RE: Indian Porn Kahani शरीफ़ या कमीना
मम्मी: कैसा-कैसा जगह ये दोनों चला गया है?
पापा: अब यूरोप में है तो समुद्र किनारे ही न जाएगा। मंदिर थोडे न घुमेगा....
मैं यह सुन कर मुस्कुराया। अगली फ़ोटो में दीपू भैया अपने एक शौर्ट्स में बालू पर बैठे हुए दिखे और उनके एक तरफ़ एक लडकी पूरी नंगी लेटी हुई थी और उसका साथी उसकी मालिश कर रहा था शायद। गनीमत था कि वो पेट के बल लेटी थी, पर उसकी सुन्दर गोरी मस्त गाँड का नजारा क्या जबरद्स्त था यार। अगली फ़ोटो (नं ७३) में दीपू भैया बालू पर सीधा लेटे दिखे और तनु उनके ऊपर लेटी हुई थी उसी टू-पीस बिकनी में और उनके होठ को चूम रही थी। इस फ़ोटो में हमने उसके बिकनी को पीछे से देखा। पीठ पर एक पतली सी डोर, और ऐसी ही पतली डोर उसकी चुतड़ की फ़ाँक में से गुजरा हुआ था, वो अब पीछे से ९९% नंगी दिखी।
मम्मी: छी:.... कैसी बेशर्म हो गयी है यह लड़की.... बताओ तो जरा!!!!!!!!
मैं चुप, मुझे तो उसको बेशर्म बनाने का ठीका मिला था दीपू भैया की तरफ़ से।
पापा: अरे मालती, अब यह सब सोचना छोडो.... अब तो उसका पति जिसमें खुश वही सही है।
मम्मी: हाँ.... पर, ऐसे भी कोई फ़ोटो खींचता है भला.... अब इस फ़ोटो को तो कोई और से ही खींचवाया होगा ना।
अगली फ़ोटो में तनु नीचे बालू पर अपने बाँहों को बगल में फ़ैलाए लेटी थी और दीपू भैया उसकी नाभी को चूम रहे थे। मम्मी से अब वहाँ रहना मुश्किल हो रहा था तो बोली, मैं चाय बनाने जा रही हूँ, अब कितना फ़ोटो बचा है? मैंने जवाब दिया - पाँच (फ़ोटो -७५) स्क्रीन पर था, दोनों अब समुद्र में घुटनों तक पानी में दिख रहे थे। मम्मी चली गयी, एक तरह से अच्छा ही हुआ क्यों कि इसके बाद के पाँचों फ़ोटो में तनु ने एक-के-बाद-एक गजब के सेक्सी पोज दिए थे। फ़ोटो-७६ में उसने अपना ब्रा उतार दिया था और अपने बाँए हाथ में अपनी ब्रा पकड कर अपबे दाँए हाथ से अपनी चुच्चियों को ढक रखा था। इस फ़ोटो में न चाहते हुए भी उसकी एक चुच्ची करीब ७०% दिख रही थी जबकि दूसरी ठीक-ठाक ही ढकी हुई थी। इसके बाद की फ़ोटो में वो टाईटैनिक पोज दे रही थी, पीछे दीपू भैया भी थे, पर सामने खड़ी तनु की दोनों गोल-गोल ठ्स्स चुच्चियाँ तेज धूप में चमक रही थी। मुझे पता था कि पापा आज पहली बार अपनी जवान बेटी की चुच्ची को ऐसे खुले में देख रहे थे। मुझे बुरा भी लग रहा था कि मैं पापा के साथ अपनी बहन को ऐसे देख रहा हूँ, पर जब पापा ही चुप थे तो मैं क्यों कुछ बोलता। फ़ोटो-७८ में तनु अपने दोनों हाथों के अँगुठे को अपने पैन्टी के दोनों तरफ़ फ़ँसा कर खडी थी कि कब इशारा हो और वो पैन्टी उतारे। मैं अब सच में घबड़ा गया, क्या तनु ऐसे ही नंगी हो कर फ़ोटो खींचवा कर भेज दी है हमसब के लिए। फ़ोटो-७९.... तनु का फ़ोटो पीछे से था, पूरी नंगी.... उसके एक हाथ में उसकी पैन्टी झुल रही थी। अब आखिरी फ़ोटो... मैं भगवान को याद करने लग गया था और यह फ़ोटो शायद सबसे आर्टिस्टिक था। दीपू भैया और तनु दोनों एक-दूसरे से चिपके हुए थे, पूरी तरह से नंगे और सामने कैमरे में देखते हुए मुस्कुरा रहे थे। उनहोंने कैमरे के लिए अपने ऊँगलियों से V का निशान बनाया हुआ था। तनु की एक चुच्ची दीपू भैया के सीने से दबी हुई दिख तो रही थी, पर न तो उसका कोई निप्पल किसी फ़ोटो में दिखा था और ना ही उसकी चूत। पापा पता नहीं क्या सोच रहे थे, पर मेरी इज्जत बच गई और पापा के सामने तनु की चूत को मुझे नहीं देखना पड़ा। मेरी छॊटी बहन सच में मस्त गुडिया बन गई थी हनीमून पर जा कर।
मैं अब समझ रहा था कि ऐसे सब के साथ विडियो देखना खतरे से खाली नहीं है, क्या पता वो क्या भेजें होंगे, तो मैं अपना कम्प्यूटर बन्द करने लगा। मम्मी भी चाय ले कर मेरे ही कमरे में आ गई।
मम्मी: बताओ तो भला, कोई ऐसी फ़ोटॊ खींचता है, तनु उसकी बीवी है और तनु भी तो.... कैसी हो गई है शादी के बाद।
पापा: अब समय बदल गया है मालती। वैसे भी कहा गया है, जैसा देश वैसा भेष.... तो वो दोनों भी तो फ़्रांस में हैं।
मम्मी: हाँ..... ठीक है, पर फ़िर भी कुछ तो लिहाज करना था ना। बताओ तो यहाँ भेज रही है यह सब। घर में दो-दो मर्द हैं, जरा
भी ख्याल नहीं आया?
मै: अब छोड़ों भी मम्मी... आप भी ना, क्या सब बात ले कर बैठ गयीं। तनु खुश है शादी के बाद.... बस इतना ही हमारे लोग के
लिए काफ़ी है।
मम्मी: हाँ, ऐसे नंगी खडी हो कर रिझाएगी तो कोई भी मर्द उसको खुश रखेगा ही, दीपू तो वैसे भी उसका पति है।
पापा: क्या बोल रही हो मालती, तुमको मैंने खुश नहीं रखा है क्या? तुम कौन सा मुझे रिझा रही होती हो?
हम बाप-बेटे उनकी इस बात पर ठहाके लगाने लग गए और मम्मी बेचारी झेंप गई।
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