RE: Hindi Sex काले जादू की दुनिया
करण अपने गले का थूक गटकते हुए उठा और वॉर्डरोब तक पहुच गया. उसके साथ अभी जो भी हो रहा था उसपे विश्वास नही हो रहा था. निशा आज रात के लिए अपने संस्कार कैसे बदल सकती है.
खैर उसने जब वॉर्डरोब खोला तो उसमे बहुत सी ड्रेस थी. करण को समझ मे नही आया कि कॉन सी निशा को चाहिए. उसने वापस अपना गला सॉफ करते हुए पूछा, “निशा इसमे तो बहुत से कपड़े है...तुम्हे इनमे से कॉन सी चाहिए...?”
“तुम प्यार से जो भी दे दोगे मैं पहन लूँगी....” निशा मुस्कुराते हुए बोली. उसकी अदा ऐसी थी कि कोई भी उसपर फिदा हो जाए.
करण ने एक पिंक कलर की नाइटी चुनी जो निशा की सिर्फ़ जाँघो तक आती होगी. आख़िर करण करता भी क्या निशा के पास सारी नाइटी ऐसी ही थी.
उसने एक हाथ से वो नाइटी उठाई और दूसरे हाथ से तौलिया और हल्के कदमो से बाथरूम तक पहुच गया. जैसे ही उसने नाइटी को हाथ बढ़ा कर निशा को देना चाहा तो निशा ने उसका हाथ पकड़ लिया. बेचारा करण एकदम से सकपका गया. निशा उसे घूर घूर कर वासना भरी निगाओ से देख रही जैसे उसे पूरा खा जाएगी.
“क्या नाइटी के नीचे मुझे नंगी रखोगे...” निशा ने करण का हाथ अपनी ओर खीचते हुए कहा. निशा सिर्फ़ सर ही बाथरूम के दरवाज़े से बाहर निकाले हुई थी. उसका बाकी का जिस्म दरवाज़े के अंदर छुपा हुआ था.
“नही नही मेरा वो मतलब नही था....”
“मेरी ब्रा और पैंटी तो ले आओ....” निशा मादक आवाज़ मे अपने होंठो पर जीभ फिराती हुई बोली.
करण के लिए यह सब कुछ ज़्यादा ही था. उसके लंड उसकी पॅंट फाड़ने को तय्यार था. वो वापस वॉर्डरोब तक पहुच गया और ब्रा पैंटी ढूँढने लगा. एक ड्रॉयर खोलने के बाद उसमे अनगिनत ब्रा पैंटी के सेट काएदे से फोल्ड किए हुए मिले.
करण ने इस बार पूछा नही बल्कि एक वाइट ब्रा पैंटी उठा लाया और निशा को पकड़ा दिया. निशा ब्रा पैंटी के उस सेट को देख कर हँसने लगी.
जब करण को निशा की हँसी का कोई कारण समझ मे नही आया तो निशा बोली, “जानू यह तो टीशर्ट ब्रा है...इसमे पॅड्स होते है...यह रात को नही पहनी जाती, इसे तो टॉप्स या टीशर्ट के अंदर पहनते है ताकि निपल्स नही दिखे...” और निशा फिर से कातिलाना हँसी हँसने लगी. करण ने आज पहली बार निशा के मूह से ‘निपल’ नाम सुन रहा था जिस से उसका लंड उसके पॅंट मे ही झटके खाने लगा.
“मुझे तो लगा कि सारी ब्रा पॅंटीस एक ही होती होंगी...” करण बोला. वो बड़ी मुश्किल से अपनी भावनाओ पर काबू कर रहा था. उसका मन हो रहा था कि अभी बाथरूम मे घुस जाए और निशा को अपनी बाँहो मे भर कर खूब प्यार करे.
वो पलट कर वॉर्डरोब तक गया और एक नाइटी से मॅच करती हुई एक पिंक कलर की रेशमी जालीदार ब्रा और बहुत ही पतली पैंटी उठा लाया. निशा उसके हाथ मे यह सेट देख कर मन मे सोचने लगी, “अब आए ना बच्चू लाइन पर...अब जाके सही ब्रा पैंटी का सही सेट लाए हो..”
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