RE: Sex amukta मस्तानी ताई
जब हम घर पोहचे तो भोला और पार्वती ने सारा काम कर रखा था, और पार्वती ने खाना भी बना दिया था, हमने हाथ मूह धोया और खाना खाने बैठ गये, हमारा खाना ख़तम हुआ था के पापा मम्मी आ गये, में उन्हे देख के बड़ा खुश हुआ, वो भी मुझे देख के बोहत खुश हुए, वो कहीं शादी में आए थे और सोचा लौट ते वक़्तहमसे मिल लेंगे, हम लोग सब बैठ के बात कर रहे थे, तभी पापा ने ताइजी से पूछा के यह नालयक आप लोगों का ख़याल तो रखता है ना?????? ताइजी बोली भैया यह बोहत मदद करता है और इसके होते मुझे किसी चीज़ की कोई तकलीफ़ नही है, उन्होने चुपके से मुझे आँख भी मार दी, फिर पापा ने बताया दीदी के लिए एक रिश्ता आया है, फिर उन्होने लड़के और लड़के के खानदान के बारे में बताया, और ताइजी से पूछा अगर आप कहें तो में उन्हे बुला लेता हूँ, ताइजी यह सुन कर बड़ा खुश हुई और पापा का धन्यवाद करने लगी, फिर उन्होने कहा लड़के वाले जब चाहे तब सुजाता को देखने आसाकते हैं, फिर मा और ताइजी अंडर चली गयी और पापा और में इधेर उधेर की बात करने लगे, फिर मेने पूछा पापा से के कितने दिनो की छुट्टी पे आए हो तो वो बोले कल सुबेह हम चले जाएँगे, फिर उन्होने कहा पर शायद तेरी मा कुछ दिन रुके यहाँ पे, में यह सुन कर सोचने लगा के अगले कुछ दिन ताइजी को चोद पाना मुश्किल है, खैर बातें करते करते शाम हो गयी, मेने ताइजी को उपर छत पे जाते देखा, मुझे फिर मस्ती सूझी और में उनके पीछे उपर छत पे चला गया, शाम का टाइम था अंधेरा भी छाने को था, ताइजीने उपर कुछ पापद वगेरा सुखाए थे वो ले रही थी, मेने उन्हे पीछे से पकड़ लिया और उनके नेक पे किस करने लगा, वो बोली नालयक तू सुधरेगा नही कहीं भी शुरू हो जाता है, कहीं तेरे मम्मी पापा ने देख लिया तो तेरे साथ साथ मेरी भी पिटाई और बदनामी हो जाएगी छोड़ मुझे छोड़, मेने कहा में नही छोड़ूँगा, वो बोली छोड़ दे बेटा, अब में उनसे बात भी कर रहा था और उनकी चुचियाँ भी दबा रहा था, वो कसमसा भी रही थी और कहने लगी कोई आजाएगा बेटा छोड़ दे, क्यूँ तंग कर रहा है, मेने कहा कब दोगि, तो वो बोली क्या, मेने कहा चोदने, वो बोले जैसे ही मौका मिलता है वैसे ही, अब छ्चोड़ दे बेटा, फिर मेने उन्हे छोड़ दिया और वहाँ से चला गया, रात को हम सब ने खाना खाया और फिर पापा मेरे रूम में आके सो गये, मा ताइजी के साथ ही सोने चली गयी, मुझे रात भर नींद नही आई और ऐसे ही रात काट गयी जब सुबेह आँख खुली तो देखा के पापा घर जाने को तैयार थे, मा उनके साथ नही जा रही थी, मेरी नज़रे ताइजी को ढूंड रही थी, में फ्रेश होके नीचे आया फिर हमने चाइ पी, चाइ पीने के बाद पापा ने बाइ कहा और चले गये, मा ताइजी और दीदी घर के काम जूट गयी, ताइजी ने फिर मा से कहा तुम ज़रा घर का काम देख लो और में राज के साथ खेत का काम देख के आती हूँ, में बड़ा खुश हुआ और खुशी से मेरा लंड तन गया था, ताइजी ने मेरी तरफ देखा एक नॉटी स्माइल दी और खेतों के लिए चलने के लिए तैयारी करने लगी, मा ने कहा आप चलिए काम ख़तम करके में भी वहीं आती हूँ, मेने सोचा मा क्यूँ आना चाहती है, खैर हम जब घर से थोड़ा दूर पोहचे तो मेने ताइजी से कहा के आज इतना मेहेरबान कैसे हो गयी आप, सामने से खेत चलने की बात की, वो बोली चाहती तो में भी हूँ के हमेशा तेरे साथ ही रहू पर घर का भी तो देखना पड़ता है, उन्होने नीले रंग की सारी पहन रखी थी और वो एक दम सेक्सी लग रही थी, हमलॉग पंप हाउस पे आगाये, वहाँ भोला और पार्वती दोनो ही काम कर रहे थे, हम देख के दोनो ने नमस्ते किया और फिर ताइजी ने भोला से कहा के तुम जाके जो खेत हमने किराए पे दिए हैं उसके पैसे ले आओ, यानी वसूली कर के आओ, और कहने लगी के में आम के बगीचे इसे यानी मुझे दिखा के आती हूँ, पार्वती अपने काम में फिर से लग गयी, और हम आम के बगीचे की तरफ बाद चले कुछ देर चलने के बाद मुझे काफ़ी सारे आम के पेड़ दिखे तो मेने ताइजी से कहा के क्या यही है हमारा आम का बाग वो बोली हां, फिर हम थोड़ा और अंडर आगाए, जब मेने चारों ओर देखा तो कोई भी नही था, मेने तुरंत ताइजी को अपनी बाहों में भर लिया और अपने होंठों को उनके होंठों पे रख दिया, वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी, और मेरे मूह में अपनी जीभ दे के किस का आनंद ले रही थी, मेरे हाथ सारी के उपर से उनकी गांद दबा रहे थे, वो पागल हुए जा रही थी कहने लगी के तेरे आने से पहले तक मेने अपने आप को समझा लिया था के मेरी सेक्स लाइफ ख़तम होगयि है पर अब देख क्या होगया है मुझे, मुझे तेरे जिस्म की गर्मी और महेक बोहत पसंद है, हम दोनो एक दूसरे के आगोश में खोगये, और एक दूसरे को गर्देन, गाल, माथे और होंठों पे पागलों की तरह किस कर रहे थे, फिर ताइजी ने एक पेड़ दिखाते हुए कहा चलो वहाँ चलते हैं, वो पेड़ काफ़ी बड़ा था, फिर ताइजी ने कहा के देख बेटा आज कपड़े नही उतरना क्यूँ कि यहाँ रखने की कोई जगह नही है, और अगर कहीं कपड़े मिट्टी लगने से खराब होगये तो क्या बताउन्गी, मेने कहा तो फिर आप घोड़ी बन जाओ में पीछे से डालूँगा, वो बोली जैसा तुझे अछा लगे, पर फिर मेने कहा दूध तो पिलाओ पहले, वरना ताक़त कहाँ से आएगी, वो बोली बोहत बदमाश है तू, फिर उन्होने ब्लाउस के नीचे के 3 हुक खोले और अपने दोनो बूब बाहर निकाल लिए और मुझे कहने लगी ले पी ले दूध, और फिर उन्होने मेरा सर पकड़ा और अपने लेफ्ट बूब पे लगा दिया, में उसे चूसने लगा, और दूसरे बूब को दबाने लगा, ताइजी सिसीकिया लेने लगी, और कहने लगी, ऑश बेटा कितना अछा लग रहा है, तेरे हाथों में दंम है और तेरे साथ तो कोई भी औरत खुश रहेगी, हम दोनो यह सब खड़े खड़े ही कर रहे थे, फिर में उनके दूसरे बूब को चूस रहा था, और एक हाथ मेने उनकी सारी उठाते हुए उसके अंडर डाल दिया और पॅंटी के उपर से चूत को सहलाने लगा, ताइजी का हाथ मेरे सर पे था और वो ऊओह आअहह, क्यूँ तडपा रहा है, चल अब्ब जल्दी कर्नाआ, मेने ताइजी के बात मानते हुए उन्हे कहा के तुम पेड़ का सहारा ले लो और थोडा झुक के खड़ी हो जाओ, फिर वो झुक के खड़ी हो गयी मेने उनकी सारी और पेटिकोट को उठाया और कमर के उपर तक रख दिया, अब उनकी काले रंग की पॅंटी मेरी आँखों के सामने थी, में पहले तो अपने घुटनो पे आया और फिर पॅंटी को दोनो हाथों से पकड़ के नीचे उतारने लगा, जब उनकी पॅंटी उतारी तो उनकी चूत से एक प्यारी सी खुश्बू आरहि थी, मेने पहले उनकी पॅंटी निकाल के साइड में रख दी, और फिर में ताइजी की गांद के छेद को देखने लगा, मुझे अचानक उनकी चूत से गांद मारने का मॅन कर रहा था, मेने उसे सूँघा ओह्ह्ह्ह क्या बताउ दोस्तों कितना मज़ा आया,
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