RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
कर्ण ने अभी तक वीर्य से लथपथ और झड़ने के बाद बेहाल गरिमा को नीचे उतारा और फर्श पर लिटा दिया और खुद वो गरिमा के ऊपर आ गया और गरिमा के होंठों को चूमने लगा । उसका एक हाथ गरिमा के स्तनों को मसल रहा था उसकी चुचियों से खेल रहा था तो दूसरा हाथ गरिमा की चूत को धीरे-2 सहला रहा था ।
गरिमा की तेज होती आहें साफ बता रहीं थी कि वो फिर से गर्म होती जा रही है , "कर्ण अब और नहीं सह सकती मैं ...प्लीज डाल दो " गरिमा अपनी फूलती हुई साँसों के साथ बोली । उसका पूरा बदन कंपन कर रहा था ।
कर्ण ने अपनी मोटी काली उँगली गरिमा की चूत में डाल दी और अंदर बाहर करने लगा ।
"आई...माँ.... आह आह....इट्स बिग " गरिमा आँखें बंद किये हुए बोल रही थी । कर्ण ने उसके एक स्तन को ज़ोर से भीच दिया और और फूली हुई चूची को मुँह में लेके चूसने लगा इसके साथ -2 वो अपनी उंगली को गरिमा की चूत में पूरी रफ्तार से अंदर बाहर कर रहा था ।
"उम्म ....मममम....अहह.... कर्ण और तेज़ ...आह....कर्ण ....आह" गरिमा के उतेजित और कामुक आवाज़ें कमरे में मधुर संगीत पैदा कर रही थी । कर्ण कभी एक चूची को चूसता तो कभी दूसरी को । राहुल को गरिमा की चुचियों पर हल्की हल्की सूजन साफ नजर आ रही थी । कर्ण पूरी रफ्तार से गरिमा की चूत को उंगली से चोद रहा था । काफी देर बाद गरिमा एक लंबी आह के साथ झड़ गयी । कर्ण ने गरिमा को बिना कोई मौका दिए अपना मूसल लन्ड उसकी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया ।
राहुल भी अब तक कई बार झड़ चुका था । पर उसकी उतेजना ये देख कर और बढ़ गयी कि कैसे इतना मूसल लन्ड गरिमा की फुद्दी में कैसे जा पायेगा । वो सोच रहा था क्या गरिमा ले पाएगी इस अजगर को या अजगर उसकी फूल सी चूत को चीर देगा।
"आह....कर्ण ....क्यों निकाला बाहर ....मत तड़पाओ ...फक मी ...." गरिमा आँखें बंद किये हुए बोली ।
"पागल लड़की तू जिसे लन्ड समझ रही है वो तो उंगली थी इस दानव की " राहुल ने मन में कहा । उसकी नज़रों के सामने उसकी फूल सी नाज़ुक बहन की चूत में एक दानव अपना डेढ़ फुट लम्बा और एक लीटर की पेप्सी की बोतल जितना मोटा लौड़ा घुसाने जा रहा था पर गरिमा का नाज़ुक और कामुक बदन और उसके मासूम चेहरे पर कामुकता भरी बेसब्री राहुल को भी कामोतेजक कर रहे थे ।"डाल भी दे बहन चोद" राहुल ने मन मे गाली निकाली ।
कर्ण ने गरिमा कि टाँगों को फैला लिया और उसकी चूत के गुलाबी होंठों को खोल अपना मोटा लन्ड मुंड उसपर टिका दिया और एक कस के धक्का दे मारा ...."आई....माँ.... मर गयी" गरिमा कि दर्द भरी चीख पूरे कमरे में गूँज गयी । उसकी आँखें बाहर को निकल आईं थीं ,कर्ण के अंदर का दानव शायद उसकी दर्द भरी चीख सुन कर शांत हो गया वो रुक गया ।
राहुल गरिमा की चूत चुदाई देख पाता इससे पहले कर्ण के फ़ोन की घंटी बजी उसने फ़ोन स्पीकर पर लगाया फोन पर कोई लड़की थी "भाई कँहा हो आप मेहता जी की लड़की का किडनैप हो गया है जल्दी आओ"
कर्ण-आता हूँ ।
इससे पहले राहुल कुछ समझ पाता कर्ण फिर से इंसानी रूप में आ चुका था । उसने जल्दी से गरिमा की चूत से अपना लन्ड बाहर निकाला और गरिमा के होंठो को चूमते हुए बोला सॉरी जान जाना होगा मुझे माफ़ कर देना । राहुल गरिमा के चेहरे पर उदासी साफ देख सकता था पर गरिमा ने कर्ण को रुकने के लिए नहीं कहा बल्कि वो चुपचाप अपने कपड़े लेकर बाथरूम में चली गयी । और उसके पीछे-2 कर्ण भी अपने कपड़े उठा कर बाथरूम में चला गया ।
उन दोनों के बाथरूम में चले जाने के बाद राहुल उनके कमरे से चुपचाप बाहर निकल आया और घर की तरफ भागा क्योंकि वो पहले ही काफी लेट हो चुका था ।
वो चुपके से घर में दाखिल हुआ और अपने तहखाने में घुस गया । उसकी आँखों में बिल्कुल नींद नहीं थी ,पिछले दो दिनों में इतना कुछ हुआ था जिस पर उसे विश्वास नहीं हो रहा था वो सोच रहा था कौन हूँ मैं, रमा के घर पर मेरे मां बाप ने क्यों छोड़ दिया , कौन हैं मेरे माँ बाप ऐसी बातें सोचकर वो परेशान सा होता जा रहा था । तभी रमा उसके तहखाने में दाखिल हुई और चुपचाप उसकी बगल में लेट गयी और उसके माथे को सहलाते हुए बोली -
रमा-क्या हुआ बेटा ? तनु या गरिमा ने कुछ कहा क्या ?
राहुल -नहीं माँ,
रमा-फिर क्या बात है ? उदास क्यों है मेरा भोंदू ? उसने एक हाथ राहुल के पाजामे के ऊपर से उसका लन्ड सहलाते हुए पूछा ।
|