RE: Adult Kahani कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास
बियर पीने के बाद दोनो दिली हाट चली जाती हैं, जहाँ राम्या कुछ शॉपिंग करती है. उसे सिमिरन के लिए कुछ गिफ्ट खरीदना था.
मौज मस्ती करते हुए दोनो सारा दिन निकाल देती हैं और वापस घर आ जाती हैं.
शॉपिंग वगेरह के बाद राम्या और उसकी माँ जैसे ही घर पहुँचते हैं. राम्या अपनी माँ को बाँहों में भर लेती है और दोनो के होंठ फिर जुड़ जाते हैं. अब माँ को भी राम्या के साथ मज़ा आने लगा था. पर लंड की कमी राम्या कहाँ पूरा कर पाती, वो तो खुद लंड की तलाश में थी और सारे राज जानने के लिए ही तो अपनी माँ से चिपक रही थी. दोनो 10 मिनट तक स्मूच करते हैं फिर दोनो माँ के कमरे में चली जाती हैं
वहाँ विमल जैसे ही अपने हॉस्टिल में पहुँचता है और अपना लॅपटॉप ऑन कर के अपनी मेल्स चेक करता है. एक मैल जकप से आई हुई थी. विमल उसे खोलता है तो दंग रह जाता है. उसमें जकप ने अपने बूब्स की फोटो भेजी हुई थी. विमल की आँखें लॅप टॉप की स्क्रीन पे जम जाती हैं.
सामने स्क्रीन पर जकप(राम्या) के बूब्स देख कर विमल के जिस्म का तापमान बढ़ने लगता है. उसे गर्मी लगने लगती है और सारे कपड़े एक एक कर जिस्म का साथ छोड़ देते हैं. जकप के बूब्स देख कर वो मूठ मारने लगता है. आधे घंटे तक अपने लंड की ऐसी तैसी करता है और लॅप टॉप पर जकप के बूब्स पर अपना माल गिरा कर ज़मीन पे लुडक जाता है. उसकी साँसे धोकनि की तरहा चल रही थी.
इधर.............................
दोनो माँ बेटी एक दूसरे को चूमते हुए एक दूसरे के कपड़े उतार देती हैं और चूमते हुए ही माँ के कमरे की तरफ बढ़ जाती हैं. आज माँ ज़्यादा आक्रामक रूप ले रही थी. वो राम्या के पीछे आ कर उसके उरोजो का मर्दन करती हुई अपने उरोज़ उसकी पीठ से रगड़ने लगती है और उसके होंठ चूसने लगती है.
शायद माँ आज खुल के मज़े लेना चाहती थी और देना चाहती थी.
थोड़ी देर बाद दोनो माँ बेटी 69 पोज़ में आ जाती हैं और एक दूसरे की चूत को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगती हैं. माँ कुछ ज़्यादा मज़े से राम्या की चूत को चूस रही थी. और राम्या भी अपना पूरा ज़ोर लगा रही थी माँ को पूरा मज़ा देने के लिए.
राम्या अपनी माँ की चूत को चूस्ते हुए अपनी दो उंगली चूत में डाल देती है और तेज़ी से अंदर बाहर करने लगती है. मस्ती के मारे माँ राम्या की चूत को काट लेती है और अपनी ज़ुबान उसकी चूत में डाल देती है. आधे घंटे तक दोनो माँ बेटी लगी रहती हैं और एक दूसरे का पानी निकाल कर पी जाती हैं. दोनो ही हाँफ रही थी और एक दूसरे की बगल में लेट कर अपनी साँसे संभालने लगती हैं.
राम्या की जब साँसे संभलती हैं तो वो अपनी माँ के उरोज़ चूसने लगती है. माँ भी अपनी पोज़िशन बदलती है और राम्या के उरोज़ चूसने लग जाती है. सारी रात दोनो एक दूसरे के साथ मस्ती करती रहती हैं.
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उधर विमल को जब अपने ओर्गसम से होश आता है तो बाथरूम जा कर खुद को सॉफ करता है और फिर अपने लॅप टॉप को सॉफ करता है. जकप(राम्या के बूब्स को स्क्रीन पर चूमता है और एक मैल उसे भेज देता है.
अगले दिन सुबह जब विमल सो के उठा तो उसे जकप की वो मैल याद आई, उसने फिर अपना लॅपटॉप खोला और देखा कि जकप की कोई और मैल नही आई. वो फिर उसके बूब्स वाली फोटो खोल के बैठ गया और हसरत भरी नज़रों से उसे देखने लगा.
आह!!!! काश ये बूब्स इस वक़्त उसके हाथों में होते.
काश वो इन प्यारे से निपल्स को चूस पाता.
कौन है ये जकप? उसे कैसे जानती है? उसने ये मैल क्यूँ भेजी? बहुत से सवाल उसके दिमाग़ में घूम रहे थे पर लंड महाशय का तो अपना ही दिमाग़ था वो सर उठा के खड़ा हो गया.
विमल को फिर गर्मी ने घेर लिया और वो सारे कपड़े उतार कर जकप के बूब्स को अपने हाथों में अपने होंठों में महसूस करते हुए मूठ मारने लगा.
उसकी तड़प हर लम्हा बढ़ती जा रही थी. जकप ने उसके दिल-ओ-दिमाग़ को अपने क़ब्ज़े में कर लिया था.
उसकी उत्तेजना इतनी ज़्यादा बढ़ गई थी की 5 मिनट में ही वो धराशाही हो गया और अपना पानी निकाल बैठा.
उसे बेसब्री से जकप के जवाब का इंतेज़ार था. अपने लंड को ठंडा करने के बाद वो फ्रेश हो कर तैयार हुआ और अपनी क्लास के लिए चला गया. पर आज उसका दिल क्लास में बिल्कुल नही लग रहा था.
वो जल्द से जल्द वापस हॉस्टिल जाना चाहता था जकप की मैल चेक करने.
इधर राम्या और उसकी माँ जब सुबह उठते हैं तो दोनो का ही जिस्म टूट रहा था पर चेहरों पर रॉनक थी. राम्या तैयार हो कर नाश्ता करती है और फिर अपने इन्स्टिट्यूट चली जाती है.
दोपहर में वो इन्स्टिट्यूट से वापस आती है और अपना लॅप टॉप खोल के देखती है, अपनी मैल चेक करती है, विमल की मैल आई हुई थी, बड़ी बेसब्री से उसके बारे में पूछ रहा था.
राम्या फिर उसे जकप की आइडी से एक मैल करती है. ' पहले अपने लंड की फोटो भेजो, मेरे काबिल भी हो या नही, फिर आगे बात करूँगी'
और नीचे अपनी माँ के पास चली जाती है. राम्या कब से ये सोच रही थी कि माँ से पूछे कि क्या अभी वो सामूहिक चुदाई करती है चाचा चाची के साथ. पर उसकी हिम्मत नही पड़ रही थी. शायद अभी दोनो इतना आपस में नही खुली थी. अब भी एक गॅप था दोनो के बीच.
शाम को राम्या और उसकी माँ तैयार हो कर सिमिरन को लेने एरपोर्ट चले जाते हैं.
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