RE: Antarvasnasex चुदाई का सिलसिला
चुदाई का सिलसिला पार्ट-२
जब शास घर पहुँचा तो दोपेहर हो चुकी थी और शास को पता चला कि शास के मामा घर आए हुवे है....शास ने दौड़कर जाकर मामा के पैर छुए तो मामा ने बताया कि कल सुभह उन्हे मामा के साथ जाना है कायोँकि उसके ममेरी बेहन सीमा की शादी है....शास बहुत खुश हुआ और सुबह मामा और मोम के साथ मामा के घर चला गया.....
लॅकिन शास मैं संतोष की चुदाई के बाद कुछ परिवर्तन आ गया था.. अब लड़कियों को देखकर उसे बूवा संतोष के साथ की गयी चुदाई की याद आ जाती और उसके लंड मैं कुछ सुरसूरहट सी होने लगती थी......शास दिन भर चहल पहल मैं मस्त रहा, घर मैं बहुत से मेहमान आए हुए थे कुछ औरते और लड़कियाँ भी थी....खेलते मस्ती करते रात (नाइट) आ गयी.. खाना खाने के बाद... अब महिला संगीत सुरू हुवा....तो सीमा दीदी उसे अपने साथ उपेरवाले रूम मैं ले गयी....और दोनो आपस मैं बाते करने लगे.....
सीमा. शास तेरी पढ़ाई कैसी चल रही है??
शास. ठीक है सीमा दीदी...दीदी मुझे तो नींद आ रही है.....
सीमा. तो काया हुवा तुम यही मेरे पास ही सो जाओ.....
शास ने पेंट शर्ट उतारी और कच्छा- बनियान मैं एक चादर लेकर लेट गया और सोने की तय्यरी करने लगा.........
सीमा अब रूम मैं सोए हुए शास के पास बैठी शादी..पति, उसके बाद होने वाले मिलन, सुहाग रात मैं होने वाली सेक्षुयल आक्टिविटीस के बारे मैं सोच सोच कर मंद मंद मुस्करा रही थी....तभी सीमा की मोम आई और बोली कि सीमा कल पूरे दिन तुम बीज़ी रहोगी और आराम नही मिलेगा फिर ससुराल मैं जाकर भी एक दो दिन तो आराम नही मिलेगा एसलिए तुम अंदर से दरवाजा बंद करके यही शास के पास ही सो जाओ...इतना कहकर सीमा की मोम चली गयी......सीमा ने दरवाजा अंदर से बंद किया और शास के पास ही लेट गयी.....लॅकिन नींद उसकी आँखो से कोषो(माइल्स) दूर थी....
सीमा काफ़ी देर तक करवटें बदलती रही, तभी शास ने करवेट ली और एक पैर सीमा के उप्पेर रख दिया और एक हाथ सीमा की बूब्स पेर रखा गया......सीमा के सरीर मैं हल्की शिहरन सी दौड़ गई.....सीमा शास का हाथ बूब्स से उठाने की सोच ही रही थी की उसेआ आपनी जाँघो पर कुछ चुभता सा महसूस हुवा.....सीमा ने हाथ धीरे से नीचे किया तो उसके हाथ मैं शास का लंड आ गया जो उसकी जांघों पर चुभ रहा था......सीमा चोंक गयी हाथ मैं इतना बड़ा गरम-गरम लंड पकड़ कर.....दरअसल शास का लंड सोते हुवे अंडरवेर(कच्चे) से बाहर निकल आया था......सीमा बिना कुछ सोचे स्मझे ही शास के लंड को हाथ मैं ही थामे रही.......सीमा सोचने लगी कि इस छोटे से शास का लंड कितना बड़ा और मोटा है उसे अपने टशन वाले सर राज शर्मा की याद आई.....
जिन भावनाओ को उसने बड़े मुश्किल से काबू मे रखा, था वोही भावनाएँ अब उस पर हावी होनी लगी थी, अपनी पहली चुदाई की यादे ताज़ा होने लगी थी...........अपने आप उसका एक हाथ उसकी कमसिन,मगर टाइट चुचियो पर रकखे शास के हाथ के उप्पेर से ही आपनी टाइट चुचियों को सहलाने लगा.......और दूसरा हाथ शास के लंड को पकड़े हुवे कुछ तलाश करने की कोशिस कर रहा था....
सीमा अब कुवारि नही थी....! वो पहले ही चुद चुकी थी....! उसकी सील टूट चुकी थी......और यही वजह थी कि सेक्स, रोमॅन्स की बात निकलते ही वो बहुत ज़्यादा उत्तेजित हो जाती थी........उसने वो वर्जित फल खाया था, जिसे खाने की उसे मनाही थी,शादी होने तक......
सीमा 9थ की स्टेंडरेड की स्टूडेंट थी...क्लास ओवर होने के बाद अपनी सहेली पूजा के साथ जब सीमा स्कूल से बाहर निकली....क्या बात है पूजा आज बड़ी चुप चुप सी है??? कोई बात नही है पूजा ने जबाब दिया....नही कोई तो बात है..आज अपनी सहेली से छुपा रही हो..........नही सीमा कोई बात नही , है..तो फिर आज चुप-चुप सी खोई-खोई से कायों हो?????मैं जान गई पूजा अब तुम मुझसे भी कुछ छिपाने लगी हो सीमा ने आखरी आस्त्रा छोड़ दिया......नही सीमा मैने आज तक तुमसे कोई बात छुपाई है....तो फिर क्या बात है बताओ ना....पूजा ने सीमा को बताया .....
..सीमा जानती हो कल रात को जब मैं टाय्लेट के लिए उठी तो मैने मम्मी पापा के कमरे से आवाज़ सुनी.....मम्मी कह रही थी कि........
सीमा...है बताओ ना पूजा मम्मी क्या कह रही थी.............??????????????
पूजा...मम्मी कह रही थी की ये तुम्हारा गधे जैसा भारी लंड मैं ही किसी तरह झेल रही हूँ, कोई और होती तो कब का काम हो जाता.........
...सीमा...क्या तुमने मम्मी पापा को करती हुवे देखा है?????
पूजा...नही, बस आवाज़े ही सुनी है....अंदर से बड़ी ही कामुक आवाज़े आ रही थी...और दिन मैं जब मैने सीडी प्लेयर मैं एक सीडी लगाई शायद कोई पिक्चर या गाने होंगे तो जानती हो उस्मन क्या था???????
सीमा...हाई बताओ ना पूजा क्या था उस्मै..............??????
पूजा...वो एक ब्लू फिल्म थी...मैं तो घबरा गई...और उसे जल्दी मैने किताबो मैं ही छुपा दिया......सीमा... क्या तुमने वो ब्लू फिल्म पूरी देखी है....????????
पूजा...हा जब घर मैं कोई नही था तब....शाम को....एक लड़की एक लड़के के उसको चूस रही थी और लड़का लड़की की चूत को चाट रहा था..................
सीमा...फिर क्या हुवा.................?????????????????
पूजा... फिर दोनो चुदाई मैं लग गये, बाड़ा मज़ा आया यार..............तभी बाते करते करते....सीमा का घर आ गया और पूजा का घर कुछ आगे था.......सीमा की चूत इतना पानी छोड़ चुकी थी कि उसकी पॅंटी पूरी तरह से गीली हो गयी थी............घर मैं घुसते ही सीमा अपने रूम मैं गयी और पहले ड्रेस बदली और बाथरूम मैं चली गई...वहाँ पर उसने आपनी पॅंटी उतारी और चूत को ठंडे पानी से धोया.....आकर अपने रूम मैं लेट गयी................
सीमा शाम को 6पीएम पर टशन के लिए राज शर्मा सर के घर चली गई.....राज शर्मासर के सीमा के घरवालो से घरेलू संभंध थे और उनको अपने परिवार का मेंबर ही मानती थी....जब सीमा राज शर्मा सर के घर पहुँची तो राज सर गिलास मैं कुछ हल्के लाल रंग का कुछ पी रहे थे....सीमा हमेशा की तरह बराबर मैं सोफे पर बैठ गई.......
सीमा...आंटी कहाँ है सर..??????????
सर... हमेशा की तरह झगड़ा करके अपने माएके चली गई.....
सीमा को सर राज शर्मा पर बड़ा रहम आया बेचारे कितने अच्छे थे और हॅंडसम भी थे, पर उनकी पत्नी हमेसा ही झगड़ा करती रहती थी....सीमा ने बड़े ही प्यार से सर को देखा..कितने अच्छे है सर...तभी..राज सर ने सीमा का हाथ अपने हाथ मे पकड़ लिया, सीमा अगर तुम बुरा ना मानो तो एक बात काहु??????????
सीमा... कहो ना सर मैं बुरा क्यो मानूँगी?????????
राज... आइ लव यू सीमा, मैं तुम्हे बहुत प्यार करता हूँ और सर ने एक हाथ सीमा के कमर पर कस दिया तथा दूसरा हाथ सीमा की मांसल सुडोल जाँघो पर फिराने लगे...धीरे धीरे सर का हाथ सीमा की स्कर्ट के अंदर सीमा की पॅंटी को छूने लगा....
सीमा...ये क्या कर रहे है सर......?????
पर राज शर्मा का दबाव सीमा पर बढ़ता ही जा रहा था, सर के होंठ सीमा के गुलाबी गालो को चूम रहे थे और हाथ पॅंटी के अंदर तक पहुँच चुक्का था...धीरे धीरे सीमा का शरीर ढीला पड़ने लगा था... राज शर्मा ने धीरे धीरे सीमा के सभी कपड़े उतार दिए...सीमा इतनी ज़्यादा उत्तेजित हो चुकी थी कि उस्मै अब विरोध की एच्छा समाप्त हो चुकी थी....सीमा के दोनो टाइट, सुडोल और छोटे छोटे बूब्स सर के हाथों मैं थे और गुलाबी निप्पेल्स मुह मैं...सर पड़े ही प्रेम से बूब्स पी रहे थे और नाज़ुक टाइट बूब्स से खेल भी रहे थे.. अब सीमा के होंठो से हल्की सिसकारिया निकल रही थी...अचानक सीमा ने सर का चेहरा अपनी और किया और अपने गुलाबी,मुलायम रसीले होंठ सर के होंठो पर रखा दिए.......
सीमा...सर आप कितने अच्छे है..........आआआआहह्ा......
सर..... तुम भी तो कितने प्यारी, लव्ली-लव्ली सी हो..अगर तुम्हारी उमर20-21 साल होती तो मैं तुमसे शादी कर लेता..................
अब सर धीरे धीरे सीमा के सारे जिश्म को चूम रहे थे....और अब दोनो टांगो के बीच सीमा की चूत पर उनका मूह पहुच चुक्का था.....सीमा की चूत पर मुलायम रोए दार झाँटे देखकर सर और अधिक उतेज़ित हो चुके थे....वे सीमा की चूत को चाटने चूमने लगे......सीमा उत्तेजना की चरम पर थी ( शी वाज़ इन हेवेन नाउ) सर की जीभ सीमा की चूत के अंदर बाहर हो रही थी और बीच बीच मई सिर क्लिट पेर जीभ का दबाव बनाकर छत रहे रहे थे.....सीमा की कामुक सिसकारिया अब तेज होने लगी थी.....
सीमा... सर...अहह हहाआआआआआईईईईईई सस्स्स्स्सिईईईईईईईईईईईईईईइइर्र्र्र्र्र्र्र्ररर और सर का सिर ज़ोर से अपनी चूत पर दबा रही थी...... आआअईईईएउउउउउउउउउउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म एम्म्म........सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सूऊऊऊऊऊ ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओीईईईईईईईईई सस्स्स्स्सस्स..........अब सर ने सीमा की दोनो टाँगे फैलाई और अप्पर उठाकर टॅंगो के बीच पोज़िशन लेली.....चूत से पानी बह रहा था और फुल्ली लूब्रिकेटेड हो चुकी थी.....सर ने अपने 7” के थिक लंड को सीमा की चूत के मूह पर सेट किया......सीमा को लगा जैसी कोई गरम रोड उसकी चूत को छू गई .......
पोवर्ड बाइ आद्टोल्ल अड्वरटाइज़ हियर
हो....उउउउउउउउउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हीईईईस्स्स्स्स्स्सीईइर्र्र र्र्र्र्र्ररर...........और सर ने धीरे से ईक हल्का धक्का ठोक दिया............आआआआआआयययययययययययययययययईई ईईए...सीमा दर्द से कराह उठी....सर के लंड का सूपड़ा चूत मैं समा चुक्का था.....
सीमा...प्लीज़ सर और नही..आआआआआआईईईईईई बहुत दर्द हो रहा है....बस सर आआआअहह.....तभी सर ने मौके की नज़ाकत को समझ कर दो तीन जबरदस्त धक्के मार दिए और पूर का पूरा लंड सीमा की चूत मई समा चुक्का था....सीमा की जोरदार चीखे निकल रही थी, अओर सर ने सीमा को कस कर बाहों मैं दबा रक्खा था......ऊवूऊवुयूयियैआइयैआइयैआइयैआइयैयीयिम्यूयूवम्मियीयीयैयीई ईयीई ह्हियैआइयियीयेययाया सस्सिईइइर्ररर म्म्म्माआर्ररर ददाअलल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लाआआआआआआआआआआआआआआ आआआआअहह...सीमा की आँखो मैं आँसू बह रहे थे.....सर ने लंड को हिलाना बिल्कुल बंद कर दिया था...और सीमा के होंठ चूमे जा रहे थे और दोनो हाथो से सीमा के बूब्स को सहला रहे थे.......अब सर सीमा के गले,,छाती,,,बूब्स,,कानो (यियर्ज़) के पीछे चूमे जा रहे थे....सीमा अब भी दर्द से कर्राह रही थी...धीरे धीरे सीमा का विरोध कम होता जा रहा था.....अब फिर सर ने धीरे धीरे लंड को थोड़ा अंदर बाहर करना शुरू कर दिया था.......सीमा अब कोई विरोध नही कर रही थी.....अब सर का लंड पिस्टन की तरह अंदर बाहर होने लगा था.....और सीमा भी अब आनंद का अनुभव करने लगी थी....
और अब चुदाई अपना पूरी स्पीड पकड़ चुकी थी...सीमा भी अब चूतड़ उछाल उछाल कर सहयोग कर रही थी..आआआआहह सर और ज़ोर सएआआाआआआअ..........आआआआआहह ऊवूऊवूयूवूऊवूऊवम्म्म्म्म्म्म्मायायाययाया फाड़ दो सर आआहह.......चुदाई के स्पीड अपने चरम पर थी......दोनो की बाँहो का दबाव बढ़ता जा रहा था.........
सीमा...सर.......मुझे....कुछ....आहह...सर.. ........आआईईए....आहह ........सस्स्स्स्स्सिईईईईइइर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर आआआआआआआआआ और सीमा के हाथो का कसाव सर की पीठ पर बढ़ता गया............तभी सर भी....कुछ बुबदाने लगे.....सीएमममाआ म्म्मईएरररिइ ज्ज्जाआन्न्न्न्न ल्ल्ल्ल्ल्लीईईए आआओउउउर्र्ररर ल्ल्ल्लीई...............................
सीमा को लगा कि गरम गरम लावा उसकी चूत मैं फूट पड़ा हो....उसकी चूत की आग को शांत करने के लिए.....फिर दोनो ने एक साथ एक दूसरे को कस कर भींच लिया............................. और कुछ देर बाद ये तूफान शांत हो गया. राज शर्मा ने एक कुवारि चूत को चोद कर मज़ा ले लिया था तभी शाश के हिलने से सीमा ध्यान भंग हुआ और वा अपने वर्तमान मैं लौट आई एक हाथ से उसने शाश का लंड पकड़ा हुआ था दूसरे हाथ से सीमा .धीरे धीरे अपने बूब्स को सहला रही थी....सीमा की चूत पानी छोड़ रही थी और तेज तेज साँसे चल रही थी...
सीमा की साँसे तेज तेज चल रही थी और चूत मैं आग लग चुकी थी.....चूत पानी छोड़-छोड़ कर पूरी तरह से गीली हो चुकी थी......अब सीमा से एक एक पल बिन चुदाई के भारी पड़ रहा था...... वह नही समझ पा रही थी की कैसे सुरू करे.....बाहर मेहमानो का शोर, और सीमा के अंदर वासना का ज़ोर ......कभी सीमा सोचती कि ये छोटा भाई.....इसके साथ क्या सेक्स ठीक होगा....क्या ये सेक्स कर पाएगा पर वासना चेतना पर भारी पड़ रही थी....एक सस्मसहेट एक द्वन्ध से घिरी सीमा .....चूत को अब लंड की इच्छा चरम को छू रही थी.....चूत के होंठ खुल बंद हो रहे थे......सीमा की साँसे गरम और तेज हो रही थी......आँखे लाल हो चली थी........आख़िर सीमा पर वासना ने काबू कर ही लिया....सीमा शास के हाथो से चुचीयो को ज़ोर ज़ोर दबाने लगी थी.....कभी एक हाथ शास के लंड पर कभी...खुलती-बंद होती चूत पर घूम रहा था.....आँखें वासना के सरूर मैं भारी हो चली थी......आख़िर मर्यादा का बाँध टूट गया..... सीमा सोते हुवे शास के गुलाबी होंठ चूमने लगी.....शास ने आँखे खोल ली......दीदी????????????....शास प्लीज़ कुछ मत बोलो.......प्लीज़ शास.......आपनी दीदी को बचा लो....ये आग मुझे मार डालेगी?????????????...शास आश्चर्या से सीमा को देखा रहा था......
सीमा...शास प्लीज़ कुछ करो......मेरे होंठो की, मेरी चूत की प्यास बुझा दो शास......शास प्लीज़,.....तुम्हारा लंड बहुत बड़ा लूंबा और मोटा है.....
शास...दीदी..................??????????????
सीमा... तुम्हे तुम्हारी दीदी की कसम....कुछ करो.....सीमा बैठ गई....और शास के लंड को हाथ मे लेकर.....देखो शास, ये तुम्हारा लंड मेरी प्यास ज़रूर बुझा सकता है......अऔर उसी भाववेश मैं लंड के सूपदे को चूमने लगी.......
शास से दीदी की बचैनि देखी नही जा रही थी.....वो समझ नही पा रहा था कि वो क्या करे...?????...तभी शास को संतोष बूवा की याद आई......वो कुछ- कुछ समझने लगा कि अब उसे क्या करना.....है......लॅकिन ये तो दीदी हैं ????????????
शास...बताओ दीदी मैं क्या कारू????जिससे आपको चैन मिले.......???????????
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