RE: Sex Hindi Kahani हमाम मे सब नंगे थे
अब नानी को मज़ा आने लगा उनकी आआहह आआअहह अहहााआ अहहााआआ मे बदल चुकी थी
और अब वो भी अपने चूतड़ आगे...पीछे धकेल रही थी और थोड़ी ही देर मे नाना
जान उनकी गांद मे झड़ने लगे तो नानी ने झत्ट से अपना मूह आगे तकिये पर
गिराया और अपने चूतड़ को और उपर की तरफ उठा लिया जिससे की नाना जान का
सारा रस उनकी गांद के अंदर ही गिरने लगा.
और कुछ देर बाद ही वो लोग बेड पर वैसे ही लेट गये और मैं भी मामू के रूम
की तरफ बढ़ गयी ये जानते हुए भी की अंदर अम्मी चुदवा रही होंगी पर क्या
करे मेरी चूत मे भी तो कीड़े काट रहे थे अब भला अम्मी से शरम कैसी
मैं मामू जान के रूम मे घुस गयी जहाँ मेरी अम्मी पूरी तराह से नंगी होकर
मामू जान का लॉडा अपनी चूत मे सटाक रही थी और मैं पीछे से मामू जान की
पीठ पर लद गयी जिससे मम्मी की चूची पर पड़ने वाला वजन और ज़्यादा हो गया
तब ही मामू और मम्मी ने चौंक कर मुझे देखा और मम्मी मुस्कुरा कर बोली
छिनाल तुझसे एक रात का भी सब्र नही होता है इतने दिन बाद भाई जान का लंड
अपनी चूत मे लेने का मौका मिला था उसमे भी टाँग अड़ा दी.
तब मैने खुस होते हुए कहा अम्मी मुबारक़ हो आपकी अम्मी यानी कि मेरी नानी
जान कल अकरम को जवान बनाने वाली है और नाना जान मेरी चूत चोदने वाले है
मेरी बात सुनकर मामू जान ने जल्दी से अम्मी को छोड़कर एक तरफ लिटाया और
बोले हां बेटी अब बताओ क्या बता रही थी तुम अब्बू और अम्मी के बारे
मे...? तब मैने उनको और अम्मी को पूरी बात बता दी तो अम्मी बोली हाय
भोसड़ी के अब्बू और अम्मी जान अब इस उमर मे भी कितने चुड़क्कड़ है यहाँ
तो अभी तक मैं अपने आप को ही चुड़क्कड़ समझ रही थी पर मेरी अम्मी और
अब्बू तो मुझसे भी आगे है अम्मी की नज़र अभी से मेरे नाबालिग बच्चे अकरम
पर है तो मैं बोली आप उनकी चूत से बाहर आई हो तो बड़ी चुड़दकड़ तो वही
हुई ना तब तक ममुजान बोले आपा तो कल इसका मतलब अकरम आएगा तो अम्मी बोली
हां जब उसके नाना जान बुलाएँगे तो ज़रूर आएगा.
मामू बोले तो आप कल अम्मी से खुलकर बात कर लीजिएगा ताकि वो बेचारा शरमाये
नही और मैं सोच रहा हूँ कि कल हम सब बड़े वाले कमरे मे एक साथ ही चुदाई
का खेल खेले मतलब. अब्बू और तब्बू. अम्मी और अकरम. और मैं और आप. हम सब
एक साथ ही जम कर मज़े लेंगे तो अम्मी बोली पता नही अब्बू और अम्मी राज़ी
होंगे इस बात के लिए या नही...? तो मामू बोले इसकी ज़िम्मेदारी आपकी है
और 2सरे दिन अकरम आ ही गया और दिन मे अम्मी ने खूसखबरी सुनाई कि तब्बू
तेरे नाना और नानी एक साथ एक ही रूम मे चुदाई करने को राज़ी हो गये है तो
मैने कहा अम्मी नाना जान कल तो नही माने इतनी जल्दी आख़िर राज़ी कैसे हो
गये वो...?
अम्मी बोली बेटी तेरी चूत का नशा उन पर सवार है और अम्मी को तो पता नही
तेरे भाई अकरम के लंड मे क्या नज़र आया कि वो पूरी तराह बेकरार है उससे
चुदवाने को बस अब एक काम यही करना है कि जो बड़े कमरे मे बेड है उसको हटा
कर ज़मीन पर गद्दे बिछा देंगे 3 ...4 गद्दे मिला कर बहुत मज़ेदार जगाह हो
जाएगी और फिर हम लोग रात भर खूब मज़ा लेंगे तो मैने कहा अम्मी हम लोगों
की बात अलग है पर अकरम तो अभी पूरी तराह से समझदार नही हुआ है क्या वो
शरमाएगा नही...?
अम्मी बोली बेटी तू जितना नन्हा अपने भाई को समझ रही है असल मे उतना वो
है नही मैने कई बार उसको पी.सी पर बी/एफ देखते देखा है और मैं खुद भी
उससे चुदवाना चाह रही थी पर अभी उसकी आगे का ख्याल करके रह जाती थी पर
अम्मी मुझसे पहले ही उसका लॉडा चख लेंगी. खैर अकरम के आने के बाद अम्मी
ने उसको भी सब बाते बता दी थी कि रात को क्या होना है और रात को हम सब
बड़े वाले कमरे मे पहुच गये तो नाना ने मुझे अपनी तरफ खीचा.
क्रमशः.......................
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