RE: Desi Porn Kahani अनोखा सफर
थोड़ी देर बाद विशाला अपना पूरा दम लगाके अपने पैरो पे खड़ी हुयी | उसने अपना घायल हाथ अपने सीने से लगा रखा था | धीरे धीरे वो मेरी तरफ बढ़ी | मैंने भी अपने पैरों पे खड़ा होने की कोशिश की पर मेरा घायल पैर जवाब दे गया और मैं वापस अपने घुटनों पे आ गया | विशाला ने मेरे पास आके अपनी पूरी शक्ति से मेरे ऊपर तलवार से वार किया जिसे मैंने किसी तरह से अपनी तलवार से रोक दिया | विशाला ने फिर अपनी तलवार घुमा के वार किया इस बार मैं उस वार को पूरी तरह से नहीं रोक पाया और विशाला की तलवार ने मेरे सीने पे घाव करते हुए मेरी तलवार को दूर उछाल फेका | मेरे घाव से अचानक बहुत सारा खून निकलने लगा | अब मैं शास्त्रहीन था विशाला ने फिर दूसरा वार करने के सोची तो मैंने उसके पैर पे जोर से लात मार दी जिसके कारन उसका संतुलन बिगड़ गया | अब मैं पीछे की तरफ खिसकने लगा और इधर उधर कोई शस्त्र ढूढने लगा | तभी मेरी नज़र एक टूटे हुए भाले पे पड़ी मैं तेजी से घुटनों के बल रेंगते हुए उसके पास पंहुचा और जैसे ही मैं उसे अपने हाथो में लेके पलटा तो देखा विशाला ने अपनी तलवार को कटार की तरह लेके मेरी तरफ छलांग लगा दी थी |कुछ देर के लिए मुझे लगा की जैसे की समय मंद गति से आगे बढ़ रहा हो |विशाला का शारीर हवा में था मैं अपनि पीठ के बल लेटा हुवा था | धीरे धीरे उसका शारीर मेरे पास पहुचता है और मेरे हाथ में पकडा हुआ टुटा हुवा भला उसके सीने में घुस जाता है पर वेग के कारण उसका शारीर रुकता नहीं और उसकी तलवार मेरे सीने में घुस जाती है |
मुझे ऐसा लगता है की जैसे किसी ने मेरे सीने से सारी हवा निकल दी हो मेरा मुह रक्त से भर जाता है | मैं किसी तरह विशाला का मृत शारीर अपने ऊपर से हटाता हु और साँस लेने की कोशिश करता हु पर मेरी सांस फूलने लगती है | मेरी आँखों में पानी आ जाता है और धीरे धीरे मेरी आँखें बंद होने लगती हैं | बंद होती आँखों से मैं देखता हु की चरक मेरी तरफ तलवार लेके बढ़ रहा है | मैं अपने बचाव के लिए हथियार खोजने की कोशिश करता हु पर मेरा शारीर तब तक सुन्न पड चुका रहता है | धीरे धीरे चलके चरक मेरे पास आ जाता है और मुझपे वार करने के लिए अपनी तलवार उठाता है | मेरी आँखे एक बार के लिए बंद हो जाती है किसी तरह मैं फिर आँखे खोलता हु तो देखता हु की एक तलवार चरक के सीने के आर पार हो गयी रहती है जो की देवसेना के हाथ में रहती है | अब मेरी आँखे भी मेरा साथ छोड़ देती है और बंद हो जाती हैं |
उपसंहार
डॉक्टर साहब जल्दी चलिए पेशेंट १४६ सीरीअस है |
पेशेंट के रूम में
डॉक्टर " क्या हुआ पेशेंट को ?"
नर्स " साहब पल्स नहीं है |"
डॉक्टर " डीफिब्रिलेटर मशीन लाओ शायद इलेक्ट्रिक शॉक देना पड़ेगा |"
नर्स " जी सर "
थोड़ी देर बाद नर्स " सर मशीन तैयार है "
डॉक्टर " ठीक है वन टू थ्री शॉक कुछ हुआ ??"
नर्स " नहीं सर कुछ नहीं "
डॉक्टर " चलो एक बार और ट्राई करते है वन टू थ्री शॉक कुछ हुआ ?"
नर्स " नो सर नो पल्स "
डॉक्टर " इट्स अ गॉन केस इनकी रेजिमेंट को खबर कर दो "
नर्स " जी सर "
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कही टीवी पर समाचार आ रहा है
" अभी अभी प्राप्त जानकारी के अनुसार अंडमान एंड निकोबार रेजिमेंट के मेजर अक्षय तिवारी का आज सुबह तक़रीबन सात बजे निधन हो गया है | मेजर अक्षय पिछले छे माह से कोमा में थे | इसी क्रम में आपको बता दे की मेजर अक्षय एक ऑपरेशन के दौरान समुद्री तूफ़ान में फंस गए थे जिसमे उनकी नाव पलट गयी थी उसके बाद उनके सर पे काफी गहरी चोट आई थी जिसके बाद मेजर अक्षय कोमा में चले गए थे | भगवान् मेजर अक्षय की आत्मा को शान्ति प्रदान करे |"
समाप्त
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