RE: Chudai Kahani मेरी कमसिन जवानी की आग
इतने में पूरी ताकत से सीड मेरे दोनों बूब्स दबाने लगा और नीचे मेरी चूत में सीड का लन्ड रगड़ खा रहा था. अब मुझसे रह पाना मुश्किल हो गया, मैंने अपनी कमर उठा दी.तभी सीड को पता लग गया कि मैं अब लंड घुसवाना चाहती हूं, सीड मेरे होने वाले पति राज से बोला- राज भाई, आज इस संध्या को अपन दोनों एक साथ चोदते हैं, राज तुम ऐसा करो आ जाओ पीछे इसकी गांड में डाल दो, तुम्हारा पेनिस भी छोटा है और आराम से उसकी गांड में चला जाएगा. यह बहुत मस्त गांड और चूत में एक साथ चुदाई करवाती है.
तब राज बोला- मैंने आज तक ब्लू फिल्मों के अलावा कभी पीछे गांड का सुना नहीं कि कोई लड़की गान्ड में भी चुदवाती है.सीड ने अपनी एक घटना सुनानी शुरू की:माफ करना राज भाई, और बुरा मत मानना क्योंकि तुम्हारी होने वाली बीवी है संध्या… पर अभी दो साल पहले एक बार सतना में मैं और संध्या ने मिलने का प्रोग्राम बनाया. मेरे पास मिलने की जगह नहीं थी तो एक रिश्तेदार था मेरा शिवम नाम है, मेरी दीदी का देवर है, उससे मेरे दोस्ती भी है, उससे मैंने हेल्प मांगी और बोला शिवम भाई बुधवार को दो घंटे के लिए मुझे अपना रूम दे देना. उसने कहा ठीक है ‘डन’, तब मैंने संध्या को बोला आ जाओ!
सुबह 11 बजे संध्या आ गयी सतना अपने गांव से! संध्या को पन्द्रह सौ रुपए के कपड़े खरीदवाये और उसके बाद संध्या को बोला ‘चलो एक रूम मिला है!संध्या बोली- चलो!
मैंने शिवम को बुलाया रूम की चाभी के लिए, वो आया काफी हाउस के पास जहां हम दोनों खड़े थे, आया और मैंने संध्या से परिचय कराया, शिवम के बारे में बताया कि ये मेरी दीदी का देवर है. शिवम संध्या को बहुत ही ध्यान से देखने लगा और फिर मुझे बोला- सीड तुमसे कुछ पर्सनल बात करनी है.थोड़ा बगल से ले जा कर मुझसे बोला- इस लड़की संध्या से तुम शादी करोगे?मैंने कहा- नहीं करूंगा, चाहूं भी तो हमारे घर वाले नहीं करेंगे.“ये बात संध्या को भी पता है कि तुम दोनों शादी नहीं करोगे?”मैं बोला- हां हम दोनों को क्लीयर हैं कि हम दोनों की शादी नहीं होगी!“इसका मतलब तुम दोनों फुल इंजवाय कर रहे हो?”
मैं बोला- हां, ऐसा ही समझ लो.तब शिवम ने सीधे बोला- मुझे भी संध्या की दिलवाओ, कैसे भी जमाओ सीड… मैं तो रिश्तेदार हूं तुम्हारा!मैंने कहा- ये संभव नहीं!तो शिवम बोला- मैं रूम भी नहीं दूंगा.अब मेरे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं था, मुझे कोई रूम मिल नहीं सकता था, मैंने बिना संध्या से पूछे शिवम को हां कर दिया, बोला कि जब मैं रूम के अंदर चला जाऊं संध्या के साथ उसके दस पन्द्रह मिनट बाद अंदर आना.शिवम बोला- बिल्कुल जैसा तुम बोलो सीड, क्या मस्त माल पटाया है तुमने यार! उसके होंठ नाक और आंखें कितनी खूबसूरत है लगता है बहुत चुदासी है! मैंने संध्या से सेक्सी लड़की आज तक नहीं देखी, बहुत मजा आएगा.
जब रूम में आ गई संध्या और मैं लिपट गया, संध्या के होंठ चूसने लगा, फिर बूब्स दबाने लगा तो संध्या गर्म होने लगी. मैंने संध्या की लैगी और पैंटी एक साथ उतार कर सीधे टांगें फैला कर जैसे चूत में मुंह रखा, पूरी चूत बह रही थी, मैं समझ गया बहुत गर्म है, पहले से ही चुदाई का सोच लिया होगा.
तब मैंने संध्या से कहा- एक बात है संध्या, जिसका ये कमरा है वो भी अपने साथ रहेगा! वो भी तुमसे करेगा, वह भी आएगा, बोला है मैं भी रहूंगा और करूंगा तुम्हारी गर्लफ्रेंड से! और मैंने हां कर दिया है क्योंकि जब मैंने ना किया तो वह बोला मैं रूम नहीं दूंगा.संध्या बोली- मैं उससे नहीं करूंगी.मैं बोला- तो फिर चलो रूम से! वह नहीं मानगा, बस इसी एक बात पर माना था बस.मैं बोला- चलो उठो जल्दी चलते हैं, पहनो कपड़े, अपन चलते हैं! आज का सब यही खत्म चलो, वो आकर भगा देगा.
पता नहीं, दो मिनट संध्या ने कुछ सोचा, फिर बोली- ठीक है, बुला लो उसे जिसका रूम है यह! जब तुमने हां कर ही दिया है!यह बहुत गजब का दिन था. उस दिन की पूरी कहानी संध्या से तुम सुन लेना राज भाई, तभी मैंने और शिवम ने दोनों ने एक साथ इस संध्या को चोदा था, और मैं सोच भी नहीं सकता था कि संध्या इतनी सेक्सी और हॉट लड़की है, इसने उस दिन आगे चूत में लन्ड और पीछे गांड में दोनों में लन्ड लिए थे और बहुत मस्त आगे पीछे से चुदवाई थी.
मेरी चूत चोदन कहानी जारी रहेगी. मेरी स्टोरी में सब कुछ सच है. मेरी स्टोरी आपको कैसी लगी?
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