RE: Sex Kahani गाओं की मस्ती
घर के दोनो दामाद जिनके शरीर पर अब तक तेल लगा हुआ था वो भी देवकी और छ्हम्मो के साथ बाथरूम मे घुस गये. सबसे पहले देव पंप चला कर पानी भर लिया और दूसरे लोग कपड़े उतार कर एक दूसरे को तेल लगाते रहे. देवकी हाथों से तेल देव को लगाई और छ्हम्मो तेल जगन के शरीर पर मली. जब देवकी और छ्हम्मो ने जगन और देव को तेल लगा दिया तो जगन और देव देवकी और छ्हम्मो के शरीर के हर कोने और छेदो मे तेल लगाया और उनके शरीर को काफ़ी मला. जगन का लंड हमेशा की तरह इस प्रक्रिया से खरा हो गया था, लेकिन देव का लंड अभी भी झुका हुआ था. यह देख छ्हम्मो ने देव को खींच लिया.
"आओ मेरे जमाई राजा, मैं आज तुम्हारे लंड की तेल से मालीश कर दूँगी, देखती हूँ कि इस'से तुम्हारा लंड खरा होता है की नही" छ्हम्मो देव से बोली. फिर छ्हम्मो घुटने के बल देव के सामने बैठ गयी और हाथों मे तेल ले कर देव के लॉड पर तेल लगाने लगी. तेल लगाते लगाते च्चाम्मो देव के लंड को हाथों से खींच भी रही थी. वह अंगूठे और एक उंगली से देव का लंड खींच रही थी की जैसे कोई भैंस के थन को खींच खींच कर दुहुता है. देवकी और जगन उनके पास खरे हो कर देख रहे थे. जैसे जैसे छ्हम्मो दामाद के लौरे को खीच रही थी वैसे वैसे देव का लंड धीरे धीरे खरा होना शुरू किया. फिर छ्हम्मो हाथों से देव के अंडों को लेकर उनको मलने लगी.
छ्हम्मो हाथों से देव के अंडों और लौरे को मलती रही. फिर छ्हम्मो देव के अंडों और गंद के बीच की जगह को तेल लगा कर मालीश किया. फिर छ्हम्मो देव की गंद के अंदर अपनी उंगली मे तेल लगा कर पेल दिया और उंगली को घूमने लगी और थोरी देर के बाद वो फिर से देव के लौरे को मालीश करनी शुरू किया. अब तक के प्रक्रिया और छ्हम्मो के मेहनत से देव का लंड आधे से ज़्यादा खरा हो गया था. यह देख कर देवकी अपने आप को जगन के साम'ने ले गयी और जगन का लंड पकर कर गंद के उपर फिराने लगी. जगन तब उसको पिक्फ से पकर कर अपना लॉरा देवकी के जांघों के बीच अऱ दिया. देवकी तब जगन के लौरे को जगहों से दबा कर अपनी कमर हिलाने लगी.
दोनो के बदन मे तेल लगा हुआ था और इस लिए जगन का लॉरा बारे आराम से जांघों के बीच आगे पिछे हो रहा था. देवकी अब जगन के आगे झुक गयी और जगन ने अपना लंड देवकी की चूत मे पिछे से ही डाल दिया. जगन का लंड देवकी की चूत मे घुसते ही देवकी की मूह से खुशी के मारे चीख निकल गयी और देव तब अपना सर घुमा कर देखा कि जगन और देवकी चुदाई मे ब्यस्त हैं. जैसे जैसे देव उनकी चुदाई का सीन देखता रहा, देव का लंड खरा हो गया और तन्ना कर सख्त हो गया.
"तुम दोनो मिल कर हुमारी सारी महेनट पर पानी फेर दिया" छ्हम्मो अपनी बेटी से कही.
"फिर भी मैं अपनी महेनट बेकार नही होने दूँगी" और यह कह कर छ्हम्मो देव का लंड मूह मे ले लिया और उसको चूसने लगी. देव का लंड अब पूरे जोश मे था क्योंकी वो बीवी और जगन को चुदाई करते हुए देख रहा था. छ्हम्मो दामाद का लॉरा बरा मन लगा कर चूस रही थी. उसने दामाद के चूतर को पकर कर अपना सर हिला हिला कर लॉरा मूह मे ले रही थी और निकाल रही थी.
उधर जगन और देवकी ज़ोर दार तरीके से एक दूसरे को चोद रहे थे. जगन अपना लंड देवकी की चूत मे पिछे से डाल कर जल्दी जल्दी से अंदर बाहर कर रहा था. देवकी चूत के सुख से ज़ोर से चिल्ला रही थी. जया कमरे मे इन लोगों की आवाज़ सुन कर इनके कमरे मे आई और चारों को चुदाई मे लिपटा देख कर बहुत खुश हुई और बोलने लगी,
"क्या करूँ मैं तुमलोग के साथ नही दे सकती हूँ, लेकिन मैं खरी खरी तुम लोगों की चुदाई देखती रहूंगी." तुम लोग थोड़े दिन रुक जाओ, फिर मैं तुम मे से किसी को भी नही छ्होरंगी" यह कहती हुए जया कमरे के तरफ चली गयी क्योंकी उसको डर था की अगर वो उनकी चुदाई और देर तक देख ले गी तो उसको भी गर्मी चढ़ जाएगी और वो भी उनके साथ शामिल हो जाएगी. छ्हम्मो अब अपने आप को आगे झुका कर देव से बोली,
"चलो मेरे जमाई राजा, मेरी छूत मे अपना खरा लंड डाल कर मेरे को चोदो." कमरे का माहौल बरा अजीब सा था.
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