RE: Indian Porn Kahani शरीफ़ या कमीना
शाम को करीब सात बजे मैं नहा-धोकर फ़्रेश होकर बब्लू के घर चल पड़ा। मैंने घर पर बता दिया था कि बब्लू के घर जा रहा हूँ। आधे घंटे बाद घुमते-घामते जब मैं उसके घर पहुँचा तब पता चला कि अंकल-आँटी अपने एक दोस्त के घर गये हैं और करीब नौ बजे तक बाहर से ही खाना पैक करवा कर लेकर आएँगे। घर पर मेरा स्वागत बब्लू और बब्ली ने किया। बब्लू ने मेरे से गला मिला तो बब्ली भी मेरे से गले मिली पर जरा आगे जाते हुए मेरे होठ पर चुम्मा भी लिया। उसको ऐसे अपने बडे भाई के सामने मुझे चुमते जरा भी हिचक नहीं हुआ था। वैसे भी हमसब एक-दूसरे के सामने आपसे में चुदाई कर ही चुके थे। मैंने बब्ली को सीधे प्रस्ताव दे दिया।
मैं: बब्ली....आज चुदाओगी मुझसे। कई दिन हो गया, किसी को चोदे हुए।
बब्ली: पक्का... अभी तो मम्मी-पापा को कम-से-कम एक घन्टा और लगेगा, और तब तक तो हम दो राऊँन्ड कर लेंगे।
बब्लू; और, मैं यहाँ अपना लन्ड हिलाऊँगा क्या? मुझे तो चोदने नहीं दे रही हो दो दिन से कह रहा हूँ तो।
मैं: अओह.... और मुझे लग रहा था कि तुम बब्ली को अकेले खुऊब दबोच कर पेल रहे होगे यहाँ।
बब्लू: कहाँ यार.... यह साली अब मुझमें अपना भाई देखने लगी है, जब मुझे बहनचोद बना दी उसके बाद।
बब्ली: ही ही ही भैया, आ जाओ आप भी} आप दोनों की गर्मी शान्त कर देती हूँ आज। पर इसके बाद महिने में एक बार ही
आपके साथ करूँगी, भाभी आ ही जाएँगी तब तक, तो उनको जितना मन चोदते रहिएगा।
इसके बाद तनु और उसके विडियो की बात हम भूल-भाल कर अपनी मस्ती का सोचते हुए कमरे में जाने के लिए उठ खड़े हुए, और कमीनी बब्ली ने तब अपने मम्मी-पापा के बेडरूं की तरफ़ अपने कदम बढ़ा दिये। साली आज अपने मम्मी के बेड पर चुदने का मन बना ली थी शायद। बब्लू बोला भी, "ऊपर चलो ना, उधर किधर जा रही हो?" तब वो बोली थी, "आज भैया इसी बेडरूम में सेक्स करने का मन है, इसी बिस्तर पर तो मैं मम्मी के पेट में आई होऊँगी न आज से करीब सोलह साल पहले"। हम अबतक अंकल-आंटी के कमरे में पहुँच गये थे और बब्ली तो अपना कपडा भी उतारने लगी थी। वो आराम से पहले अपनी कुर्ती उतारी और फ़िर लेगिंग्स। इसके बाद अपना काला समीज उतार दी। फ़िर अपने सफ़ेद ब्रा को अपना हाथ पीछे ले जाकर खोलते हुए बोली, "आपलोग भी कपडा उतारिए न, बेकार समय मत बर्बाद कीजिए, साढे आठ तक हमें अपना सब खत्म भी करना है।" उसकी बात से हमें भी होश आ गया। मैं ज्यादा फ़ुर्ती में आ गया और बब्लू तो सिर्फ़ बरमुडा और टी-शर्ट में था तो हम दोनों भी एक साथ हीं नंगा हुआ और तब तक बब्ली पूरा नंगा हो कर बिस्तर पर पसर कर लेटकर अपने चूत को ऊँगली से सहलाना शुरु कर दी थी। हमदोनों दोस्त अब उसके अगल-बगल बिस्तर पर बैठ गये और हमारे हाथ अब उसके नंगे जिस्म पर इधर-ऊधर घुमने लगे थे और वो भी मेरे लंड को अपने हाथ से सहलाते हुए अपने भाई के लंड को मुँह में लेकर चूसने लगी। दो मिनट भी नहीं लगा और हमदोनों के लंड को चो सहला और चूस कर खडा कर दी पूरी तरह से किसी भी लडकी की चूत को फ़ाडने लायक। बब्ली अब बोली, "मेरा बूर भी चाटिए न एक बार ठीक से"।
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