RE: Sex Hindi Kahani हमाम मे सब नंगे थे
और कुछ ही देर मे मैं भी झार, झारा कर झड़ने लगी और मेरा रस मामू किसी
रसमलाई की तराह चूस कर पी रहे थे और फिर उन्होने मुझे बहुत इतमीनान से
बेड पर लिटाया और बोले वाआह मेरी भांजी तेरी चूत का रस तो बहुत जायकेदार
है इतना जायका तो तेरी अम्मी यानी की मेरी बहन भी नही देती तो मैं बोली
यही बात आप पर भी लागू होती है इतना मज़ेदार पानी है आपके लंड का कि मेरे
अब्बू और भाई मिल कर भी बराबरी नही कर सकते और फिर हम लोग वहीं बेड पर
लेट गये मेरी चूत अभी भी गीली थी और उनका लंड भी गीला ही था तो मैने कहा
मामू अभी भी चूत गीली है इसे सूखा तो दीजिए और उनके चेहरे के उपर अपनी
बुर रख कर बैठ गयी तो वो बोले वाआह बहन की लॉडी अपनी चूत गीली होने की
बड़ी फिकर है और यहाँ देख मेरा बम्बू भी तो गीला है इसे कौन तेरी अम्मा आ
कर सॉफ करेगी...? तब मैं हस्ते हुए उल्टी होकर लेट गयी यानी कि अपनी चूत
उनके मूह की तरफ और अपना मूह उनके लंड की तरफ और हम दोनो एक दूसरे की
जगाह को सॉफ करने लगे इस तराह मेरी चूत से थोड़ा सा पानी और निकला पर कुछ
ही देर मे मेरी चूत सीसे की तराह चमकने लगी और मामू का लंड भी सॉफ हो गया
था तब मामू ने कहा हां तो भांजी बता आज मज़ा आया चूत चुसाई का...? तो
मैने कहा हां आज तो वाक़ई बहुत मज़ा आया
तो मामू बोले इसी तराह आज तुमको चूत चुदाई का मज़ा भी आएगा बस तुम देखती
जाओ तो मैने कहा हां मामू अब तो मुझे पूरा यकीन हो गया है कि आज आप मेरी
चूत का बाजा बजा देंगे
मैने कहा मामू जान आप जो भी जिस भी तराह से मेरी चूत चोदना चाहो चोद सकते
हो आपको पूरी छूट है पर हां आप इस गुमान मे मत रहना कि आप मेरी चूत फाड़
डालेंगे आप तो जानते ही है कि अब्बू और भाई जान ने इसका कबाड़ा किया हुआ
है तब भला आपका लंड इसका क्या बिगाड़ेगा... ? तो मामू बोले साली रंडी अब
जब तेरी मा की प्यास तेरे अब्बू के लंड से नही बुझती तो भला दूल्हा भाई
तेरी टाइट चूत की प्यास कैसे बुझा पाते होंगे? मैने कहा अगर आपकी गांद मे
अब्बू का लंड कभी घुस्सा होता तो आपको पता चलता कि कितना मोटा है अब्बू
का लंड आपने कभी देखा भी है या ऐसे ही बाते चोद रहे है...?
मामू बोले मैने कभी तेरे अब्बू का लॉडा देखा तो नही है पर हां तेरी अम्मी
बताती रहती है कि अब उनमे दम नही रहा तो मैं बोली हां बात अगर अम्मी की
है तो अब भला उनको आपके और भाई जान के लंड के आगे भला अब्बू का लंड कहाँ
अच्छा लगेगा जबकि अब्बू के लंड से चुदवा...चुदवा कर चूत का बूम...भोसड़ा
बनवाया है उन्होने और फिर मामू ने मेरी चूची को मसलना सुरू कर दिया उनका
लंड अभी लटका हुआ ही था जिसे मैने अपने हाथ मे भर लिया और सहलाने लगी
जिससे उनका लंड खड़ा होने लगा और फिर मैं भी अब तक काफ़ी गरम हो चुकी थी
तब मामू ने कहा बेटी आज तुझे टाँग उपर करवा कर चोदुन्गा तो मैने कहा इसमे
नया क्या है इस तराह तो मैं कई बार लंड अपनी चूत मे घुस्वा चुकी हूँ तो
मामू बोले अर्रे मेरी प्यारी भांजी तू पूरी बात नही सुनती अभी बस तू
देखती जा मैं किस आसन की बात कर रहा हूँ कभी तेरे बाप ने भी नही चोदा
होगा तुझे चलो ज़मीन पर खड़ी हो जाओ
और मैं नीचे उतर कर खड़ी हो गयी तब मामू आए और मुझे एक टेबल की तरफ ले कर
गये और मेरी एक टाँग उन्होने टेबल पर रख दी जबकि टेबल काफ़ी हाइट की थी
मुझे पैर रखने मे काफ़ी परेसानि हो रही थी पर फिर भी मैने जैसे तैसे एक
पैर उपर रख ही दिया और मामू जान मेरे पीछे से मेरी चूची दबा रहे थे मेरा
एक पैर मेज पर और एक ज़मीन पे था इस पोज़ मे मेरी चूत पूरी तराह से फैली
हुई थी मैं मन ही मन खुस हो रही थी कि मामू तो बेवकूफ़ है भला इस तराह से
मेरी फैली हुई चूत मे उसका लंड किसी बच्चे की नूनी की तराह घुस्स जाएगा
और मुझे पता भी नही चलेगा मामू ने पहले अपने हाथ आगे लाकर मेरी चूत सहलाई
और फिर मुझे थोड़ा सा और झुका कर अपने लंड की टोपी मेरी चूत पर रख कर एक
करारा ताप मारा और उनका लॉडा मेरी चूत मे कचछक से घुस्स गया मेरी आँखें
निकल पड़ी मैने कभी सोचा भी नही था कि जब इस तराह से फैली हुई चूत मे
मामू ने अपना लंड डाला है तब तो इतना दर्द हुआ है अगर कहीं वो मेरी चूत
सिकोड कर अपना लंड अंदर घुसेड़ते तब मेरी क्या हालत होती मगर मेरी
परेसानि अभी और बढ़नी थी क्योंकि मामू ने अब धक्के लगाने सुरू कर दिए थे
और मेरी चूची टेबल से रगड़ रही थी और उनके बदन के बोझ से चूची दबी भी जा
रही थी
क्रमशः.......................
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