RE: Parivaar Mai Chudai घर के रसीले आम मेरे नाम
रवि कोमल को बेड पर लेटा देता है और कोमल अपना हाथ फेलाकर
कोमल- पापा जैसे आप मम्मी के उपर पूरे नंगे होकर सो जाते हो वैसे ही अपनी बेटी के उपर सो जाओ ना और रवि सीधे कोमल के नंगे बदन पर पूरा लेट कर उसे अपने से कस कर चिपकते हुए उसके गदराए जिस्म को चूमते हुए सहलाने लगता है,
कोमल- पापा में कैसी लगती हूँ आपको
रवि- कोमल की मोटी गान्ड की दबोचता हुआ बेटी तू बहुत सुंदर है पूरी नंगी तू बहुत मस्त लगती है, तेरे मोटे-मोटे चूतड़ और दूध तो तेरी मम्मी से भी मोटे-मोटे है
कोमल- पापा आपको मेरी मोटी गान्ड और बड़े-बड़े दूध बहुत अच्छे लगते है ना
रवि- हाँ बेटी तू बहुत मस्त है आज में तुझे रात भर अपने से नंगी ही चिपकाए रखूँगा
कोमल- पापा मेरी चूत से बहुत पानी बह रहा है
रवि- उसके रसीले होंठो को चूम कर कोई बात नही बेटी में अभी तेरी पूरी चूत चाट कर तेरा पानी पी लेता हूँ, और रवि उसके उपर से उठ जाता है
कोमल- उसका हाथ पकड़ते हुए पापा मुझे भी आपका पीना है
रवि अच्छा ठीक है एक काम कर में लेट जाता हूँ और तू मेरे लंड की तरफ मुँह कर के मेरे उपर लेट जा
कोमल जल्दी से अपनी दोनो टाँगो को अपने पापा के आस पास करके उसके उपर लेट जाती है और अपनी मोटी गान्ड उठा कर अपने पापा के मुँह की ओर कर देती है और रवि अपनी बेटी की मस्त गुलाबी चूत और गान्ड के छेद को अपने होंठो से चूसने लगता है और कोमल अपने पापा के मोटे लंड को अपने मुँह में भर-भर कर चूसने लगती है, रवि अपनी बेटी की चूत की मोटी-मोटी फांको को फैला-फैला कर चाटने लगता है, रवि अपनी बेटी की गुलाबी चूत को खूब कस-कस कर चूस्ता हुआ उसकी फूली हुई चूत को पूरी लाल कर देता है और कोमल अपने पापा का मोटा लंड चुस्ती हुई खूब पानी छोड़-छोड़ कर अपने पापा के मुँह में अपनी चूत मारने लगती है रवि अपनी बेटी की गदराई जाँघो को खूब ज़ोर से अपने हाथो से कसे हुए उसकी चूत का रस खींच -खींच कर पीने लगता है और कोमल एक दम से अपने पापा के मुँह में खूब सारा पानी छोड़ने लगती है और रवि अपनी बेटी की चूत का सारा रस पी जाता है,
रवि जब कोमल की चूत को चोदने का नाम नही लेता है तब कोमल उसके मोटे लंड को अपने मुँह में भर कर इतना कस-कस कर चूसने लगती है कि रवि से बर्दास्त नही होता है और वह पागलो की तरह अपनी बेटी की फूली हुई बुर को अपने मुँह में पूरा भर कर उसकी चूत को खूब कस-कस कर चूस्ते हुए अपने लंड से अपनी बेटी के मुँह में पानी छोड़ देता है और कोमल उसके लंड का पानी पीते हुए उसके लंड को पूरा अपने मुँह में भर कर चुस्ती हुई अपने पापा के मुँह में अपनी पूरी चूत को भर देती है और फिर एक दम से सीधी उठ कर अपनी पूरी चूत को खोल कर अपने पापा के मुँह में बैठ जाती है और रवि अपनी बेटी की फूली चूत को अपनी पूरी जीभ निकाल कर खूब कस-कस कर चाटने लगता है और कोमल अपने पापा के मुँह में अपनी चूत धरे-धरे ही पानी छोड़ने लगती है और रवि अपनी बेटी की चूत को पूरी तरह चाट-चाट कर उसका सारा पानी चूस लेता है, और फिर कोमल एक और लुढ़क कर गहरी-गहरी साँसे लेने लगती है,
रवि उठ कर कोमल के रसीले होंठो को चूस्ता हुआ उसकी फूली हुई चूत को अपने हाथो में भर कर दबोचने लगता है और कोमल अपनी दोनो जाँघो को उपर उठा कर अपनी टाँगे फैला देती है और अपने पापा का हाथ अपने मोटे-मोटे दूध पर रख कर पापा आओ ना मेरे उपर सो जाओ
रवि अपनी बेटी की गदराई जवानी और उसकी बुर को देख कर पागल हो जाता है और अपने दोनो पेरो पर बेड पर बैठ कर अपने लंड को अपनी बेटी के मुँह की ओर करके जैसे ही कोमल की फूली हुई चूत को कस कर अपने हाथो में भर कर दबोचता है कोमल अपने पापा के मोटे लंड को पकड़ कर अपने मुँह में भर कर पीने लगती है, रवि कोमल की चूत को अपने हाथो से मसलता हुआ उसके दूध को दबाने लगता है और कोमल अपने पापा को अपने उपर खिचने लगती है और अपनी जाँघो को खूब कस कर फैला देती है और रवि अपनी बेटी की मोटी-मोटी जाँघो को कस कर पकड़ लेता है और अपने मोटे लंड को कोमल की फूली हुई चूत से सटा कर एक कस कर धक्का कोमल की चूत में मार देता है और उसका लंड उसकी बेटी की चूत को चीरता हुआ आधे से ज़्यादा अंदर उतर जाता है और कोमल ओह पापा मर गई आहह,
रवि कोमल की जाँघो को कसे उसे तुरंत दूसरा तगड़ा धक्का अपनी बेटी की कसी हुई चूत में मार देता है और उसका पूरा लंड अपनी बेटी की चूत को फाड़ता हुआ जड़ तक उसकी चूत में समा जाता है और कोमल का बदन ऐंठ जाता है और वह बुरी तरह ताड़पते हुए ओह पापा मर जाउन्गी पापा आह, रवि कोमल के दूध को मसल्ते हुए उसके उपर पूरा सो जाता है और अपने लंड के धक्के अपनी बेटी की चूत में खूब जड़ तक मारने लगता है उसके हर धक्के के साथ कोमल आह, आह पापा करने लगती है, रवि कोमल की गदराई जवानी को मसल्ते हुए उसे कस-कस कर चोदने लगता है और कोमल पागलो की तरह अपने पापा को चूमते हुए अपनी गान्ड को उठा-उठा कर अपनी फूली हुई चूत को अपने पापा के मोटे लंड पर मारने लगती है,
कोमल की गान्ड के छेद में रवि एक उंगली डाल कर उसकी चूत को अपने लंड से खूब रगड़-रगड़ कर चोदने लगता है और कोमल पागलो की तरह अपने पापा के नंगे बदन से चिपकते हुए अपनी चूत उठा-उठा कर अपने पापा के मोटे लंड पर मारते हुए ओह पापा बहुत मज़ा आ रहा है और चोदो पापा ऐसे ही हाँ हाँ ओह ओह पापा में मर जाउन्गी और चोदो पापा खूब तेज-तेज चोदो अपनी बेटी को आज फाड़ दो अपनी बेटी की चूत को आह, आह
रवि -खूब कस-कस कर अपनी बेटी को चोदते हुए उसके रसीले होंठो को पीने लगता है और कोमल की चूत पूरी तरह चिकनी हो जाती है और वह अपने पापा का मोटा लंड सतसट अपनी चूत में लेने लगती है, दोनो ओर से चूत और लंड के धक्के पूरी ताक़त से लगने लगते है और कुछ ही देर में कोमल आह, आह करती हुई अपने पापा से कस कर चिपक जाती है और रवि अपने दोनो हाथो से अपनी बेटी की गान्ड को उठा कर सतसट अपने लंड से उसकी चूत मारते हुए अपने लंड को उसकी चूत में जड़ तक ठूंस देता है और उसका पानी रुक-रुक कर उसकी बेटी की फूली हुई चूत की गहराई में निकलने लगता है और कोमल अपने पापा के मोटे लंड को अपनी चूत से कस कर चिपकाए हुए अपने पापा से कस कर चिपक कर पानी छोड़ती हुई गहरी-गहरी साँसे लेने लगती है और रवि कोमल को चूमता हुआ उसके बदन से पूरी तरह कस कर चिपक जाता है और फिर दोनो 2 मिनट तक शांति से एक दूसरे के उपर सांस लेते हुए पड़े रहते है,
कुछ देर बाद रवि जल्दी से उठ कर अपने कपड़े और लूँगी पहन कर कोमल के रूम से जाने लगता है तो कोमल उसका हाथ पकड़ कर पापा आज मेरे साथ ही सो जाओ ना,
रवि- बेटी तेरी मम्मी बहुत शंकालु है उसे पता लगेगा तो ना जाने क्या-क्या सवाल पूछेगी इसलिए अब में जाता हूँ कहीं जाग कर ढूँढती हुई इधर ना आ जाए,
कोमल- मुस्कुराकर आप कितना डरते हो मम्मी से
रवि- मुस्कुराते हुए चल अब सो जा अब में जा रहा हूँ और फिर रवि रूम के बाहर चला जाता है और कोमल मुस्कुराती हुई उठ कर अपनी टीशर्ट और स्कर्ट डाल कर लेट जाती है और मंद-मंद मुस्कुराती हुई अपने मन में सोचने लगती है, कल तक तो में लंड के लिए तड़प रही थी और आज एक नही बल्कि दो-दो लंड से मुझे चुदने को मिल गया और फिर कोमल मुस्कुराते हुए तकिये को अपनी बाँहो में भर कर मीठी नींद के आगोश में चली जाती है
उधर रात को रश्मि और राज एक दूसरे से बाते कर रहे थे तभी रश्मि की नज़र पर्दे की ओर जाती है और वहाँ उसे अपनी मम्मी की झलक दिखाई देती है और वह अपनी तिरछी नज़रो से देख लेती है कि उसकी मम्मी पर्दे के पीछे खड़ी उनकी बाते सुन रही है, रश्मि जान बुझ कर राज की गोद में चढ़ कर बैठ जाती है और
रश्मि- भैया मेरी चूत सहलाओ ना
राज - रश्मि के होंठो को चूमता हुआ अपने हाथ से उसकी फूली हुई बुर को सहलाने लगता है
रश्मि- भैया आज मम्मी की चूत भी ऐसे ही सहला देना
राज - हे रश्मि आज तो में मम्मी को पूरी नंगी करके रात भर चोदने के मूड में हूँ अब बहुत हो गया आज मम्मी को पूरी नंगी करके तबीयत से उसकी चूत मारूँगा जब से मम्मी का फूला हुआ भोसड़ा देखा है मेरा लंड दिन रात खड़ा रहता है, और रश्मि मुझे मम्मी की गदराई मोटी गान्ड को अपने मुँह में भर कर चाटने में बहुत मज़ा आया था मम्मी की गान्ड भी आज खूब कस कर मारूँगा, क्या गजब की गदराई गान्ड है मम्मी की जब मेरे सामने से अपने मोटी गान्ड मटकाती हुई जाती है तो ऐसा लगता है अभी उसकी साड़ी उठा कर उसकी मोटी गान्ड में अपना मोटा लंड फसा दूं
रश्मि- मम्मी की गान्ड और चूत को तुमने खूब चूमा था ना
राज - हाँ रश्मि बहुत मस्त और फूली हुई चूत है मम्मी की रात भर नंगी करके खूब कस-कस कर चोदने लायक है मम्मी तूने सच कहा था मेरा मोटा लंड अब अपनी मम्मी की फूली हुई चूत के लायक हो गया है जब में मम्मी के मस्ताने भोस्डे में अपना मोटा लंड पेलुँगा तो मम्मी मस्त हो जाएगी, रश्मि सबसे ज़्यादा मज़ा तो अपनी मम्मी को पूरी नंगी करके उसकी चूत में अपने मोटे लंड को डाल कर चोदने में आता है मम्मी को पूरी नंगी करके अपने मोटे लंड में चढ़ा कर खूब हचक-हचक कर उसकी चूत मारूँगा
आज से में रोज मम्मी को पूरी नंगी करके उसके साथ पूरा नंगा चिपक कर सोउंगा और अपने लंड से दिन रात उसकी फूली हुई चूत को मारूँगा, देखना मम्मी बहुत मस्ती से अपनी फूली हुई चूत उठा-उठा कर मुझसे अपनी चूत मरवाएगी
रश्मि- भैया चूत के अंदर तक उंगली डालो ना आह हाँ ऐसे ही बहुत अच्छा लग रहा है और कैसे चोदोगे मम्मी को
राज - हे रश्मि मम्मी की गदराई गान्ड को खूब कस-कस कर चोदुन्गा अपनी मम्मी की चूत मारने का मज़ा ही कुछ और होता है मम्मी जब घर में अपनी गान्ड मटका कर घूमती है तो मेरा लंड हमेशा खड़ा ही रहता है
रश्मि- जब मम्मी झुकती होगी तो तुम्हे उसकी मोटी गान्ड पूरी नंगी ही नज़र आती होगी ना
राज - हाँ उसकी गान्ड का छेद भी मुझे नज़र आने लगता है और फिर मम्मी का उठा हुआ पेट गदराई मोटी गान्ड मोटे-मोटे दूध हर किसी का लंड अपनी मम्मी के गदराए बदन को देख कर खड़ा हो जाता होगा, कई लोग तो अपनी मम्मी की पेंटी देख कर ही उसकी चूत की कल्पना करने लगते है,
रश्मि- पर हमारी मम्मी तो पेंटी पहनती ही नही है
राज - इसीलिए तो मम्मी के भारी चुतड़ों के मोटे-मोटे पाट उसकी साड़ी से अलग ही नज़र आते है उसकी गान्ड की गहराई भी बहुत है पूरा हाथ घुस जाता है उसकी गान्ड की मोटी दरार में और फिर मम्मी का बदन भी इतना मुलायम और भरा हुआ है कि में तो जब उससे चिपकता हूँ तभी मेरा लंड खड़ा हो जाता है
रश्मि- अच्छा तुम्हारा लंड मम्मी को देख कर पहली बार कब खड़ा हुआ था
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