RE: Indian Porn Kahani शरीफ़ या कमीना
मैं अब अपनी साँसों को काबू में कर रहा था जो बब्ली को ऐसे देखते हुए तेज हो गयी थी, और बब्लू अब पूछा, "अब क्या अपनी बहन को देखोगे?" मैं चुप था तो उसने कल रात की रिकार्डिंग चालू कर दी। बिस्तर पर तनु अपने को समेट कर बैठी हुई थी और बार-बार अपने चेहरे को अपने हाथों से पोछ रही थी जैसे उसको पसीना सा आ रहा हो। करीब आठ-दस मिनट के बाद दीपू भैया कमरे में आये और फ़िर तनु हड़बडा कर बिस्तर से उटर कर खडी हो गयी। दीपू भैया की आवाज साफ़ सुनाई दी, "अरे बैठो आराम से... बहुत थक गयी होगी। कपडे बदल लो, और आराम करो.... कब सोयी थी तुम?" तनु की घबडाई हुई आवाज सुनाई दी, "दो-तीन दिन से ठीक से नहीं सो पाई हूँ.... रोज देर रात तक कुछ-कुछ होता रहता था"। दीपू भैया बोले, "हाँ यह सब तो होता है, कोई बात नहीं अब आराम करो.... कुछ हल्का पहन लो जो सोने में सुविधा हो। ऐसे दुल्हन के लिबास में सो नहीँ पाओगी आराम से"। तनु की घबडाहट अब कम हो गयी थी तो थोडा बेहतर आवाज में बोली, "जी, आप दो मिनट बाहर चले जाएँगे तो मैं कपडा चेंज कर लूँगी"। दीपू भैया ने अब हँसते हुए कहा, "यार... तुम मेरी वाईफ़ हो, अब मेरे सामने ही तुम्हें कपडे बदलने की आदत डालनी होगी न। पता हैं ना कि आज हमारी सुहागरात है.... आज की रात तो मुझे तुमको अपने हाथ से नंगा करके अपने नीचे लिटाने का अधिकार है, समझ रही हो ना मेरा बात...। वो तो यार मैं खुद इतना थक गया हूँ कि अभी तो मेरा इरादा सिर्फ़ और सिर्फ़ सोने का है।" अब फ़िर से तनु की घबडाई हुई आवाज आई, "जी.... पर ऐसे...."। उसकी घबडाहट देखते हुए दीपू भैया बोले, "ठीक है बाबा घबडाओ मत... मैं चेहरा दूसरी तरफ़ कर लेता हूँ तुम चेंज कर लो। अब ऐसे बाहर चला गया तो मेरी क्या इज्जत रह जाएगी कि बीवी ने कमरे से बाहर कर दिया।" तनु के चेहरे पर अब मुस्कान दिखी और उसने नजरें झुका लीं। दीपू भैया ने अपना पीठ अब तनु की तरफ़ कर लिया और तनु भी जल्दी-जल्दी अपने कपडे उतार कर सिर्फ़ लाल ब्रा-पैन्टी में आ गयी और फ़िर एक साटन का गुलाबी रंग का नाईटी पहन कर बोली, "हो गया चेंज"। दीपू भैया अब उसकी तरफ़ घुमे और फ़िर बोले, "बहुत सुन्दर हो यार तुम। शादी के बाद और ज्यादा सुन्दर दिखने लगी हो।" तनु मुस्कुराते हुए अपने कपडे तह करने लगी तो दीपू भैया बोले, "अब छोड़ो यह सब और बत्ती बुझाओ कि नींद बेहतर आए। अब जो करना है कल सुबह उठने के बाद कर लेना", और वो बिस्तर पर पसर गये। तनु भी बत्ती बन्द कर दी और सिर्फ़ नाईट बल्ब की रोशनी में बिस्तर की तरफ़ बढी। हमारा कैमरा शानदार फ़ोटो दिखा रहा था इस कम रोशनी में भी। जब वो बिस्तर पर पहुँची तो दीपू भैया ने उसको अपने ऊपर खींच लिया और तनु को इसकी उम्मीद नहीं थी, सो वो धम्म से उनकी छाती पर गिरी। उसके चेहरे पर अब फ़िर से घबडाहट के भाव थे और दीपू भैया बोले, "अरे डरो मत.... सुहागरात है तो कम-से-कम एक चुम्मा तो बनता है ना, चाहे हमलोग कितना भी थके हुए हो"। जब तक तनु कुछ समझे दीपू भैया ने अपने होठ मेरी बहन तनु के होठ से सटा दिये और वो अब बिल्कुल शान्त पर गयी, शायद यह सोच कर कि अब वो कर भी क्या सकती है। अब दीपू भैया धीरे-धीरे उसके होठों को चुसने हुए चुम्मी लेने लगे और तनु बस शान्त हो कर पड़ी रही। उन्होंने अब उसकी चुचियों को नाईटी के ऊपर से दबाया और फ़िर हल्के हाथों से मसलना शुरु कर दिया। वो अब उनके चुम्मों का जवाब देने लगी थी। दीपू भैया बोले, "तुम्हारे ये गेंद तो बहुत सौफ़्ट और मस्त हैं", उनका इशारा तनु की चुचियों की तरफ़ था। फ़िर जब उनका हाथ तनु की बूर की तरफ़ गया और वो जब नाईटी ऊपर खींचने लगे तब तनु ने उनको कहा, "नहीं... प्लीज, मुझे शर्म आती है"। दीपू भैया हँसते हुए बोले, "बच्ची हो इसीलिए शर्म आ रही है तुम्हें। अच्छा सो जाओ आज, कल तुम्हारी जवानी को पूरा नंगा करके तुम्हारी शर्म उतारेंगे। पता है ना कि शादी के बाद लडकी को अपना शर्म अपने मायके में ही छोड कर आना होता है। ससुराल में उसके पति की जिम्मेदारी होती है कि वो उस लड़की की शर्म-हया को खत्म करें, वर्ना इस नये परिवार के लिए बच्चे कैसे पैदा करोगी"। अब तनु की घबड़ाई हुई आवाज सुनाई दी, "अभी कोई बच्चा-वच्चा नहीं करना मुझे"। दीपू भैया हँसते हुए बोले, "अच्छा बाबा... अब सो जाओ। अब जो होगा सो कल होगा, गुड-नाईट"। इसके बाद वो करवट बदल लिये थे और तनु भी उनसे थोड़ा दूरी बना कर सोने लगी। उसने अपने ऊपर एक चादर डाल लिया था। अब बब्लू बोला, "बस इतना ही...., इसके बाद मैं भी सो गया और यार बाथरूम का फ़ोटो कुछ ले नहीं पाया.... मेरी ही नींद जरा लम्बी हो गयी, थकान और टेंशन की वजह से। अब आज की रात देखना है, क्या होता है?"
मैंने कहा, "यार, तुम जो यह माईक लगा दिये हो न... यह तो तुम्हारा मस्टर-स्ट्रोक हो गया है। आवाज इतना साफ़ सुनाई दे रहा है कि मजा आ गया। जैसा कि दीपू भैया के बात से लगा है, आज रात को वो सुहागरात मना ही लेंगे"। बब्लू अब मेरी पीठ पर एक प्यार सी धौल जमाते हुए बोला, "हाँ यार.... अब आज लाईव ही देख लेना अपनी छोटी बहन की पहली चुदाई, मुझे भी यार तनु को एक बार नंगी देखने का बहुत मन कर रहा है.... पता तो चले कि झाँट कैसी है उसकी"। जब मैंने बब्लू के मुँह से सुना "छोटी बहन की पहली चुदाई", तो मेरे मन में एक अजीब सी हूक उठी। तभी नीचे से बब्ली की आवाज आई, "बब्लू भैया नीचे आइए.... सब लोग नीचे बुला रहे हैं"। सात बज रहा था और हम दोनों नीचे आए तो देखा की पूरा परिवार हौल में इकट्ठा है, तनु और दीपू भैया भी। सब लोग अब शादी की बातें कर रहे थे और तनु की सुन्दरता की बडाई कर रहे थे। मेरी बहन सच में बहुत सुन्दर दिख रही थी शादी के अगले ही दिन से। शादी का फ़ोटो एलबम स्टूडियो से बन कर आया था और सब उसी में लगे हुए थे।
|