RE: Free Porn Kahani तस्वीर का रहस्य
मैने तुरंत नैना को पलटा और पीछे से उस से चिपक गया। मेरा एक हाथ उसकी कमर पर था और दूसरा उसके सीने के ऊपर एक कंधे से दूसरे कंधे तक लिपटा हुआ था। उसका टॉप कमर से ढीला ही था तो मैंने अपना हाथ अंदर डाल उसके नंगे कोमल पेट पर रख सहलाने लगा।
पराग: "नैना डार्लिंग, चलो मैं तुम्हे अपने बच्चे की माँ बना दू"
नैना: "मैं माँ कैसे बन सकती हूँ! डॉक्टर ने तो जवाब दे दिया हैं"
पराग: "तुम चिंता मत करो नैन, मैं इतना जोरसे चोदुगा की तुम माँ बनही जाऒगी।"
नैना ने अपनी गाँड से मुझको धकक दिया और मुझसे दूर होकर मुझसे शिकायत करने लगी।
नैना: "ऐसी लैंग्वेज में मुझसे क्यों बात कर रहे हो?"
पराग: "आई ऍम सोरी, बूत तुम कॉलेज में अपने दोस्तों से ऐसी भाषा में बात नहीं करती थी क्या?"
नैना: "हॉ, मगर सिर्फ अपनी सहेलियो से, लड़के तो यह शब्द हम लड़कियों के सामने इस्तेमाल नहीं करते थे"
पराग: "पर अभी तो हम पति पत्नी का रोले कर रहे हैं, मिहिर तो यह शब्द इस्तेमाल करता ही होगा!"
नैना: "ओह सॉरी! थोड़ी देर के लिए मैं करैक्टर से बाहर आ गयी थी। चलो कंटिन्यू करते हैं"
(नैना एक बार फिर मेरे सीने से अपनी पीठ चिपकाये खड़ी हो गयी और मैंने अपने दोनों हाथों की पोजीशन पहले वाली कर लि, एक पेट पर तो दूसरा कंधे और सीने पर। मैने उसके नंगे पेट पर रखा और हाथ थपथपाते हुए कहा।)
hपराग: "तुम्हारा यह पतला सा पेट बहुत जल्दी ही फूल जायेगा और उसमें हम दोनों का एक बच्चा आएग। मैं आज ही तुम्हारी चुत में अपना बीज डालूँगा जो जरूर फूटेगा"
नैना: "तुम सच कह रहे हो!!"
(मैने उसके सीने के ऊपर चिपका अपना हाथ धीरे धीरे नीचे खिसका कर उसके बूब्स के ऊपर लाने की कोशिश करता रहा। साथ ही उसके पेट पर रखा हाथ उसके टॉप के अंदर ही एक दम धीरे धीरे ऊपर की तरफ बढा कर बूब्स की तरफ ला रहा था।)
पराग: "तुम चिंता मत करो नैना, मैं तुम्हे दिन रात चोद चोद कर माँ बना ही दूंगा"
नैना: "हम तो कितने साल से कर ही रहे हैं न! अब तक तो कुछ नहीं हुआ! अब कैसे होगा?"
पराग: "होगा, हम दिल से और मेहनत करेंगे तो जरूर होगा"
नैना: "मेरी बंजर जमीन पर तुम अपना हल कितना भी चला लो, इसमें फसल नहीं उगेगी "
पराग: "मैं अपना हल तब तक चलाता रहूँगा जब तक तुम्हारी बंजर जमीन पर फसल ना लहलहाने लगे"
नैना: "काश यह सच होता पर ऐसा नहीं होगा"
पराग: "एक बार करके देखते हैं न?"
(मैने अपना वो हाथ जो नैना के पेट पर था को खिसकाते खिसकाते अब उसके बूब्स के एकदम पास ले आया था और थोड़ा सा उसके ब्रा के नीचले भाग को छु गया। ईसी दौरान सीने पर रखा हाथ भी नीचे खिसकाता हुआ अब नैना के बूब्स के उपरी गुदगुदेदार हिस्से को छु कर महसूस कर पा रहा था।)
पराग: "लगता हैं मुझमे ही कमी हैं, तुम एक काम करो अपने पडोसी पराग के साथ चूदवा लो, वो तुम्हे माँ बना ही देगा"
फिर नैना ने मेरा उसके टॉप में घूसा हाथ पकड़ा और उसको बाहर निकाल दिया और सीने पर रखा हाथ भी हटा दिया और मेरी तरफ मुड़ी।
नैना: "डॉक्टर ने बोला हैं की कमी मुझ में है। पराग भी मुझे माँ नहीं बना पायेगा। मैं तुम्हे बच्चे का सुख नहीं दे सकती"
पराग: "कोई बात नाहि, हम चुदाई का सुख तो ले ही सकते हैं"
नैना: "नाहि, तुम किसी और से शादी कर लो, तुम तो बाप बन ही सकते हो"
पराग: "मैं तुम्हारे अलावा किसी और से शादी नहीं कर सकता"
नैना: "शादी मत करो, बच्चा तो पैदा कर लो किसी के साथ"
पराग: "तुम कहति हो तो कर लुंगा, जिसके साथ करने को बोलोगी कर लूंगा"
नैना: "मैं पराग से चूदवाओ इस से बेहतर हैं की तुम प्रेरणा को चोद कर माँ बना दो , वो तो माँ बन सकती हैं और बच्चा हमारा होगा"
पराग: "ठीक हैं प्रेरणा को माँ बना दुँगा, पर पहले अभी मैं तुम्हारी चुत चोदुँगा, तुम रेडी हो न?"
नैना: "हां मैं रेडी हूं, बस तुम मुझे एक बच्चा ला दो"
मैने नैना को अपनी बाहों में उठाया और सीधा बेडरूम में ले आया और उसको बेड पर लेटा दिया। मैं उसकी जाँघो पर सवार हो गया। मैने नैना के दोनों हाथ पकडे और उसके सर के दोनों तरफ तकिये पर चिपका कर पकड़ लिए और फिर उस पर झुक कर अपने होंठ उसके गुलाबी होठो के पास लाने लाग। एक दूसरेकी साँसोंकी गर्मी अब हमारे चेहरे से टकरा रही थी। उसके परफ्यूम की खुसबू तो मुझे हमेशा की तरह मदहोश कर ही रही थी। मेरे होंठ उसके होंठ से सिर्फ एक इंच की दुरी पर थे और मैं उसके होंठो का रस पीने को तैयार थे। मैंने हलके से अपने होंठों को उसके होंठो से छु भर दिया।
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