Porn Hindi Kahani वतन तेरे हम लाडले
01-10-2019, 01:35 PM,
#92
RE: Porn Hindi Kahani वतन तेरे हम लाडले
दोस्तो ये सिर्फ़ पुराने वाकये को याद करना था

अब आगे .................


अमजद हैरानगी के साथ कर्नल इरफ़ान चेहरे के बदलते रंग देख रहा था और उसके चेहरे से नज़र आने वाली परेशानी अमजद के लिए ख़ुशख़बरी की प्रतीक थी। अमजद समझ गया था कि मेजर राज कोई न कोई ऐसा काम कर गया है जिससे कर्नल इरफ़ान को गहरी चोट लगी होगी, उसको इस बात से कोई उद्देश्य नहीं था कि वह यहां से जिंदा निकल सकता है या नहीं, इसको बस इस बात की खुशी थी कि मेजर राज ने कर्नल इरफ़ान के लिए कोई बड़ी मुश्किल खड़ी कर दी है जिसकी वजह से वह परेशान है और अमजद के लिए यही काफी था कि शहीद होने से पहले वह कर्नल इरफ़ान को इस तरह परेशान देख रहा था। कर्नल ने जैसे ही कॉल अटेंड की और राफिया से पूछा कि क्या बात है तो उसने कर्नल को बताया कि इमरान ने आपसे कोई बात करनी है उसे मदद चाहिए, और इमरान यानी मेजर राज राफिया से फोन लेकर कमरे से बाहर निकल गया था। मेजर राज ने फोन पर हैलो कहते ही बड़े अजीब तरीके में कर्नल इरफ़ान को ससुर जी कह कर संबोधित किया और उसका हाल पूछा जिस पर कर्नल इरफ़ान को काफी गुस्सा आया क्योंकि कर्नल इरफ़ान के पास अब तक इमरान की स्थिति महज एक साधारण से लड़के की थी जिसने राफिया की जान बचाई और अब भी वह एक अंगरक्षक के रूप में राफिया के साथ मुर्री में मौजूद था

कर्नल इरफ़ान ने थोड़े कर्कश स्वर में इमरान को कहा कि बोलो क्या बात है कैसी मदद चाहिए? तो आगे से मेजर राज अपने विशिष्ट स्वर में बोला कि कर्नल साहब आपके पास इस समय जो मेरे साथी हैं अमजद, काशफ और सरमद, उनकी रिहाई के संबंध में आपकी मदद की जरूरत थी .... इमरान के मुंह से इन लोगों का ज़िक्र सुनते ही कर्नल इरफ़ान का मस्तिष्क सुन्न होने लगा, एक पल को तो वो समझ ही नहीं सका था कि इमरान ऐसी बात क्यों कर रहा है और उसे कैसे पता अमजद और उसके साथियों के बारे में, लेकिन साथ ही कर्नल इरफ़ान के मन में एक झमाका सा हुआ कि कहीं यह व्यक्ति जिसने राफिया को अपना नाम इमरान बताया है मेजर राज का कोई साथी न हो, या फिर ऐसा भी मुमकिन है कि यह खुद मेजर राज ही हो। इससे पहले कि कर्नल इरफ़ान कुछ बोलता मेजर राज कर्कश स्वर में बोला, सुनो कर्नल, तुम्हारी इकलौती बेटी इस समय मेरे साथ है और हम दोनों एक ही बेड पर सोए हैं, और उसको मुझ पर पूरा भरोसा है, अगर 10 मिनट के भीतर आप ने मेरे साथियों को न छोड़ा तो फिर कभी तुम अपनी बेटी की शक्ल नहीं देख पाओगे। और हाँ .... सुनो, मेरा नाम इमरान नहीं, मेजर राज है। और मैं अब तुम्हारी बेटी राफिया को अपने साथ लेकर जा रहा हूँ, अगर तुमने राफिया के मोबाइल के माध्यम से मेरा पीछा करने की कोशिश की या मेरे साथियों को रिहा करने के बाद उनका पीछा करने की कोशिश की तो अपनी बेटी की मौत के जिम्मेदार तुम खुद होगे। और यह मत समझना कि अपनी निष्क्रिय आईएसआई के एजेंट को हमारे पीछे लगा कर तुम हमें पकड़ सकते हो, हमारे साथी तुम्हारी और तुम्हारी टीम की निगरानी कर रहे हैं, अब चुपचाप मेरे साथियों को छोड़ दो और उन्हें कश्मीर तक जाने का रास्ता भी प्रदान करो, कश्मीर पहुंचने तक अगर उन पर कोई आंच आई तो मुसीबत तुम्हारी बेटी पर टूट पड़ेगी, जब वह खैरियत से कश्मीर पहुंच जाएंगे तो तुम अपनी बेटी को सही सलामत देख सकोगे। तब तक के लिए बाय बाय

मेजर राज ने यह कह कर फोन बंद कर दिया और कर्नल इरफ़ान क्रोध और बेचारगी की मिलीजुली स्थिति में केवल इतना ही कह सका नहीं तुम ऐसा नहीं कर सकते .... लेकिन मेजर राज फोन बंद कर चुका था और कर्नल इरफ़ान अब कभी बंद फोन की तरफ देखता तो कभी सामने बैठे अमजद को देखता उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करे। काफी देर तक वह इसी दुविधा में रहा, अमजद के चेहरे पर मुस्कान थी वह यह तो नहीं जानता था कि फोन पर किसने बात की और क्या बात की, लेकिन कर्नल इरफ़ान की परेशानी उसके लिए राहत का सामान तैयार कर रही थी। इससे पहले कि कर्नल इरफ़ान कुछ बोलता उसे फोन पर फिर से एक बेल बजी। यह मैसेज टोन थी, कर्नल इरफ़ान ने तुरंत मैसेज पढ़ा तो राफिया के नंबर से राज का मैसेज था जिसमें लिखा था कर्नल इरफ़ान 5 मिनट हो गए आपने मेरे साथियों को अभी तक रिहा नहीं किया, तुम्हारे पास 5 मिनट और हैं उसके बाद तुम्हारी बेटी के साथ में क्या होगा यह आप अच्छी तरह समझ सकते हो। यह मैसेज पढ़ते ही कर्नल इरफ़ान के पैरों तले से जमीन निकल गई थी। वह तुरंत होश में आ चुका था और उसने अपने अधीनस्थों को आदेश किए कि तुरंत उन्हे खोला जाए और यहां से जाने दिया जाए।कर्नल इरफ़ान का आदेश सुनकर उसके सहायक बिजली की सी तेजी से तीनों को खोलने लगे और कुछ ही देर बाद अमजद अपने दोनों साथियों को साथ लिए लड़खड़ाते हुए जेल से बाहर निकल चुका था

बाहर निकल कर अमजद ने एक टैक्सी ली और पहले अपने डॉक्टर दोस्त के यहाँ गया, और सभी तरफ देखता रहा कि कहीं उसका पीछा तो नहीं हो रहा ??? मगर ऐसे कोई आसार उसको नजर नहीं आए, फिर भी एहतियात के रूप में वह अपने डॉक्टर दोस्त के पास जाने से पहले 2 बार टैक्सी का रूट चेंज किया और वहां जाकर अमजद ने अपनी और अपने दोस्तों की प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था कराई और उसके बाद कुछ जरूरी सामान साथ लेकर कश्मीर की ओर निकल गया। उसके पास मेजर राज का कोई नंबर नहीं था जिस पर वो संपर्क कर सकता , न ही मेजर राज के पास अमजद से संपर्क के लिए कोई ज़रिया नहीं था। मगर मेजर राज ने विभिन्न समूहों और संगठनों को अमजद को ट्रेस आउट करने का कार्य दे दिया था जिन्होंने कुछ ही देर में अमजद को ट्रेस कर लिया था और उस तक मेजर राज का संदेश पहुंचा दिया था कि आज़ादकश्मीर जाकर कुछ दिन आराम करे, फिर अगर जरूरत पड़ी तो मेजर राज उसे भारत बुलाएगा, और अगर ऐसी जरूरत महसूस नहीं हुई तो वह समीरा को राजी-खुशी से आज़ादकश्मीर वापस पहुंचा देगा। आज़ादकश्मीर जाते हुए भी अमजद ने इस बात का विशेष ध्यान रखा कि कोई उसका पीछा तो नहीं कर रहा है, उसने बार बार अपना रास्ता भी बदला, कभी पहाड़ी क्षेत्रों से पैदल सफर तय किया तो कभी खच्चरों पर एक घाटी को पार किया। । कभी ट्रेन के एक से दूसरे पड़ाव तक तो कभी किसी बस से एक शहर से दूसरे शहर तक की यात्रा। ग़रज़ पूरे 1 दिन का सफर तय करने के बाद अमजद वापस आज़ादकश्मीर पहुंच चुका था जहां अब उसे अपने और अपने दोस्तों के इलाज की व्यवस्था करना था क्योंकि वह न केवल बुरी तरह घायल थे बल्कि इस यात्रा ने उन्हें और भी निढाल कर दिया था। और उन्हें उम्मीद थी कि मेजर राज जल्द ही उन्हें इंडिया एक महत्वपूर्ण मिशन के लिए बुलाएगा, इसलिए जल्द से जल्द फिर से पूरी तरह से ठीक होना बहुत जरूरी था

अमजद और उसके साथियों को छोड़ने के बाद कर्नल इरफ़ान अपना सा मुंह लेकर काफी देर तक उसी जेल में बैठा रहा। उसके लिए अमजद को फिर गिरफ्तार करवाना कोई समस्या नहीं थी और वह अपनी सेना का उपयोग करके राज को भी ट्रेस कर सकता था, लेकिन राफिया में उसकी जान थी वह अपनी इकलौती बेटी के जीवन को खतरे में नहीं डाल सकता था, इसलिए न तो अमजद और उसके साथियों का पीछा किया और न ही मेजर राज का पता लगाने की कोशिश की। उसके अधीनस्थ उसको इस तरह बेबसी से बैठा देखकर एक दूसरे का मुँह देख रहे थे और मन ही मन में अपनी विफलता और इंडिया एक इकलौते एजेंट की सफलता पर दाद दे रहे थे जिसने उनके देश में उन्हें बेबस कर दिया था। 

मगर फिर अचानक कर्नल इरफ़ान को कैप्टन फ़ैयाज़ का विचार आया। उसने अपने नंबर से केप्टन फ़ैयाज़ का नंबर डायल किया, काफी देर तक फोन बजने के बावजूद किसी ने फोन नहीं उठाया तो उसने फिर से फोन मिलाया, लेकिन दूसरी बार भी फोन बजता रहा और किसी ने फोन नहीं उठाया। फिर कर्नल इरफ़ान ने कैप्टन फ़ैयाज़ की पत्नी को फोन किया, कुछ घंटी के बाद फोन पर कैप्टन फ़ैयाज़ की पत्नी की आवाज सुनाई दी तो कर्नल इरफ़ान ने तुरन्त उससे फ़ैयाज़ के बारे में पूछा, लेकिन वह भी कैप्टन फ़ैयाज़ से अनजान थी, उसने बताया कि कैप्टन फ़ैयाज़ ने कल से कोई फोन नहीं किया और न ही वह फोन उठा रहा है। 

कर्नल इरफ़ान समझ गया था कि कैप्टन फ़ैयाज़ या तो अगले जहां जा चुका है या फिर घोर संकट में है और मेजर राज की कैद में है। कैप्टन फ़ैयाज़ से जब किसी प्रकार का कोई संपर्क न हो सका तो कर्नल इरफ़ान ने इंडिया के एक प्रांत के मुख्यमंत्री अकबर लोकाटी को कॉल की, लेकिन उसका नंबर भी आउट ऑफ सेवा था। फिर कर्नल इरफ़ान ने खुद मुर्री जाने का फैसला किया। उसका विचार था कि मेजर राज अब मुर्री से जा चुका होगा, लेकिन जहां वह और उसकी बेटी रुके थे वहाँ से हो सकता है कोई सुराग मिल सके और वैसे भी हाथ पर हाथ रखकर बैठना कर्नल इरफ़ान की पॉलिसी में शामिल नहीं था। वह अपनी बेटी की जान खतरे में नहीं डालना चाहता था इसलिए उसने अब तक मेजर राज को मुर्री में पकड़ने के आदेश नहीं दिए थे, लेकिन वह यह पता लगाने की कोशिस कर चुका था कि मेजर राज मुर्री से कहाँ की ओर यात्रा कर रहा था, राफिया के मोबाइल से लगातार वह पता कर रहा था कि उसकी वर्तमान लोकेशन क्या है। मेजर राज मुर्री से निकल चुका था इसलिए मुर्री जाने में कोई हर्ज वाली बात नहीं थी यही सोचकर कर्नल इरफ़ान ने एक विशेष विमान से मुर्री जाने की तैयारी पकड़ी और कुछ ही घंटों के बाद कर्नल इरफ़ान मुर्री के बीच पर मौजूद था जहां इस समय रात का समय था, लेकिन रात के इस अंधेरे में भी मुर्री शहर जाग रहा था और बीच में लोगों की भीड़ मौजूद थी

कर्नल इरफ़ान रास्ते में ही पता लगा चुका था कि राफिया ने किस हट स्टे किया था। कुछ देर की कोशिश के बाद वह हट को ढूंढने में सफल हो गया था और सीधा वहाँ चला गया। दरवाजे पर बैठे सुरक्षा गारड़ ने कर्नल को रोकने की कोशिश की तो कर्नल इरफ़ान ने पहले उसे एक थप्पड़ रसीद किया और उसके बाद अपना नाम बता कर अंदर घुस आया और सुरक्षा गार्ड दिल ही दिल में कर्नल को गालियां बकता बेचारगी की छवि बना कर वापस अपनी कुर्सी पर बैठ गया। कर्नल इरफ़ान अंदर गया तो कमरे की हालत देख कर लग रहा था कि कुछ देर पहले तक यहां कोई मौजूद था। एक मेज पर 2 गिलास पड़े थे जिनमें कोई पेय पदार्थ था जो पीने वाले ने आधा गिलास में ही छोड़ दिया था, एक साइड पर कुछ कपड़े पड़े थे जिन्हें देखकर लग रहा था कि यह समुद्र तट से वापस आकर उतार कर रखे गए हैं उनमें ब्रा और पैन्टी भी मौजूद थी और एक मर्दाना शॉर्ट भी थी। कर्नल इरफ़ान इंतिहाई ध्यान के साथ कमरे की समीक्षा कर रहा था कि शायद कोई काम की चीज़ हो और उसके साथ ही वह किसी चीज को हाथ भी नहीं लगा रहा था ताकि किसी विशेष टीम को बुलवाकर फिंगर प्रिंट्स भी लिए जा सकें। पूरे कमरे में सन्नाटा था, कर्नल इरफ़ान पूरे कमरे की समीक्षा के बाद सामने मौजूद बाथरूम की ओर बढ़ा, जिसका दरवाजा आधा खुला हुआ था। दरवाजा धीरे धीरे खोलकर कर्नल इरफ़ान अंदर दाखिल हुआ तो फर्श गीला था और उस पर पानी भरा था। एक कोने में एक ब्रा और पैन्टी भी मौजूद थी। यह देखकर कर्नल इरफ़ान को विश्वास हो गया था कि मेजर राज उसकी बेटी राफिया की चूत मार चुका था, मगर अब वो किस हाल में होगी यह सोच सोच कर कर्नल इरफ़ान परेशान हो रहा था


कर्नल इरफ़ान बाथरूम से निकला और मुख्य कक्ष के साथ मौजूद दूसरे कमरे की ओर बढ़ने लगा, कमरे के दरवाजे पर पहुंचकर कर्नल ने धीरे से दरवाजा खोला और बहुत ही सावधानी के साथ अंदर झांकने लगा। कमरे की समीक्षा करते हुए कर्नल इरफ़ान टकटकी लगाए कमरे में मौजूद अलमारी से होते हुए बेड तक गया और बेड पर नज़र पड़ते ही कर्नल इरफ़ान को एक शॉक लगा। सामने बेड पर कोई और नहीं बल्कि उसकी बेटी राफिया लेटी हुई थी, उसकी आँखें बंद थीं, बदन पर एक शर्ट थी और नीचे स्कर्ट पहना हुआ था। कर्नल इरफ़ान भागकर उसके पास पहुंचा और उसका चेहरा पकड़ कर उसे हिलाने लगा, उसे एक झटका लगा था कि शायद उसकी बेटी अब इस दुनिया में नहीं रही, मेजर राज उसकी बेटी को एक गहरी नींद सुला कर यहां से निकल चुका है। मगर एक, दो आवाजों से राफिया की आंख खुल गई जो मेजर राज और समीरा के जाने के बाद थकान से चूर गहरी नींद में सो रही थी . अपने सामने पापा को देखकर राफिया ने खुशी से एक चीख मारी और पापा से लिपट गई, कर्नल इरफ़ान भी निहाल होकर अपनी बेटी को प्यार करने लगा। अपनी इकलौती बेटी को सही सलामत अपने सामने देखकर उसकी जान में जान आ गई थी। उसने काँपती हुई आवाज़ में राफिया से पूछा बेटा, तुम ठीक तो हो ना?

राफिया ने चहकते हुए कहा पापा मैं तो ठीक हूँ मगर आप अचानक ऐसे कैसे आ गए ??? आप तो इंडियन एजेंट को पकड़ने के लिए मिशन पर थे, मिशन छोड़कर बेटी की याद कैसे आ गई आपको ?? राफिया की आवाज में खुशी तो थी

मगर कर्नल इरफ़ान हैरान था कि उसके चेहरे पर परेशानी के आसार क्यों नहीं? कहीं ऐसा तो नहीं कि राफिया को अभी तक इमरान की असलियत नहीं पता हो ??? कर्नल इरफ़ान ने हैरानी के साथ राफिया से पूछा बेटा क्या तुम्हें मेजर राज के बारे में नहीं पता ??? 

राफिया ने हैरान होते हुए कहा पापा मुझे कैसे मालूम होगा उसके बारे में, उसको तो आप पकड़ने में लगे हुए हैं और उसकी वजह से अपनी बेटी की भी याद नहीं आती आपको ??? 

कर्नल इरफ़ान समझ गया था कि उसको अब तक इमरान की असलियत नहीं पता। मगर क्या वाकई उसने राफिया को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया ?? कर्नल इरफ़ान ने यही बेहतर समझा कि राफिया को इमरान की असलियत के बारे में नहीं कहा जा सकता है कहीं ऐसा न हो कि उस पर इस बात का बुरा प्रभाव पड़े . क्योंकि इतना तो कर्नल इरफ़ान समझ गया था कि राफिया इमरान से बहुत ज्यादा ही अटैच हो गई थी और उसके साथ शारीरिक संबंध तक स्थापित कर चुकी थी, ऐसे में अराज के बाद इमरान की बेवफाई राफिया को दुख देने का कारण बन सकती थी। अब की बार कर्नल इरफ़ान ने इमरान के बारे में पूछा कि वह कहाँ है ??? 

राफिया ने हैरान होते हुए कहा पापा क्या हो गया है आपको ??? आप की उसकी बात हुई थी, अंजलि के कोई दूर के रिश्तेदार मुश्किल में थे और आप से पूछ कर ही तो वह उनकी मदद को गया है। और अब तक वापस नहीं आया। अब कर्नल इरफ़ान को विश्वास हो गया था कि इमरान ने उसकी बेटी को कुछ भी पता नहीं लगने दिया और वह बहुत कौशल के साथ पिता बेटी को अंधेरे में रखकर यहां से जा चुका है
Reply


Messages In This Thread
RE: Porn Hindi Kahani वतन तेरे हम लाडले - by sexstories - 01-10-2019, 01:35 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,517,454 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 546,159 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,238,912 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 936,618 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,662,881 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,089,022 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,964,548 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,099,391 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,049,358 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 286,419 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 3 Guest(s)