RE: Porn Hindi Kahani वतन तेरे हम लाडले
एयरपोर्ट पर साना जावेद को फुल प्रोटोकॉल मिल रहा था क्योंकि कर्नल इरफ़ान भी इंडिया प्रस्थान से पहले साना जावेद के विशेष मिशन के बारे में एयरपोर्ट प्रशासन को बता चुका था, और इस बात का लाभ मेजर राज को भी हुआ कि उसकी विशेष चेकिंग नहीं हुई महज पासपोर्ट चेक किया गया जोकि असली था। मगर फ़िरोज़ के नाम था जिसका हुलिया उस समय राज ने अपना रखा था। कुछ ही देर के बाद यह छोटी फ़्लाईट टेकऑफ करने के लिए तैयार हो चुकी थी जो कुछ सवारियां थीं और एयरपोर्ट से ही कुछ फिल्म इंडस्ट्री की गैर प्रमुख हस्तियों ने साना जावेद के साथ हाई हेलो की जिनका साना जावेद की इस रिलीज की जाने वाली फिल्म से किसी न किसी सीमा तक संबंध था मगर उनके पास मेजर राज की कोई हैसियत नहीं थी वह तो महज साना जावेद का कर्मचारी था इसलिए प्रथम श्रेणी अनुभाग में होने के बावजूद उसको बिल्कुल अंतिम सीट पर बिठाया गया था जबकि बाकी लोग कुछ आगे थे और साना जावेद के पास थे
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रात 8 बजे तक मारिया उत्सुकता से लोकाटी का इंतजार करती रही, 8 बजे के करीब एक महिला ने कमरे में आकर मारिया को बताया कि लोकाटी साहब कुछ ही देर में आपके कमरे में तशरीफ़ लाएंगे उन्होने आपको तैयार करने का आदेश दिया है। मारिया ने उसे कहा तुम जाओ में खुद ही तैयार हो जाउन्गी यह सुनकर वह स्त्री उल्टे पांव लौट गई और मारिया लोकाटी के लिए तैयार होने लगी। मारिया को तैयार होने में ज्यादा देर नहीं लगी।मगर उसको लोकाटी के लिए थोड़ी मेहनत की जो उसके लिए काफी दर्दनाक था। वजह यह नहीं थी कि वह लोकाटी के लंड को बेचैन हो रही थी बल्कि वजह थी लोकाटी के खिलाफ बनाए गए प्लान को अमलीजामा पहनाने की जिसकी मारिया को खासी ज़रूरत थी। और वैसे भी आज सारे दिन हवेली नुमा महल की एकएक जगह छान मारी थी और उसे यह भी पता था कि यहां रात को जल्दी सोने के आदी हैं लोग ,
हवेली रात 9 बजे ही सुनसान हो जाती है सभी कर्मचारी और हवेली के अपने अपने कमरे में जाकर सपना खरगोश के मजे लूटते हैं, रात की ड्यूटी वाले कर्मचारियों के लिए एक विशिष्ट कक्ष था कि अगर रात में किसी को जरूरत हो तो वह उसी कमरे से कर्मचारी को इंटरकॉम के माध्यम बुला सकते थे। ऐसे में रात 9 बजे तक लोकाटी का इंतजार करना काफी मुश्किल हो रहा था मारिया के लिए।
अचानक कमरे का दरवाजा खुला तो मारिया समझ गई कि अब की बार लोकाटी कमरे में आया है, वह सिमट कर बैठ गई थी। लोकाटी कमरे में आया तो एक पल के लिए तो उसकी आंखें खुली की खुली रह गईं। कमरे में सभी रोशनी बंद थीं मगर बेड के चारों ओर मोमबत्ती रोशन थीं जिसकी हल्की हल्की रोशनी में अंदर का माहौल काफी रोमांटिक और मस्त हो रहा था और बेड के चारों ओर गुलाब की पत्तियां मोमबत्ती की हल्की रोशनी में बहुत सुंदर दृश्य प्रस्तुत कर रही थीं। बेड पर भी गुलाब की पत्तियां बिखरी हुई थीं और उनके बीच में लाल रंग की चादर में लिपटी समीरा लोकाटी का इंतजार कर रही थी। घूँघट निकाले हुए मारिया खासी उत्सुकता से लोकाटी का इंतजार कर रही थी और अब यह इंतजार खत्म हो गया था। लोकाटी ने मारिया को लाल चादर में लिपटा देखा तो एक पल के लिए उसे यूँ लगा कि एक नई नवेली दुल्हन उसके इंतजार में लाल रंग का शादी पहनावा पहने उसके इंतजार में बैठी है। कमरे के रोमांटिक माहौल और सामने बेड पर दुल्हन की तरह बैठी मारिया को देखकर लोकाटी के दिल में लड्डू फूटने लगे थे और उसकी सलवार में लंड ने सिर उठाना शुरू कर दिया था। इसे एक बार तो वही समीरा याद आ गई थी जिसको सुंदर रात में गोवा के होटल में लोकाटी ने खूब जमकर चोदा था।
लोकाटी धीरे धीरे आगे बढ़ता हुआ मारिया तक गया और उसके पास जाकर बैठ गया और उसे देखने लगा। लंबी चादर से मारिया के केवल सुंदर हाथ ही दिख रहे थे जिन पर मेंहदी का सुंदर डिजाइन बना हुआ था। ये मेहंदी भी मारिया ने एक नौकरानी से शाम में ही लगवा ली थी जिसका एक ही घंटे में काफी अच्छा रंग चढ़ गया था, और हाथों से नीचे मारिया के सुंदर चमकते हुए पैर दिख रहे थे, उसके अलावा बाकी केवल लाल रंग की पुष्पांजलि थी। लोकाटी ने आगे बढ़कर मारिया के पास होकर हौले से कहा, यदि अनुमति हो तो क्या मैं आपका घूँघट उठा सकता हूँ। मारिया ने धीरे से हाँ में सिर हिलाया, तो लोकाटी ने मारिया के चेहरे के आगे से हल्की सी चादर हटा कर उसके सिर पर रख दी। उसकी नज़र मारिया के चेहरे पर पड़ी तो वह और भी खुश हुआ, मारिया के सुंदर गुलाबी और रसीले होठों पर इस समय लाल लिप स्टिक लगी हुई थी जो लोकाटी को बहुत पसंद थी। और उसका हल्का लेकिन बहुत कौशल से किया गया मेकअप उसकी खूबसूरती को चार चांद लगा रहा था अब तो लोकाटी अपने आपे से बाहर हुआ जा रहा था उसका बस नहीं चल रहा था कि वो जल्दी से पहले मारिया को उसके सारे कपड़ों से मुक्त कर दे और उसकी सुंदर और टाइट योनी में अपना लंड घुसा कर धक्के पर धक्के मारे।मगर उसने मारिया से वादा कर रखा था कि आज की रात जैसे मारिया कहेगी वैसे ही लोकाटी उसके बदन से प्यार करेगा .
मारिया का सुंदर चेहरा देखकर लोकाटी ने उसे प्यार भरी आवाज़ में कहा, मांग मेरी महारानी आज क्या मांगती है।आज तुम जो चाहोगी लोकाटी वह तुम्हें देगा तुम्हारी इन सुंदर आंखों और होठों के सदके . मारिया ने शरमाते हुए लोकाटी को देखा, और हौले से बोली, आपने इस नाचीज़ को अपनी महारानी बना लिया और उसके बाद भला किस चीज की कामना कर सकती हूँ, अब तो बस एक ही तमन्ना है कि जिन होठों के लिए आप ने ये बात कही है, उन्ही होठों की प्यास अपने होंठों से बुझा दें। यह सुनते ही लोकाटी की आंखों में चमक आ गई वो तो पहले से ही यह चाहता था अब मारिया द्वारा फरमाइश के बाद तो लोकाटी एक क्षण बर्बाद किए बिना उनके होठों से सारा रस पी जाना चाहता था। वो एकदम से मारिया के होंठों को चूसने के लिए आगे बढ़ा मगर मारिया ने हाथ के इशारे से रोक दिया और बोली नहीं ऐसे नहीं। लोकाटी उत्सुकता से बोला तो फिर कैसे मेरी जानेमन ??? मारिया मुस्कुराई और बोली पहले अपनी आँखें बंद करो। और अपने हाथ अपने सिर के पीछे बांध लें। और जब तक मैं न कहूँ तो न तो अपनी आंखें खोलेंगे और न अपने हाथों से मेरे शरीर के किसी भी हिस्से को छूने की कोशिश करेंगे
लोकाटी ने उत्साह में अपनी आँखें बंद कर ली और अपने हाथ अपने सिर के पीछे बांध लिए। जैसे ही उसने अपनी आँखें बंद की उसे बेड पर हलचल महसूस हुई और फिर कुछ ही सेकंड के अंतराल के साथ उसे 440 वोल्ट का झटका लगा जब उसे अपने होठों पर मारिया के सुंदर होठों का स्पर्श महसूस हुआ और अपने चेहरे पर मारिया के हाथ की नरम नरम पकड़ महसूस हुई। लोकाटी ने उत्साह में मारिया के होंठों को चूसना शुरू कर दिया था मगर मारिया के कहने के अनुसार न तो उसने अपनी आंखें खोलीं और न ही उसने अपने हाथ मारिया के शरीर की ओर बढ़ाए। लेकिन मारिया के नाजुक हाथ अब लोकाटी की गर्दन पर हौले हौले मालिश कर रहे थे और लगातार लोकाटी के होंठ मारिया के होंठ चूसने में व्यस्त थे। फिर लोकाटी को तब और भी मज़ा आने लगा जब मारिया ने अपनी ज़ुबान मुंह से निकाल कर लोकाटी के होंठों पर रखकर दबाव डालना शुरू किया। लोकाटी समझ गया था कि उसकी महारानी अपनी ज़ुबान उसके मुंह में प्रवेश कराना चाहती थी उसने तुरंत ही अपना मुंह थोड़ा सा खोल कर मारिया की ज़ुबान को अंदर जाने का रास्ता दिया और जैसे ही मारिया की ज़ुबान लोकाटी के मुंह में गई उसने उत्साह से मारिया की ज़ुबान को मुंह में लेकर चूसना शुरू कर दिया। कुछ देर तक मारिया इसी तरह लोकाटी की गर्दन पर हाथ फेरती रही और अपनी जीभ उसके मुंह में डालकर प्यार करती रही।
फिर मारिया ने लोकाटी के दोनों हाथों को खोल कर अपने हाथों में पकड़ लिया और एक हाथ को अपने हाथ से पकड़ कर अपने चेहरे पर फेरना शुरू कर दिया। मगर अब तक लोकाटी को आंखें खोलने की अनुमति नहीं थी। मगर वह बहुत गंभीरता और स्नेह के साथ अब अपने हाथ मारिया के चेहरे पर फेर रहा था, वह कभी अपने हाथ मारिया के नाजुक और रूई जैसे गालों की तरह नरम गालों पर फेरता तो कभी अपनी उंगली मारिया के होठों पर फेर कर उनका स्पर्श लेता। फिर मारिया ने लोकाटी को नीचे लेट जाने को कहा तो लोकाटी आंखें बंद किए ही बेड पर लेट गया और मारिया उसके पेट के ऊपर आकर बैठ गई मगर लोकाटी के हाथ अब तक मारिया के हाथों में थे और उसकी आँखें अभी बंद थीं।
लोकाटी मन ही मन में सोच रहा था कि अब मारिया उसको आँखें खोलने की अनुमति दे और उसके हाथों को मुक्त कर दे तो वह दिल खोलकर मारिया को प्यार करे मगर मारिया से अभी यह अनुमति नहीं मिली थी। लोकाटी को नीचे लिटा कर मारिया ने एक बार फिर लोकाटी को अपने हाथ सिर के पीछे बांधने को कहा तो लोकाटी ने किसी आज्ञाकारी बच्चे की तरह अपने हाथ सिर के पीछे बांध लिए। अब मारिया ने लोकाटी की कमीज के बटन खोलने शुरू किये और एक एक करके सारे बटन खोल कर उसके सीने पर झुक कर प्यार करने लगी। लोकाटी को अपने सीने पर मारिया के जवान और गर्म होठों का स्पर्श बहुत प्यारा लग रहा था उसके साथ उसे मारिया के मम्मों का एहसास हो रहा था जो उसके सीने से टकरा रहे थे। कुछ देर इसी तरह लोकाटी को प्यार करने के बाद मारिया ने एक बार फिर लोकाटी के हाथों को अपने हाथों में पकड़ लिया और दोनों हाथों को खींच कर अपनी टांगों पर थाईज़ के ऊपर रख दिया। जैसे ही मारिया ने लोकाटी के हाथ अपनी थाईज़ पर रखे तो लोकाटी को एक झटका लगा और उसने अपनी आँखें खोली। झटका लगने की वजह यह थी कि जब मारिया ने लोकाटी के हाथों को अपनी थाईज़ पर रखा तो वहां उसे किसी कपड़े के होने का एहसास नहीं हुआ बल्कि मारिया की थाईज़ बिल्कुल नंगी थी, और जब लोकाटी ने आँखें खोलीं तो उसके सामने मारिया एक सुंदर नाइटी पहने उसे बहुत प्यार से देख रही थी
मारिया को इस हालत में देखकर मारिया की गाण्ड के नीचे मौजूद लोकाटी के लंड ने अपना सिर उठा लिया और पूरी तरह से खड़ा होकर मारिया की चूत में जाने की जिद करने लगा। मगर मारिया ने उस पर अपनी गाण्ड का दबाव डाल कर उसे नीचे बिठा दिया और धैर्य रखने को कहा। मारिया इस समय एक हल्के नीले रंग की जालीदार नाइटी पहने हुई थी जिसमें उसके कंधे पूर्ण नग्न थे मात्र बारीक डोरयों के माध्यम से नाइटी उसके बदन पर रुकी हुई थी। मारिया का ब्रा गहरे नीले रंग का था, फोम वाला यह ब्रा अंडर वाईर्ड था यानी उसके नीचले हिस्से में एक पेड़ डला हुआ था जो मम्मों को न केवल ऊपर की ओर उठाता है बल्कि उनको आपस में जकड़ कर एक दूसरे के साथ भी जोड़ता है जिसकी वजह सेक्सी क्लीवेज़ बनती है और छोटे मम्मे होने के बावजूद ऊपर से देखने में बड़े लगते हैं। और मारिया के मम्मे तो वैसे ही 36 के आकार के थे और उस पर अंडर वाईर्ड ब्रा जो मम्मों को उठाया तो उनकी ऐसी सुंदर और सेक्सी शेप बनी हुई थी कि कोई भी पुरुष उनको पकड़ने के लिये अपने हाथ बढ़ा दे। मारिया के भी दोनों मम्मे आपस में मिलकर गहरी लाइन बना रहे थे और उनका आकार भी काफी बढ़ गया था जिसकी वजह से 36 आकार के मम्मे अब 38 आकार के लग रहे थे। ब्रा के ऊपर मारिया की बारीक जालीदार नाइटी थी जो मोमबत्ती की हल्की रोशनी में बहुत सेक्सी लग रही थी, यह नाइटी सीने के ऊपर एक पतली सी डोरी के साथ बंधी हुई थी जबकि उसके नीचे पूरी खुली थी जिसकी वजह से मारिया का पतला और सेक्सी पेट बहुत ही सुंदर लग रहा था। मारिया की नाभि की हल्की सी गहराई और रंग बहुत सुन्दर था। नाइटी मारिया के चूतड़ों तक आकर खत्म हो रही थी जबकि सामने से पैन्टी तक भी नहीं आ रही थी पैन्टी के ऊपर ही खत्म हो रही थी। नीचे मारिया ने एक बहुत ही सेक्सी नीले रंग की पैंटी पहन रखी थी जो सामने से महज उसकी चूत की लाइन घेर रही थी जबकि चूत की लाइन के साथ वाला हिस्सा स्पष्ट दिख रहा था और मारिया के बाल मुक्त नरम और मुलायम पैर और मोटी थाईज़ भी बहुत सेक्सी लग रही थी।
लोकाटी को अपनी किस्मत पर यकीन नहीं आ रहा था कि वह इतनी सुंदर और सेक्सी लड़की की आज चुदाई करने वाला है। वह तुरंत उठ कर बैठ गया था और मारिया अब उसकी गोद में थी, उठ कर बैठते ही लोकाटी ने अपने हाथ मारिया की पतली कमर के गिर्द लपेट लिए थे जिस पर एक पतली नाइटी मौजूद थी जबकि उसके होंठ मारिया के मम्मों के उभारों पर क्लीवेज़ लाइन में प्यार कर रहे थे। लोकाटी अपनी ज़ुबान निकालकर मम्मों के बीच से से बनने वाली लाइन की गहराई में उतार रहा था मगर उसकी ज़ुबान इतनी लंबी नहीं थी कि वह मारिया के मम्मों की लाइन की गहराई तक जा सके। कुछ देर तक वह इसी तरह मारिया की कमर पर हाथ रखे उसके मम्मों के उभारों पर प्यार करता रहा फिर उसने मारिया को बेड पर लिटा लिया और खुद मारिया के ऊपर आकर मारिया के दोनों मम्मों को अपने हाथ में पकड़ कर दबाना शुरू कर दिया। मारिया ने अपनी जीभ बाहर निकाल कर अपने होंठों पर फेरनी शुरू कर दी जिससे लोकाटी के आनंद में और भी वृद्धि हो गई और वह एक बार फिर से मारिया के ऊपर झुक कर उसके मम्मों की लाइन में ज़ुबान फेरने लगा। कुछ देर इसी तरह करने के बाद लोकाटी कुछ नीचे आया और मारिया के पेट पर अपने होंठो से प्यार करने लगा। पेट से प्यार करते करते वह नीचे की ओर आ रहा था और मारिया की सुंदर नाभि में अपनी ज़ुबान फेरनी शुरू कर दी जिससे मारिया का पेट थर थर कांपने लगा था
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