भेजना चालू
कर दिया. मैं इंतेज़ार कर रहा था कि कब उसके मूह से सीयी या आआ का मोन
निकले. और इसमे उसको ज़्यादा देर नही लगी.... जैसे ही उसने शीयी सीईईईई
काराअ... मैने उसको दीवार से टिककर उसके शरीर पर चुम्मो की झरी लगा दी
उसके शरीर के हर हिस्से माथे पर दोनो आँखों पर किस , कान पर , नोज पर ,
गर्दन के पीछे , गले मे , दोनो कंधो पर , आर्म पीठ मे , बूब्स के किनारो
(.) (.) पर , निपल के चारो और एरोला पर , दोनो बूब्स के बीच मे (.) (.),
और लिक्क भी साथ मे. वो कह रही थी '' जानू मत तड़फाओ मेरी चूत सुलगने लगी
हाई' मैं एक हाथ से उसकी मस्त फूली हुई चूत को मसल भी रहा था मैं सीधे
उसकी चूत के पास पहुच गया और उसकी चूत के चारो और लिक्क करने लगा, उसने
अपनी दोनो टांगे फैला रखी थी और मेरा सिर अपनी चूत पर दबा रही थी. मेरी
वाइफ जब गरम होती है तो चिल्लाती भी बहुत है ' अरी ले खाजा मेरी चूत कू''
तेरे लंड ने इसकी शकल बिगाड़ दी है' देख कैसी जला कर काली कर दी है इस
चूत को. ज्योति मेरी चूत की शादी के पहले तारीफ़ किया करती थी' कहती थी
हाई री तेरी चूत कितनी सुंदर और गुलाबी है. मेरे जीजू तुम्हारी चूत
चोद-चोद कर इसे काली कर देंगे और इतनी चाटेंगे कि तुम उनके मूह मे ही झार
जाओगी. ज्योति ने बिल्कुल सही कहा था... क्रमशः......
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