RE: Sex amukta मस्तानी ताई
गतान्क से आगे...............
ताइजी की गांद मेरी तरफ थी, पहले उन्होने हाथ और कंधे की मालिश की, तब वो मुझसे थोड़ा दूर थी, पर जब वो ताउजी के पाँव के पास आई तो वो मुझसे कुछ 1-2 फीट की दूरी पे थी, मेरा उनकी गांद देख के लंड फिर से खड़ा होना शुरू हो गया, मेने अपनी कुर्सी थोड़ी आगे की, आप सब को बता दूं में बेड के एंड पे जहाँ ताउजी के पाँव थे वहाँ बैठा था, और जब ताइजी उनके पाँव की ओर मालिश करने आई तो ताउजी डाइरेक्ट मुझे नही देख सकते थे क्यूँ कि ताइजी के शरीर बीच में था, खैर मेने उनकी गांद पे हाथ रखा तो वो घबरा गयी और धीमी आवाज़ में कहने लगी, नही बेटा यहाँ नही तेरे ताउजी जाग रहे हैं, मेने भी धीरे से कहा के वो मुझे देख नही पाएँगे क्यूँ के में आपके पीछे हूँ, वो कुछ ना बोली और ताउजी के पाँव पे मालिश करने लगी, और में उनकी गांद पे हाथ घुमा रहा था, तो कभी दबा रहा था, मुझे यह सब ताउजी के मौजूदगी में करने में बड़ा थ्रिल आ रहा था, और ताइजी भी बिना कुछ बोले अपनी गांद के मज़े मुझे दे रही थी, कुछ देर में ताइजी ने मालिश कर ली और ताउजी भी सो चुके थे, जब हम रूम से निकले तो उन्होने मुझे चुटकी काटी और कहा कहीं भी शुरू हो जाता है, मेने कहा तो आप कुछ करने कहाँ देते हो, वो बोली बुद्धू सही मौका तो आने दे, और फिर मुझे कहा जा के सो जा, मेने कहा मुझे नींद नही आएगी, वो बोली आजाएगी, और मुझे अपने रूम में जबर्जस्ति भेज दिया, में अपने रूम में गया और निराश होके सो गया, सुबेह में उठा तो देखा भोला और पार्वती काम कर रहे थे, मेने उनसे पूछा के ताइजी और दीदी कहाँ है, तो उन्होने बताया एक वो दोनो खेत में गयी है, में फॉरन तैयार हुआ और खेतों में पोहच् गया, जब में वहाँ पोह्चा तो देखा के दोनो कपड़े धो रही थी, ताइजी ने मुझे देखा और कहा आज जल्दी उठ गया मेने कहा रात ठीक से नींद नही आई, तब दीदी ने कहा के भाय्या तबीयत तो ठीक है ना, मेने कहा हां ठीक है, ताइजी ने दीदी से कहा तू जाके घर पे खाने की तैयारी कर में बचे हुए कपड़े धो के आती हूँ और अगर मदद की ज़रूरत हुई तो इससे(यानी में) करवा लूँगी, दीदी कहने लगी मा खाने में तो अभी बोहत समय है में कर लूँगी, और वो कपड़े धो ने लगी मेने ताइजी की ओर इशारा किया और कहा इसे यहाँ से भागाओ, तभी ताइजी ने दीदी से कहा के बेटा तू कपड़े धो तब तक में इसके साथ जुआर वाले खेत देख के आती हूँ फिर सब साथ में ही घर चलेंगे, दीदी ने कहा ठीक है मा, में और ताइजी जुआर के खेत की ओर बाद चले और जैसे ही हम जुआर के खेत के थोडा बीच में आए मेने उन्हे पीछे से पकड़ लिया और उनकी गर्देन और कंधो पे किस करने लगा, वो पीछे मूडी और कहने लगी तू बड़ा बेसबरा है, मेने कहा ताइजी कल रात से मेरा बुरा हाल , अब हम बात भी कर रहे थे और में ताइजी की चुचियाँ भी दबा रहा था, पहली बार हम लोग एक दूसरे को देख के यह सब कर रहे थे, वो सिसकिया ले रही थी और कहने लगी के तुझे क्या में इतनी पसंद हूँ,
मेने कहा ताइजी तुमसे सेक्सी औरत मेने आज तक देखी नही, उन्हे यह सुन के बड़ा मज़ा आरहा था, अब उन्होने पॅंट के उपर से मेरे लंड पे हाथ घुमाना शुरू कर दिया और कहने लगी के यह तो तेरी उमर से बोहत बड़ा है, उस रात मेरी जान निकाल दी थी इसने, मेने ताइजी के ब्लाउस के सारे हुक खोल दिए और उनकी नंगी चुचियाँ मेरे सामने थी, उनका कलर गोरा था और चुचि का निपल ब्राउन कलर का था, में उनके दोनो बूब्स को अपने हाथों में मसल रहा था, और ताइजी सिसकिया ले के कह रही थी हां बेटा और दबाओ इससे आह मज़ा आरहा है, ऊओह अयाया और ज़ोर से और ज़ोर से, फिर मेने ताइजी की चुचियों से अपने हाथ हटाए अपनी पॅंट और अंडरवेर निकाल कर खड़ा हो गया, वो मेरा लंड देख के बोली हाई राम तेरा लंड कितना बड़ा है, मेने उनके सर को पकड़ा और नीचे की तरफ जाने का इशारा दिया वो समझ गयी, अब में सिर्फ़ टी शर्ट में था और वो सिर्फ़ पेटिकोट में, उन्होने पहले मेरे लंड को उपर से नीचे तक देखा फिर उसका सूपड़ा अपने मूह में लिया और उसे चूसने लगी, धीरे धीरे वो मेरा पूरा लंड अपने मूह में लेके उसे चूसने लगी और हाथ से उसकी मूठ भी मारने लगी, में सातवे आसमान पर था, मेरा मूह से ऊऊओ ताइजीीीइ अया बड़ा माअजाअ आरहा है क्या खुब्ब्ब्ब चुस्ती हूओ तूमम्म्म आआहह, फिर उन्होने मेरे बॉल्स से खेलना शुरू कर दिया और मेरा लंड भी चूसे जा रही थी, और ताइजी ने मुझे इतनी अछा ब्लोवजोब दिया के बता नही सकता आप लोगों को, फिर वो खड़ी हुई और कहने लगी के चल अब मेरा पेटिकोट खोल, मेने पेटिकोट का नाडा खोला और उसे ढीला किया तो वो नीचे आगेया, मेने भी अपना टी शर्ट निकाला और उसे भी पास पड़े ईक पत्थर पे रख दिया, मेने देखा ताइजी ने पॅंटी नही पहनी हुई थी, मेने पूछा ताइजी क्या बात है आज पॅंटी नही पहनी, तो वो कहने लगी के तुझे तकलीफ़ ना हो इसलिए नही पहनी अब से नही पहनुँगी, तू जब चाहे तब मेरी चूत का रस पी लेना, मेने उनके होंठों पे किस किया, उन्होने भी मेरा भर पूर साथ दिया, उनके होंठ एक दम सॉफ्ट गुलाब की पंखुड़ी जैसे थे और रसीले भी, मेने अपनी जीभ उनके मूह में घुसा दी और उन्होने उसे भी चूसना शुरू कर दिया, उनके मूह का टेस्ट बोहत मजेदार था, किस के दौरान मेरे हाथों की उंगली ताइजी की चूत की सैर कर रही थी, उनकी चूत भट्टी की तरह गरम थी और जैसे ही मेने अपनी उंगली उनकी चूत में डाली वो ग्रावं करने लगी और मेरे किस को और जोरदार तरीके से रेस्पन्द करने लगी, हमम्म्म उउम्म्म्ममम हूऊऊऊ ह्ह्न्न्न्न्न्न, फिर उन्होने अपने मूह से मेरे मूह को अलग किया और कहा बेटा अब और नही सहा जाता प्ल्स मुझे चोद दो, मेने कहा मेरी जान इसीलिए तो आया हूँ ना, ताइजी ज़मीन पे कुछ पत्ते वगेरा बिछा के सो गयी, मेने देखा ताइजी की चूत एक दम गीली हो चुकी थी और ऐसा लग रहा था जैसे वो मेरे लंड को पुकार रही थी, फिर में घुटनो के बल बैठ गया उनकी झंघों के पास, में अपना लंड ताइजी की चूत पे घिस रहा था और वो सिसक रही थी और कहने लगी, ओह मेराअ रजाआ बेटेयाआया, अब और माआत्त तडप्पाआओ, आपनियीयी ताईईइजीीीइ को जल्दी से चोद्द्द्द दे, 2 दिन से तुंईए इस्काआ पनीइ रुकनईए नही दियाअ अपनी हाअररकातों सी, और आब्ब्ब्ब चुदवाने के लिए लेटीइ हुन्न्ञन् तो नाअटक काअरर रहाआ हाई, मुझे ताइजी के मूह से ऐसी बातें सुन के माजा आरहा था, फिर मेने अपने लंड का सूपड़ा उनकी चूत में डाला, ताइजी तो जैसे स्वर्ग में आगयी हो ऐसी भाव दे रही थी, ओह्ह्ह बेयेटया पूराअ दालोन्ना आआहह, तूमम्म्ममहारा लुंदड़ड़ किठनाआ सखत्ट मॉटाा और लंबाआ है, फिर धीरे धीरे मेने अपना लंड उनकी चूत में उतार दिया, ओह्ह्ह क्या बताउ दोस्तों मेरा लंड उनकी गरम चूत के अंडर जाते ही मेरे शरीर में एक अजीब से कपकपि मच गयी, ताइजी इतने ज़्यादा हॉट थी के वो अपनी चूत की दीवारों से मेरे लंड को अंडर दबोचे जा रही थी, अब में धीरे धीरे अंडर बाहर करने लगा, ऑश क्याअ मजाअ आरहाआ था, मेइनी ताइजी से पूछा कैसा लग रहा है, वो बोलीई ओह्ह रजाआ मेरा बेटा कित्न्न्ना अछा चोद्ता हाईईइ, ओह्ह्ह्ह उउउउइम्म्म्मा कितने सालों बाद मेरि चूत को लुंद्ड़द्ड कीइ शांट्त्तिईइ मिल्ल्ल्ल्ल रहियिइ हाीइ, हाआँ बेटा औरर्र अंडर करूऊ, औरर्र ज़ोर सीए चोदो अपणीईिइ ताइजीीइई को, मेने कहाआ आह मेरि जाअँ आब्ब्ब यहह लुंद्ड़द्ड आइससिईईइ शाइयियी तुझीई मजीए देगाआ, ऑश क्य्ाआ मस्त चीकककनिी चुतटत्त हाईईईई तेरीई, आआहह ऐसाआ लग रहा हाईईईई मेराअ लुंद्ड़द्ड टेरिइइ चुतटत्त कििई गर्ममिईिइ पिघल जाएगाआ, आआहह अब में उनकी चुचियाँ चूस भी रहा था, और लगता धीरे धीरे झटके मारे जाअ रहा था, वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी, और अपनी गांद उठा उठा के चुदवा रही थी, ठप ठप ठप की आवाज़ आअरही थी, फिर वो कहने लगी, बेटा ज़ोर से करो में छूटने वाली हूँ, और मेने स्पीड बढ़ा दी, अब में भी झाड़ने वाला था इसलिए में भी तेज़ी से चोदे जा रहा था, मेने बोहत ज़ोर ज़ोर से झटके लगाने शुरू कर दिए, ताइजी के मूह सी उूउउइइमाआ आआहह बड़ा माआजाअ आअरहाा हाइईइ औरर्र तेजज़्ज़्ज करूऊ, अब तो में तुम्हाअरए लंड सीए अप्नीइ चुट्त्त की प्याअस बुझाओउननगिइइई आआअहह, और वो नीचे से उछल उछल के मेरे झटको का साथ दे रही थी..में भी झाड़ने वाला था, मेने ताइजी सी कााआहहाअ ताइजीीीइ मेंन्न्न् आअरहहा हूँ, और वो बोली, आअहह मेरे अंडर ही निकलल्ल्ल नाअ और तेज और तेज उमाआ कितना माअजाअ आरहहाअ हाईईइ, ऊओह औरर्र तेजज्ज़ तेजज्ज़, और्र्रर फिर मैं झाड़ गया, मेरे लंड से पिचकारी बंद ही नही हो रही थी .में ऐसे ही ताइजी के उपर लेट गया, वो भी थक गयी थी क्यूँ कि वो भी 2 बार झाड़ चुकी थी . फिर कुछ देर बाद हम खड़े हुए और अपने आप को साफ कर के कपड़े पहने और पंप हाउस की तरफ आ गये, दीदी ने तब तक सारे कपड़े धो लिए थे, और वो हमारा इंतज़ार कर रही थी फिर हम तीनो घर आ गये,
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