RE: Porn Hindi Kahani वतन तेरे हम लाडले
अमजद के शरीर को उसने कांटे लगे हंटर से छलनी कर दिया था, लेकिन वह कुछ नहीं बोला और अब उसकी टांग में गोली मारने के बाद भी वो पूरे उत्साह के साथ कर्नल को चुनौती दे रहा था कि गोली मारनी है तो सीने में दिल पर मारे। अमजद ने कर्नल इरफ़ान के सामने अब और कोई रास्ता नहीं छोड़ा था, वह पूरी तरह से निराश हो चुका था उन तीनों से। कर्नल ने अब अपनी पिस्टल का रुख अमजद के सीने की ओर किया और सरमद को संबोधित करके बोला, तुम्हारे पास आखिरी मौका है अमजद का जीवन बचाने का, अगर तुमने मेजर राज का पता बता दिया होगा तो अमजद की जान बच जाएगी। मगर सरमद ने मेजर राज का पता बताने की बजाय कर्नल इरफ़ान को कहा देर किस बात की है, इसी शहादत की मौत का तो हर जेहादी को इंतजार है, चला गोली और फिर देख शहीद चेहरे की मुस्कान
सरमद की इस बात के बाद अब कर्नल इरफ़ान इरादा कर चुका था उन तीनों को मौत के घाट उतारने का वह गोली चलाने ही वाला था कि उसके साथ खड़े सेना के जवान के हाथ में मौजूद कर्नल इरफ़ान के मोबाइल की घंटी बजी, कर्नल ने गुस्से के साथ उसको देखा जो फोन को एक कर्नल के पास ला रहा था, कर्नल ने गरजते हुए कहा बंद करो उसको वरना यही गोलीतुम्हारे सीने में उतार दूंगा। वह जवान वहीं रुक गया और काँपती हुई आवाज़ में बोला सर बीबीजी का फोन है। । कर्नल के चेहरे पर चिंता के संकेत दिखे और उसने तुरंत उस सैनिक से फोन पकड़ लिया और बोला हां बेटा सब कुशल तो है ना? यह पूछ कर कर्नल इरफ़ान शांत हुआ मगर अमजद देख रहा था कि कर्नल के चेहरे पर परेशानी के आसार बढ़ते जा रहे थे और उसके माथे पर पसीने की बूँदें दिखाई देना शुरू हो गई थी . अब कर्नल इरफ़ान बोला तो उसकी आवाज कांप रही थी और वह पहले से कहीं अधिक बेबस दिखाई दे रहा था। कर्नल इरफ़ान फोन पर काँपती आवाज़ में कह रहा था "देखें। त्त त तुम ऐसा न न नहीं कर सकते"। । । । । । ।
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समुद्र तट पर अंजलि लोकाटी के साथ समुद्र की लहरों के साथ साथ चल रही थी। अंजलि ने वहां फिरने वाली बाकी सभी लड़कियों की तरह सिर्फ ब्रा और पैन्टी पहन रखी थी जबकि पैन्टी के ऊपर उसने एक ठीक जाली का छोटा सा रूमाल इस तरह बांध रखा था कि वह कपड़ा अंजलि के चूतड़ों को पूरी तरह से और सामने उसकी चूत को छुपा रहा था जबकि उसकी वायर्ड नरम और मुलायम पैर पूरी तरह से नग्न थे . समुद्र की इस साइड पर विशिष्ट लोगों को ही आने की अनुमति थी यहां ज्यादातर उच्च वर्ग की लड़कियों या फिर विदेशी यूरोपीय और अमेरिकी लोगों को ही आने की अनुमति थी। और यही वजह थी कि यहां फिरने वाली हर लड़की ब्रा और पैन्टी पहने हुए थी या फिर जो पाकिस्तानी लड़कियां थीं उन्होंने अंजलि की तरह पैन्टी के ऊपर कोई कपड़ा बांध रखा था या फिर छोटी छोटी निक्कर पहन रखी थी जो शायद उनके चूतड़ों के उभारों को ही छिपाती थी बाकी गोरी जांघे निमंत्रण देती थी। लोकाटी भी बड़ी शान के साथ अंजलि के साथ चल रहा था। वो आस पास से गुजरकर थोड़ा अधेड़ उम्र के जोड़े की ओर गर्व से देखता। क्योंकि इस उम्र में भी उसके साथ में एक 20 वर्षीय किशोर सेक्सी हसीना थी जबकि बाकी जो उसके हमउम्र या आधी उम्र के भी पुरुष मौजूद थे उनके साथ मध्यम आयु और लुढ़के हुए शरीरों वाली औरतें थीं। केवल युवा लड़कों के साथ ही युवा लड़कियां थीं या फिर एक ही था लोकाटी की उम्र का वो लोकाटी ही था जिसके पहलू में एक परमाणु बम मौजूद था जो अपने सारे हुश्न के साथ समुद्र में मौजूद जवान लड़के और पुरुष तो एक तरफ बुजुर्ग के लोड़ों में भी जान पैदा कर रही थी।
लोकाटी का एक हाथ अंजलि की चिकनी कमर पर था और उसने कस कर अंजलि को पकड़ रखा था जैसे उसे डर हो कि अंजलि को कोई मनचला युवक न ले उड़े। जबकि अंजलि अब लोकाटी के साथ काफी बोर हो चुकी थी। रात 2 बार लोकाटी से चूत मरवाने के बाद सुबह भी लोकाटी ने उठते ही अपना तना हुआ लंड एक बार फिर से अंजलि की चूत में डाल कर उसे खूब चोदा था। और उसके साथ ही अंजलि ने लोकाटी से कुछ और काम की बातें उगलवा ली थीं। अब वह किसी तरह लोकाटी से जान छुड़ाना चाह रही थी। मगर लोकाटी तो अंजलि को अपने साथ इंडिया लेजाने की सोच रहा था, उसने पाकिस्तान में मौजूद अपने कुछ विशिष्ट दोस्तों को कहलवा दिया था कि वह अंजलि के लिए जाली पासपोर्ट तैयार करें ताकि आज रात इंडिया जाते हुए वो हुश्न की इस देवी को अपने साथ इंडिया ले जा सके। रात जब अंजलि इमरान को अपने अपार्टमेंट से निकालने के बाद फिर लोकाटी के साथ बेड पर लेटी तो तब अंजलि ने लोकाटी को बताया था कि वह उसके साथ इंडिया नहीं जा सकती क्योंकि उसका पासपोर्ट नहीं बना हुआ और न ही यहाँ उसके पास राशन कार्ड या आई एसडी कार्ड है जिससे उसकी पहचान हो सके। मगर लोकाटी को इन बातों की चिंता नहीं थी, पाकिस्तान और इंडिया में उसके ऐसे परिचित लोग थे जो महज कुछ घंटों में नकली पासपोर्ट बना सकते थे और लोकाटी ने सुबह होते ही पाकिस्तान में मौजूद अपने एजेंट को पासपोर्ट बनवाने का कह दिया था और अंजलि को भी इस बारे में पता था, लेकिन वह लोकाटी के साथ अभी तंग आ चुकी थी
हालाँकि लोकाटी ने अंजलि की चूत के साथ खूब मजे किए थे और कहीं न कहीं अंजलि ने भी चुदाई का मज़ा लिया था मगर चुदाई के अलावा लोकाटी में और कोई विशेष बात नहीं थी वह एक बूढ़ा और सूखी तबीयत रखने वाला आदमी था जबकि अंजलि शोख़ और चंचल एक युवा हसीना थी जो अपने किसी हमउम्र या फिर चंचल मर्द के साथ समय बिताना चाहती थी। मगर उसे जो पुरुष पसंद आ रहा था उसके साथ अंजलि की बजाय राफिया मौजूद थी। अंजलि उत्सुकता से इमरान और राफिया का इंतजार कर रही थी क्योंकि इमरान ने उसे बीच पर आने के लिए कहा था। अंजलि का यह इंतजार जल्द ही खत्म हो गया जब उसे दूर से इमरान और राफिया आते दिखाई दिए। इमरान ने महज एक छोटी हाफ़पेंट पहन रखी थी जो शायद उसके घुटनों तक थी, जबकि ऊपर से शर्ट नाम की कोई चीज इमरान के शरीर में मौजूद नहीं थी और उसका मांसल शरीर बीच पर सभी युवा लड़कियों को आकर्षित कर रहा था। राफिया भी बाकी लड़कियों की तरह एक छोटी सी पैंटी पहने इमरान के साथ थी जबकि ब्रा के ऊपर से राफिया ने एक हल्की सी नेट शर्ट पहन रखी थी जिसके पार राफिया का लाल रंग का ब्रा नज़र आ रहा था
कुछ ही देर बाद राफिया और इमरान अंजलि के पास पहुंच चुके थे, लोकाटी भी राफिया को देखकर खुश हुआ और उसे दिखाने के लिए अब की बार उसने अंजलि को अपने और भी करीब कर लिया था वह दिखाना चाहता था कि उसने बुढ़ापे में भी राफिया की दोस्त कैसे पटा लिया और अब वह उसकी प्रेमिका बनकर उसके साथ समुद्र तट की सैर कर रही थी। इमरान की नजर अंजली के उदास चेहरे पर पड़ी तो वह भी समझ गया कि बेचारी बुढ्ढे के साथ रात बिताने से काफी तंग है, इमरान ने आगे बढ़कर अंजलि और लोकाटी से हाथ मिलाया जबकि राफिया और अंजलि गले मिली और अरबी शैली में एक दूसरे के गाल भी चूमे। जबकि राफिया ने लोकाटी के साथ हाथ मिलाया, लोकाटी की टकटकी राफिया की शर्ट के पीछेउसके लाल ब्रा में थी, उसने नीचे से ऊपर तक राफिया के सुंदर शरीर की समीक्षा की और दिल ही दिल में यह इच्छा जताई कि काश राफिया और अंजलि दोनों उसके नीचे आ जाएँ और वो दोनों की जी भर कर चुदाई कर दे। कुछ देर चारों इधर उधर की बातें करते रहे, इस दौरान लोकाटी ने राफिया को बताया कि तुम्हारी दोस्त को इंडिया जाने का बहुत शौक है आज रात की फ्लाइट से यह मेरे साथ इंडिया जा रही है। यह सुनकर इमरान ने थोड़ा आश्चर्य के साथ अंजलि को देखा कि यह क्या नई फिल्म है मगर अंजलि ने किसी भी प्रकार का कोई रिएक्शन नहीं दिया। इसी दौरान राफिया ने अंजलि को बताया कि हम अभी वाटर स्कूटर पर समुद्र की सैर करके आए हैं बहुत मज़ा आया। वाटर स्कूटर का नाम सुनते ही अंजलि की आंखें खुल गईं उसको भी बहुत शौक था वाटर स्कूटर का और वह इसमें काफी विशेषज्ञ भी थी
उसके मन में उत्साह और लोकाटी से जान छुड़ाने का आइडिया आया, उसने तुरंत लोकाटी से कहा चलो डार्लिंग हम भी वाटर स्कूटर का आनंद लें ...मगर लोकाटी की उम्र इसकी अनुमति नहीं देती थी वह स्कूटर चला सके और पानी में जाने का जोखिम ले सके, उसने तुरंत ही अंजलि को कहा नहीं नहीं खतरनाक है, मैं यह काम नहीं कर सकता, अंजलि ने एक बार फिर उसे कहा कि कुछ नहीं होता प्लीज़ चलो ना मुझे बहुत शौक है ...मगर लोकाटी भला ऐसा जोखिम कैसे ले सकता था इस उम्र में उसने सख्ती से अंजलि को मना किया तो अंजलि ने कहा ठीक है फिर इमरान के साथ चली जाती हूँ। इमरान ने भी तुरंत हामी भर ली वह तो पहले ही अंजलि का सेक्सी बदन देख कर उसके पास होना चाह रहा था और कल रात तो उसने अंजलि के बड़े मम्मे देख लिए थे जब वह अपनी चूत में लोकाटी के लंड को लेकर उछल उछल कर अपनी चुदाई करवा रही थी। अंजलि तुरंत इमरान की ओर बढ़ी और उसका हाथ पकड़ कर उसी ओर चल पड़ी जिस तरफ से इमरान और राफिया आए थे, इमरान भी तुरंत अंजलि को साथ लिए दूसरी ओर चल पड़ा। राफिया को हालांकि ये बात बुरी लगी क्योंकि वह नहीं चाहती थी कि इमरान एक और लड़की के साथ हो, खासकर जब लड़की भी राफिया की तरह सेक्सी और जवान हो। मगर वह कुछ नहीं बोली क्योंकि वह नहीं चाहती थी कि कोई उसे संकीर्ण होने का ताना दे
राफिया से कुछ दूर जाते ही मेजर राज ने समीरा को संबोधित किया और बोला कोई विशेष बात पता लगी? तो समीरा ने उसे बताया कि हाँ, बहुत जल्द इंडिया में कोई बड़ा आतंकवादी हमला होने वाला है जिसमें लोकाटी हाथ होगा और यह किसी ऐतिहासिक इमारत को निशाना बनाना चाहते हैं लेकिन यह पता नहीं चल सका कि वह कौन-सी इमारत हो सकती है। उसके बाद इंडिया विरोधी आंदोलन जोर पकड़ जाएगा, और उन्हीं दिनों में पाकिस्तान की मशहूर अभिनेत्री इंडिया जाएगी और वहां उसकी एक फिल्म रिलीज की जाएगी। यह फिल्म विशेष रूप से कश्मीर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी और उसमें भी यही दिखाया जाएगा कि उस प्रांत में लोगों को इंडियन सरकार की ओर से अधिकार नहीं दिए जा रहे, यह फिल्म कश्मीर के सीधे साधे लोगों के दिलों में इंडिया के लिए अधिक नफरत पैदा करेगी और फिर कोई उचित मौका देखकर इस लोकाटी ने इंडिया से अलग होने की घोषणा कर देना है। और पाकिस्तानी सेना ने कश्मीर में अपना नियंत्रण संभालना है।हालात काफी खराब हैं
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