RE: Maa Sex Kahani मम्मी मेरी जान
उसके बाद सतीश फिर से नेहा की गांड को सहलाने लगा और नीचे चुत को भी सहलने लगा जो गीली हो गयी थी और नेहा अचानक से पलट गयी और सतीश के शॉर्ट्स के अन्दर से लंड को बाहर निकल लीया.
ओर हाथ से सहलाने लगी. देखते ही देखते उसने सतीश का शॉर्ट्स निकल दिया. और सतीश का लंड आजाद हो गया.
लंड को देख कर दंग रह गयी,
नेहा- यार तेरा तो बहुत बडा है.
सतीश- हा तुम्हारी चुत जो है इतने बडे लंड को लेने के लिये.
नेहा सतीश के लंड को चुस्ने लगी और सतीश उसके चुत को अपने जीभ से चोदने लगा. जिससे नेहा की चुत से मीठा रस निकलने लगा.
सतीश भी उसकी रसीली चुत को चाट-चाट के उसके मीठे रस को पी रहा था,
ओ उछल रही थि, मस्ती में उसके मुह से सिसकारी निकलने लगी.
...........
ओह................
माँ...............
ओर सतीश अपने जीभ से उसे चोद रहा था उसकी आवाज इतनी तेज हो गई के पुछो मत
सतीश- तुम भी मेरे लंड को चुसो.
नेहा- तुम्हारा लंड तो घोडे के लंड की तरह बडा हो गया है. इस लंड को घोडी की चुत चहिये, मैं घोडी बनती हु और तुम अपना घोडे का लंड मेरी चुत में डाल कर चुत को फाड दो
और सारे कमरे मे उसकी सी............ सी.......... सी की आवाज़ सुनाई दे रही थी. वो भूल गई थी की मोना भी बगल वाले कमरे में सो रही है.
सतीश उसकी चुत में अपनी जीभ से चुदाई कर रहा था.
नेहा- उफ़ सतीश अब मुझे चोद डालो, कब तक मेरी चुत के रस को पीते रहोगे.
सतीश ने उसकी चुत का चुस चुस कर बुरा हल कर दिया था,
नेहा बेड पर से अपनी गांड ऊपर उछाल रही थी और अपनी चुत सतीश के मुह में रगड रही थी और सतीश उसकी चुत चुस रहा था.
वह मस्ती में आकर सतीश के लंड को पूरा मुह में डाल कर चुस्ने लगी. तब उसके आँख में आँसु आ गये. फिर भी वो नहीं छोड़ी,
सतीश- छोड़ो नेहा अब बहुत चुस लिया है.
नेहा- मैं जब बोल रही थी चोदने तब तुम चुत चुस रहे थे अब मुझे लंड का वीर्य पीने दो अब मैं बावली हो गयी हु, और रस पीने के बाद मेरी जाम के चुदाई करो नहीं तो मोना के कपड़े फाड कर उसको बाहर लेजा कर नंगी कर दूंगी और फिर वहीँ उसे तुमसे चुदाउंगी
सतीश : तेरी चुत में गर्मी चढ़ी है, और तू मोना के कपडे क्यों फाड़ने की बात कर रही हो.
नेहा- बात अब बंद करो और अपना लंड मेरी चुत में पेल दो.
सतीश नेहा की दोनों टांगे पकड कर उठा दिया और उसकी दोनों टांग को अपने गर्दन में लटका दिया और उसकी कमर पकड कर उठाया तब नेहा की चुत सतीश के मुह के सामने आ गई और सतीश फिर से नेहा की चुत की चूसने लगा.
नेहा- बहनचोद, साले, मोना की चुत चुस लेना, कुत्ते मेरी तो चुत में लंड डाल बहनचोद.
नेहा की गाली से सतीश जोश में आ गया. और नेहा को वहीँ पर बेड पे पटक दिया और उसकी गिली चुत में अपना लंड सटाया,
नेहा- बहनचोद जल्दी डाल कूत्ते.
और सतीश पूरे जोश के साथ उसकी चुत पर लंड टीका के एक जोरदार झटका मारा तो सतीश का लंड पच्च्च की अवाज करता हुआ उसकी चुत में घुस गया. नेहा चिल्लाने लगी,
नेहा- बहनचोद....बाहर निकाल कुत्ते... मैं मर गयी............ साला तेरे को लंड ड़ालने बोली थी बहनचोद तू ने तो पूरा डंडा डाल दिया, निकाल हरामी... बहुत दर्द हो रहा है... जा के अपनी माँ की चुत में डाल ये मूसल.
सतीश- साली, अभी तो शुरुआत है साली आज तो तेरी चुत को फाड़ के भोसडा बना दूंगा.
सतीश ने वापस अपना लंड निकाला और बिना वक़्त बरबाद किये एक और जोरदार धक्का मारा इस बार नेहा और तेज चिल्लाइ
साआआआआले.............
हरामीईईई................
धिरेयेये..............मेरी चुत फाडेगा क्याआआ.....
तभी मोना रूम में आ गयी
मोना- भाई इससे छोड़ना मत साली मेरे कपड़े फाड़ने की बात कर रही थी ना आज इसकी चुत को फाड कर फैला दो चोदो साली को बहुत चोदो.
उसके बाद सतीश नेहा को १० मिनट तक धीरे धीरे चोदता रहा और वो मस्ती में चिल्लाती रहि, उसके बाद सतीश ने अपनी स्पीड बढा दी और फिर १५ मिनट तक उसकी चुदाई करता रहा
अब नेहा को भी अच्छा लगने लगा.
अब तक उसकी चुत से ३ बार पानी निकल चुका था मतलब वो ३ बार झड़ी थी.
ओर सतीश है के झडने का नाम ही नहीं ले रहा था.
वह तो बस नेहा की चुत फाडने में लगा हुआ था
सतीश ने नेहा की गांड में अपनी ऊँगली घुसाई और अन्दर बाहर करने लगा.
नेहा- साले वहां नहीं तेरी माँ की नहीं ये मेरी प्यारी गांड है वहां ऊँगली करने की तेरी हिम्मत कैसे हुई, अभी निकाल अपनी ऊँगली वरना मैं तेरा लंड काट दूंगी.
सतीश नेहा की बात को अनसुना कर उसकी गांड में ऊँगली चलाते हुए लंड उसकी
चुत की गेहराई में उसकी बच्चेदानी में घुसाने लगा.
नेहा मस्ती में चिल्लाने लगी आआआह्ह्ह्ह..............
म्म्म्म..............
आआईइइइ............... हआ
आईसे ही ओऊरररर जोरसेओर सीईई...................फाड़ दो मेरी चूऊउउउउत को भोसडा बना दो ह्म्म्मम्म्म्म बहुत मज़ाआआ अअअअअअअ रहा है.
मैं झडने वाली हुऊऊऊ मैं गईईएई.....
ओर थक कर लेट गयी, सतीश भी अब झड़ने के करीब आ गया और उसने नेहा की स्तन पर अपने लंड का सारा वीर्य गिरा दिया जिसे नेहा अपने हाथ से अपने बॉडी पर मज़े से सतीश ने लगी.
ओ पूरी तरह से थक चुकी थी.
फिर वो दोनों एक दूसरे के ऊपर लेट गये.
मोना : आ गया ना मजा चुदाई कर के और करा के,पहली चुदाई मुबारक हो.
नेहा बड़ी मुश्किल से उठ कर सानिया के बाथरूम में नहाने चलि गयी.
उसकी चुत से निकले पानी और खून से बेडशीट पूरी गीली और लाल हो गयी थी,
सतीश : जान मेरा लंड चाट के साफ़ कर दो ना.
मोना : छि...............
गंदे, मैं नहीं करने वाली ऐसा कुछ, अभी तुम्हारा लंड गन्दा है. तुम पहले जा के नहाओ, फिर मैं तुम्हारा लंड चूसूंगी अभी नहीं अभी तुम जाओ नहाने और मैं जा के नास्ता बनाती हु.
फिर सतीश नहाने चला जाता है.
मोना भी किचन में नास्ता बनाने में लग जाती है.
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