RE: Chudai Kahani वो शाम कुछ अजीब थी
सुनील चुप चाप कार्ड अपनी जेब में डाल लेता है. ब्रेकफास्ट के बाद सुमन अपने कमरे में तयार होने चली गयी जब बाहर आई तो ना सिर्फ़ सागर बालिक सोनल और सुनील के मुँह भी खुल गये शायद तीनो ही सीटी बजा देते - कयामत की भी क्या औकात होगी जो इस वक़्त सुमन लग रही थी. सोनल को लगा कि सच में ये दोनो डेट पे ही जा रहे हैं - दिल घबराने लगा कहीं माँ ही तो उसके प्यार पे डाका डालने जा रही - नही नही - माँ है वो - दिल का दूसरा कोना बोला तो क्या हुआ तू भी तो बहन है - अगर बहन भाई से प्यार कर सकती है तो माँ क्यूँ नही. ना ना भाई नही मानेगा - अगर ऐसा होता तो मेरा प्यार कबूल कर लेता.
'अच्छा चलते हैं'
जैसे ही सुमन के मुँह से ये निकला सोनल उठ के सुनील से चिपक गयी 5 दिन उसके बिना कैसे रहेगी - सुबह उसका चेहरा ना देख ले तो दिन दिन नही लगता था उसे. सुनील ने उसके माथे को चूमा -
'कुछ दिनो के लिए ही तो जा रहा हूँ ऐसे क्यूँ मुँह लटका लिया जैसे जंग पे जा रहा हूँ- विल बी बॅक शॉर्ट्ली'
सोनल का दिल मुस्कुरा उठा - विल बी बॅक सुन कर - उसे यूँ लगा - उसका प्यार उसके पास लॉट आएगा.
सुमन को बोलना ही पड़ा - अरे अब तो छोड़ उसे हमे देर हो रही है - ये बोलने से पहले सुमन सागर के गले लग उसे चूम चुकी थी ' टेक केर जान'
'ह्म्म्म' सागर ने उसे बाँहों में जाकड़ एक जोरदार चुम्मा ले डाला.
सोनल ने बेमन से सुनील को छोड़ा और वो कार में सूटकेस रखने चल दिया.
सारा रास्ता एरपोर्ट पहुँचने तक सुमन और सुनील में कोई बात नही हुई बस सुमन बार बार सुनील के चेहरे को देखती रही उसके चेहरे को पढ़ने की कोशिश करती रही.
ड्राइवर इन्हें एरपोर्ट छोड़ के वापस चला गया. गेट पे ही सुमन की सहेली का ड्राइवर खड़ा था इनकी एयिरटिकेट्स और होटेल वाउचर लिए. सुनील को अब भी नही पता था कि वो कहाँ जा रहे हैं.
ना जानने वाला कोई भी इन दोनो को देखता तो यही लगता कि जोड़ा हॉलिडे पे जा रहा है - सुमन इस क़दर तयार हुई थी - उसने अपने आपको इतना मेनटेन किया हुआ था कि कोई भी उसे देख ये नही कह सकता था कि वो दो जवान बच्चों की माँ है.
चेक्किन करते वक़्त ही सुनील को पता चला कि वो खजुराहो जा रहे हैं. खजुराहो - यहाँ कॉन सी सहेली आ गयी मोम की - उसने सोचा - फिर खुद को वक़्त के हवाले कर दिया - देखते हैं आगे क्या होता है.
प्लेन में चढ़ने से पहले दोनो बिज़्नेस लाउंज में बैठ गये. सुमन दोनो के लिए कॉफी ले आई.
'रिलॅक्स डियर - डॉन'टी बी अंडर टेन्षन - एवेरितिंग विल बी ऑल राइट'
सुनील चुप चाप कॉफी पीने लग गया.
फ्लाइट में दोनो के बीच कोई बात नही हुई लेकिन को-पॅसेंजर्स दोनो को देख आँहें भर रहे थे. सुमन ने अपना सर सुनील के कंधे पे रखा सारा रास्ता.
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