RE: Antarvasnasex रीटा की तडपती जवानी
रीटा की तडपती जवानी
By- Rita Raut
गतांक से आगे...............................
रीटा का परोपौज़ल सुन कर राजू का ठरक के मारे बुरा हाल हो गया। छछौरी रीटा के ईरादे से बेखबर राजू तो उपर उपर से ही ठरक पूरा करने के चक्कर मे था "बेब्बी अगर किसी को हमारी गुन्ड़ी गेम के बारे पत्ता लग गया तो "? राजू रीटा के मन को टटौलता बोला।
रीटा राजू के गाल गाल रगडती हुई फुसफुसाती और शर्माती बोली "भईया मै किसी को नही बताऊगीं और हम घर पर बिलकुल अकेले हैं। और दरवाजे और खिडकीयां भी तो बन्द है। और भईया वैसे भी अब मै बच्ची थोडी हूं" यह सुनते ही राजू का लन्ड बुरी तरहा से फडफडा उठा।
रीटा बडे ही भोलेपन से बोली "पता है अब मम्मी मुझे सकर्ट के नीचे पेंटी ना पहनने पर डांटती है और कहती है की अब मैं बडी हो गई हू। भईया कया अब मे सचमुच बडी हो गई हूं"?
"अच्छा देखे तो तुम कित्त्ती बडी हो गई हो"? राजू ने हाथ रीटा की रेशमी जाघो को सहलाते सहलाते उपर सरकाने लगा, किन्तु हरामी रीटा ने अपनी जाघो को भींच कर हाथ को मंजिल तक पहुंचने से रोक दिया। रीटा को राजू को सता कर खूब मजा आ रहा था पर रीटा की सांसे भी अब तेज हो गई थी।
"कयों कया हुआ "? राजू चिकनी रीटा की सुडौल जाघो की गदराहट का आनंद लेता हुआ बोला।
"भईयाऽऽऽ कुछ कुछ होता है" हांफती रीटा अपनी गौरी बाहो का हार राजू के गले मे डाल कर मदभरी नीगाहो से राजू को ताकती और मदहोशी मे सरसराती अवाज़ मे बोली।
"देखें कंहा होती है ये कुछ कुछ "? राजू बोला।
"यहाँ " रीटा अपने फूलती पिचकती चुच्चे की तरफ ईशारा कर बुरी तरहा शर्मा कर, हांफती हुई झटके से राजू से लिपटती हुई बोली। अब रीटा का दिल सीने के अंनदर बुरी तरहा से धक धक कर के धड़क रहा था।
"ज़रा देखें तो" यह कह राजू ने रीटा की गले से बाहर उबल पड रहे मम्मे को पकड कर जौश मे आ कर जोर से दबा कर रीटा के लवारीस जवानी की कठोरता का मजा लेने लगा।
"ऊई माऽऽ भऽऽ-ईऽऽ-याऽऽऽ आहऽऽऽ कित्त्ती जौर से दबाया है, आप बडे खचडे हो" रीटा के होठो पे दबी दबी आनंद भरी चीख सी उगल पडी। राजू रीटा के प्यासे मुम्मै को बराबर मसलता रहा और प्यासी मस्ताई हुई रीटा राजू की आँखों मे आँखों डाले होंटो मे अुगली दबाये शर्माती सी चुच्चे खिंचवाती और पटवाती चली गई।
"सीऽऽऽ छोडो दो भईया आऊचऽऽऽ मैं तो आप की बहन जैसी हूँ, ऊईऽऽ कया करते हो भईया मैं तो जाती हूँ, हायऽऽ मम्मीऽऽऽ ओह हायऽऽऽ उफऽऽऽ बहुत मजा आ रहा है दबाईये सीऽऽऽ और जोर से आहऽऽऽ भईया मत करौ यह सब आऽऽऽ ओहऽऽऽ उफऽऽऽऽऽ" उपर उपर से रीटा राजू का हल्का हल्का विरौध कर हाथ हटाने की कौशिश कर रही थी। राजू के लन्ड़ के ईश्क मे बावली हुई रीटा की हां हां और ना ना ने राजू को पागल सा कर दिया था। रीटा के स्तन अब पथर से कठोर हो कर अकड गये थे।
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