RE: Antarvasnasex रीटा की तडपती जवानी
अब रीटा का ईनकार ईकरार मे बदल गया। तब रीटा के हाथ अपने आप मौनीका की खौपडी पर कस गये और अब तो रीटा का दिल कर रहा था की वह मौनीका को पूरा का पूरा अन्दर सटक ले रीटा को लगा जैसे मौनीका का मुह वैकयूम पम्प बन गया हो। जब मौनीका ने दातों से रीटा की चूत कौ नौचने लगी तो रीटा मजे से पागल हो उठी और बेशरमी से अपनी टागौ को 180 डिगरी का ऐन्गल बना दिया। बेहया मौनीका के दातो को कचौकौ ने तो रीटा को जन्नत मे पहुचा दिया।
अन्त मे ठरक से बदहवास और पगलाई हुई रीटा ने मौनीका को पलंग पर पटक कर उस के चेहरे को उछल उछल कर अन्धाधुन्द अपनी मस्त चूत से पीटने लगी। रेश्म सी मुलायम और गुदाज़ चूत की मार से एक बार तो मौनीका जैसी हिंसक चुदकड़ लडकी की भी सिट्टीपिटी गुम हो गई। धक्कौ से झटको से रीटा के सिल्की बाल हवा मे उड उड जातो थे और चुच्चे ज़गली जानवरो की तरहा उपर नीचे दाये बाये उछल जाते। मौनीका का सुन्दर चेहरा रीटा के जवानी के जूस से तरबतर हो गया। कुँवारी रीटा की दबी दबी आनंद भरी सुरीली चीखे, कराहटे और सिसकारीया सुन मौनीका और भी पागल हो गई।
चुदाई कला मे निपुण़, वैहशी मौनीका ने जगली बिल्ली को काबू करने के लिये जवाबी हमले में रीटा की गाँड मे अपनी थूक से सनी अुंगली घुसेड कर गौल गौल घुमाने लगी और चूत के दाने को होठो तले बाद कर जीभ से सूपर इलेकट्रिक बटरफलाई चुम्मा करने लगी तो रीटा का बैंड ही बज गया।
रीटा की चीखो और तेज़ी से मौनीका समझ गई की बस अब लौंड़ीया खल्लास ही होने वाली है। फिर तो रीटा की बदन कमान की तरहा अकड गया, आखें उपर की और लुड़क गई और कई झमाकौ के साथ रीटा का नई नवेली चूत ने भरभरा कर झटको के साथ हुच्च हुच्च कर पानी छोडने लगी। चूदास मस्ती से भाव वीभौर हुई रीटा की चूत से रह रह कर आनंद का करंट निकल कर सारे शरीर में धमाको के साथ फैल रहा था। उधर मौनीका रीटा की चूत से कतरा कतरा जूस कचकचा कर पीने की नाकाम कौशीश कर रही थी, पर रीटा की चूत तो जैसे हमेशा हमेशा के लिये बालटीया भर भर कर छपाक छपाक पानी फैंके जा रही थी। दे रेले पे रेला, दे रेले पे रेला। रीटा की चूत की पिच्चकारीयो ने मौनीका के बालौ और बिस्तर की चादर को एकदम भिगो दिया। चुदी हुई कुत्तीया की तरहा हांफती, कांपती हुई और करहाती सी निठाल हो रीटा मौनीका के उपर लुढक गई।
मौनीका ने तो अभी खेल चालू किया था। मौनीका ने जबरदस्ती तित्तली सी फडफडाती रीटा के चूतडो को टेबल टेनीस के बैट से ताबातोड पीटा तो रीटा भी हिसंक चुदाई मे विश्वाश रखने लग पडी थी। पटाक तडाक पटाक तडाक की चूतडो पर बैट टकराने की उंची आवाज़ और गाँड पर मीठी मीठी जलन ने तो रीटा को पागल कर दिया। फिर तो मस्ती मे आ कर रीटा ने अपनी जालिम गौरी गौरी गाँड को हवा मे ओर भी उपर उचका दिया। मौनीका गालीयां देती हुई रीटा के मलाई से चूतडो को पीट पीट कर गुलाबी से लाल और लाल से सुर्ख कर दिये, तो रीटा को थोडी तसल्ली मिली।
फिर छीनाल मौनीका ने रीटा की चूत और गाँड को एक बार फिर से कोल्ड क्रीम चुपड़ कर छः ईंच बैंगन से जबरन चौद दिया तो रीटा को दिन मे तारे नज़र आ गये। रीटा ने शरमाते और मुस्कूराते हुऐ थैन्कयू कह, चूतड मटकाती और गुनगुनाती हुई घर को चल दी दिल का पंच्छी बोले कू कूह कूऽऽऽ कू कूह कूऽऽऽ
दो दिन तक बैंगन से चुदी हुई रीटा की चूत और गाँड मे सुरसुरी होती रही थी। टेबल टेनीस के बैट से ताबातोड पीटे हुऐ चूतडो मे मीठी मीठी सडन और जलन भी भरपूर मजा देती रही थी। ब्लयू पिकचर देख कर बैंगन की चुदाई से और मौनीका की बाते से रीटा को चूत और लन्ड का मज़ेदार खेल समझ आ गया था। मौनीका के साथ रह कर रीटा भी खूब गालीयां देना भी सीख गई थी। अब तो रीटा मौनीका की छत्रछाया मै अपनी जवानी को दोनो हाथो से लुटाने को आतुर हो उठी। रह रह कर उस नन्ही नवयैवना के सुकोमल अंगों मे तनाव व कसाव आ जाता और कौरी फुद्दी किसी फडफडाते लन्ड को गपकने के लिये कुलबुला उठती थी।
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