RE: Sex Hindi Kahani में अम्मी और मेरी बहिन
में अम्मी और मेरी बहिन-17
फिर क्या हुआ दोस्तों ..
हम दोनों ने थोड़ी सी और नींद ली,फिर मदीना आ गयी, और हम दोनों के लिए चाय बनायीं,
फिर हम दोनों ने एक साथ ही स्नान किया और फिर कपडे पहने,
तभी मदीना बोली = साहिल आज मैंने आप दोनों के लिए एक मस्त माल का बंदोबस्त किया है,
बिलकुल ही कमसिन और कच्चा माल है,सिर्फ 17 साल की लड़की है,
उसकी अम्मी ने मुझे उसको चुदवाने का बोला है,बस थोडा खर्चा करना होगा,
और नजमा आपको भी मज़ा आएगा नाइ चूत चाटने में,
में = कितना देना होगा मदीना..?
मदीना = साहिल बस 2000 दे देना न उसकी अम्मी को ..!
नजमा बोली = हाँ भाईजान दे दो ना प्लीज़ ...!
मैंने उसको 2000 दे दिए ..मदीना ने फोन पर बात की और करीं 20-25 मिनिट बाद ही एक 17-18 साल की पतली सी लड़की आई,
देखने में ठीक ही थी पर उसके मम्मे एकदम छोटे थे,
वो थोड़ी घबराई सी थी,पर नजमा ने उसे ठंडा पिलाया और थोड़ी बातचीत की तो वो थोड़ी खुल गई,
तभी मदीना ने नजमा की चुन्चिया मसली,नजमा ने भी मदीना के मम्मे पकड लिए और लिप किस करने लगी,
वो लड़की ये सब देख रही थी की मैंने उसे थम लिया और किस किया,
वो थोड़ी डर गई,पर मदीना ने उससे कहा -आमना तुम दरो मत ये बाबु तुम्हे नए कपडे देंगे और प्यार भी करेंगे,
तब आमना थोड़ी ठीक हुई और में उसकी कमसिन जवानी से खेलने लगा,
फिर मैंने उसको फिर से किस किया और बांहों में भर लिया,
फिर धीरे से मैंने एक हाथ उसके मम्मे पर रख दिए और धीरे-धीरे दबाने लगा...
फिर मैंने थोड़ा और कस के दबाया,
मेरा लण्ड तो एकदम से खड़ा हो गया। मैं बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गया और ज़ोर-ज़ोर से उसके मम्मों को मसलने लगा।
तो वो चिल्लाई- दर्द हो रहा है..!
मैंने कुछ नहीं सुना और ज़ोर-ज़ोर से उसके स्तनों को मसलता रहा और उसे चूमता रहा। फिर वो भी धीरे-धीरे उत्तेजित हो गई और मेरा साथ देने लगी। मैंने उसकी टी-शर्ट को उतार दिया। उसके बाद तो मैं पागल हो गया।
क्या मस्त मम्मे थे.. उसके !
वो गुलाबी रंग की ब्रा पहनी हुए थी। मैं ऊपर से ही उससे कस कर दबाने लगा और चूसने लगा। मैंने उसकी ब्रा को कस कर खींचा और ब्रा का हुक तोड़ दिया। उसके दोनों कबूतर उछल कर बाहर की हवा में उड़ने लगे। मैं तो बाबला सा ही हो गया।
उसके गोरे-गोरे मम्मे और पिंक चूचुक.. ओह मैं तो पागलों की तरह उसके मम्मों पर टूट पड़ा और चूसने लगा। वो भी पूरी तरह गरम हो चुकी थी और ‘आहें’ भर रही थी।
मैंने करीब 10 मिनट तक उसके मम्मे को चूसा, फिर एक हाथ उसकी चूत पर रख दिया और धीरे-धीरे सहलाने लगा। वो भी पागलों की तरह ‘आहें’ भर रही थी और पूरी तरह गर्म और वासना युक्त हो चुकी थी। फिर मैंने उसके स्कर्ट के बटनों को खोल कर अलग कर दिया।
मैंने देखा कि वो काले रंग की पैन्टी पहने हुई थी। जैसे ही मैंने उसकी चूत पर हाथ रखा, तो मुझे गीलापन महसूस हुआ। उसकी पैन्टी पूरी तरह भीग चुकी थी और वो पागलों की तरह उत्तेजनावश हरकतें कर रही थी। फिर मैंने एक ही झटके में उसकी पैन्टी को अलग कर दिया।
क्या चूत थी.. उसकी.. पूरी क्लीन शेव..! फूली हुई.. एकदम लाल-गुलाबी..!
मैं तो पागल ही हो गया और उसके चूत को मसलने लगा। वो लगातार ‘आहें’ भर रही थी। फिर मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू किया।
तो उसने कहा- ये आप क्या कर रहे हो?
मैं कहा- मस्ती कर रहा हूँ, तुम्हें भी मज़ा आएगा।
फिर मैंने 5 मिनट तक उसकी चूत को चाटा.. बाप क्या मस्त गदीली चूत थी उसकी !
फिर मैं खड़ा हो गया और अपने कपड़े भी उतार दिए।
वो मेरा लंड देख कर डर गई और बोली- इतना बड़ा !
मैंने उससे कहा- इसे अपने हाथ में लो।
पर उसने मना कर दिया, फिर मैंने उसकी चूत में उंगली डाली तो वो एकदम टाइट थी, जैसे ही मेरी उंगली अन्दर घुसी वो उछल पड़ी
उईइ अम्मी साहिल मुझे दर्द हो रहा है ...आहा अह अह अह ..सी सी उह उह ..
वो ऐसे ही चिल्लाने लगी ..
मैंने बोला- चुप रहो कुछ नहीं होगा।
फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत पर लगाया और दबाब डाला तो लौड़ा उसमें घुस ही नहीं रहा था। फिर मैंने थोड़ा सी क्रीम अपने लंड पे लगाई और फिर उसकी चूत पर भी लगाई। फिर मैंने अपने लंड को चूत पर रख के हल्का सा धक्का दिया।
तो वो चिल्ला उठी और रोने लगी- बहुत दर्द हो रहा है प्लीज़ मुझे छोड़ दो।
मैंने बोला- कुछ नहीं होगा जानेमन, अभी तुम्हें भी बहुत मज़ा आएगा।
और फिर मैं उसे किस करने लगा और कुछ देर के बाद एक जोरदार धक्का लगाया और मेरा लंड आधा उसकी चूत में चला गया और उसकी चूत से खून निकलने लगा।
वो चिल्ला रही थी- “प्लीज़ छोड़ दो…! मैं मर जाऊँगी।
मैंने उसके मुँह पर अपने मुँह को लगाया और ज़ोर-ज़ोर से किस करने लगा ताकि उसके मुँह से आवाज़ नहीं निकले। फिर कस कर एक धक्का दिया और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया। वो दर्द से छटपटा रही थी। मैं कुछ देर के लिए उसी तरह शान्त रहा और उसे चूमता रहा।
कुछ देर बाद जब वो शांत हुई, तो मैंने धीरे-धीरे शॉट लगाने शुरू कर दिए और उसके मम्मे को सहलाता रहा। उसे अब भी दर्द हो रहा था, पर उससे अब मज़ा व आ रहा था। कुछ देर के बाद वो भी मेरा साथ देने लगी। मैंने फिर अपनी रफ़्तार बढ़ा दी और वो भी अपने चूतड़ों को हिलाने लगी और मादक सीत्कार करने लगी।
फिर मैंने पूछा- मज़ा आ रहा है?
तो उसने कहा- हाँ।
करीब 10 मिनट की चुदाई के बाद उसने मुझे कस कर पकड़ लिया और बोली- और ज़ोर से करो नो !
मैंने फिर अपनी रफ़्तार और बढ़ा दी और करीब 5 मिनट के बाद झड़ने वाला था।
मैंने कहा- मैं झड़ने वाला हूँ।
तो उसने बोला- मैं भी अब होने ही वाली हूँ।
और कुछ देर के बाद शांत हो गई, वो झड़ चुकी थी। मैं भी झड़ने वाला था, तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसके पेट पर सारा माल गिरा दिया, वो बहुत खुश दिख रही थी।
तो मैंने पूछा- कैसा लग रहा है?
उसने बोला- बहुत मज़ा आया।
पर जैसे ही वो बेड से उठी और बेड पर ढेर सारा खून देख कर डर गई।
“हय, अब क्या होगा…!”
वो ठीक से खड़ी भी नहीं हो पा रही थी।
तभी ये सुन कर नजमा और मदीना हमरे करीब आ गयी ..?
नजमा बोली =भाईजान आप अपना पानी हम तीनो के मुंह पर डालो ना ,,
मैं भी झड़ने वाला था,
मेरा पानी अब निकल ही रहा था..
सो मैंने अपना लंड आमना की चूत से निकाला,
और अपने लंड का पानी उन तीनो के मुंह और शरीर पर छोड़ दिया ...
फिर तीनो कुछ देर के बाद शांत हो गई,
आमना अब बहुत खुश दिख रही थी,
तो मैंने पूछा- कैसा लग रहा है ...?
उसने बोला- बहुत मज़ा आया साहिल सच्च में,
पर उसने बेडकी तरफ देखा और बेड पर ढेर सारा खून देख कर डर गई..
“हय, अब क्या होगा…!”
वो ठीक से खड़ी भी नहीं हो पा रही थी..
तभी मदीना और नजमा उसे समझाने लगी ...
फिर आमना भी समझ गयी ,,,,
मेरे अब्बू आज नहीं आने वाले थे ..
पर कल अम्मी भाईजान और अब्बू सब आने वाले थे,
सो आज में पूरी मस्ती के मुड में था..
फिर मदीना आमना को लेकर चली गई,
नजमा भी बाथरूम में चली गई,
में सोचने लगा की इन दिनों जिन्दगी ने केसे केसे रंग दिखाए है मुझको ,
सलीम की गांड से शुरू हुआ मेरा सेक्स का सफ़र , बुआ की चूत से लेकर अम्मी की चूत तक ,
और आज मेरी सगी बहिन भी मेरे लिए रंडी बन चुकी थी ..
अब मेरी जिन्दगी मुझे और क्या क्या दिखाने वाली थी,
यही में सोच रहा था .कि मेरे सेल की घंटी बजी देखा तो ''जमीला'' का फोन था ...
''जमीला''
उसकी याद ने ही मानो मेरे दिल ओर लड में हलचल मचा दी थी,
इतना सेक्स करने के बाद भी मेरे दिल से जमीला की यादें नह्ही गई थी,
उसके साथ सेक्स का मज़ा ही और था...
खेर ये सब बाद में,
मैंने फोन उठाया,''जमीला''= हेल्लो साहिल बोल रहे हो क्या ...?
में =हाँ जमीला बहुत दिन बाद याद आई मेरी ...?
जमीला = आपने भी तो फोंन नाही किया साहिल ..?
मैंने सोरी बोला तो जमीला हंस पड़ी और बोली =और बताओ साहिल केसी है,
आपकी गांड, मेरे लंड की याद आती है की नहीं आपको ../
में = बहुत याद आती है जमीला, काश आप रात भर मेरे साथ होती ,,,,
आपकी याद मुझे हमेशा आती है,काश आप मेरे साथ रहती..!
जमीला = साहिल आपकी भी मुझे बहुत ही याद आती है, मेरे जानू ..
में भी आपके साथ रहना चाहती हूँ पर ज़माने के सामने में मजबूर हूँ साहिल,
क्यूंकि ये दुनिया हमें हिंजड़ा या शी मेल कहती है..?
में = तो क्या हुआ जमीला में तुम्हे अपनाऊंगा अपनी बनाकर रखूँगा ..!
तभी नजमा बाथ रूम से बहार आ गयी,
में चुप हो गया तो नजमा ने पुछा = भाईजान किसका फोन है अम्मी का है क्या मुझे दो ना...?
नजमा ने अचंक ही मुझसे फोन छीन लिया,
और बात करने लगी = अम्मी आप कब आ रही हो,
तभी सामने से जमीला की आवाज आई तो नजमा मेरी तरफ देखने लगी ..?
मैंने जल्दी से नजमा से फोन छीन लिया,
पर नजमा मेरे कान से अपना कान लगा कर मेरी और जमीला की बातचीत सुनने लगी....!
जमीला = हेल्लो , हेल्लोसहिल क्या हुआ ये कौन बोल रही थी फोन पर ...?
मैंने कहा = जमीला ये मेरी कजिन है,(मैंने नजमा को आँख मार दी )
पाकिस्तान से आई है, ताज़ा ताज़ा कली है इसलिए ये सबके फोन सुनती रहती है,
आज में और ये घर पर अकेले है क्या तुम आयोगी मेरी जानेमन ..?
जमीला= हम्म तो ये बात है साहिल अपनी कजिन की जवानी लुट रहे हो फिर तो मेरी याद केसे आएगी तुमको ..?
में = जमीला वो जवान तो है पर जो आपके पास है वो उसके पास कहाँ है ..?
(नजमा गुस्सा हो रही थी ये सुन कर ..!
में नजमा को और जलाना चाहता था)
जमीला आपके बूब तो जेसे पत्थर के है इतने कठोर और नुकीले बूब मैंने किसी के नहीं देखे है,
और जब आप मेरा लंड चुसती हो तो मानो मुझे जन्नत ही दिखा देती हो,
हाँ और सबसे खास तो आपकी गांड है में जब भी आपकी गांड मरता हूँ,
तो मुझे किसी लकड़ी की चूत से भी ज्यादा मज़ा आता है आपकी गांड में ...?
नजमा ये सब सुन कर जल रही थी.
में = जमीला क्या तुम किसी लड़की की चूत चाटना चाहोगी ..?
जमीला = क्यों नहीं साहिल ...!
तुम कहोगे तो में उसकी गांड का छेद भी अपने मुलायम जीभ से चाट लुंगी ..
नजमा अब मुस्कुराने लगी थी,
में = जमिला पर अगर मेरी कजिन मेरा लंड अपनी चूत में नहीं लेगी तो क्या करोगी फिर तुम ...
जमीला = तो में आपका लंड अपनी गांड में डलवा लुंगी मेरे राजा ....!
में (नजमा की तरफ देख कर) = मतलब तुम अपनी गांड प्यार से मरवाओगी मुझ से जमीला मेरी रानी ...
जमीला= हाँ मेरे राजा बिलकुल ...
में = एक बात और जमीला क्या तुम मेरी कजिन की गांड भी चाट लोगी क्या ...?
जमीला = क्यूँ नहीं दिलबर जरुर ओर्तुम कहोगे तो उसका पेशाब भी पि लुंगी में तो ...
में= चलो जमीला में उससे पूछ कर बताता हूँ तुमको और शायद आज रात तुम्हे मेरे घर आना पड़े तुम आओगी ना ..?
जमीला = हाँ जरुर साहिल ..!
जमीला = हाँ जरुर साहिल ..!
में = लेकिन मेरी कजिन को अगर में तेरे सामने चोदु तो तुमको बुरा नहीं लगेगा ना।
जमीला = नहीं साहिल बिलकुल नहीं
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