Chuto ka Samundar - चूतो का समुंदर
06-08-2017, 11:17 AM,
RE: चूतो का समुंदर
अकरम के घर.............


मार्केट से आने के बाद अकरम से सबसे पहले सादिया के बारे मे पूछा...पर पता चला कि वो घर पर नही है....

अकरम(मन मे)- शिट...अब ये कहाँ मर गई...छोड़ो...इसे बाद मे देखता हूँ..जब तक बाकी का सामान देख लेता हूँ...

अकरम रूम मे आया और सबसे पहले उसने मोबाइल उठाया...

अकरम- इस मोबाइल मे ज़रूर कुछ होगा...कुछ ऐसा जो सरफ़राज़ के लिए खास होगा...पर क्या....ह्म्म....ऐसे केसस मे वीडियो ज़्यादा होते है...वही चेक करता हूँ...

( अकरम को सीबीआइ ऑफीसर बनना था..इसलिए केसस पर ज़्यादा गौर करता था...)

जैसे ही अकरम ने वीडियो ओपन किए तो उसमे 7-8 वीडियो थे...अकरम ने पहला प्ले कर दिया.....

वीडियो मे.............

एक आदमी एक लड़की को चोद रहा था और लड़की भी पूरी मस्ती मे चुदवा रही थी...मतलब ये कि चुदाई दोनो की मर्ज़ी से चल रही थी....

थोड़ी देर बाद चुदाई ख़त्म हो गई और वो दोनो नंगे बैठे हुए सिगरेट पीने लगे...

आदमी- तो..क्या सोचा तूने...मेरा साथ देगी...

लड़की- ह्म्म..पर मारना ज़रूरी है...

आदमी- हाँ ...मारेगी तभी लोग तेरा साथ देगे...सोच ले...

लड़की- पर वो मेरे पापा है....

आदमी- तो क्या...कुछ पाने के लिए कुछ खोना ही पड़ता है ....और फिर खुद सोच...तुझे बदला चाहिए या बाप....

लड़की बात सुन कर मुस्कुरा देती है...और आदमी के बाजू मे पड़ी पिस्टल उठा लेती है...

आदमी कुछ और बोलता उसके पहले गेट खुलने की आवाज़ आई और एक आदमी अंदर आया....

उसके अंदर आने से पहले ही चुदाई करने वाला आदमी अपने कपड़े ले कर निकल गया....पर वो लड़की वैसे ही नंगी बैठी रही.....

आदमी- ये...हे भगवान....

लड़की(नंगी लेटी हुई)- अरे पापा....आप जल्दी आ गये...और गेट कैसे खोल दिया...

आदमी- हरामजादी...गेट को छोड़ ...ये बता कि किसके साथ मुँह काला कर रही थी...

लड़की- किसी के साथ करूँ...आप इसमे मत पडो...

आदमी- साली...मुझसे जवान चलाती है ..मैं छोड़ूँगा नही तुझे...

आदमी ने आगे बढ़ कर हाथ उठाया ही था कि लड़की ने पिस्टल से फाइयर कर दिया...

आदमी(सीना पकड़ कर)- बेटी...तूने मुझे...सालीइीई...आआअहह...आआहह...

लड़की ने 2 फाइयर और कर दिए और वो आदमी वही ढेर हो गया...

लड़की(नंगी खड़ी हो कर)- तुझ जैसे बाप की कीमत उतनी नही...जितनी कीमत मुझे मिलने वाली है...हुह...

और वो लड़की उस आदमी की लाश के उपर से गुजर जाती है.....

अकरम वीडियो देख कर सकते मे आ गया....

अकरम- क्या लड़की है.....साला अपने बाप को ही उड़ा दिया.....साली हरामजादी.....

पर ये है कौन........????????????????

अकरम वीडियो देख कर गुस्से और हैरानी से पागल सा हो गया था....उसे गुस्से से ज़्यादा हैरानी हो रही थी...क्योकि वो तो उस वीडियो मे दिख रहे किसी सख्स को जानता ही नही था.....

अकरम ने जब ये देखा कि एक बेटी ने अपने बाप के सामने सारी हदें पार कर दी तो उसे बहुत गुस्सा आया था...

लेकिन जब उसी बेटी ने अपने बाप को मार डाला तो उसे गुस्से से ज़्यादा हैरानी हुई....

अकरम- कौन है ये साली....बाप को ही उड़ा दिया...और वो भी सिर्फ़ इसलिए की उसका बाप उसकी अयाशी के बीच आ गया....क्या है ये...क्या हो गया लोगो को....या अल्लाह....ऐसी औलाद किसी को मत देना....मत देना....

अकरम बाहर से जितना टफ बंदा दिखता था....अंदर से उतना ही इमोशनल था....वो जल्दी इमोशन्स मे बह जाता था...और इसी लिए इस टाइम उसका दिल और दिमाग़ हिला हुआ था....उसे कुछ समझ नही आ रहा था कि वो अभी क्या करे इसलिए चुपचाप अपना सिर पकड़े अपने आप को नॉर्मल करने मे लग गया.....

थोड़ी देर तक अक्ररम के रूम मे शांति छाई रही...फिर जब अकरम थोड़ा नॉर्मल हुआ तो उसने मोबाइल उठा कर दूसरा वीडियो प्ले किया.....

ये वीडियो किसी गाँव के एक पुराने घर का दिख रहा था....उसमे एक औरत एक छोटे से बच्चे को गोद मे लिए चुप करा रही थी.....

तभी किसी मर्द की आवाज़ सुनाई दी....पर कोई दिखाई नही दिया.....

""तुम जानती हो ना कि क्या करना है....""

औरत- जी साब....जानती हूँ...

""ह्म्म...तो ठीक है...तुम अपना काम करती रहो....पैसे मिलते रहेंगे....""

औरत(मुस्कुरा कर)- जी साब....बस पैसे टाइम पर आते रहे तो मैं पूरी लगन से अपना काम करती रहूगी.....

""हाँ...टाइम पर मिलेगे....और हाँ...मुझे धोखा देने की कोसिस मत करना...याद रहे कि हमारी बातें मेरे पास रेकॉर्ड है...तो कोई होशियारी नही...""

औरत- नही साब...जब पैसे मिल रहे है तो मैं ऐसी ग़लती क्यो करूगी...आप बेफ़िक्र रहिए...

""ठीक है....मैं चलता हूँ...और इसे चुप करा....और हाँ...अपना मुँह खोला ना...तो तू सीधा उपेर...समझी..""

औरत- समझ गई साब....(बच्चे को चुप कराते हुए)- ओले ले ले...चुप हो जा..उउंम्म....उउंम्म ....

अकरम का दिमाग़ पहले से ही हिला हुआ था...उपेर से एक और वीडियो...ये किसी बिस्फोट से कम नही था....

हालाकी ये वीडियो पहले वाले की तरह भयानक तो नही थी...फिर भी इसने अकरम के माइंड मे कई सवाल खड़े कर दिए थे...

अकरम- क्या है ये ...अब ये औरत कौन है...और किससे बात कर रही थी....और साला इसको काम क्या मिला...घंटा समझ नही आया....

पर एक बात तो पक्की है...ये वीडियो है खास...तभी तो इसे छिपा कर रखा गया था....पर ये कौन बतायगा कि इसमे खास है क्या.....

काफ़ी देर तक अपने दिमाग़ का मंथन करने के बाद अकरम ने तय किया कि वो सारे वीडियो एक साथ देखेगा....बार-बार की टेन्षन लेने से अच्छा है कि एक बार मे बचे हुए वीडियो ख़त्म कर लूँ और फिर सोचुगा आगे का.....

अकरम ने अपने आप को मजबूत किया और एक-एक कर के बचे हुए सारे वीडियोस देखना सुरू कर दिया....


नेक्स्ट 2 वीडियोस मे खुच खास नही था ....

एक मे...1 जर्जर और जला हुआ घर दिख रहा था और दूसरे मे एक आलीशान घर....पर दोनो ही वीडियो मे कोई इंसान नज़र नही आया...बस हवा , पन्छि और आस-पास हो रहा शोर ही सुनाई दिया.....

लेकिन तीसरा वीडियो अलग था....

स्टार्टिंग मे कोई आदमी कॅमरा फिट करते हुए नज़र आया....इसमे आदमी का सीना दिख रहा था...चेहरा नही...

कॅमरा फिट करने के बाद आदमी मुड़ा और सामने पड़ी चेयर पर बैठ गया....पर उसका मुँह दूसरे साइड था....इसलिए दिखा नही...पर वो जवान लग रहा था ...

कैमरे को इस तरह सेट किया गया था कि वो चेयर पर बैठे इंसानो को ही दिखाए....मतलब ये कि कैमरा साइड वाली चेयर का पिछला हिस्सा दिखा रहा था...और दूसरी तरफ पड़ी चेयर का अगला हिस्सा...

चेयर पर बैठ कर उस आदमी ने एक नौकर टाइप आदमी से कहा....

आदमी- अब उसे अंदर ले आओ...

वो नौकर चला गया और एक औरत को साथ ले कर आया....

आदमी- अरे ...आप...आइए...बैठिए ना...

जैसे ही औरत उस आदमी के सामने पड़ी चेयर पर बैठी तो उसका चेहरा नज़र आ गया...बड़ी ही सुंदर औरत थी वो...और उस आदमी से थोड़ी बड़ी ही दिख रही थी.....

आदमी- क्या लेगी...चाइ या कॉफी..

औरत- दोनो ही नही...कुछ हार्ड ड्रिंक ...

आदमी ने नौकर से विस्की मग़वाई और दो पेग बनवा कर नोकर को बाहर भेज दिया और पेग लगाते हुए उस औरत से बात सुरू हो गई ....

औरत- मैं जानती हूँ कि तुम्हारी हालत इस समय....

आदमी(बीच मे)- प्ल्ज़...इस बारे मे कोई बात नही...मुझे हमदर्दी नही चाहिए...प्ल्ज़...

औरत- ठीक है...हमदर्दी नही चाहिए तो क्या चाहिए....बदला...

आदमी- हाँ...बदला...और वो मैं ले कर रहुगा....

औरत- जानती थी...तभी तो तुम्हारे पास आई हूँ...

आदमी- मतलब....

औरत- देखो...मैं सीधा मुद्दे की बात करती हूँ...तुम्हारा और मेरा दुश्मन एक ही है...और हम दोनो ही उसे परिवार समेत मिटाना चाहते है...है कि नही...

आदमी- मतलब...तुम्हारी क्या दुश्मनी...तुम्हारा क्या बिगाड़ दिया आज़ाद ने...

(आज़ाद का नाम सुन कर अकरम को झटका लगा....वो समझ गया कि ये अंकित की फॅमिली की बात हो रही है...)

औरत- वही...जो तुम्हारा बिगाड़ा...

आदमी- मतलब...आज़ाद ने तुम्हारे घरवालो को...

औरत(बीच मे)- हाँ...वैसे ही ..जैसे तुम्हारे साथ हुआ...घर की औरत को फसाना...उसके साथ अयाशी करना और जब बात बढ़ जाए तो सबकी ख़त्म कर देना...यही मेरी फॅमिली के साथ हुआ...और यही तुम्हारी फॅमिली के साथ भी...अब समझे...

आदमी(पेग ख़त्म कर के)- ह्म्म्मद...समझा...पर हुआ क्या था...पहले ये बताओ....

औरत- पूरी कहानी सुना कर टाइम वेस्ट क्यो करे...कंक्लूषन ये है कि आज़ाद ने मेरी माँ और दीदी के साथ अयाशी की और बाद मे मेरे माँ-बाप , भाई और मेरी दीदी को जिंदा जला दिया....

आदमी(दूसरा पेग बना कर)- तो ये बात है...ह्म्म...तो तुम मुझसे क्या चाहती हो...

औरत(सीप मार कर)- तुम्हारी हेल्प करना...आज़ाद को मिटाने मे...

आदमी- और वो कैसे करोगी...बताओ ज़रा...

औरत- ह्म...दुश्मन को मारने के लिए सबसे आसान रास्ता है उसकी कमज़ोरी पर बार करो...वो खुद-ब-खुद टूट जायगा....

आदमी- ह्म्म...और आज़ाद की कमज़ोरी क्या है....उसका परिवार....

औरत- सही कहा....उसके परिवार को तोड़ दो....फिर जीत हमारी...

आदमी- ह्म्म...पर ये होगा कैसे...

औरत- होगा...सबसे पहले दुश्मन की ताकतवर कड़ी को उससे दूर करो...फिर बाकी की कड़ियो को आपस मे तोड़ दो...और फिर एक -एक को मार दो...सब ख़त्म....

आदमी- थोड़ा सॉफ -सॉफ बोलॉगी...करना क्या है....

आदमी(पेग ख़त्म कर के)- सबसे पहले आज़ाद के बड़े बेटे आकाश को उससे दूर करो....जिससे आज़ाद की ताक़त आधी हो जाएगी....फिर बाकी को संभालना आसान काम है...

आदमी- तुम पूरा प्लान सॉफ बोलोगि....हाँ..


औरत- ओके...सुनो...तुम जानते ही हो कि अभी आकाश अपने घरवालो से दूर है....कोई उससे बात भी नही करता....तो अभी उसके खिलाफ उसकी फॅमिली मे ज़हर भर देते है....सब उससे नफ़रत करेंगे...और हम सबको धीरे-धीरे मिटा देगे....

आदमी(अगला पेग ले कर)- ये मुमकिन नही....आकाश से कोई क्यो नफ़रत करेगा...हू हू....ये बेकार प्लान है....

औरत- अच्छा....अगर आकाश कोई हत्या कर दे तो....???

आदमी- तब तो आज़ाद उसके साथ खड़ा हो जायगा और अभी जो दूरी है वो भी नही रहेगी...

आदमी(पेग खीच कर)- अच्छा....पर अगर आकाश अपनो को ही मार दे तो...ह्म्म..

आदमी(चौंक कर)- क्या....क्या बक रही हो...ये हो ही नही सकता...मैं आकाश को जानता हूँ....

औरत- सुनो तो....मारेंगे हम और नाम होगा आकाश का....

आदमी- हाहाहा...पागल हो क्या...कोई नही मानेगा....

औरत- मानेगे....जब खुद उसकी बेहन कहेगी तो सब मानेगे....

आदमी(चौंक कर)- तुम करना क्या चाहती हो....सच बोलो..

औरत- हम आकाश की बहनो को भड़काएँगे....उनके मन मे आकाश का ख़ौफ़ भर देगे....और एक दिन हम उनके पतियों को मार देगे...और नाम आएगा आकाश का...और ये बात सबके सामने उसकी बेहन कहेगी....

आदमी- अभी भी वही सवाल...उसकी बहन क्यो बोलेगी...

औरत- उसे हम मजबूर करेंगे....

आदमी- ह्म्म्मम...प्लान तो अच्छा है...पर टाइम लगेगा...कब्से सुरू करना है....

औरत(सिगरेट सुलगा कर)- फ़फफूऊ....मैने काम सुरू कर दिया है....बस तुम हाँ बोलो...मेरा साथ दोगे...???

आदमी(सिगरेट ले कर)- ह्म्म...पर अभी मुझे सहर मे काम है...

औरत- पूछ सकती हूँ कि क्या काम है...

आदमी- ह्म्म...आज़ाद को मिटाने के लिए पैसा या पॉवर ज़रूरी है...पॉवर तो मिल नही सकता इसलिए पैसे ही जुटा लूँ...

औरत- ओके...तो तुम पैसा जोड़ो...मैं आकाश की बहनो को तोड़ती हूँ....फिर सब ख़त्म...

आदमी- ह्म्म...पर एक बार याद रखना...आज़ाद तब तक नही मरेगा जब तक उसकी पूरी फॅमिली ख़त्म ना हो जाए...ओके...

औरत- ओके...तो डील पक्की....

आदमी- ह्म्म्मी...पर एक बात बताओ...तुम तो आकाश के साथ सोती थी...और अब इतनी नफ़रत...हाँ...

औरत- तुम्हे पता चल गया....ह्म्म..कोई नही...वैसे तुम सही हो...मैं उसके साथ बहुत सोई....और उन लम्हो की निशानी भी है मेरे पास....पर मेरा बदला उससे बहुत बड़ा है....और फिर आकाश ने मुझे दुतकार कर ग़लती कर दी....

आदमी- ह्म्म..तो तुम अपने काम पर लग जाओ...मैं सहर जा रहा हूँ...आता-जाता रहुगा...और हाँ...आकाश की हर खबर मुझे बताती रहना....

औरत- ठीक है..तो ये जाम आज़ाद की बर्बादी के नाम...चियर्स...

और थोड़ी देर बाद वो औरत उठ कर निकल गई...और वो आदमी खड़ा हो कर आया और वीडियो रेकॉर्डिंग बंद कर दी....अभी भी उसका चेहरा वीडियो मे नही आया......


अकरम- ये अल्लाह....क्या है ये सब.....कौन है ये औरत और कौन है ये आदमी...कमीने साले.....

पर एक बात तो पक्की है....ये दोनो अंकित की फॅमिली के दुश्मन है....पर इन सबसे वसीम ख़ान को क्या मतलब....क्या वो भी इनके साथ था...या अभी भी है...पता नही....

ऊहह....ऐसे सोचने से कुछ नही होगा....मुझे ये सब अंकित को दिखाना ही पड़ेगा....शायद तभी मेरे सवालों का जवाब मिले...

क्या मैं मोम को ये सब दिखा दूं...नही..वो तो बबाल मचा देगी....खम्खा ये बात सबको पता चल जाएगी...और ये मैं होने नही दूँगा....

जब तक मैं सारी सच्चाई पता ना कर लूँ...ये बात वसीम के सामने नही आने दे सकता...ह्म्म्म...अब अंकित ही कुछ बातायगा.....

पर पहले ये पेपर्स भी देख लूँ...फिर अंकित से बात करूगा....क्या है ये...अरे...ये तो प्रॉपर्टी पेपर्स लग रहे है...हाँ..वही है....
Reply


Messages In This Thread
RE: चूतो का समुंदर - by sexstories - 06-08-2017, 11:17 AM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,464,324 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 540,244 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,217,146 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 920,527 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,632,055 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,063,488 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,921,372 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,959,296 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,993,915 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 281,383 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 31 Guest(s)