RE: Sex Hindi Kahani रेहाना भाभी की चुदाई
मोलवी से बात की तो उसने 3 बाद का टाइम बताया. 3 दिनो तक
मैने रेहाना की खूब जम कर चुदाई की. अब उसे और ज़्यादा मज़ा आने
लगा था. रहना चुदवाते समय मेरा पूरा साथ देती थी इस लिए मुझे
भी खूब मज़ा आता था. तीसरे दिन हम दोनो ने शादी कर
ली. रात में मैने रेहाना की गांद मारी. वो बहुत चीखी और चिल्लाई
लेकिन उसने एक बार भी मुझे रोका नहीं. उसकी गांद कयि जगह से कट
गयी थी और उसकी गांद की हालत एक दम खराब हो गयी थी. वो 2 दिनो
तक ठीक से चल भी नहीं पा रही थी. मैने पुछा, मैं जब
तुम्हारी गांद मार रहा था और तुम्हें इतनी ज़्यादा तकलीफ़ हो रही थी
तो तुमने मुझे रोका क्यों नहीं. वो बोली, मैं अपने पति को कैसे मना
करती. आख़िर बाद में मुझे भी तो गांद मरवाने में मज़ा आया.
मैने कहा, वो तो आना ही था. अब मेरे लिए कुँवारी चूत का इंतेज़ाम
कब करोगी. वो बोली, बस जल्दी ही हो जाएगा.
शादी के 4 दिन के बाद जब मैं दुकान से घर आया तो घर पर एक
लड़की बर्तन सॉफ कर रही थी. उसके कपड़े थोड़ा गंदे थे लेकिन वो
थी बहुत ही खूबसूरत. उसकी उमर लगभग 16 साल की रही होगी. मैं
सीधा अपने कमरे में चला गया. रेहाना भी मेरे पिछे पिछे आ
गयी. मैने रेहाना से पुच्छा, ये कौन है. वो मुस्कुराते हुए बोली, मैने
इसे घर का काम करने के लिए रखा है. इसका नाम लाली है. पसंद
है ना तुम्हें. मैं इसे तुम्हारे काम के लिए भी जल्दी ही तय्यार कर
लूँगी. मैने कहा, तुम्हारी पसंद का तो जवाब नहीं है. कहाँ रहती
है ये. रेहाना ने कहा, ये गाओं में रहती थी लेकिन अब यहीं रहेगी.
मेरे भैया जब शादी में आए थे तो मैने उन से कहा था कि मुझे
घर का काम करने के लिए एक लड़की चाहिए. उन्होने ने ही इसे यहाँ
पर भेजा है. ये हमारे साथ ही रहेगी. मैने कहा, जल्दी तय्यार
करो इसे. मैं इसे जल्दी से जल्दी चोदना चाहता हूँ. वो बोली, थोड़ा
सबर करो.
लाली बर्तन सॉफ कर के कमरे में आ गयी. उसने रेहाना से पुछा,
मालकिन, मैने घर का सारा काम कर दिया है, और कुच्छ करना हो तो
बता दो. रेहाना ने कहा, तू तो मेरे गाओं की है, मुझे मालकिन मत कहा
कर. वो बोली, फिर मैं आप को क्या कह कर बुलाऊं. रेहाना ने कहा, तू
मुझे दीदी कहा कर और इन्हें जीजू. वो खुश हो गयी और बोली, ठीक
है, दीदी. रहना ने कहा, मेरी तबीयत कुच्छ खराब रहती है इस लिए
तू मेरे साथ ही सो जाना. वो बोली, फिर जीजू कहाँ सोएंगे. रेहाना ने
कहा, वो भी मेरे पास ही सोएंगे. वो बोली, फिर मैं आप के पास
कैसे सो पाउन्गि. रेहाना ने कहा, मेरे एक तरफ तुम सो जाना दूसरी तरफ
ये सो जाएँगे. वो बोली, ये तो ठीक नहीं होगा. रेहाना ने कहा, शहर
में सब चलता है. यहाँ ज़्यादा शरम नहीं की जाती. वो बोली, ठीक
है, मैं आप के पास ही सो जाउन्गि.
हम सब ने खाना खाया उसके बाद मैं अपने कमरे में सोने के लिए आ
गया. मैने केवल लूँगी ही पहन रखी थी. थोड़ी देर बाद रेहाना और
लाली भी आ गये. रेहाना ने ब्रा और पॅंटी को छ्चोड़ कर अपने बाकी के
कपड़े उतार दिए. उसके बाद उसने मेक्सी पहन ली. रेहाना ने लाली से कहा,
अब तू भी अपने कपड़े उतार दे. मैं तुझे भी एक मेक्सी देती हूँ, उसे
पहन लेना. वो बोली, नहीं, मैं ऐसे ही ठीक हूँ. रेहाना ने कहा,
मैं जो कहती हूँ, उसे मान लिया कर. सोते वक़्त सारा बदन खुला
छ्चोड़ देना चाहिए. वो बोली, जीजू यहाँ हैं. रहना ने कहा, जीजू से
कैसी शरम, ये तुझे पकड़ थोड़े ही लेंगे. उतार दे अपने कपड़े. लाली
ने शरमाते हुए अपनी शलवार और कमीज़ उतार दी. उसका बदन देखकर
मैं दंग रह गया. उसकी चुचियाँ अभी बहुत ही छ्होटी छ्होटी थी.
रेहाना ने उसे भी एक मेक्सी दे दी तो उसने वो मेक्सी पहन ली.
रेहाना मेरे बगल में लेट गयी. लाली रेहाना के बगल में लेट गयी. हम
सब कुच्छ देर तक बातें करते रहे. उसके बाद सोने लगे. थोड़ी ही देर
में लाली सो गयी तो रेहाना ने मुझसे कहा, अब तुम मेरी चुदाई करो.
मैने कहा, इसके सामने. वो बोली, मैं चाहती हूँ कि ये हम दोनो को
देख ले, तभी तो मैं इसे तय्यार करूँगी. तुम मुझे खूब ज़ोर ज़ोर से
चोदना जिस से ये जाग जाए. मैने कहा, ठीक है.
मैने रेहाना को ज़ोर ज़ोर से चोदना शुरू कर दिया. सारा बेड ज़ोर ज़ोर से
हिलने लगा. थोड़ी ही देर में लाली की नींद खुल गयी और वो उठ कर
बैठ गयी. जैसे ही वो उठी तो मैने अपना लंड रेहाना क़ी चूत से बाहर
निकाल लिया. लाली ने जब हम दोनो को देखा तो शर्मा गयी. वो बोली,
दीदी, मैं बाहर जा रही हूँ. रेहाना ने कहा, क्यों, क्या हुआ. वो बोली,
मुझे शरम आती है. रेहाना ने कहा, पगली, इसमें शरमाने की कौन सी
बात है. तू अपना मूह दूसरी तरफ कर ले और सो जा. लाली उठ कर जाना
चाहती थी लेकिन रेहाना ने उसका हाथ पकड़ लिया. लाली कुच्छ नहीं बोली.
वो रेहाना के बगल में ही लेट गयी लेकिन उसने अपना मूह दूसरी तरफ
नहीं किया. रेहाना ने मुझसे कहा, अब तुम अपना काम जल्दी से पूरा करो,
मुझे नींद आ रही है.
क्रमशः.................
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