RE: Chudai Kahani मेरा बेटा ऐसा नही हैमेरे अब्बू और मेरा भाई
अब्बू का लंड फिर से छोटा हो गया था और मुन्नी ने अब्बू से कहा= साहब एक बात बोलू क्या,
अब्बू=हाँ मुन्नी बोल ना क्या बात है,
मुन्नी=साहेब क्या आज आप मुझे नहीं चोदोगे क्या मेरी चूत में बहुत ही खुजली आ रही है,आपने तो मेरी गांड में ही लंड डाला था,
मेरी चूत भी तड़फ रही है ना साहेब आओ ना बुझा दो न मेरी चूत की प्यास भी बुझाओ न आजाओ साहेब.
अब्बू= देखो आज में दो बार झड चूका हूँ मुन्नी समझो ना थोड़ी देर रुको मेरा लंड फिर से खड़ा होते ही में तेरी चूत चोदुंगा, ठीक है ना.
मुन्नी = ठीक है साहेब और बेबी को भी चोदोगे ना,
अब्बू = (मेरी तरफ देख कर) क्या ये ठीक होगा मुन्नी में इसका सगा बाप हूँ अगर किसी को पता लगा तो ....?
मुन्नी= केसे पता लगेगा साहेब, और गलत क्या होगा, अब बेबी की चूत में खुजली होने लगी है,और यदि इसको किसी ने बहार में छोड़ा और
इसको कुछ हो गया तो नहीं इसकी चूत का कुंवारापन आप ही लोगे साहेब.
अब्बू= लेकिन इसकी अम्मी को पता चल गया तो.
मुन्नी=उसकी चिंता मत करो साहेब उसको में मनालुंगी आप तो इसकी मस्त चूत को चोदने की सोचो.
अब्बू=ठीक है मुन्नी आज नहीं तो कल इसकी चूत जरुर चोदुंगा ठीक है ना बेबी,,
में= अब्बू क्या आप आज ही नहीं छोड़ सकते हो मुझको ....?
अब्बू=बेबी क्या जल्दी है आज में तेरी गांड मार देता हूँ तुम बोलो तो ...?
में=गांड क्यों मरोगे जब चूत है ना अब्बू ...?
अब्बू=मुझे चूत से ज्यादा गांड से प्यार है बेबी, आओ में तेरी गांड को चेक करता हूँ.
मुन्नी= साहेब ये बिलकुल ही नई लड़की है, इसकी गांड बहुत ही टाइट है आपका इतना बड़ा लंड केसे अंदर जायेगा.
अब्बू= क्यूँ तेरे गांड में नहीं गया था क्या रंडी,और इसकी गांड को अच्छी तरह क्रीम लगा कर मारूंगा मुन्नी इसको ज्यादा तकलीफ नहीं होने दूंगा.
में= ठीक है अब्बू आप मेरी गांड ही मारलो फिर तो लेकिन कल मुझे चोदोगे ना ...?
अब्बू = हाँ बेबी जरुर ही चोदुंगा कल तुमको,,!
फिर अब्बू ने मुन्नी को पेग बनाने का बोला और मुझे अपनी बांहों में भर कर मुझे सोफे पर ले गए.
सोफे पर ले जा कर अब्बू मेरी चुन्ची दबाने लगे वन्ही में अब्बू का लंड पकड़ कर हिलाने लगी और अब्बू ने मेरी चुन्ची अपने मुंह में भर ली,
अब्बू किसी बच्चे की तरह मेरी चुन्ची चूस रहे थे और में मारे मज़े के सिसकिया भर रही थी,
तभी मुन्नी पेग बनाकर ले आई और वो भी सोफे पर मेरे पास ही बेठ गयी,
और अब्बू मुन्नी से पेग लेने लगे तो मुन्नी बोली=साहेब एक बात बोलती हूँ की आप ये शराब आज पेग से नहीं मेरी चूत में डाल कर पीयो ना,
आपको शराब के साथ-साथ मेरी चूत के पानी का भी मज़ा आएगा और मुन्नी ने सोफे पर सोकर अपनी चूत में थोड़ी सी शराब डाली और
अब्बू को कहा अब पीयो साहेब मज़ा आएगा आप को भी और मुझे भी, और अब्बू मुन्नी की चूत से शराब पिने लगे.
मुझे यह सब बहुत ही अच्छा लग रहा था और मेरी चूत में अजीब सी खुजली आ रही थी,
मेरा मन भी अब्बू को इस तरह शराब पिलाने का हो रहा था.
तभी मेरी नजर घड़ी पर पड़ी रात के दो बज चुके थे और तभी मुन्नी की आवाज आई=बेबी तुम भी पीना चाहोगी क्या मेरी चूत से शराब.
मैंने झट से कहा= हाँ क्यों नहीं मुन्नी पीना भी चाहती हूँ और आप दोनों को पिलाना भी चाहती हूँ,
और मैंने मुन्नी के चूत में अपना मुंह डाल कर जोर से साँस खिंची तो चूत से शराब का एक घूंट मेरे मुंह में आ गया,
क्या टेस्टी शराब थी चूत रस के साथ शराब का मजा ही और था (क्या आप ने कभी इस तरह से शराब पि है दोस्तों )
मैंने पांच छह घूंट पिए और फिर में सो गयी और मुन्ने ने मेरी चूत में ग्लास से शराब डाली,
और मेरी चूत में जाते ही जलन सी हुई लेकिन में सह गयी, अब्बू ने मेरी दोनों टांगे पकड़ी और मेरी चूत तक अपना मुंह ले गए,
और जब उनके होंठो ने मेरी चूत को छुहा तो क्या बताऊ कितना मज़ा आया, और इस तरह हम तीनो ने शराब पि,
शराब ने अपना काम करना चालू कर दिया था मुझे अब नशा हो गया था और में अब चुदना चाहती थी,
वही मुन्नी अब्बू का लंड अपने मुंह में ले चुकी थी और अब्बू अपने हाथ से मुन्नी की गांड सहला रहे थे !
में भी उनके पास गई और अब्बू की गोलिया सहलाने लगी, अब मेरा मन बुरी तरह से चुदवाने का हो रहा था.
में किसी भी तरह से चुदना चाहती थी,मैंने मुन्नी को अब्बू के लंड से हटाया और मैंने अब्बू का लंड चुसना शुरू किया,
में बुरी तरह से चूस रही थी,तभी मुन्नी मेरे पीछे आ गयी और मेरे गांड के छेद को सहलाने लगी और अपनी एक अंगुली
मेरी गांड के छेद में डाली और में दर्द से उछल ही पड़ी, अब्बू बोले कुछ नहीं बेबी ये तो मज़े की शुरुआत है,
आगे आगे देखना बेबी की कितना मज़ा आता है,और अब्बू ने मेरा मुंह अपने लंड पर रख दिया, और में अब्बू का लंड फिर से चूसने लगी.
|