RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
राहुल (बबिता का चेहरा उसके लौड़े के साथ कुछ इस तरह छू रहा था कि मानों वो अपने चेहरे उसका नाप ले रही हो , कितना उत्तेजक नज़ारा था बबिता का चेहरा मुश्किल उसके लन्ड आधे हिस्से तक ही आ रहा था )-आह...आह...बबिता रुक मत बडा मज़ा आ रहा ।
बबिता अपनी ब्रा को उतार देती है और अपने फुटबॉल जैसे बड़े-2 मम्मों में राहुल के लन्ड को फसा कर उसके लौड़े को लॉलीपॉप जैसे चूसने लगती है । बबिता की इस हरकत से राहुल का लन्ड अब डबल चुद रहा था एक तो उसके नरम मम्मों से और दूसरा बबिता के मुँह से । ..बबिता के मुँह से ..उम्म...ममम...उम्म..पच...पपच्छ...की आवाजें आ रहीं थी और राहुल के मुँह से सिसकियों की बौछार हो रही थी ।
ठीक इसी वक़्त डोर बेल बजती है ।बबिता जल्दी से उठकर अपनी टॉप पहन लेती है ।
राहुल-क्या हो गया ?
बबिता -अपने कपड़े उठाओ और स्टोर रूम में जाओ पक्का मेरा बॉयफ्रेंड होगा ।
राहुल(अपने कपड़े पहनते हुए)- तुमने इसे क्यों बुला लिया ।
बबिता-मैंने नहीं बुलाया पता नहीं क्यों आया होगा ।
राहुल जल्दी से स्टोर रूम में चला जाता है और स्टोर का दरवाजा बंद करके अपनी शक्तियों का प्रयोग करता है ताकि देख सके कि कौन आया है ।
रात के इस वक़्त तनु और गरिमा के ट्यूटर को बबिता के घर पर देख वो हैरान रह जाता है । "बहनचोद यह तो तनु को धोखा दे रहा है " उसके मुँह से गाली निकल जाती है ।
बबिता-मनोज(तनु का ट्यूटर) तुम इस समय यँहा ?आओ अंदर आओ ।
मनोज-लगता है तुम किसी और का इंतज़ार कर रही थी और अपने भाई को देखकर तुम कुछ ज्यादा खुश नहीं लग रही ।
बबिता -नहीं ऐसा कुछ नहीं बस मैं तो सोने से पहले कॉफ़ी बनाने जा रही थी , और बताओ कैसे आने हुआ ।
मनोज-कुछ खास नहीं यार बस तुम्हारी कार चाहिए थी ,मेरी एक गर्लफ्रेंड को मूवी के लिए ले जाना है और मेरी कार खराब पड़ी है ।
बबिता -आओ पहले कॉफी तो पी लो ? वैसे अपनी किस सुडेन्ट को फसा लिया है तुमने ?
मनोज(अपना लन्ड मसलते हुए)-तुम्हारे कालेज के प्रिंसिपल की बेटी प्रिया को ।
बबिता-बड़ा लम्बा हाथ मारा है यार बड़ा पटाखा माल है साली ।
मनोज(हँसते हुए)-तुम्हारा ही भाई हूँ चाहे चचेरा ही सही ।
इधर बबिता मनोज को जल्दी से जल्दी भगाने की कोशिश कर रही थी तो दूसरी तरफ रमा खाने के टेबल पर बैठी सोच रही थी कि कैसे वो जल्दी से जल्दी घर से निकले ।
गरिमा- आज मुझे अपनी एक सहेली के घर जाना है सोने के लिए वो घर पर अकेली है ।
रमा-नहीं ,चुपचाप घर पे रहो क्योंकि मुझे खुद जगराते में जाना है रोपड़ तुम्हारी कोमल आँटी के घर उसका ड्राइवर मुझे लेने आता ही होगा ।
गरिमा-मां जाने दो न प्लीज़ ।
रमा-एक बार कहा न नहीं ।
राकेश-रमा बच्ची इतना कह रही है तो जाने दो न ।
रमा-तुमने ही अपनी बेटियों को सिर पे चढ़ा रखा है ।
राकेश-रमा डरो मत बच्चों पे विश्वास करना सीखो ,जाने दो गरिमा को ।
रमा(मन ही मन खुश होते हुए क्योंकि गरिमा के जाने बहाने उसके जाने पर भी मोहर लग गयी थी)- ठीक है भाई जो करना है करो इस घर में मेरी तो कोई सुनता ही नहीं है ।
दूसरी तरफ स्टोर रूम में बैठे बैठे राहुल बोर होने लगा था । मनोज जैसे ही बबिता के घर से बाहर निकला राहुल किसी भूखे कुत्ते की तरह बबिता पर टूट पड़ा ।उसने बबिता को बाहों के आगोश में भर लिया और अपने होठों को बबिता के नरम और खूबसूरत होंठो पे रख दिए और उसके होंठो को बेहरहमी से स्मूच करने लगा । उसका एक हाथ बबिता के मम्में दबा रहा था तो दूसरा उसकी लेग्गिंग के अंदर उसकी चूत को मसल रहा था ।
राहुल की बड़ी और मोटी उंगली बबिता की चूत के अन्दर बाहर होते हुए उत्तेजित करती जा रही थी वो राहुल की मजबूत पकड़ में मछली की तरह छटपटा रही थी ।बबिता ने एक हाथ से अपनी लेग्गिंग नीचे की और टाँगों को हिलाकर उसे उतार दिया और कूद कर राहुल की गोद में चढ़ गयी उसकी मजबूत मोटी गोरी टाँगे कसकर राहुल की कमर से लिपट गयी ।
बबिता(राहुल के बाल नोचते हुए)-अब और नहीं सहन होता डाल दे अपना मूसल मेरी चूत में।
राहुल आज पहली बार बबिता को गोर से देख रहा था ,उसका खूबसूरत चेहरा जवान सुडौल बदन राहुल को उतेजना के शिखर पर ले जा रहा था ,नंगा तो पहले ही था उसने बबिता को उसके मोटे कुहलों से थोड़ा ऊपर उठाया और उसकी चूत को अपने मूसल लौड़े पे टिका दिया ।
राहुल(बबिता की आँखों में देखते हुए)- रेडी हो तुम ?
बबिता (अपनी बाहों को उसके गले में हार की तरह डालते हुए)- हाँ बिल्कुल ।
राहुल ने बबिता को कमर से पकड़ लिया और उसे नीचे की तरफ खींचते हुए नीचे से अपनी कमर को ऊपर की ओर झटका दिया ...उसके लौड़े का भयंकर मोटा टोपा सरसराता हुआ बबिता की चूत में घुस गया ।
बबिता(अपने होंठ काटते हुए)-आह मां... कितना मोटा लौड़ा है तेरा ।
राहुल(बबिता के होंठ चूमते हुए)-कितना मोटा है ?
बबिता-इतना मोटा कि चूत फटने को हो गयी है ।
राहुल (बबिता को लौड़े पे एडजस्ट करते हुए)-तो पूरी फाड़ दूँ ? बड़ी बेसब्र हो रही तू ।
बबिता-हाँ फाड़ के भोसड़ा बना दे ।
राहुल-तो ले एक बार में पूरा खूंटा गाड़ देता हूँ ।
बबिता-इतना मोटा और लम्बा लन्ड एक बार में पूरा जाने से तो रहा ।
राहुल-चैलेंज कर रही हो ?
बबिता-चैलेंज ही समझ लो ।
राहुल ने बबिता को सोफ़े पे पटक दिया और कूदकर उसकी टाँगों के बीच आ गया और उसकी टाँगों को खोलकर अपना लौड़ा उसकी चूत की फांको में फसाया और अपनी दानवी ताकत से अपना लन्ड उसकि चूत में पेल दिया ।
"आह....मार डाला रे ....इतनी ...बेहरहमी से कौन करता है ....आह मर गयी रे....राहुल गढ़ गया रे तेरा खूंटा ...." बबिता सिसकी ।
राहुल ने कमर हिलाकर बबिता को चोदना शुरू कर दिया उसके धक्के इतने तेज़ थे कि टॉप के अंदर भी बबिता के मोम्मे तेजी से आगे पीछे हो रहे थे ।
बबिता ने अपने बदन को ढीला छोड़ अपने को पूरी तरह राहुल के रहम पे छोड़ दिया था । वो अपने हाथों को सिर के पीछे किए सोफ़े को नोचकर राहुल के तेज और ताकतवर धक्कों को झेलने की कोशिश कर रही थी उसने अपने होंठों को दबा रखा था ताकि उसकी चीखें बाहर न जाएं ।
राहुल का मोटा खम्बे जैसा लौड़ा बबिता की चूत को हर धक्के के साथ उसकी औकात पे ला रहा था उसे अपने आकार के हिसाब से फैलता जा था । राहुल के जानलेवा धक्कों से खिसकते हुए बबिता सोफ़े के कोने तक पहुंच गई थी उसके बदन की ताकत निकल चुकी थी वो बेजान सी पड़ी चुदाई का आनंद ले रही थी अचानक राहुल ने उसकी टाँगे दोहरी उसके कंधों पे दबा दिया जिसे उसके गाँड़ कुछ ऊपर को उठ आई फिर राहुल अपने एक पैर को सोफ़े और दूसरे को ज़मीन पर रख इस पोजीशन में आ किया कि उसका लन्ड और बबिता की चूत 90 डिग्री के कोन पर आ गए अब वो ऊपर नीचे होता हुआ बबिता को चोदने लगा अब उसका लन्ड हर झटके के साथ बबिता के पेट तक पहुँच रहा था ..."आह ...आह....बहनचोद....हरामी....आह ऐसे ही ....चोद ऐसे ही मुझे रंडियों सा चोद आह.....मेरा निकलने वाला है" बबिता अब मस्ती से चिल्ला रही थी ।
"राँड़ बड़ी मस्त चूत है तेरी ....गहरी और कसी हुई ....साली देख क्या हाल बना दिया है ...खुल के चौड़ी हो गयी है तेरी चूत" राहुल अपने धक्के जारी रखते हुए बबिता के सिर को बालों से पकड़कर थोड़ा ऊपर उठाते हुए कहा ताकि बबिता अपनी चूत का भुर्ता बनते हुए देख सके ।
बबिता चूत का कचूमर निकते देख हैरान रह गयी । राहुल का खूंटे जैसा मोटा लौड़ा हर धक्के के सातग सीधा उसकी चूत में गड जाता जब राहुल लन्ड बाहर खिंचता तो उसकि चूत भी ऐसे बाहर को निकल आती मानो कोई कपड़े उलट रहा हो ...राहुल के अण्डकोषों की थैली भयंकर रूप से बड़ी थी और कपडे धोने की थापी की तरह वो उसकी गाँड़ के बीचोबीच टकरा रही थी और राहुल था कि गुर्राता हुआ बिना रुके धक्के लगाता ही जा रहा था ...."क्या जानदार मर्द है ...निचोड़ के रख दिया है" बबिता यह सोच ही रही थी उसकि चूत ने झरना छोड़ दिया ...वो थरथराती हुई न जाने कितनी देर पानी छोड़ती रही अब तो हर घस्से के साथ उसके बदन के हर हिस्से पर उसकी चूत के पानी के छींटे पड़ रहे थे ....राहुल की पकड़ अब ढीली होती जा रही हर धक्के के साथ उसका वेग कम होता जा रहा ...बबिता समझ गयी कि राहुल का खेल भी होने वाला है उसने अपनी टाँगों को झटका दे सीधा कर लिया और राहुल की कमर को जड़कर अपनी गाँड़ को हिलाते हुए उसकी मदद करने लगी ....उसने राहुल को सिर से पकड़ उसके मुँह अपने मोटे मम्मों के बीच दबा दिया और उसकी पीठ सहलाते हुए उसके ठंडे पड़ते जोश को बढ़ाने लगी ।
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