RE: Antarvasnasex रीटा की तडपती जवानी
रीटा की चूत की ठुकाई
रीटा को लुत्त्फ तो बहुत आया पर पूरी सन्तुष्टी नहीं हुई। बेचैन रीटा को लगा कि अगर उसने आज चूत नही मरवाई तो वह पागल हो जाये गी दूसरी तरफ से रीटा राजू के मोटे और लम्बे लन्ड से डर भी रही थी। खडे लौडे का साईज़ सोच कर रीटा की चूत थर थर कांप उठती थी।
राजू से अलग हो कर रीटा शीशे के सामने खडे हो अपनी हालत सुधारने लगी। रीटा ने अपने मुसली मुचडी और गीली सकर्ट और शर्ट उतार फैंकी और जन्मजात नंगी हो गई अब रीटा के जि़स्म हाई हील और जवेलरी के ईलावा पर एक धज्जी भी नही थी। राजू को खड़की और चुदी हुई रीटा और भी मस्त और सैक्सी लगने लगी। रीटा के गौरे गौरे बदन पर राजू के चुम्बनौं की मोहरे, दांतौ के नीले नीले कचौके, हाथो के ठप्पे अुंगलीयौ की धसावट, घुटनों और कोहनीयोँ पर कारपैट की रगड के लाल निशान गीली जांघें बहुत ही लुभवनी लग रहीं थीं। बिखरे उलझे बाल आखो का फैला काज़ल और मेकअप, गीली चूत, रिसती गाड, चुसे हुऐ चुच्चे और सूजे हौंट तो देखते ही बनते थे।
राजू का लन्ड़ दुबारा छत की तरफ तना देख रीटा डर कर चीख मार के भागने लगी, तो राजू ने रीटा को उठा किंग साईज़ बैड पर पटक दिया और रीटा की अंगुलीयों मे अंगुलीयां पिरो कर फडफडाती रीटा को दबौच कर चित कर लिया। राजू रीटा के घुटने मोड कर रीटा को कंधौ से मिला दिये और बोला "जाती कहा है साली, मां की लोडी अभी तो तेरी मां की चूत भी मारनी है"
बेचारी तीन-फोलड हुई रीटा किसी घायल हिरणी की भांती छटपटा कर रह गई "आहऽऽऽ नही छोडो मुझे, प्लीज़ छोडो नाऽऽऽ मैं मर जाऊगी आप का बहुत बडा है"। पर जब राजू ने अपना लन्ड़ का सुलगता सुपाड रीटा की नन्ही चूत के चीरे पर आगे पीछे फिसला तो रीटा का बदन ढीला पड गया और ना नुकर हां मे तबदील हो गई। रीटा मचलने के बहाने अपनी फडफडाती चूत को राजू के लन्ड़ को चूत मे गपकने लगी, तो राजू ने शरारत मे लन्ड़ को पीछे खींच कर रीट को सताने लगा तो रीटा ने राजू की गाल पर जोर से चपेड लगा कर गन्दी गन्दी गालीयां बकने लगी "बहनचोद मां के लोडे अब डाल अंदर और चोद अपनी बहन को, साले मादरचोद, चोद नाऽऽऽऽ"।
राजू ने रजामंद रीटा को जैसे ही ठीला छोड़ा तो रीटा ने झट से राजू का लन्ड़ पकड कर अपने चूत के मुह पर सटा के नीचे से खींच के धक्का जमा दिया। उपर से रीटा ने अपनी हाई हीलस राजू के चूतडो मे चुभो कर राजू को अपनी तरफ दबा लिया। पलक झपकते ही राजू का लन्ड़ का आलुबुखारे सा सुपाड रीटा की चिकनी चूत मे था। उपर से रीटा ने राजू के लन्ड के सुपाड़े को चूत से चिकोटी काटने लगी। रेशम सी मुलायम चूत तन्दूर सी गरम और दहक रही थी। और पहली चुदाई के पानी से अभी भी पच्च पच्च गीली थी।
राजू का लन्ड़ अब रीटा की चूत की झिल्ली पर दबाव डाल रहा था पल भर के लिये दोनों ठहर से गये और राजू ने रीटा की झील सी आँखों मे झाँख कर पूछा "चोदू"?
"चौदीये नाऽऽऽ" चुदास की ठरक भाव विभोर हुई रीटा शहद से मीठे स्वर मे बोली। पीडा के डर से आखे भींच और थुक निगलती रीटा ने टांगो ने घडी के दस बज कर दस बजा दिये।
राजू ने रीटा की चीख को दबाने के लिये रीटा के होंटों को फिर अपने होंटों में दबा लिया और चूसने लगा। राजू ने कडियल लन्ड़ को बाहर खींच कर वापिस रीटा की चूत मे पूरे वेग से वापिस धकेल दिया। लन्ड राजा अपने ट्टटो की सेना समेत, रीटा रानी की चूत की सील को तोडता और धज्जीया उडाता हुआ, चूत की मुलायम दीवारो को बेरहमी से रगडता हुआ अंदर और अंदर और अंदर घुसता चला गया।
दर्द की वजह से रीटा बुरी तरह से राजू की मजबूत बाहों मे फडफडाई और उस की आँखें बाहर उबल पडी। राजू अब भी बुरी तरह से रीटा के होंटों के चबाये और चूसे जा रहा था। और रीटा की चीखे गले मे हि घुट के रह गई थी और वो घूं घूं की अवाजे निकलने लगी। रीटा अपनी छोटी छोटी हथेलीयों से राजू को अपने उपर से धकेलने की असफल कोशिश कर रही थी, पर राजू ने लौडियां को अपने शिकंजे मे बुरी तरहा से जकड रखा था। रीटा की चूत से निकलता पानी मे हलका सा खून भी आने लगा था। पीडा मे करहाती रीटा को मौनिका की बात याद आ गई की चूत और दूध गर्म हो कर ही फटते हैं और दोनो के फटने की अवाज नही आती बस फट जातें हैं।
लगभग दो मिनट तक राजू दर्द से बिलबिलाती और करहाती रीटा को बाहो मे दबाये उस की चूत की टाईटनेस, गरमी और नरमी का मजा लेता यू ही पडा रहा। जैसे ही चूत और लन्ड की गरमी एक हुई और बेहाल हुई रीट ने निढाल सी हि कर चूत ढीली छोडी, तो कसाई राजू ने अधमुइ रीटा को रूई पिजंने वाली मशीन की तरहा पिजंना शुरू कर दिया। रीटा के उपर की साँस उपर और नीचे की साँस नीचे रह गई। पहले एक मिनट तो रीटा को लगा वह मर जायेगी, परन्तु तरुन्त ही रीटा का दर्द काफूर हो गया और वह आलौकिक सवर्गीया सुख मे विचरण करने लगी। चुदती चूत ने ठेर सारा पानी उगल दिया, तो लन्ड बिना तकलीफ अंदर बाहर घचर पचर की मीठी मीठी आवाज के साथ चूत में अन्दर बाहर फिसलने लगा।
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