RE: raj sharma stories भाभी का दूध
भाभी – ऐसे ही निकाल दूं .
मैं – ऐसे कैसे
भाभी – हिला हिला के
मैं – नहीं अब तो जो करेगा अंदर जा के ही करेगा
भाभी – फिर अंदर जाओगे
मैं –हां,नहीं जाऊं क्या?
भाभी – किसीने रोका है क्या
ये सुन के तो मैं मस्त हो गया मैं तुरंत भाभी के ऊपर आ गया और चूचियो (दूधों) के ऊपर बैठ गया और मैने अपना लंड भाभी के मूह में दे दिया भाभी बड़े ही प्यार से मेरे सूपदे पर अपनी जीभ फेरने लगी.भाभी के हाथ मेरे अंडों को सहला रहे थे.फिर भाभी ने मुझे नीचे कर दिया और खुद ऊपर आ गई अब भाभी के दोनो हाथ मेरी जांघों पर चल रहे थे और मूह मेरे लंड पर ठीक वैसे ही जैसे मैं भाभी की चूत चाट रहा था.कुच्छ देर चूसने के बाद भाभी भी अपने को रोक ना सकीं और अपनी चूत मेरी तरफ कर दी 69.मैने बिना देर किए भाभी की चूत में अपना मूह डाल दिया और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा. भाभी घुटने मोड़ कर मेरे ऊपर आ गयी जिससे उनकी चूत थोड़ी सी खुल गयी और मैं आराम से अपनी जीभ को अंदर बाहर करने लगा.भाभी भी पूरे जोश के साथ एक हाथ से मेरे लंड को पकड़ कर चूस रही थी तभी मुझे लगा कि मेरी छ्छूट होने वाली है मैं “ बोला भाभी मेरा निकलने वाला है” .
भाभी – निकाल दो मैं भी झड़ने वाली हूँ
और थोड़ी ही देर मे मैने अपना लावा छ्चोड़ दिया.भाभी ने पूरा वीर्य अपने मूह में भर लिया और उसके बाद भी सूपदे को मूह में लेकर एक एक बूँद खींचने की कॉसिश करने लगी, जैसे पेप्सी चूस्ते है.कुच्छ ही देर में भाभी ने भी पानी छ्चोड़ दिया पानी छ्चोड़ते समय भाभी ने अपनी चूत मेरे मूह पे रख दी और दोनो जांघों से मेरे चेहरे को दबा दिया,मेरे मूह में भी भाभी का पानी आ गया.फिर भाभी सीधी हो के मुझसे चिपक गयी कुच्छ डी ऐसे ही चिपके रहने के बाद मुझसे बोली.
भाभी – मैने पहली बार आपका रस पिया है
मैं – कैसा टेस्ट था
भाभी – बहुत अच्च्छा
मैं – आपका पानी भी बहुत टेस्टी है
फिर हम दोनो एक दूसरे को सहलाते हुए कब सो गये पता ही नहीं चला.शाम को 4 बजे हमारी नींद खुली हम फटा फॅट उठे और तय्यार हो गये,क्यों कि भाई के आने का टाइम हो रहा था.
दोस्तो कहानी कैसी लगी ज़रूर बताना आपका दोस्त राज शर्मा
*** समाप्त ***
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