RE: Sex Hindi Kahani में अम्मी और मेरी बहिन
में अम्मी और मेरी बहिन-5
बुआ हमें अंदर ले गयी.
बुआ का मकान ठीक था, वो हमने अपने बेडरूम में ले गयी और बेड पर बैठाया.
वो मुझसे और अम्मी से गले लग कर मिली. मेरा लंड उनके गले मिलते ही खड़ा हो गया,
मैंने सलवार कमीज पहन राखी थी, लंड खड़ा होकर सीधा हो गया,
मेरे लंड को अम्मी ने देख लिया,
तभी बुआ पानी लेन बहार गयी तो,
अम्मी बोली= क्या रे साहिल बुआ के उपर भी नियत खराब है क्या,
बोलो तो चुदवा दूँ बुआ को भी बोल ...
में अवाक् रह गया ये सुन कर..
तभी बुआ आ गयी, अम्मी ने पानी पिया और बोली= तेरा नोकर कहाँ गया सारा (बुआ का नाम सारा था)
बुआ = अरे वो छुट्टी पर गया है, रूबी भाभी और सुनाओ क्या हाल है,
और भाभी क्या रहमान की शादी नहीं करनी है क्या, फिर इसका भी नंबर है, और बुआ ने मेरे गाल पर चुटकी कट ली,
अम्मी = हाँ सारा पर कोई अच्छी लड़की बता न रहमान के लिए थोड़ी गरीब घर की हो और खुबसूरत हो,
बुआ= क्यों नहीं भाभी मेरे शोहर की बहिन के एक लड़की है जो खुबसूरत तो है ही साथ में ही बहुत ही सलीके वाली भी है,
कहो तो बात चलाऊ.
अम्मी = हाँ रे बात भी चला और फोटो भी मन्गा ले.
बुआ = पर रहमान ज्यादा नही पीता है क्या भाभी तुम कुछ बोलती क्यों नहीं हो उसको.
अम्मी = अब उसने कम कर दिया है सारा,
बुआ = ठीक है फिर तो साहिल के लिए भी साथ में ही लड़की ढूढ लो.
इसकी भी उम्र हो गयी है भाभीशादी की,
और जल्दी शादी करने से ये इधर उधर भी नहीं जायेगा भाभी,
अम्मी = तुम सही कह रही हो सारा आज कल लडको का कोई भरोसा नहीं है,
और तो और फिर हमारे घर के मर्द भी बहार घूमते रहते है, तेरे शोहर कब आयेंगे सारा.
बुआ = वो तो 10-12 दिन के बाद ही आयेंगे.
अम्मी = ओह तो तुम क्या करोगी इतने दिन,
बुआ = है ना अपना हथियार रबड़ का,
(ये सुन कार में सकपका गया क्या बोल दिया बुआ ने अम्मी के सामने ही )
अम्मी = ओह तुम अभी तक उसे काम में लेती है सारा.
बुआ = और क्या करू भाभी मेरे तो कोई बेटा भी नहीं है वरना उससे काम चला लेती,
अम्मी = क्या बक रही है सारा तुम अपने बेटे से ये सब कर न चाहती है,
बुआ = तो क्या करू किसी बहार वाले से अच्छ अपना बेटा है भाभी ,
और आजकल तो ये आम हो गया है कल ही tv पर आ रहा था की, फोरेन में अम्मी बेटा और अब्बू बेटी में सेक्स आम हो गया है..
अम्मी = हाँ मैंने भी देखा था वो ..
(यह सब सुन कर में समझ गया की आज दो दो चूत चोदने को मिलने वाली है,
मेरा लंड अब काबू में नहीं था मेरी अम्मी और बुआ की बाते उसे उकसा रही थी )
बुआ = आजकल के बच्चे बहुत ही आगे है भाभी,देखो ना मेरे भतीजे ने क्या गुल खिलाया,
अम्मी = क्या किया रे ,
बुआ = 17 साल का ही है पर रंडियों के पास जाता है,कल दोपहर को उसके घर पर कोई नहीं था ,
तो वो दो रंडिय ले आया वो भी 30-35 साल की उसकी अम्मी की उम्र की,
और दिन में ही उनके साथ मुंह काला करने लगा मुआ, में गलती से ही उनके घर गई,
उनके घर की चाबिय मेरे ही पास थी, मैंने जब दरवाजा खोला तो अंदर हाई अल्लाह क्या चल रहा था,,
अम्मी = खुल के बता ना क्या चल रहा था,सारा.
बुआ ने मेरी तरफ इशारा किया.
अम्मी बोली = सारा साहिल अब जवान हो गया है और ये सब बाते उसे जाननी चाहिए ना,
क्यूंकि कल उसकी भी शादी होनी है और उसे सब काम अपनी बीबी से करने है तुम खुल कर बोलो ना,
बुआ खुश हो गयी और बताने लगी= मैंने दरवाजा खोला तो अंदर तीनो ही जन्मजात नंगे थे,और सोफे पर बेठे हुए थे,
एक रंडी घोड़ी बनी हुई थी और जाकिब(बुआ का भतीजा) उसकी गांड मर रहा था और दूसरी रंडी जाकिब की गांड चाट रही थी,
अम्मी = ओह फिर क्या हुआ सारा,
बुआ = मुझे देख कर जाकिब थोडा सा डर गया और उसने रंडी को छोड़ कर अपने उपर चादर डाली और मेरे पैर पकड़ लिए,
और माफ़ी मांगने लगा और अपने अब्बू अम्मी से ये सब ना बताने को कहने लगा..
अम्मी = फिर तुमने क्या किया सारा ...
बुआ मेरी रानो पर हाथ रखकर (में बिच में बेठा था और बुआ और अम्मी मेरे दोनों तरफ थी)बोली = क्या करती भाभी घर की
बात थी अब लड़के जवानी में ये सब तो करेंगे ही,तेरा रहमान को लडको को भी नहीं छोड़ता है,मैंने जाकिब से कहा की रंडियों को कितने पेसे
दिए है तो उसने बताया की दोनों रंडियों को 10000/= दिए है एक एक बार चोदने के चाची आप बोलो तो पेसे वसूल करलू,
अब में अपने घर का पैसा केसे जाया जाने देती भाभी मैंने जाकिब से कहा बेटा वसूली करले, तो जाकिब बोला आप भी देखो ना चाची,
में क्या क्या करता हूँ, में वन्ही बेठ गयी भाभी और वो फिर से चादर उतर कर दूसरी रंडी को अपना बेठा हुआ लंड चूसाने लगा
थोड़ी ही देर में उसका लंड फिर से खड़ा हो गया.
अम्मी = कितना बड़ा था वो उसका,
बुआ = करीब 9'' का काला लंड था भाभी बिलकुल किसी कालिए हब्सी के लंड की तरह..
(ये सुनकर अम्मी ने अपनी जुबान अपने होंठो पर फेरी और सिसकारी सी भरी)
और भाभी वो बुरी तरह से उस रंडी की गांड मरने लगा करीब 20-22 मिनिट बाद उसका पानी छुट गया,
और जब पानी छूता तो उसका लंड मेरी तरफ था और उसके पानी के छींटे मेरे मुंह पर भी आ पड़े,
भाभी तभी दूसरी रंडी मेरे पास आ गयी और मेरे मुंह पर पड़े छींटे अपनी जुबान से साफ़ करने लगी.
कभी कभी वो मुझे चूम भी रही थी,उधर जावेद का लंड दूसरी रंडी चूसने लगी,
इधर में भी गरम हो गयी थी भाभी और तभी वो रंडी मेरे बूब दबाने लगी और बोलने लगी = जाकिब तेरी चाची तो बड़ी कड़क है रे ,
इसको रंडी बनाओ ना और उसने एक हाथ मेरी सलवार में दाल दिया और मेरी चूत सहलाने लगी ,
और ये सब देख कर जाकिब भी आ गया और तीनो ने मिल कर मुझे भी नंगा कर दिया भाभी,
(मेरा हाथ अपने लंड पर जा पहुंचा और में उसे सलवार के उपर से ही हिलाने लगा,
ये करते हुए मुझे बुआ ने देख लिया और वो मुस्कराई और अपना हाथ उसने मेरे लंड पर रख दिया)
अम्मी ने ये देख लिया और बोली = लगता है ये कहानी सुन कर सारा तेरा दिल भी खराब हो गया है जो मेरे लड़के के हथियार
को पकड़ रही हो .
बुआ= तेरा लड़का मेरा भी तो लड़का है चल भाभी आज इसके हथियार की सफाई करते है दोनों मिल कर,
अम्मी = पर ये बच्चा है और मेरा सगा बेटा भी सारा..और तुम पहले पूरी कहानी तो सुना ना ...
बुआ= भाभी मुझे पता है की तेरी चूत में खुजली हो रही है, और इलाज तेरे सामने है,कहानी फिर बता दूंगी किसी दिन,
आजा आज असली मज़ा लेते है तेरे बेटे के 8'' के लंड से , अब शर्म छोड़ मस्ती कर ना..
और बूआ ने अम्मी का दुपट्टा खिंच लिया और बोली = तेरा बेटा कितना मादरचोद है परसों ही मुझे चोद चूका है ,
और क्या कमाल का लंड है इसका मेरी भाभी ,,,
अम्मी हेरान होकर = परसों कहाँ कब सारा तुमने बताया नहीं मुझे ...
बुआ अम्मी पर टूट पड़ी और आमी की कमीज उतर दी अम्मी सिर्फ ब्रा और सलवार में थी बुआ आमी के पीछे गयी और अम्मी की ब्रा खोल दी,
अम्मी की छातिया खुलकर उछल सी गयी..
बुआ = ओये साहिल क्या लंड सलवार के अंदर ही रखेगा या अपनी अम्मी और बुआ की चूत की आग को बुझाएगा.
और में अब खड़ा हो गया और अपने कपडे खोल दिए और जाकर अम्मी की सलवार खोलने लगा,
बुआ भी नंगी हो गयी थी, आज बुआ की झांट एकदम साफ़ थी,
अम्मी की सलवार और पेंटी मैंने उटार दी, आमी अपनी चूत पर इत्र लगा कर रखती है ...
पेंटी उतारते ही कमरे में अम्मी की चूत की खुसबू फेल गयी ....
बुआ निचे बेथ कर कभी अम्मी की चूत चाट रही थी और कभी मेरा लंड ....
बुआ मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी जेसे मेरी बहिन नजमा लोलीपॉप चुस्ती है,
और अम्मी भी मस्ती में आ चुकी थी,
वो भी बार बार मेरा लंड पकड रही थी .
अब मेरा हाथ बुआ की नंगी और चिकनी चूत पे था मैं अपना हाथ उनकी पूरी चूत पे फेरने लगा,
उनकी नंगी चूत को अपने हाथ से सहलाने लगा,
उनकी चूत बहुत ही ज्यादा गीली थी धीरे धीरे बुआ अपनी टांगें खोलने लगी,
अब मेरा हाथ उनकी पूरी चूत में ऊपर नीचे हो रहा था बुआ पूरी तरह गरम हो चुकी थी ,
वो मेरे होंठो को छोड़ ही नहीं रही थी और मैं भी उनके होंठो को चूसते हुए उनकी चूत को सहला रहा था,
फिर बुआ ने मुझे किस करते हुए मेरे लंड पर अपना हाथ डाल दिया ,
और मेरे नंगे लंड को सहलाने लगी उसे ऊपर नीचे करने लगी .
फिर मैंने अपना एक हाथ उनके मोटे चूतड़ों से ज़रा ऊपर रख दिया और उन्हे बेड तक ले आया.
मेरी उंगलियों को उनके तवाना चूतड़ों की आगे पीछे हरकत महसूस हो रही थी.
मेरे सबर का पैमाना लब्राइज़ हो रहा था.
मैंने अचानक अपना हाथ उनके मोटे और उभरे हुए चूतड़ के दरमियाँ में रख कर उससे आहिस्ता से टटोला.
उन्होने कुछ नही कहा. इस पर मैंने उनके एक भारी चूतड़ को थोड़ा सा दबाया. बड़ी मज़बूत और ताक़तवर गांड़ थी बुआ की.
उन्होने अपने चूतड़ पर मेरे हाथ का दबाव महसूस किया तो मेरे हाथ को जो उनके चूतड़ के ऊपर था,
पकड़ कर अपनी कमर की तरफ ले आईं लेकिन कहा कुछ नही.
ये मेरी ज़िंदगी का सब से हसीन लम्हा था.
मेरा दिल ज़ोर ज़ोर से धड़क रहा था.
बुआ के मम्मे बे-पनाह मोटे, गोल और बाहर निकले हुए थे.
उनके दोनो मम्मों के ऊपर और साइड में ब्रा की वजह से हल्की लकीरें पड़ी हुई थीं .
सुर्खी मा'आइल गुलाबी रंग के खूबसूरत निप्पल बड़े बड़े और बाहर निकले हुए थे.
निपल्स के साथ वाला हिस्सा काफ़ी बड़ा और बिल्कुल गोल था जिस पर छोटे छोटे दाने उभरे हुए थे.
मैंने उनका एक मम्मा हाथ में ले कर दबाया तो उस का निप्पल मेरी हतैली में धँस कर दब गया.
में उनका मुँह चूमते हुए उनके मोटे मम्मों को मसलने लगा.
अम्मी भी मेरा साथ दे रही थी ...और मुझे उकसा रही थी बुआ की चूत से पानी टपक रहा था ...
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