RE: Sex Hindi Kahani रंगीन आवारगी
हम दोनो जब अंदर गयी तो शशि शरारत से बोली,”अवी, यार हम को भी महफ़िल में शामिल नहीं करोगे? भैया क्या हम को शराब ऑफर नहीं करोगे?” शशि जान बुझ कर अपनी गांद मटकाती हुई विमल के सामने गयी और उसकी जांघों पर हाथ फिराती हुई बात करने लगी. मेरा पल्लू भी सरक गया और अवी मेरे नंगे उरोज़ एक भूखे जानवर की तरह देखने लगा.”मेरा भी मन कर रहा है कि मैं एक पेग पी ही लूँ. पीना कोई मर्दों का ही अधिकार नहीं है, क्यो जिज़्जु?” कहते हुए मैं आगे की तरफ और झुक गयी जिस से मेरी चुचि अवी के सामने पूरी नंगी हो गयी.
उधर विमल ने भी शशि को अपनी तरफ खींच लिया और शशि ने अपना सिर उसके सीने पर रख दिया.”मुझे कोई एतराज़ नहीं अगर तुम लोग पीना चाहते हो, क्यो अविनाश. हो जाए थोड़ी से मस्ती. लेकिन मेरी बहना, कहीं पी कर बहक मत जाना!!” शशि ने भी अपनी बाहें विमल के गले में डालते हुए कहा,”भैया अगर बहक भी गयी तो क्या होगा? यहाँ मैं आपकी बेहन हूँ और बिंदु लगती है अवी की साली! भाई बेहन में कोई भेद होता नहीं और साली तो होती ही आधी घरवाली!क्यो अवी?” वो बस हंस पड़ा और मेरे कंधों पर हाथ फेरने लगा. मेरा बदन अब सेक्स की आग से जलने लग पड़ा था.
“भैया हम को भी दो ना. मैं ग्लास ले कर आई,” शशि किचन से ग्लास लेने चली गयी. जब वो चल रही थी तो विमल बिना किसी शरम के शशि के मादक कूल्हे निहार रहा था और ये अवी भी देख रहा था. “विमल यार तू तो बहुत बेशरम हो गया है, बेह्न्चोद अपनी बेहन की गांद घूर रहे हो? साले शशि मेरी पत्नी है!! बिंदु यहाँ है, उसको देख अच्छी तरह.” विमल भी हंस कर बोला, “अवी, मेरे यार यारों में तेरा क्या और मेरा क्या. जो मेरा है वो तेरा है और जो तेरा है वो मेरा है. अब तेरी पत्नी पर मेरा भी तो कुच्छ हक है कि नहीं? जब तू बिंदु को आलिंगन में ले रहा था तो मैने कुच्छ बोला? यारों में सब कुच्छ बाँट लिया जाता है अगर किसी को एतराज़ ना हो. चल एक और पेग बना. आज का दिन यादगार बना देते हैं”
तभी शशि आ गयी और उसने दो पेग बना लिए. मैं बहुत कम पीती हूँ और मुझे जल्दी ही नशा हो जाता है. शराब कड़वी थी तो मैने कहा,” शशि साथ में कुच्छ नमकीन नहीं है? ये बहुत कड़वी है” मैने घूँट भरते हुए कहा. शशि बोली,” चल हम किचन में जा कर एग्स फ्राइ कर लेती है, ये भी खा लेंगे. क्यो अवी एग्स खायोगे? ” अवी हंस कर बोला,”जाने मन आज तो तुम लोगों को खा जाने का मन कर रहा है. अगर खिलाना ही है तो अपने आम चुस्वा लो हम दोनो से, क्यो विमल? और आपको कुच्छ खाना है तो हमारे केले हाज़िर हैं!!!” मेरा तो शरम से बुरा हाल हो गया उसकी बेशरामी की बात सुन कर. “हां खा लेंगी आपके केले भी अवी. लेकिन अगर केले में दम ना हुआ तो?वैसे मैं और बिंदु भी बहुत भूखी हैं. हम केले के साथ आपके लुकात भी चूस लेंगी!!”
सभी हंस पड़े और मैं और शशि किचन में एग्स फ्राइ करने लगी. शशि ने मेरे ब्लाउस में हाथ डाल कर मेरी चुचि मसल डाली और बोली,”बिंदु, मेरी जान, क्यो ना आज ही पति बदल कर टेस्ट किया जाए. अवी और विमल अब नशे में हैं. हम को कुछ करने की ज़रूरत नहीं है. विमल भैया तो कब से मुझे सेक्सी नज़रों से घूर रहे हैं और अवी तो कल्पना में तेरे कपड़े उतार रहा है. क्यो ना देखा जाए कि विमल को मैं कैसी लगती हूँ और तुझे अवी का लंड कैसे लगता है. एक बार खुल गये तो हम लोग बिना किसी डर के फ्री सेक्स की दुनिया में परवेश कर सकते हैं. मेरी रानी आज कल ग्रूप सेक्स का बहुत फॅशन है. खूब मज़े करेंगे!! ओके?” मेरे अंदर तो एक आग भड़क उठी थी.
मुझे अवी एक कामुक मर्द नज़र आ रहा था और मेरी चूत ने पानी छ्चोड़ना शुरू कर दिया था. उतेज्ना में आ कर मैने शशि को आलिंगन में ले लिया और उसके होंठों को चूमने लगी. “साली तुमने मुझे आज बहुत गरम कर दिया है, और उप्पेर से शराब का नशा, आज जो होना है हो जाने दो!! मुझे अपने पति के साथ चुदाई कर लेने दे औ=र तू मेरे पति से चुदवा ले, सखी!!” कहते हुए मैने शशि की चुचि मसल डाली. मेरी साँस बहुत तेज़ी से चल रही थी. मेरा अपने आप पर काबू ना रहा.
“चल बिंदु, पहले हम कपड़े बदल लें. इस से काम आसान हो जाए गा.” शशि मुझे अपने रूम में ले गयी और उसने सारे कपड़े उतार कर एक खुला हुआ घुटनो तक पहुँचने वाला पाजामा और बिना बाज़ू की शर्ट पहन ली और मुझे भी ऐसी ही एक और ड्रेस दे दी. पाजामा और शर्ट के नी चे हम बिल्कुल नंगी थी. मैने देखा कि शशि ने भी मेरी तरह अपनी चूत ताज़ी शेव की हुई थी. जब मैने अपनी सारी और ब्लाउस उतारा तो वो मस्ती से भर गयी और मेरी चूत को मुथि में भर कर कस दिया,” आरीए मदर्चोद तू भी बहुत उतेज़ित हो गयी है मेरे पति को चोदने के विचार से.
अवी ठीक चोदेगा तुझे मेरी बन्नो!! साली तेरी चूत तो गॅगा जमुना बहा रही है!!मेरे लिए भी पति बदलने का पहला मौका है. अंदर जा कर देखते हैं इन कपड़ों में क्या बॉम्ब गिराती है तू मेरे पति देव पर?” शर्ट का गला इतना लो कट था कि कल्पना की कोई ज़रूरत ना बची थी. जब मैं अंदर जाने के लिए मूडी तो शशि ने मेरे नितंभ पर ज़ोर से चांटा मारा तो मेरी चीख निकल गयी,”ओह्ह्ह्ह शशि साली कुत्ति, मार किओं रही है साली?” शशि शरारत से मुस्कुराती हुई बोली,'क्यो की मेरे पति तेरी डबल रोटी जैसी गांद पर चाँते ज़रूर मारेंगे और शायद तेरे पिच्छवाड़े का भी महुरत कर दें. भारी गांद का बहुत रसिया है अवी!”
जब हम कमरे में गयी तो मर्दों की आँखें खुली की खुली रह गयी. विमल के मूह से निकल गया,”ओह्ह्ह भेन्चोद कितनी सेक्सी हैं ये दोनो औरतें!!!” अवी बस देखता ही रह गया. “यार गर्मी बहुत थी तो हम ने चेंज कर लिया. पसीने से भीग रही थी हम दोनो. तुम तो यहा एसी में बैठे हो हम औरतों को किचन में काम करना पड़ता है. मेरे तो बूब्स से पसीना नीचे तक जा रहा था. ओह्ह्ह्ह बिंदु यहाँ आराम है, बैठ जाओ और शराब के मज़े लो” तभी विमल के ताश उठा ली और बोला,'चलो कार्ड्स खेलते हैं. सभी का मनोरंजन हो जाएगा, किओं बिंदु खेलोगी?” मैं भी अब इस सेक्स की गेम में शामिल होने को तैयार थी. “विमल यार आज जो गेम भी खेलो गे मैं साथ हूँ. मुझे लगता है कि आज का दिन हम भुला नहीं पाएँगे. लेकिन गेम की शरत क्या होगी/ हारने वाला कितने पैसे देगा जीतने वाले को? भाई मेरे पास तो बस 500 रुपये हैं! मैने कहा तो अवी बोल उठा,” मेरी प्यारी साली साहिबा, अँग्रेज़ लोग एक गेम खेलते हैं, स्ट्रीप पोकर. वो ही किओं ना खेला जाए? जो हारता है, अपने जिस्म से एक कपड़ा उतारे गा. शशि को ये गेम पसंद है, किओं शशि?” शशि हंस पड़ी,' यार नंगी तो होना ही है, फिर ताश की गेम में किओं ना हो जाए?”
मुझे लगा कि अवी और विमल भी वो ही प्लान बना चुके थे जो मैं और शशि बना कर आए थे. हम चारों बैठ गये और विमल ने कार्ड्स बाँट दिए,” बिंदु, अभी से सोच लो, अगर हार गयी तो सभी के सामने कपड़े उतारने पड़ेंगे” मैं भी अब शराब के नशे में थी. “पति देव को अगर अपनी पत्नी को नंगा दिखाने में कोई शरम नहीं है तो पत्नी को क्या एतराज़ होगा, पति देव?” सभी हंस पड़े. पहली गेम विमल हारा. शशि ने आगे बढ़ कर कहा, विमल भैया की पॅंट्स उतारी जाएँ, ठीक है?” हम सभी ने मंज़ूरी दे दी और शशि ने विमल की पॅंट की बेल्ट खोली और नीचे सरका दी. मेरा पति अब कच्छा पहने हुए बैठा था. उसको कोई शरम नहीं थी किओं कि उसका लंड तना हुआ था. शशि ने विमल की जांग्घों पर हाथ फेरा तो अवी बोल उठा” शशि मेरी रानी, विमल का तो पहले ही खड़ा है, अगर तुमने हाथ फेरा तो कहीं छ्छूट ही ना जाए!!” सभी हंस पड़े.
क्रमशः................
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