RE: आंटी और उनकी दो खूबसूरत बेटियाँ
पप्पू बिना कुछ सुने उसकी चूत को मज़े से चूमता रहा और इसी बीच उसने अपने
होठों से रिंकी की पैंटी के एलास्टिक को पकड़ कर अपने दाँतों से खींचना शुरू
किया। रिंकी बिल्कुल एक मजबूर लड़की की तरह खड़े खड़े अपनी पैंटी को नीचे
खिसकते हुए महसूस कर रही थी।
पप्पू की इस हरकत की कल्पना मैंने भी नहीं की थी। “साला, पूरा उस्ताद है।” मेरे मुँह से निकला।
जैसे जैसे पैंटी नीचे आ रही थी, मेरी धड़कन बढ़ती जा रही थी, मुझे ऐसा महसूस हो रहा था मानो मेरा दिल उछल कर बाहर आ जायेगा।
मैंने सोचा कि जब अभी यह हाल है तो पता नहीं जब पूरी पैंटी उतर जाएगी और उसकी चूत सामने आएगी तो क्या होगा।
खैर मैंने सोचना बंद किया और फ़िर से देखना शुरू किया।
अब तक पप्पू ने अपने दांतों का कमाल कर दिया था और पैंटी लगभग उसकी चूत से
नीचे आ चुकी थी, काली-काली रेशमी मुलायम झांटों से भरी चूत को देखकर मेरा
सर चकराने लगा।
पप्पू भी अपना सर थोड़ा अलग करके रिंकी की हसीं मुनिया के दर्शन करने लगा।
रिंकी को जब इसका एहसास हुआ तो उसने अपने हाथों से अपनी चूत को छिपा लिया और एक हाथ से अपनी पैंटी को ऊपर करने लगी।
पता नहीं जब पूरी पैंटी उतर जाएगी और उसकी चूत सामने आएगी तो क्या होगा।
खैर मैंने सोचना बंद किया और फ़िर से देखना शुरू किया।
अब तक पप्पू ने अपने दांतों का कमाल कर दिया था और पैंटी लगभग उसकी चूत से
नीचे आ चुकी थी, काली-काली रेशमी मुलायम झांटों से भरी चूत को देखकर मेरा
सर चकराने लगा।
पप्पू भी अपना सर थोड़ा अलग करके रिंकी की हसीं मुनिया के दर्शन करने लगा।
रिंकी को जब इसका एहसास हुआ तो उसने अपने हाथों से अपनी चूत को छिपा लिया और एक हाथ से अपनी पैंटी को ऊपर करने लगी।
पप्पू ने मौका नहीं गंवाया और उसकी पैंटी को खींच कर पूरी तरह उसके पैरों से अलग कर दिया।
"हे भगवान, अगर मैंने अपने आपको सम्भाला नहीं होता मेरे मुँह से जोर की
आवाज़ निकल जाती। मैंने बहुत मुश्किल से अपने आपको रोका और अपने लंड को और
जोर से सहलाने लगा।
पप्पू ने जल्दी से अपने होंठ रिंकी की चूत पर रख दिया और एक ज़ोरदार चुम्बन लिया।
"उम्म्म्म...आआहह्ह्ह, नहीं पप्पू, प्लीज़ मुझे छोड़ दो। मैं मर जाऊँगी।" यह
कहते हुए रिंकी ने उसका सर हटाने की कोशिश की लेकिन पप्पू भी खिलाड़ी था,
उसने अपने सर के ऊपर से रिंकी का हाथ हटाया और अपनी जीभ बाहर निकाल कर पूरी
चूत को चाटना शुरू कर दिया।
"ओह्ह मांह, यह क्या कर दिया तुमने...प्लीज़ ऐसा मत करो...मुझे कुछ हो रहा
है...प्लीज़ ...प्लीज़..। ह्म्म्म्म्..." रिंकी की सिसकारियाँ और तेज हो गईं।
पप्पू ने अब अपने हाथो को रिंकी किए हाथों से छुड़ाया और अपनी दो उँगलियों
से चूत के होठों को फैलाया और देखने लगा। बिल्कुल गुलाबी और रस से सराबोर
चूत की छोटी सी गली को देखकर पप्पू भी अपना आप खो बैठा और अपनी पूरी जीभ
अंदर डाल कर उसकी चुदाई चालू कर दी। ऐसा लग रहा था मानो पप्पू की जीभ कोई
लंड हो और वो एक कुंवारी कमसिन चूत को चोद रही हो।
"ह्म्म्म्म...ओह मेरे जान, यह क्या हो रहा है मुझे...??? ऊउम्म...कुछ करो न
प्लीज़...मैं मर रही हूँ..." रिंकी के पाँव अचानक से तेजी से कांपने लगे और
उसका बदन अकड़ने लगा।
मैं समझ गया कि अब रिंकी कि चूत का पानी छूटने वाला है।
"आःह्ह्ह...आआह्ह्ह...आःह्ह्ह...ऊम्म्म्म...मैं गई...मैं गई...आऐईईई..."और
रिंकी ने अपना पानी छोड़ दिया और पसीने से लथपथ हो गई। उसे देखकर ऐसा लग रहा
था मानो उसने कई कोस की दौड़ लगाई हो।
पप्पू अब भी उसकी चूत चाट रहा था।
इन सबके बीच मेरी हालत अब बर्दाश्त करने की नहीं रही और इस लाइव ब्लू फिल्म को देखकर मेरा माल बाहर निकल पड़ा।
"आःह्ह्ह्ह्ह...उम्म्म...एक जोर की सिसकारी मेरे मुँह से बाहर निकली और मेरे लंड ने ढेर सारा पानी निकल दिया।
मेरी आवाज़ ने उन दोनों को चौंका दिया और दोनों बिल्कुल रुक से गए। रिंकी ने
तुरंत अपना शर्ट नीचे करके अपनी चूचियों को ढका और अपनी स्कर्ट नीचे कर
ली। पप्पू इधर उधर देखने लगा और यह जानने की कोशिश करने लगा कि वो आवाज़
कहाँ से आई।
मुझे अपने ऊपर गुस्सा आया लेकिन मैं मजबूर था, आप ही बताइए दोस्तो, अगर
आपके सामने इतनी खूबसूरत लड़की अपनी चूचियों को बाहर निकाल कर अपनी स्कर्ट
उठाये और अपनी चूत चटवाए तो आप कैसे बर्दास्त करेंगे। मैंने भी जानबूझ कर
कुछ नहीं किया था, सब अपने आप हो गया।
रिंकी दौड़ कर बाथरूम में चली गई और पप्पू तड़पता हुआ उसके पीछे दौड़ा।
रिंकी बाथरूम में घुसकर अपनी साँसों पर काबू पाने की कोशिश कर रही थी।
पप्पू पीछे से वह पहुँचा और एक बार फिर से रिंकी को अपनी बाहों में भर
लिया। रिंकी अब भी उस खुमार से बाहर नहीं आई थी वो भी पप्पू से लिपट गई।
मैं अब तक थोड़ा सामान्य हो चुका था लेकिन आगे का दृश्य देखने की उत्तेजना
में मेरा लंड सोने का नाम ही नहीं ले रहा था।
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