Kamukta Kahani बीबी की सहेली
06-28-2017, 10:55 AM,
#6
RE: Kamukta Kahani बीबी की सहेली
बीबी की सहेली--6

गतान्क से आगे……………………….

मैने कहा, “भाभी दिल छोटा ना कीजिए, ये कमज़ोरी मन से पनपती है, उनको कॉन्फिडेन्स नहीं होगा. इसीलिए ठीक से कर नहीं पाते हैं. चुदाई हमेशा आराम से की जाती है, जल्दबाज़ी मे नहीं. लेकिन मैं ज़य जी की कमज़ोरी के बारे कुच्छ नहीं बोलूँगा. जहाँ तक़ मेरा सवाल है, ये सब हमारे एक्सपेरिमेंट्स और एक्सपीरियेन्स से आया है. इसमे डॉली का भी बहुत सहयोग रहा. इंटरनेट से भी बहुत ज्ञान प्राप्त किया है. मैं चुदाई सिर्फ़ मज़ा लेने के लिए नहीं, अपने पार्ट्नर को मज़ा देने के लिए करता हूँ.” मैं ज़य के बारे नेगेटिव नहीं बोलना चाहता था, क्यूंकी वो अपने पति को बहुत प्यार करती है. मैने फिर पूछा, “ज़य जी ने कभी आपकी चुनमुनियाँ चाटि है या आपने उसका लंड कभी चूसा है?” उसने बताया, “नहीं, आज तक ऐसा नहीं किया. उन्होने कभी इसके लिए इनिशियेटिव नही लिया. वो चुनमुनियाँ चाटना तो दूर, चुनमुनियाँ भी नहीं सहलाते हैं. सिर्फ़ डाइरेक्ट चुनमुनियाँ मे लंड पेलते हैं. शायद उनको घृणा लगती होगी की चुनमुनियाँ पे हाथ और मुँह क्या मारना, उसके जस्ट उपर से तो पेसाब भी निकलता है, और नीचे गुदा भी है.” मैने कहा, “भाभी, मैं डॉली को प्यार करता हूँ. उसकी चुनमुनियाँ मे लंड डालकर मज़ा लेता हूँ तो मैं उसकी चुनमुनियाँ के स्वाद और गंध से भी प्यार करता हूँ.” ये सुनकर वो हँसी, “ढत्त!”

करीब 40 मिनट जैसा ऐसे ही बात करते रहे. इतना समय मेरे लिए रिलॅक्स करने के लिए बहुत था. मैं चाहता था कि ललिता भाभी के अपने घर जाने से पहले एक क्विक ट्रिप मार लूँ. इसीलिए मैने उसे पूछा, “भाभी, एक क्विक राउंड मार लेते हैं?” वो बोली, “अभी!! फिर से!! … आप बहुत टाइम लगा दोगे!” मैं बोला, “चिंता मत कीजिए, ये क्विक राउंड ही होगा, विस्वास कीजिए. अभी 3 बज रहे हैं. 3:30 बजे तक़ निपटा दूँगा. ज़य जी तो 5 बजे आएँगे ना!” वो कुकछ सोचने लगी. मैने फिर कहा, “सोचिए मत, इसके बाद मौका शायद ही मिलेगा. डॉली के आने के बाद तो मुझसे चुद्वाने के लिए डॉली को ही मानाना पड़ेगा आपको, पता नहीं वो ये पसंद करेगी कि नहीं!” उसने कहा, “ठीक है, लेकिन जल्दी ख़तम कीजिए.”

मैं उठा और टीवी बंद कर दिया. और मैने भाभी के लिप्स पे एक किस दिया और उसके पैरों के पास बैठ गया. उसकी सारी उपर सरकाते हुए, उसकी टाँगों को सहलाया. उसने आँखें बंद कर ली. ये देखकर मैं उसकी सारी के अंदर घुस गया. उसने पैंटी नहीं थी आज. उसकी चुनमुनियाँ के चोंचले को हाथ से हल्के हल्के मसल्ने लगा. उसकी टाँगों को सहलाया और चाटने लगा. इसी बीच उसकी सारी को नाभि तक उठा दिया और 1-2 मिनट उसकी गोरी चिकनी मांसल जांघों को देखने लगा, की फिर इनके दर्शन होंगे कि नहीं. मैने उसकी टाँगों को फैलाकर उसकी चुनमुनियाँ को दुबारा चाटना शुरू कर दिया. चुनमुनियाँ लसलसाने लगी. और मैं चाट्ता रहा. 5-6 मिनट बाद मैं वहाँ से हटा. उसने भी मेरा निक्कर और अंडरवेर उतार दिया और वो लंड को मुँह मे लेकर चूसने लगी. उसने 3 मिनट लंड चुसाई की.

फिर मैने उसको वही सोफे के बगल वाले छोटे बेड पर लिटाया और उसकी चुनमुनियाँ को फिर से चाटने के बाद चुनमुनियाँ मे लंड पेल दिया. धीरे धीरे हिलाना शुरू किया, 5-6 मिनट आराम से चोद्ने के बाद मैने उसके उपर ही लेट कर 1-2 मिनट के लिए लंबी सांस ली, रिलॅक्स हुआ.

मैने ललिता को बेड से उठाया और सिंगल सोफे पर बैठाया. सारी उसकी नाभि के उपर उठी हुई थी. उसकी चुनमुनियाँ के दरवाजे खुले हुए थे जैसे कि मेरे लंड को आमंत्रित कर रहे हो! मैने उसकी टाँगों को उठाया और अपनी कंधों पे रखा. ये पोज़ भी बड़ा एरॉटिक लगता है. मैने अपना लंड फिर से चुनमुनियाँ मे धकेल दिया, लंड फ़चक से अंदर गया, लगा कि लंड चुनमुनियाँ के अंदर किसी गरम नरम दीवार से टकराकर ही रुका. मैने लंड पूरा खींच निकाला और वापस तेज़ी से पेल दिया. ज़ोर के झटके से वो चिहुनक जाती थी. उसी पोज़ मे 2-3 मिनट चोदा, क्यूंकी उसकी टाँगे थोड़ी भारी लग रही थी. मैने उसकी टाँगों को नीचे रखा और लंड को चुनमुनियाँ के अंदर रखकर फिर थोड़ा रिलॅक्स किया और फाइनल राउंड के लिए रेडी हो गया.

पिच्छले 4 साल से मैने डॉली को कई डिफरेंट पोज़िशन्स मे चोदा है. और मुझे पता है कि डॉगी स्टाइल मे चोद्ने से लंड जल्दी झड्ता है. ये मेरा पर्सनल एक्सपीरियेन्स है, पता नहीं दूसरों के साथ ऐसा हुआ या नहीं. क्यूंकी पिछे से चोद्ने मे लंड चुनमुनियाँ के अंदर थोड़ा टाइट सा जाता है. और मैं जितना भी कंट्रोल करने की कोशिश करता, उस पोज़िशन मे 5-6 मिनट से ज़्यादा होल्ड नहीं कर पाता.

मैं ललिता के पिछे आया, उसकी पीठ को किस किया, उसके बूब्स को दबाया. फिर उसको धकेल कर आगे झुकाया और घोड़ी जैसा बना दिया. उसकी टाँगों को थोड़ा फैलाकर रखा, जिससे चुनमुनियाँ वाला हिस्सा खुल गया. मैं उसके पैरों और हाथों के बीच घुसकर बैठ गया और उसकी चुनमुनियाँ को फिर से चाटने लगा. इसी बीच वो भी अपना मुँह नीचे लाकर मेरे लंड को चूसने लगी.

थोड़ी देर मे उसके नीचे से निकला और उसकी चूतड़ के पिछे खड़ा हुआ. मैने चुनमुनियाँ मे लंड भिड़ा कर लंड को अंदर डालने की कोशिश किया. लेकिन निशाना ग़लत लगा, लंड गांद मे टच हो गया था. ललिता उचक गयी, “अरे आप कहाँ लगा रहे हैं? वहाँ नहीं, थोड़ा नीचे लगाइए.” मैने फिर से निशाना लगाया और बोला, “भाभी आप ही लगा दो निशाना.” उसने मेरा लंड पकड़ा और चुनमुनियाँ से लगाया. मैने धीरे से लंड घुसाना शुरू किया. लंड जब पूरा घुस गया तो मैं भाभी की कमर पकड़ कर धक्के मारने लगा. धीरे धीरे चोद्ता रहा. बीच-बीच मे लंड निकाल लेता था. 3-4 मिनट तक़ धीरे धीरे किया. उसकी फूली हुई चूतड़ को भी खूब सहलाया. फिर मैने स्पीड बढ़ा दी, धाप-धाप धाप-धाप की आवाज़ गूंजने लगी. वो भी अपनी गांद पीछे धकेल कर चुनमुनियाँ मे लंड लेने लगी. वो बोल रही थी, “आप चोदिये, चोदते रहिए, चुनमुनियाँ फाड़ दीजिए आज!” मैं हंसते हुए बोला, “भाभी, मेरे छोटे लंड से आपकी फूली हुई चुनमुनियाँ कैसे फटेगी? आपकी चुनमुनियाँ मे तो मेरे लंड जैसे 5 लंड घुस जाएँगे एक साथ!!” वो बोली, “इतनी भी चौड़ी नहीं है मेरी चुनमुनियाँ!”

मैं उसकी कमर पकड़कर चुनमुनियाँ मे धक्के लगाता रहा. फाइनली, अगले 4-5 मिनट मे मैं बेकाबू हो गया, मैं झड़ने को हुआ तो मैने कहा, “भाभी .. मैं झाड़ रहा हूँ…!” मैने लंड चुनमुनियाँ से बाहर खींच लिया और उसकी गांद और पीठ पे वीर्य गिरा दिया. मैने अपनी चड्डी उठाई और उसकी गांद और पीठ को पोंछ दिया. वो बोली, “आधे घंटे की चुदाई क्या क्विक राउंड होता है! इतने मे तो मेरे प्यारे पातिदेव का 5-6 राउंड हो जाएगे!!”

मैने उसको अपनी ओर घुमाया और उससे लिपट गया. उसको मैने फिर से माथे और होंठ पे एक-एक किस दिया. उसने भी जवाब मे एक किस होंठ पे दिया. उसकी आँखों मे संतोष झलक रहा था. फिर हम अलग हुए. वो तुरंत बाथरूम गयी और चुनमुनियाँ सॉफ करके आई. मैं भी लंड धोकर आया. उसने अपनी सारी ठीक की. शाम के 3:40 बज गये थे.

वो बोली, “आशीष, अब मैं जाती हूँ. आपने मुझे थका दिया.” मैं बोला, “ठीक है भाभी. अब आप जाइए. मैं भी अब थक गया हूँ. थोड़ा देरी सो जाउन्गा. आपने मुझे एक नया अहसास और मज़ा दिया भाभी. सुक्रिया.” वो बेड रूम गयी और अपनी ब्रा उठा लाई. उसके बाद वो अपने घर चली गयी.

मैं दरवाजा बंद करके सो गया. शाम को उठा तो 7 बज चुके थे. आँखों के सामने अब भी दिन मे ललिता भाभी की चुदाई वाले सीन्स घूम रहे थे. मैं उठा और वॉश बेसिन पे जाकर ब्रश किया और चेहरा धोया. मोबाइल देखा तो उसमे डॉली के 4 मिस्ड कॉल थे. मैने डॉली को फोन लगाया, “हेलो!” उधर से उसकी डाँट पड़ी, “कहाँ गये थे, फोन भी नहीं उठाते हैं!!” मैं बोला, “यार, मैं सो रहा था, क्या करूँ जागता हूँ तो तुम्हारी याद आती रहती है. फोन टीवी रूम मे रह गया था. अभी उठा हूँ.” उसने कहा, “मेरी याद या मेरी चुनमुनियाँ की!!” मैं समझ गया वो अकेली है इस समय. मैने तपाक से जवाब दिया, “जो भी समझो यार, चुनमुनियाँ की ही याद आती है, लेकिन चुनमुनियाँ तो तेरी जांघों के बीच ही है ना, इसीलिए तुम्हारी याद आ जाती है. तुम्हारे बिना रहा नहीं जाता यार. माताजी अब कैसी हैं?” उसने कहा, “माजी ठीक हैं अब. अरे मेरी भी हालत यहाँ खराब है. मन तो करता है आपके पास उड़कर आ जाऊ और आपके लंड को चुनमुनियाँ मे 24 घंटे डालकर 1 महीने की भडास निकाल दूं!” मैने कहा, “ऐसा क्या!! तब तो मुझ जैसे 24 लौन्डे बुलाने पड़ेंगे.” वो बोली, “ढत्त!! आप भी! पता है मैने कल यहाँ क्या देखा!! वो देखके मेरी हालत और खराब हो गयी.” मैने पूछा, “ऐसा क्या देख लिया?” वो बोली, “अरे बाबा, आपके दोस्त मनीष, मेरे भैया और भाभी की चुदाई देख ली थी.” मैने कहा, “यार तुम भी कितनी चुदक्कड हो गयी हो, क्या-क्या देखती हो, छी… कितनी गंदी हो गयी! अपने भैया-भाभी की चुदाई देखती हो!!” वो चहकते हुए बोली, “इसमे छी की क्या बात है, आप डीवीडी मे चुदु-चुदु फिल्म देखते हैं, मुझे लाइव फिल्म देखने का मौका मिल गया और देख ली तो क्या हुआ? मैं आके आपको बताउन्गि तो आप को भी मज़ा आएगा.” मैने कहा, “ठीक है डॉल, फिलहाल तुम फोन रखो, आके सुनाना वो किस्सा. लेकिन जल्दी आओ, अपनी सुंदर सी चिकनी सी गोरी सी प्यारी सी चुनमुनियाँ को जल्दी ले आओ. मेरा लंड उसके इंतेज़ार मे सूख गया है. बाइ!” उसने कहा, “ठीक है, अपना ध्यान रखिए, ठीक से खाइए. आइ लव यू.” फिर हमने एक दूसरे को फोन चुंबन दिया और फोन काट दिया.

समाप्त
Reply


Messages In This Thread
RE: Kamukta Kahani बीबी की सहेली - by sexstories - 06-28-2017, 10:55 AM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,588,177 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 554,223 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,270,483 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 960,295 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,702,621 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,122,132 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,023,078 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,306,359 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,116,179 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 293,334 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)