RE: Sex kahani पेइंग गेस्ट
अधिकतर हम दो दो की जोड़ियां बनाकर सम्भोग करते थे. सबसे ज्यादा चलने वाली जोड़ियां याने मैं और मीनल और उधर वह बच्ची सीमा और उसकी मां. छोटी बेटी की ओर स्वाभाविक ही मां का प्यार ज्यादा था. उधर मुझे भी मीनल की सांवली दुबली पतली काया बहुत आकर्षित करती थी. ज्यादा चोद तो मैं उसे सकता नहीं था पर उसकी काली रसीली चूत चूसना और उसे अपना लन्ड घम्टोम चुसवाना ये मेरी मनपसम्द क्रीड़ाएम थीं. उसके काले खुरदरे पर मीठे होंठों का खूब चुम्बन लेना भी मुझे बहुत भाता था.
शनिवार रविवार की चुदाई में हम अक्सर किसी एक को निशाना बना लेते थे और फ़िर सब मिलकर उसके पीछे पड़ जाते थे. अक्सर भाभी निशाना बनती थीं और मैं उनके मुंह या चूत में लन्ड देकर सोता और लड़कियां उनकी चूत और चूचियों के पीछे पड़ जातीं.
अब अक्सर मुझे खयाल आता कि भाभी अगर अपनी और लड़कियों की गांड मारने देम तो क्या मजा आये. मैने भाभी को एक बार कहा भी जब उनके मुंह में मेरा लन्ड गले तक धम्सा हुआ था, सीमा उनकी बुर चूस रही थी और मीनल उनके मम्मोम से खेलती हुई उन्हें मसल और चूस रही थी. “भाभी, मीनल को कोई रस नहीं मिल रहा है. इस समय असल में मेरा लन्ड आपकी गांड में होना था, और मीनल की चूत आपको चूसना था, तब आता मजा.”
मैं असल में उन तीनों के चूतड़ोम को देख देख कर ललचा जाता था. भाभी के भारी भरकम थोड़े लटके हुए पर मुलायम नितम्ब, मीनल के छोटे दुबले पर एकदम कसे हुए काले चिकने चूतड़ और छोटी सीमा के गोल मटोल कमसिन चिकने तरबूज देख कर मेरे मुंह में पानी भर जाता था. अकेले में मैने कई बार बात छेड़ी पर भाभी हमेशा टाल जातीं और मना कर देतीं.
एक बार मेरे बहुत कहने पर उन्होंने बताया कि उन्हें इससे चिढ क्यों है. अपने पति की कहानी उन्हें पहले ही सुनाई थी कि बाद में वे कैसे समलिंग सम्भोग के आदी हो गये थे और जवान लड़कोम के साथ गांड मराते और मारते थे. भाभी का वे एक उपहार की तरह प्रयोग करते थे और उनके मांसल शरीर का लालच देकर गांड मारने के लिये लड़के फ़म्साया करते थे. यह देख देख कर भाभी को उस क्रिया से ही नफ़रत हो गई थी. उनकी खुद की भी गांड बहुत बार मारी गई थी और अब वे उससे ऊब गई थीं.
मैंने उन्हें समझाया. “भाभी जान, यह सिर्फ़ पुरुषों वाली क्रिया नहीं है. मर्दोम को औरतों की नरम नरम गांड मारने में भी बड़ा आनन्द आता है. और ठीक से मरवाई जाये तो आप को भी मजा आयेगा ऐसी मैं गारम्टी देता हूं. मुझे बस एक मौका देम. और अगर पसम्द आये तो फ़िर लड़कियों की भी गांड मारने की परमिशन देम”
भाभी कुछ देर सोचती रहीं. फ़िर बोलीं. “एक रास्ता है पर तुझे पसम्द आयेगा या नहीं मालूम नहीं.” मैने कहा कि मैं कुछ भी करने को तैयार हूं. उन्होंने हम्सते हुए मुझे बांहों में ले कर कहा. “मीनल से शादी करेगा?” मैं चकरा कर देखता रह गया.
भाभी ने आगे कहा. “सीमा की शादी में अभी देर है. पर मीनल की शादी की उमर हो गई है. मुझे उसकी चिम्ता है. तुझे वह बहुत मस्त लगती है मुझे मालूम है. दिखने में वह सुम्दर नहीं है पर कितनी गरम और मीठी है यह तुझे मालूम है. उसकी अच्छी जगह शादी करने में मेरे बाल सफ़ेद हो जाएंगे. और तुझ से अच्छा लड़का मुझे कहां मिलेगा. और फ़िर घर का माल घर में रहेगा. यहीं घर जमाई बन के रहना और हम तीनों के साथ मजा करना. मुझे पता है कि तेरे पास बहुत पैसा है और हमारा भी जो है वह तुंहारा ही होगा.”
मैं सोचने लगा. बात ठीक थी. और मेरा कांअ कर्म चालू ही रहने वाला था. मेरे साथ सम्भोग के लिये मेरी पत्नी, मेरी साली और मेरी सास रहने वाली थी. और मुझे पता था कि ये तीन चुदैलेम मुझे और कहीं मुंह मारने को भी मना नहीं करेंगी, बल्कि बाहर से कोई नई साथिन मिल जाये तो खुद भी उसके साथ सम्भोग को तैयार हो जाएंगी. भाभी ने मानों मेरे मन की बात ताड़ ली और बोलीं. “अगर बाहर की किसी लड़की या औरत के साथ तू चक्कर चलायेगा तो हमें कोई आपत्ति नहीं होगी, बस अच्छी स्वस्थ हो और उसे भी यहां बुला लिया करेंगे.”
मैंने भाभी से कहा. “भाभी, मीनल से पूछेम, आखिर मुझमें और उसमें पम्द्रह साल का अम्तर है.” भाभी बोलीं. “तो क्या हुआ? लन्ड तो तेरा सोलह साल का है, ऐसा हलब्बी मतवाला लन्ड मैंने कभी नहीं देखा. मीनल को बहुत पसम्द है, कल ही अकेले में मुझ से कह रही थी कि अम्मा, अंकल के लन्ड की तो पूजा कर लिया करो रोज, अब तुंहारी पत्नी बन कर वही करेगी.”
मैंने फ़िर पूछा “भाभी, अगर मैं हां कर दूम तो इसका गांड मारने से क्या सम्बन्ध?” वे हम्स कर बोलीं.” मीनल की गांड तुझे सुहाग रात को मिलेगी. चूत तो अब कुम्वारी है नहीं उसकी. शादी के बाद सीमा की भी मिलेगी दहेज मेम, अपने जीजाजी से वह बड़ी खुशी से गांड मरवाएगी. और मैं तुंहारी सास, मैं तुमसे सगाई के दिन ही मरवा लूंगी.”
मैंने और न सोचा और तुरम्त हां कर दी. मेरी सास बनने की खुशी में भाभी ऐसे मचलीं कि मुझे जमीन पर पटककर अपनी साड़ी उठा मेरे मुंह पर चढ गईं और उसे चोद डाला. अपना बुर का पानी पिलाकर फ़िर मुझे उन्होंने ऊपर से ही चोदा और अम्त में मेरे लन्ड को चूस कर अपनी प्यास बुझाई.
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