RE: XXX Kahani नंबर वन माल
नंबर वन माल--2
उस का क़द बहुत छोटा था मगर जिसम बड़ा घुटा हुआ और मज़बूत था. उस का लंड इन्तहाई मोटा था जो उस वक़्त भी आधा खड़ा हुआ निसफ दायरे की तरह उस के टट्टों पर झुका हुआ था. उस के लंड का सर छ्होटा था मगर पीछे की तरफ इन्तहाई मोटा हो जाता था. उस की झांतों के बाल घने थे और उन के अलावा उस के जिसम पर कहीं बाल नही थे. टटटे बहुत मोटे मोटे थे जिन की वजह से उस का लंड और भी बड़ा लगता था. खाला अम्बरीन नज़ीर के लंड को देख कर हैरान रह गईं. वो एक घरैलू औरत *थीं *और उन्होने इतनो मोटा लंड पहले कभी नही देखा था. मुझे यक़ीन था के अपने शौहर के अलावा उन्हे कभी किसी ने नही चोदा था.*
नज़ीर ने जान लिया के खाला अम्बरीन उस के लंड को हैरत से देख रही हैं. उस ने अपना लंड हाथ में ले कर उससे ऊपर नीचे हरकत दी और मुस्कुरा कर खाला अम्बरीन से पूछा के किया उन्हे उस का लंड पसंद आया? वो खामोश रहीं. वो फिर बोला के अब ये लंड तेरी फुद्दी मारे गा और तुझे बहुत मज़ा दे गा. खाला अम्बरीन ने जल्दी से अपनी नज़रें झुका लीं. नज़ीर ने अपना फोन और चाक़ू बेड के साथ पड़ी हुई छोटी सी मेज़ पर रखे और मुझे भी कपड़े उतारने को कहा. मै *खौफ के आलम में सेक्स का कैसे सोच सकता था. मैंने इनकार कर दिया.*
वो खाला अम्बरीन के पास गया और उनका हाथ पकड़ कर उन्हे बेड से उठाने लगा. उन्होने अपना हाथ छुड़ाना चाहा तो नज़ीर उन्हे गलीज़ गालियाँ देने लगा. कहने लगा तेरी चूत मारूं कुतिया अब शरीफ बनती है. तारे फुडे में लंड दूँ हरामजादी, कंजड़ी, बहनचोद. तेरी बहन को चोदुं अभी कुछ देर पहले तू अपने भानजे से चुदवा रही थी और अब नायक बन रही है. इस बे-इज़्ज़ती पर खाला अम्बरीन का चेहरा लाल हो गया और आँखों में बे-साख्ता आँसू आ गए. मै *भी अंदर से हिल कर रह गया. उस वक़्त मुझे एहसास हुआ के में नादानी में किया गज़ब कर बैठा था. *
नज़ीर ने खाला अम्बरीन को खड़ा किया और उन से लिपट गया. उस का क़द खाला अम्बरीन से 2 इंच छोटा तो ज़रूर होगा. वो उनके दिलकश चेहरे को चपड़ *चपड़ *चूमने लगा. उस का लंड अब पूरी तरह खड़ा हुआ था और खाला अम्बरीन की चूत से नीचे उनकी रानों में घुस रहा था. मै *जो थोड़ी देर पहले तक खाला अम्बरीन को चोदने के लिये बे-ताब था अब खौफ और पशहाईमानी की वजह से सूब कुछ भूल चुका * था. मुझे अपना दिल पसलियों में धक धक करता महसूस हो रहा था.
नज़ीर ने खाला अम्बरीन के होठों को मुँह में ले कर चूसा तो उन्होने अपना मुँह कुछ ऐसे दूसरी तरफ फेरा जैसे उन्हे घिन आ रही हो. इस पर नज़ीर ने उनकी शलवार के ऊपर से ही उनकी चूत को हाथ में पकड़ लिया और कहा बाज़ आ जा तेरी फुद्दी मारूं. कुतिया अगर मुझे रोका तो तेरी इस मोटी फुद्दी के बाल नोच लूं गा. खाला अम्बरीन तक़लीफ़ में *थीं जिस *का मतलब था के नज़ीर ने वाक़ई उनकी चूत के बाल अपनी मुट्ठी में पकड़ रखे थे. उन्होने फॉरन अपना चेहरा उस की तरफ कर लिया. नज़ीर ने दोबारा अपने होंठ उनके होठों पर जमा दिये. उस का काला बदसूरत चेहरा खाला अम्बरीन के गोरे हसीन चेहरे के साथ चिपका हुआ अजीब लग रहा था.
नज़ीर उनका मुँह चूमते हुए कपड़ों के ऊपर से ही उनके मोटे मम्मों को मसलने लगा. कुछ देर बाद उस ने मेरी तरफ देखा और कहा के इधर आ चूतिया मादरचोद अपनी खाला की क़मीज़ उतार और इस की बाड़ी खोल. वो ब्रा को बाड़ी कह रहा था. मैंने फिर इनकार कर दिया. सिर्फ़ एक घंटा पहले में खाला अम्बरीन के मम्मों की एक झलक देखने के लिये बे-ताब था मगर अब बिल्कुल ठंडा पड़ चुका * था.*
मेरे इनकार पर नज़ीर खाला अम्बरीन को छोड़ कर मेरी तरफ आया. क़रीब आ कर उस ने अचानक एक ज़ोरदार थप्पड़ मेरे मुँह पर रसीद कर दिया. मै *इस के लिये तय्यार नही था. मेरा सर घूम गया. उस ने एक और तमाचा मेरे मुँह पर लगाया. मेरा निचला होंठ थोड़ा सा फॅट गया और मुझे अपनी ज़बान पर खून का ज़ा’इक़ा महसूस हुआ. खाला अम्बरीन घबरा गईं और नज़ीर से कहा के इससे मत मारो बस जो करना है करो और यहाँ से चले जाओ. नज़ीर गुस्से में उनकी जानिब पलटा और कहा चुप तेरी बहन की चूत मारूं रंडी. अभी तो मुझे तेरी फुद्दी का पानी निकालना है. फिर मुझे देख कर कहने लगा तेरी माँ की चूत में लंड दूँ तू अब नायक बन रहा है. मै *तेरी हरकतें देख चुका * हूँ. तेरी माँ को अपने लंड पर बिताऊँ वो भी तेरी इस गश्ती खाला ही की तरह फिट माल हो गी. चल बता किया नाम है तेरी माँ का? में चुप रहा तो उस ने एक घूँसा मेरी गर्दन पर मारा.*
इस पर खाला अम्बरीन बोलीं के इस की माँ का नाम यासमीन है. नज़ीर ने कहा के में इस की माँ को भी चोदुं गा. मैंने बे-बसी से उस की तरफ देखा तो कहने लगा के तेरी माँ यासमीन की चूत में भी ज़रूर अपनी मनी डालूँगा कुतिया के बच्चे. उस की वो फुद्दी जिस से तू निकला है तारे सामने ही मेरा ये मोटा लंड ले गी. चल जो कह रहा हूँ वो कर वरना मार मार कर हड्डियाँ तोड़ दूँ गा. तेरी यासमीन का फुड़दा मारूं. मुझे बाद में एहसास हुआ के नज़ीर गाली गलोच और मार पीट से मुझे और खाला अम्बरीन को डरा रहा था ताके हम उस की हर बात मान लें. ये नफ्सीयाती हर्बा बड़ा कामयाब भी था क्योंके हम दोनो वाक़ई डर गए थे. उस ने फिर मुझे कपड़े उतारने को कहा. मै *इल्तिज़ा-आमीज़ लहजे में बोला के मेरा दिल नही है में सेक्स नही करना चाहता. लेकिन वो बा-ज़िद रहा के में वोही करूँ जो वो कह रहा है. मुझे डर था के कहीं वो फिर मेरी और खाला अम्बरीन की और नंगी तस्वीरें ना ले ले.
वो खाला अम्बरीन को ले कर बेड पर चढ़ गया और उनके होठों के बोसे लेने लगा. वो भूकों की तरह उनका गदराये हुए बदन को अपने हाथों में ले ले कर टटोल रहा था. उस ने मुझे घूर कर देखा और अपनी तरफ बुलाया. मै *बेड पर चढ़ कर खाला अम्बरीन के पीछे आया तो वो सीधी हो कर बैठ गईं. मैंने उनकी क़मीज़ को दोनो तरफ से ऊपर उठा कर सर से उतार दिया.*
उनके लंबे बाल उनकी गोरी कमर पर पड़े थे जिन के नीचे उनके ब्रा का हुक था. मैंने उनके बाल कमर पर से हटा कर ब्रा का हुक खोला और उससे उनके मम्मों से अलग कर दिया. नज़ीर ने फिर कहा के में कपड़े उतारून. मैंने जवाब दिया के में सेक्स नही कर पाऊंगा वो मेहरबानी कर के मुझे कुछ ना कहे. वो ज़ोर से हंसा और कहा जा मादरचोद नमार्द तू भला किया किसी औरत को चोदेगा. चल जा वहाँ बैठ और देख में तेरी खाला को कैसे चोदता हूँ. मै *सख़्त शर्मिंदगी के आलम में बेड से उतरा और सामने पड़ी हुई एक कुर्सी पर जा बैठा.
नज़ीर खाला अम्बरीन के मोटे मोटे नंगे मम्मों पर टूट पड़ा. उस ने उनका एक मम्मा हाथ में पकड़ कर मुँह में लिया और उससे ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा. कमरे में लपर लपर की आवाजें गूंजने लगीं. खाला अम्बरीन होंठ भींच कर नाक से तेज़ तेज़ साँस लेने लगीं. उनका चेहरा सुर्ख हो गया. मम्मे चुसवाने से वो गरम हो गई *थीं . उनके भारी मम्मे चूसते चूसते नज़ीर की साँस भी उखड़ गई मगर वो उनके मम्मों से चिपका ही रहा उन्हे चूसने के दोरान उन्हे मसलता रहा. उस ने खाला अम्बरीन को कहा के वो उस के लंड पर हाथ फेरें. उन्होने उस का लंड हाथ में लिया और *अपने मम्मे चुस्वाते हुए उस पर हाथ फेरने लगीं. उनकी हालत अब और ज़ियादा खराब हो गई थी. मै *ये सब कुछ देख रहा था.*
नज़ीर ने कहला अम्बरीन के दोनो मम्मों को चूस चूस कर बिल्कुल गीला कर दिया था. फिर उस ने खाला अम्बरीन को शलवार उतारने को कहा. उन्होने अपनी शलवार का नाड़ा खोला और उसे उतार दिया. मुझे उनकी चूत नज़र आई जिस पर हल्के सियाह बाल थे. नज़ीर ने उनकी नंगी चूत पर अपना हाथ फेरा. कई दफ़ा उनकी चूत को सहलाने के बाद उस ने उन्हे बेड की तरफ धकेल दिया. जब वो बेड पर लेट गईं तो नज़ीर उन से फिर लिपट गया और उनके पूरे बदन पर हाथ फेरने लगा. उस ने उनकी कमर, चूतड़ों, पेट और रानों को मुठियों में भर भर कर टटोला. फिर उनकी मज़बूत टांगें खोल कर उनकी चूत पर अपना मुँह रख दिया.
मैंने देखा के वो अपनी ज़बान खाला अम्बरीन की चूत पर फेर रहा था. उस ने दोनो हाथ नीचे कर के उनके चूतड़ों को पकड़ लिया और उनकी चूत चाटने लगा. खाला अम्बरीन क़ाबू से बाहर हो रही *थीं *और उनके मोटे चूतड़ बार बार अकड़ जाते थे. वो नज़ीर के जिसम को हाथ नही लगाना चाहती *थीं *इस लिये उन्होने अपने हाथ सर से पीछे बेड पर रखे हुए थे. नज़ीर ने उनकी चूत से मुँह उठाया और कहा के तेरा भोसड़ा मारूं अभी ना खलास हो जाना मेरा लंड अपनी चूत में ले कर खलास होना. खाला अम्बरीन शर्मिंदा सी हो गईं. वो ये छुपाना चाहती *थीं *के अपनी चूत पर नज़ीर की फिरती हुई ज़बान उन्हे मज़ा दे रही थी. मगर वो इंसान *थीं *और मज़ा तो उन्हे बहरहाल आ रहा था.*
इसी तरह कुछ देर उनकी चूत चाटने के बाद नज़ीर सीधा लेट गया और खाला अम्बरीन से कहा के वो उस का लंड चूसें. उस का मोटा लंड किसी डंडे की तरह सीधा खड़ा हुआ था. खाला अम्बरीन ने कहा के वो लंड चूसना नही जानतीं. नज़ीर हंस कर बोला के ये कौन सा मुश्किल काम है तुझ जैसी औरतें तो होती ही चुदवाने के लिये हैं. तुझे तो कोई मसला नही होना चाहिये लंड चूसने में. उस ने उनके हाथ की बड़ी उंगली अपने मुँह में डाली और उससे चूस कर उन्हे लंड चूसने का तरीक़ा बताया. फिर अपना लंड उनके मुँह की तरफ बढ़ा दिया. खाला अम्बरीन ने झुक कर उस का लंड अपने मुँह में ले लिया और उससे चूसने लगीं. उन्हे इतने मोटे लंड को मुँह के अंदर कर के चूसने में दुश्वारी हो रही थी. उनके दाँत नज़ीर के लंड को चुभ रहे थे जिस पर उस ने उन्हे कहा वो उस के लंड पर ज़बान फेरें दाँत ना मारें. वो उस का लंड चूसती रहीं.*
लेकिन जब दोबारा खाला अम्बरीन ने उस के लंड को दाँत लगये तो उस ने नीचे से उनका एक मम्मा हाथ में पकड़ कर ज़ोर से दबा दिया. खाला अम्बरीन ने तेज़ सिसकी ली. नज़ीर ने कहा के अगर तू मेरे लंड को दुखायेगी तो में तेरे मम्मे को दुखाओंगा. इस के बाद हैरत-अंगैज़ तौर पर खाला अम्बरीन नज़ीर का लंड बड़ी एहतियात और सलीक़े से चूसने लगीं. नज़ीर ने अपनी टांगें फैला दीं और वो उस के लंड को हाथ में ले कर चूसती रहीं. मुझे उनके मोटे सेहतमंद मम्मे दिखाई दे रहे थे जिन्हे नज़ीर मुसलसल मसल रहा था.
देर तक यही सिलसिला चलता रहा. फिर नज़ीर ने खाला अम्बरीन को कमर के बल लिटा दिया और खुद ऊपर आ कर अपना लंड हाथ में ले कर उनकी मोटी चूत के अंदर डालने लगा. मेरे दिल की धडकनें तेज़ हो गई. जब नज़ीर के लंड का अगला हिस्सा खाला अम्बरीन की चूत में घुसा तो उनके मुँह से एक तेज़ सिसकारी निकली. नज़ीर ने कहा के तेरी चूत तो बड़ी टाइट है बेहेंचोद और उनके होठों पर अपना मुँह रख दिया. कुछ लम्हो तक वो इसी हालत में अपने जिसम की बॅलेन्स करता रहा रहा और फिर अचानक उनकी चूत में पूरी ताक़त से घस्सा मारा. उस का अकड़ा और फूला हुआ लंड खाला अम्बरीन की चूत को चीरता हुआ अंदर चला गया. खाला अम्बरीन ने ज़ोर से आऐईई….. कहा और उनका पूरा बदन ज़ोर से लरज़ कर रह गया. अब उस ने फॉरन ही तावातूर के साथ उनकी चूत में घस्से मारने शुरू किये. कुछ ही देर बाद वो खाला अम्बरीन को बड़ी महारत से चोदने लगा. उस के मोटे लंड ने खाला अम्बरीन की चूत को फैला दिया था और जब भी घस्सों के दोरान वो अपना लंड उनके अंदर करता तो उनकी चूत जैसे चिर जाती.
हर घस्से के साथ नज़ीर के भारी टट्टे उनकी गांड़ के सुराख से टकराते. खाला अम्बरीन की टांगें नज़ीर की कमर के दोनो तरफ थीं और उनके पांव मेरी जानिब थे. उनकी चूत से पानी निकल रहा था और उस के आस पास का सारा हिस्सा अच्छा ख़ासा गीला हो चुका था. चूत देते हुए उन के मुँह से मुसलसल ऊऊऊंं….. ऊओनह…….ऊऊन्न्नह की आवाजें निकल रही थीं . उनकी आँखें बंद थीं . खाला अम्बरीन की चूत में बड़े ज़ोरदार और ताबड़ तोड़ घस्से मारते हुए नज़ीर ने अपने दोनो हाथों में उनके हिलते हुए मम्मे दबोच लिये और अपने घस्सों की रफ़्तार और भी बढ़ा दी. खाला अम्बरीन ने अपनी आँखें खोल कर नज़ीर की तरफ अजीब तरह की हैरानगी से देखा. उनका मुँह लाल सुर्ख हो रहा था.
अचानक खाला अम्बरीन ने अच्छी ख़ासी तेज़ आवाज़ में आऊओ….आअहह……..आऊ…..आआहह…….आऊ…..आआहह की करना शुरू कर दिया. लगता था जैसे वो अपने आप को ऐसा करने से रोक ना पा रही थीं . वो अपने भारी चूतड़ों को ऊपर उठा कर नज़ीर के घस्सों का जवाब देने लगी थीं और उनके मोटे ताज़े चूतड़ों की हरकत में तेज़ी आती जा रही थी. नज़ीर समझ गया के खाला अम्बरीन खलास होने वाली हैं. वो उन्हे चोदते हुए कहता रहा के चल अब निकाल अपनी चूत का पानी मेरी जान शाबाश निकाल….हाँ हाँ ……….चल मेरी कुतिया खलास हो जा…..तेरा फुदा मारूं…..ये ले…..ये ले. कोई एक मिनिट बाद खाला अम्बरीन के बदन को ज़बरदस्त झटके लगने लगे और वो खलास हो गईं. मुझे नीचे से उनकी चूत में घुसा हुआ नज़ीर का लंड दिखाई दे रहा था. जब वो छूटने लगीं तो उनकी चूत से और ज़ियादा गाढ़ा पानी निकला जो उनकी गांड़ के सुराख ती तरफ बहने लगा. खाला अम्बरीन ने अपना मुँह सख्ती से बंद कर लिया और उनका बदन ऐंठ गया. मै समझ गया के खलास हो कर उन्हे बहुत मज़ा आया था.
खाला अम्बरीन के खलास हो जाने के बाद भी नज़ीर इसी तरह उनकी चूत में घस्से मारता रहा. अभी कुछ ही देर गुज़री थी के खाला अम्बरीन ने बेड की चादर को अपनी दोनो मुठियों में पकड़ लिया और फिर निहायत तेज़ी से अपने चूतड़ों को ऊपर नीचे हरकत देने लगीं. ये देख कर नज़ीर ने उनकी चूत में अपने घस्सों की रफ़्तार कम कर दी. जब उस ने घस्से मारना तक़रीबन रोक ही दिये तो खाला अम्बरीन खुद नीचे से काफ़ी ज़ोरदार घस्से मारने लगीं. वो एक बार फिर खलास हो रही थीं और चाहती थीं के नज़ीर उनकी चूत में घस्से मारना बंद ना करे. वो बिल्कुल पागलों की तरह नज़ीर के लंड पर अपनी चूत को आगे पीछे कर रही थीं .
नज़ीर ने अब उनका मम्मा हाथ में ले लिया. उन्होने अपना एक हाथ नज़ीर के उसी हाथ पर रखा जिस में उनका मम्मा दबा हुआ था और दूसरा हाथ अपने पेट पर ले आईं. फिर उनके बदन ने तीन चार झटके लिये और वो दोबारा खलास होने लगीं. चंद सेकेंड तक वो इसी हालत में रहीं. नज़ीर ने उनके मम्मे पर ज़बान फेरी और पूछा के किया उन्हे चुदने का मज़ा आया. खाला अम्बरीन की साँसें बे-रब्त और उखड़ी हुई थीं . वो चुप रहीं. नज़ीर ने एक झटके से अपना लंड उनकी चूत से बाहर निकाल लिया. मैंने देखा के खाला अम्बरीन की चूत से निकालने वाला गाढ़ा पानी उस के सारे लंड पर लगा हुआ था और वो रोशनी में चमक रहा था.
फिर वो बेड पर लेट गया और खाला अम्बरीन को अपने लंड के ऊपर बैठने को कहा. खाला अम्बरीन अपने मोटे मम्मे हिलाते हुए बेड से उतर गईं. उन्होने नज़ीर के लंड को हाथ में पकड़ा और उस पर बैठने लगीं तो उनकी नज़रें मुझ से मिलीं. मैंने महसूस किया के ये नज़रें पहली वाली खाला अम्बरीन की नही थीं . आज के वहशत-नाक तजरबे ने मेरे और उनके दरमियाँ एक नया ता’अलूक़ कायम कर दिया था. शायद अब हम भी पहले वाले खाला भानजे नही बन सकते थे. खैर खाला अम्बरीन ने नज़ीर के लंड पर अपनी फुद्दी रख दी और उस का लंड अपने अंदर ले लिया. उस ने खाला अम्बरीन को कमर से पकड़ कर अपने ऊपर झुकाया और अपनी मज़बूत रानों को उठा उठा कर उनकी फुद्दी में घस्से मारने लगा. खाला अम्बरीन की मोटी और चौड़ी गांड़ अब मेरी तरफ थी.
नज़ीर की रानें बड़ी वर्ज़िशी और ताक़तवर थीं और वो खाला अम्बरीन की चूत में नीचे से भरपूर घस्से मार रहा था. फिर उस ने उनके मोटे और भारी चूतड़ों को दोनो हाथों से गिरफ्त में ले लिया और उन्हे पूरी तरह क़ाबू कर के चोदने लगा. उस के हलक़ से अजीब आवाजें निकल रही थीं . खाला अम्बरीन बड़ी खूबसूरत औरत थीं . मुझे यक़ीन था के नज़ीर जैसे आदमी ने कभी उन जैसी किसी औरत को नही चोदा होगा. उस के चेहरे के नाक़ूश बिगड़ गए थे. वो अब शायद छूटने वाला था.
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