RE: Antarvasnasex ट्यूशन का मजा
मैडम जब मुझे झड़ाकर मेरा वीर्य खतम करके उठीं तो हंस के बोलीं "ये लड़का तो आपकी चप्पलों का भी आशिक हो गया है लगता है. वैसे ठीक भी है, आप का शिष्य है, आपकी चरण पूजा करेगा तो आशिर्वाद ही पायेगा"
हम सब दस मिनिट ऐसे ही पड़े रहे. फ़िर मैडम बोलीं "चलो, शाम हो गयी, अब तुम लोग जाओ. सोमवार को आना ऐसे ही. खास खेल है. और नानी को बता देना कि सर दो घंटे की एक्सट्रा क्लास लेने वाले हैं"
दीदी अब तक होश में आ गयी थी. बहुत थकी हुई लग रही थी. मैडम ने हम दोनों के लिये शरबत बनाया. उसे पीकर दीदी जरा संभली. हमने कपड़े पहने और चलने लगे. मैं और दीदी दोनों पैर फ़ुतरा कर चल रहे थे. सर बोले "ये लो दो रुपये, रिक्षा से चले जाओ, ऐसे जाओगे तो लोग देख कर कहेंगे कि क्या हो गया. आज आराम करना. परसों एक और अच्छा मजेदार लेसन देंगे तुम लोगों को. मैडम आज कुछ शॉपिंग करने वाली हैं तुम लोगों के लिये"
घर पहूंच कर मैंने दीदी से कहा "दीदी, तू तो एकदम चुदक्कड़ हो गयी है, कैसे चुदवा रही थी सर से!"
दीदी बोली "तू कम था क्या, क्या गांड मरायी सर से? सच बता. दुखा क्या? तेरी गांड में जब वो मूसल घुस रहा था तो मुझे लगा कि अब फ़टी तेरी. पर अनिल, देख कर बहुत मजा आया, गांड में लंड घुसने का नजारा अलग ही होता है, तुझे मजा आया क्या? वैसे हालत खराब थी तेरी"
"हां दीदी, बहुत दुखा. पर दीदी, गांड मराने का मजा और ही है. तू मरायेगी क्या?"
"नहीं बाबा" दीदी कान पर हाथ रखकर बोली "मेरे लिये ये चूत चुदना काफ़ी है. तू ही लिया कर गांड में. सर का लंड कितना अच्छा है ना अनिल? मेरा तो मन ही नहीं भरता, लगता है चौबीसों घंटे चुदवाती रहूं. मैडम कितनी नसीब वाली हैं अनिल, उनको सर का लंड रोज मिलता है. वैसे वो तुझको लड़की और मुझे लड़का बनाने के बारे में क्या बोल रही थीं मैडम?"
"पता नहीं दीदी. परसों पता चल ही जायेगा."
उस रात जल्दी खाना खाकर हम सो गये, बहुत थके थे. नानी भी बोली "हां सो जाओ बच्चो. कितना थक गये हो आज, तुम्हारी सूरत पर से दिखता है. सर और मैडम बहुत पढ़ाते हैं लगता है. बेचारे इतनी मेहनत करते हैं. भगवान उन्हें लंबी उमर दे"
क्रमशः। ...........................
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