RE: Antarvasnasex चिकनी भाभी
भैया को कल 6 महीने के लिए किसी ट्रैनिंग के लिए मुंबई जाना था. आज उनका आखरी दिन था. आज रात को तो भाभी की चुदाई निश्चित ही थी. रात को भाभी नींद आने का बहाना बना कर जल्दी ही अपने कमरे में चली गयी. उसके कमरे में जाते ही लाइट बंद हो गयी. मैं समझ गया कि चुदाई शुरू होने में अब देर नहीं. मैं एक बार फिर चुपके से भाभी के दरवाज़े पर कान लगा कर खड़ा हो गया.
अंदर से मुझे भैया भाभी की बातें सॉफ सुनाई दे रही थी. भैया कह रहे थे,
"सिम्मी, 6 महीने का समय तो बहुत होता है. इतने दिन मैं तुम्हारे बिना कैसे जी सकूँगा. ज़रा सोचो 6 महीने तक तुम्हारी बूर नहीं चोद सकूँगा."
"आप तो ऐसे बोल रहें हैं जैसे यहाँ रोज़ …."
"क्या मेरी जान बोलो ना. शरमाती क्यों हो? कल तो मैं जा रहा हूँ. आज रात तो खुल के बात करो. तुम्हारे मुँह से ऐसी बातें सुन कर दिल खुश हो जाता है."
"मैं तो आपको खुश देखने के लिए कुछ भी कर सकती हूँ. मैं तो ये कह रही थी, यहाँ आप कॉन सा मुझे रोज़ चोद्ते हैं." भाभी के मुँह से चुदाई की बात सुन मेरा लंड फंफनाने लगा.
"सिम्मी यहाँ तो बहुत काम रहता है इसलिए थक जाता था. वापस आने के बाद मेरा प्रमोशन हो जाएगा और उतना काम नहीं होगा. फिर तो मैं तुम्हें रोज़ चोदुन्गा. बोलो मेरी जान रोज़ चुदवाओगि ना."
"मेरे राजा, सच बताऊ मेरा दिल तो रोज़ ही चुदवाने को करता है पर आपको तो चोदने की फ़ुर्सत ही नहीं. क्या अपनी जवान बीवी को महीने में सिर्फ़ दो तीन बार ही चोदा जाता है?"
"तो तुम मुझसे कह नहीं सकती थी?
"कैसी बातें करतें हैं? औरत ज़ात हूँ. चोदने में पहल करना तो मर्द का काम होता है. मैं आपसे क्या कहती? चोदो मुझे? रोज़ रात को आपके लंड के लिए तरसती रहती हूँ."
"सिम्मी तुम जानती हो मैं ऐसा नहीं हूँ. याद है अपना हनिमून, जब दस दिन तक लगातार दिन में तीन चार बार तुम्हें चोद्ता था? बल्कि उस वक़्त तो तुम मेरे लंड से घबरा कर भागती फिरती थी."
" याद है मेरे राजा. लेकिन उस वक़्त तक सुहाग रात की चुदाई के कारण मेरी चूत का दर्द दूर नहीं हुआ था.
आपने भी तो सुहाग रात को मुझे बड़ी बेरहमी से चोदा था."
"उस वक़्त मैं अनाड़ी था मेरी जान"
क्रमशः...............
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